किसी भी युद्ध की बात की जाए तो उसमें हथियार बहुत ही खास महत्व रखते हैं. हथियार की इस दुनिया में वैसे तो कई खास हथियार हैं, पर इन सब में सबसे ज्यादा खास जेट विमानों को माना जाता है.
जमीन पर तो सेनाएं अपना काम कर ही जाती हैं, मगर आसमान में यह जेट ही हैं जो दुश्मन को मात देते हैं. जेट किसी भी युद्ध का परिणाम पल भर में बदल कर रख देने का दम रखते हैं.
शायद इसलिए ही दुनिया भर के देश खास जेट विमानों को बनाने में लगे हुए हैं. ऐसे में यह जानना दिलचस्प हो जाता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा बेहतरीन जेट आखिर कौन-कौन से हैं-
एफ-35 बी लाइटनिंग
एफ-35 बी लाइटनिंग नेवी और एयर फोर्स का सबसे खास लड़ाकू विमान माना जाता है. यह एक सीट वाला और एक इंजन वाला जेट है. इसकी खास बात यह है कि यह चुपके से दुश्मनों के रडार से बचते हुए उनके इलाके में घुस कर हमला करता है.
इस खास हथियार को दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका द्वारा बनाया गया है.
एफ 35 लॉकहीड की 1199 किलोमीटर प्रति घंटा की वाली तेज रफ्तार इसे दूसरों से अलग करती है. इसके आलाव यह लड़ाकू जेट बाहरी इलाकों में मिसाइल और बम ले जाने में कारगार होता है. कहते हैं कि जब यह आसमान में उड़ता है, तो दुश्मन इससे दूर भागते हैं.
F-35 Lightning II (Pic: wikipedia)
एफ-22 रैप्टर
एफ-22 रैप्टर अमेरिका और रूस का सबसे शक्तिशाली हथियार माना जाता है. यह किसी पर भी चुपके से हमला करने की क्षमता रखता है. इसे जेट के आगे का हिस्सा टाइटेनियम से बनाया गया है, जो इसे मजबूती देता है.
यह हवा में बिजली की रफ़्तार से उड़ता है और इसे कोई परेशानी भी नहीं होती. एयर टू एयर मुकाबले में भी इसका कोई जवाब नहीं है. अपने दुश्मन को यह हवा में कब ख़त्म कर देता है उसको पता तक नहीं चलता. इस खास एफ-22 रैप्टर का निर्माण 8 दिंसबर 1993 में वॉशिंगटन में बोइंग ने शुरू किया था.
एफ 22 को जनवरी 1996 में पूरी तरह से बना लिया गया था. इसको अन्य जेट से अलग करने के लिए इसमें दो इंजन लगाए गए. दो इंजन से इसे इतनी रफ़्तार मिल जाती है कि कोई रडार इसे पकड़ ही नहीं पाता.
F-22 Raptor (Pic: pinterest)
बोइंग सुपर हॉर्नेट
बोइंग सुपर हॉर्नेट को अमेरिका की कंपनी बोइंग ने डिजाइन किया है. माना जाता है कि यह पहला एक ऐसा विमान है, जिसको एयर-टू-एयर व एयर-टू ग्राउंड दोनों ही तरह के मिशन के लिए तैयार किया गया है.
यह एक रणनीतिक जेट सेनानी है, जो दो सीटर वाला एक बेहतर लड़ाकू विमान कहा जाता है. इसकी सबसे ज्यादा खास बात यह है कि यह रात के समय में भी दुश्मनों पर हमला कर सकता है. यह हॉर्नेट 1983 में बनकर तैयार हुआ.
बाद में इसको 1986 में पहली बार यूएसएस कोरल सागर में मिशन के लिए भेजा गया. इसके बाद इसको 1995 में फारस की खाड़ी के युद्ध के दौरान एयर-टू-ग्राउंड मिशन करने के लिए भी भेजा गया.
खास बात यह है कि इसे जितनी बार भी मिशन पर भेजा गया, वह उसे पूरा करके लौटा.
Boeing FA-18EF Super Hornet (Pic: misucell)
यूरोफाइटर टाइफून
यूरोफाइटर टाइफून यूरोपीय संघ के सबसे बेहतरीन लडाकू विमानों में से एक है. इस फाइटर जेट को पहली बार 1980 के दशक में सेवा में लाया गया था.
हालांकि, इसकी पहली सफल उड़ान 1994 के बाद हुई थी.
यूरोफाइटर टाइफून गोली से भी तेज 1,320 मील प्रति घंटे की शीर्ष गति के साथ उड़ता है. इसके साथ ही इसकी 27 एम.एम वाली तोप तेज रफ्तार के साथ हमला करते हुए दुश्मनों को धवस्त कर देती है.
यह अपनी तेज गति के साथ कुछ ही मिनटों में 65,000 फुट की ऊंचाई तक पहुंचा सकता है.
