दुनिया भर में ट्रेन का बड़ा महत्व है.
ट्रेन के आने के बाद दूरियां कम सी हो गई हैं, तो विकास की रफ्तार भी तेज हुई है. शुरुआती दिनों में ट्रेन्स आज की तरह तेज रफ़्तार वाली और डिजिटल नहीं हुआ करती थीं.
पहले के समय में ट्रेन्स भाप के इंजन से चलने वाली सामान्य गति लिए हुआ करती थी, फिर समय के साथ परिवर्तन होते चले गये. गाड़ी आगे बढ़ी तो वह आधुनिक होने लगी. आज तो ये इतनी ज्यादा आधुनिक हो चुकी है कि हज़ारों किलोमीटर की दूरी को घंटे भर में पूरा कर देती है.
चूंकि, इनकी फर्राटेदार रफ्तार ने लोगों के जीवन को एक नई तेजी देने का काम किया है, इसलिए आईये आज दुनिया की उन ट्रेन्स के बारे में जानते हैं, जो अपनी तेज रफ़्तार के लिए मशहूर हैं–
शंघाई मैग्लेव
शंघाई मैग्लेव दुनिया की सबसे तेज रफ़्तार से चलने वाली ट्रेन है. इस ट्रेन का निर्माण चीन द्वारा किया गया है. यह 431 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ने की क्षमता रखती है. इसकी तेज रफ़्तार के पीछे का कारण, इसमें इस्तेमाल होने वाली चुंबकीय तकनीक को माना जाता है.
इसके बारे में कहा जाता है कि जब यह चलती है, तो रेल लाइन से 1 सेंटीमीटर ऊपर होकर चलती है. इससे ट्रेन और रेल लाइन के बीच घर्षण कम हो जाता है, जो तेज रफ्तार में मददगार होता है. भविष्य में इसकी गति को 600 किलोमीटर प्रति घंटे तक ले जाने का प्लान है.
Shanghai Maglev (Pic: train-simulator)
चाइना रेलवे सीआरएच 380 ए
इस ट्रेन को सीएसआर कॉरपोरेशन लिमिटेड कपंनी ने बनाया है. यह एक इलेक्ट्रिकल हाई-स्पीड ट्रेन है. इस ट्रेन में समय-समय पर कई तरह के बदलाव किये गए हैं, जिसके परिणाम स्वरूप यह ट्रेन अब आराम से 350 किलोमीटर प्रति घंटे की गति को छू सकती है.
यूँ तो परीक्षण के समय इसकी अधिकतम गति 416 किलोमीटर प्रति घंटा आंकी गई थी, लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से इसे कम कर दिया गया.
इसकी बॉडी को एलुमिनियम से बनाया गया है ताकि यह वजन में कम और रफ़्तार से ज्यादा आगे रहे. ट्रेन का आगे का हिस्सा थोड़ा अजीब सा बनाया गया है, ताकि यह तेज रफ़्तार के दबाव को सह सके.
China Railways CRH380A (Pic: writeopinions)
एजीवी इटली
इटली की सबसे तेज ट्रेनों में एजीवी का नाम भी शुमार है. 360 किलोमीटर प्रति घंटे रफ़्तार वाली यह ट्रेन, जब चलती है तो गोली से भी तेज भागती है. कहते हैं कि अपने परीक्षण के समय इसने इससे भी ज्यादा तेज दौड़ कर लोगों को चौकाया था.
इटली की इस धूम मचाती ट्रेन को बनाने में तकरीबन 650 मिलियन डॉलर की लागत लगी.
AGV Italo (Pic: topthreez)
सीमेंस वेलारो
सीमेंस वेलारो एक ऐसी आधुनिक ट्रेन है, जो स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, रूस और चीनी जैसे देशों में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रही है. यह 402 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से भागती है.
सीमेंस वेलारो की लंबाई 200 मीटर है. साल भर के अंदर यह 500,000 किलोमीटर से भी अधिक की यात्रा कर सकती है.
Siemens Velaro (Pic: siemens)
टेलगो 350
टेलगो 350 स्पेन में बनी एक मशहूर ट्रेन है. इसे अब भारत भी अपना सकता है. हालांकि, यह अभी चलनी शुरू नहीं हुई है.
