इतिहास के हर एक दिन की अपनी एक अहमियत है. कभी ये दिन अच्छे अनुभव के लिए तो कई बार कड़वी यादों के लिए याद किये जाते हैं. कई ऐसी यादें भी जो इंसान मरते दम तक नहीं भूलता.
आज हम आपको ऐसे ही कुछ 10 फरवरी से जुड़े अहम किस्सों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कई लोगों के लिये सफलता तो कईयों के लिये बुरा दिन साबित हुये.
आईये चलते हैं इतिहास के पन्नों में… टटोलने 10 फरवरी से जुड़ी यादें–
माइक टायसन को हुई जेल
बॉक्सिंग की दुनिया के सफलतम खिलाड़ियों में शुमार माइक टायसन को कौन नहीं जानता?
दुनिया भर में बॉक्सिंग तो कई सालों से प्रचलित रही है लेकिन बहुत से लोगों ने माइक टायसन से प्रभावित होकर ही इस खेल को देखना और जानना शुरू किया.
लेकिन माइक की जिंदगी से जुड़ा एक काला अध्याय 10 फरवरी की याद दिलाता है.
जी हां, साल 1991 का वो 10 फरवरी का दिन इस मशहूर बॉक्सर के पूरे जीवन पर एक धब्बा साबित हुआ. इसी दिन माइक टायसन को उन पर लगे बलात्कार के आरोप का दोषी पाया गया और कोर्ट ने उन्हें 6 साल की सज़ा सुनाई.
हालांकि ये दिन उनको बहुत कुछ सिखा गया, इसी की बदौलत अपनी गलतियों से सबक लेते हुये माइक टायसन आगे भविष्य में एक सफल और ईमानदार इंसान बनकर उभरे.
Mike Tyson. (Pic: redef)
कंप्यूटर ने शतरंज के बेताज बादशाह को दी मात
बचपन में आपने चाचा चौधरी कॉमिक पढ़ी या इसका नाटक जरूर देखा होगा. इसमें एक कहावत थी कि ‘चाचा चौधरी का दिमाग़ कंप्यूटर से भी तेज़ चलता है’.
क्या आप भी ऐसा ही सोचते हैं कि कंप्यूटर से तेज किसी का दिमाग चल सकता है?
कुछ ऐसे ही सवाल तब उठे जब एक कंप्यूटर ने शतरंज के विश्व चैंपियन को हरा दिया.
जी हां, आईबीएम के एक सुपर कंप्यूटर डीप ब्लू ने शतरंज के वर्ल्ड चैंपियन मैरी कास्परोव को मात दी थी.
साल 10 फरवरी 1996 को हुए इस मैच में कंप्यूटर ने अपनी चालें चल कर सबको चौका दिया था. जो चाल शतरंज के महारथी नहीं चल पाए वो चाल सुपर कंप्यूटर ने चली और नतीजा ये हुआ कि चैंपियन हार गया.
World Chess Champion Garry Kasparov facing IBM’s Deep Blue computer. (Pic: mashable)
अंग्रेजों से लड़े सिख योद्धा और…
धर्म और देश्ा की रक्षा में अपने प्राण गंवाने वाले सिखों की कुर्बानी को कभी नहीं भुलाया जा सकता.
एक ऐसी ही घटना आज यानी 10 फरवरी सिख योद्धाओं के लिये बड़ी तारीख़ है.
सतलुज नदी किनारे बसे पंजाब के ज़िला तरन-तारन के गांव सोबराऊं में इसी दिन ब्रिटिश और सिख योद्धाओं के बीच एक भीषण युद्ध लड़ा गया.
10 फरवरी सन 1846 को सिख ख़ालसा सेना और ब्रिटिश सेना के बीच युद्ध का बिगुल बजा था.
देश से अंग्रेजों को खदेड़ने के लिये सिख योद्धाओं ने अपनी पूरी ताक़त से युद्ध लड़ा हालांकि वो अंग्रेजों की छल-कपट रणनीति का शिकार हो गए और युद्ध हार गए.
भले ही वह महावीर युद्ध हार गए हों लेकिन सिख लड़ाकों ने कभी अंग्रेजों के आगे अपने घुटने नहीं टेके… आखिरकार इन्होंने भारत को आजाद कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
Sikh Warriors. (Pic: thetravellingsingh)
कुंभ मेला बना ‘कब्रगाह’
इस धरती का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन और उसका प्रबंधन आज भी भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण है. हर 12 वर्ष बाद भारत के चार पवित्र शहरों में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है.
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में आयोजित कुंभ मेले ने दर्दनाक मौतों का दंश झेला.
10 फरवरी 2013 को इलाहाबाद में आयोजित कुंभ मेले के दौरान भगदड़ मचने से रेलवे स्टेशन पर 36 लोगों की मौत हो गई थी .
हिंदू धर्म में कुंभ का ऐतिहासिक महत्व है. मेले में दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं.
साल 2013 में भी कई लोग दुनिया के सुदूर हिस्से से इस मेले में हिस्सा लेने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये मेला उनके लिए आखिरी साबित होगा. रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का इंतजार कर रही भीड़ को प्रशासन नियंत्रित नहीं कर पाया, नतीजा ये हुआ कि ये हादसा हो गया!
36 dead after stampede in Kumbh. (Pic: sify)
आसमान में टकराईं दो ‘सैटेलाइट्स’
धरती से सुदूर अंतरिक्ष में खोज और उसके बारे में रिसर्च करने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक दिन रात मेहनत करके सैटेलाइट को बनाते हैं.
लेकिन हर चीज इंसान के बस में नहीं… ऐसी ही एक घटना तब घटी जब दो उपग्रह धरती के ऊपर आसमान में आपस में टकरा गए.
10 फरवरी 2009 को साइबेरिया के आसमान में धरती की सतह से 790 किलोमीटर ऊपर यूएस का ईरिडियम-33 और रुस का कोसमॉस 2251 उपग्रह आपस में टकरा गए थे.
ये विज्ञान की प्रगति में एक बड़ी रुकावट बनी और इससे यूएस और रूस को करोड़ों का नुक्सान हुआ… वहीं दोनों देशों की सालों की मेहनत भी बर्बाद हो गई!
ये दोनों उपग्रह काफी सालों से धरती के ओर्बिट का चक्कर लगा रहे थे, लेकिन अचानक ही एक दिन दोनों आमने सामने आ गए और आपस में टकरा गए. हालांकि इस घटना को टाला जा सकता था लेकिन उस समय दोनों उपग्रहों की स्पीड काफी तेज़ थी… और ऐसा संभव न हो सका.
Satellites in Earth Orbit. (Pic: nasa)
तो ये थीं मानव प्रगति में रुकावट पैदा करने वाली और मानव को शर्मसार कर देने वाली इतिहास में इस दिन की कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं, तो सिक्ख योद्धाओं की वीरता की दास्तान भी इसमें शामिल है.
वहीं अगर आपको भी 10 फरवरी से जुड़ी अतीत की कुछ बातें पता हैं तो कमेंट बॉक्स में हमारे साथ जरूर शेयर करें.
Web Title: Historical Events From 10th February, Hindi Article
Feature Image Credit: satellitetoday