Eurofighter Typhoon (Pic: hdwallpapers)
दसॉल्ट राफेल
दसॉल्ट राफेल का निर्माण फ्रांस के द्वारा किया गया है. यह बहुमुखी प्रतिभा वाला जेट है. इसे वायुसेना और नेवी दोनों ही इस्तेमाल करती हैं. दुश्मन कहीं भी हो यह उसे ख़त्म करने का दम रखता है. माना जाता है कि जल्द ही भारत के पास भी यह होगा. भारत और फ्रांस के साथ 36 दसॉल्ट राफेल लड़ाकू जेट विमानों का समझौता जल्द ही हो सकता है.
जानकारों की माने तो दसॉल्ट राफेल ने अपनी पहली उड़ान का परीक्षण 4 जुलाई 1986 में किया था. उस समय के बाद से यह फ़्रांस की वायुसेना का एक अहम हथियार बना हुआ है.
Dassault Rafale (Pic: reddit)
सुखोई एसयू -35
सुखोई एसयू- 35 जैसे खतरनाक और तेज रफ्तार लड़ाकू विमान को रूस ने बनाया. यह रूस के सबसे खास हथियारों में से एक माना जाता है. आज के समय में पूरी दुनिया में इसकी चर्चा है. हर कोई जानता है कि यह आखिर कितना दमदार है और यह क्या-क्या कर सकता है.
इस सुखोई एसयू- 35 को रूस को सुखोई ग्रुप ने डिजाइन किया है, इसलिए इसका नाम भी उसी पर रखा गया है. इसको बनाने का काम कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर विमान प्लांट में किया गया था. पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद यह विमान 28 जून 1988 को अपने पहले सफल परीक्षण पर निकला.
इस एक सुखोई की कीमत 40 मिलियन से 65 मिलियन डॉलर तक मानी जाती है. बताते चलें कि जब से यह जेट बना है, तब से ही रूस ने इसे अपने पास रखा हुआ है.
Sukhoi Su-35 (Pic: pinterest)
मैकडोनेल डगलस एफ-15 ईगल
मैकडोनेल डगलस एफ-15 ईगल एक अमेरिकी जेट है, जिसकी सबसे पहली उड़ान 27 जुलाई 1972 को भरी गई थी.
इसके बाद से ही यह यूएस सेना के शीर्ष विमानों में से एक माना जाने लगा. वियतनामी युद्ध के दौरान इसका इस्तेमाल किया गया था. इसके आलाव कोरियाई युद्ध में भी एफ -15 ईगल ने अपना दम दिखाया था.
एफ -15 ईगल को अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी मैकडोनेल डगलस के द्वारा बनाया गया था.
F-15 Eagle (Pic: dianliwenmi)
मिकोयान मिग -31
मिकोयान मिग -31 एक रूसी विमान है. यह विमान अपनी 3,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. इसके आलाव यह 20 किलोमीटर की उंचाई पर जाने के बाद भी बिना किसी परेशानी के उड़ता है.
मिकोयान मिग -31 को 1970 के शुरुआती दिनों में विकसित किया गया था. उस समय के बाद से आज तक यह विमान ख़ास बना हुआ है.
एयर-टू-एयर मिसाइलों को चलने के लिए इसमें 6 बैरल वाली मशीन गन लगी है.
बात की जाए इसके लक्ष्य निर्धारित क्षमता की तो यह 320 किलोमीटर की दूरी के लक्ष्य को बिना किसी चूक के मार सकता है.
Mikoyan MiG-31 (Pic: wallpaperup)
साब जेएएस 39 ग्रिपेन (स्वीडन)
1979 में स्वीडिश सरकार ने साब 35 और साब 37 को बदल कर हमले के लिए और भी खास हथियार बनाना शुरू किया. बाद में नए डिजाइन के तौर पर साब जेएएस 39 ग्रिपेन का निर्माण किया गया है.
1988 में पहली बार इस विमान का परीक्षण किया गया और यह सफल रहा. इस विमान को 1997 को स्वीडन वायुसेना के साथ काम करने के लिए जोड़ा गया.
साब जेएएस 39 ग्रिपेन 2,204 किलोमीटर की गति से उड़ता है. इसका वजन 8,500 किलोग्राम है. इसमें लगी तोप एक बार में 120 राउंड चलाती है.
यह जेट दुश्मन के लिए एक काल बनकर आता है.
Saab Jas 39 Gripen (Pic: chosun)
तो यह थे दुनिया के सबसे खास जेट विमान, जो दुनिया भर में अपनी कुछ खास चीजों के लिए मशहूर हैं. इसमें से ज्यादातर विमान तो ऐसे हैं, जिन्होंने दुनिया भर की कई बड़ी लड़ाई को जीता है.
खास बात तो यह है कि ये महज कुछ एक नाम हैं. विश्व में ऐसे कई और घातक विमान मौजूद हैं.
Web Title: Advanced Jet Fighters In The World, Hindi Article
Featured Image Credit: theindependentbd