यूँ तो इसकी रफ़्तार 365 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है, लेकिन इसे अधिकतर 350 किलोमीटर से आगे नहीं चलाया जाता.
Talgo (Pic: talgo)
ई-5 शिंकनसेन हायाबूसा
200 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से भागने वाली ई-5 शिंकनसेन जापान की सबसे बढ़िया बुलेट ट्रेन्स में से एक है. 400 से 700 किलोमीटर तक की दूरी यह महज तीन घंटे में पार कर सकती है. इसके मुख की नोक 15 मीटर लंबी बनाई गई है, ताकि यह चलते समय वाइब्रेशन पैदा न करें.
E5 Series Shinkansen Hayabusa (Pic: commons)
अल्स्टॉम
320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ने वाली इस ट्रेन को 2007 में बनाना शुरू किया गया, जो 2011 में बनकर तैयार हुई.
इस सुपरफास्ट ट्रेन को बनाने में करीब 1.6 बिलियन डॉलर की लागत आई. अभी ऐसी 55 ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन अनुमान है कि आने वाले समय में 488 ऐसी और ट्रेन्स को लाया जाएगा.
यह इंटर-यूरोपीय मार्गों पर चलती हैं, जिनमें फ्रांस, जर्मनी, स्विज्जरलैंड जैसे देश आते हैं.
Alstom Euroduplex (Pic: jmcvisser)
टीजीवी डुप्लेक्स, फ्रांस
टीजीवी फ्रांस में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है. इसकी रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा आंकी गई है. यह एक शानदार ट्रेन मानी जाती है.
इसकी रफ्तार के लिए इसमें प्रयोग किये जाने वाले एलुमिनियम को उत्तरदायी माना जाता है. इसके प्रयोग से ट्रेन का वजन कम से कम होता है, जो जल्दी रफ़्तार पकड़ाने में मददगार साबित होता है.
Sncf Tgv Duplex (Pic: wikipedia)
एफएस क्लास ईटीआर 500
ईटीआर का प्रयोग 1978 से 1991 के बीच पहली बार रोम में किया गया. कहते हैं कि यह उस समय में पूरे यूरोप में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन हुआ करती थी.
1998 में इसका नया मॉडल बनाकर तैयार किया गया. परीक्षण के लिए यह पटरी पर दौड़ी तो सब लोग चौक गये. इसने 319 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार पकड़कर एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था.
इसे रोम में ट्रेनों का राजा भी कहा जाता है.
FS Class ETR 500 (Pic: wikipedia)
टीएचएसआर 700 टी
टीएचएसआर की फुल स्पीड 300 किलोमीटर प्रति घंटा है. इस ट्रेन को मशहूर जापानी कंपनी कावासाकी, हिताची और निप्पोन शरायो ने मिलकर बनाया है.
शुरूआती दौर में इस ट्रेन को जापान के ताइपे से कौसियुंग के बीच चलाया गया. पहले इन रूट का सफ़र 4:30 घंटे का हुआ करता था, लेकिन इसके आने के बाद यह महज 90 मिनट तक ही रह गया. यह इतनी तेज है कि इसे 0 से 300 की रफ़्तार छूने में मजह 15 मिनट का समय लगाता है.
Thsr 700 T (Pic: pinterest)
इंटरसिटी 225
यह ट्रेन ब्रिटेन में काफी फेमस है. यह 600 लोगों को 400 मील का सफ़र करवाती है. वैसे तो इसकी टॉप स्पीड 140 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन एक बार इसने 162 की रफ़्तार छू कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया. कई सालों से यह ब्रिटेन की मुख्य ट्रेनों की सूची में शामिल है.
British Rail Class 91 (Pic: flickriver)
तो यह थी दुनिया की कुछ सुपरफास्ट ट्रेन्स, जो अपनी तेज रफ्तार के लिए मशहूर हैं.
गजब की बात तो यह है कि इतनी रफ्तार से भी लोगों का काम नहीं चल रहा है. वह दिन-ब-दिन इसमें इजाफा देखना चाहते हैं. यही कारण है कि इनमें समय के साथ बदलाव जारी हैं.
Web Title:Fastest trains in the world, Hindi Article
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