दुनिया भर में बहुत से जीव और जानवर हैं. हर किसी की कोई न कोई खासियत जरूर होती है. अपनी उन्हीं खासियत की वजह से यह जीत जीवित रह पाते हैं.
क्या आपको पता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा वक़्त तक जीवित रहने वाले जीव कौन से हैं…क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कितने ही ऐसे जीव हैं, जो इंसानों से भी ज्यादा वक़्त तक जीवित रह सकते हैं.
अगर नहीं! तो जानते है-
जेलिफ़िश
जेलिफ़िश पर किए गए शोध से पता चल है कि यह पृथ्वी की एकमात्र अमर प्रजाति है. यह देखने में पारदर्शी होती है. वैज्ञानिकों की माने तो यह समुद्री जीव को अमरता के सबसे करीब पाया गया है. जेलिफिश के पास किसी भी प्रकार का कोई भी मस्तिष्क नहीं होता और न ही दिल.
जेलिफ़िश अपने गुर्दे के माध्याम से खाना खाती है. जेलिफ़िश को महासागरों का सबसे कुशल तैराक भी कहा जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह महासागर के अन्य प्राणियों की तुलना में अधिक दूरी तक कम ऊर्जा में तैर सकती है.
देखने में यह किसी घंटी की तरह होती हैं. माना जाता है कि जेलिफ़िश किसी तितली की तरह होती है, जो मरने के बजाए कैटरपिलर में बदल जाती है. इस तरह से इसका जीवन च्रक चलता है और इसकी मृत्यु नहीं होती.
Jellyfish (Pic: huffingtonpost)
अंटार्कटिका स्पंज
बहुत से लोग अंटार्कटिका स्पंज को जानवर नहीं मानते, लेकिन इन पर किए गए शोध से पता चला है कि अंटार्कटिका स्पंज भी एक प्रकार के जानवर ही होते हैं.
अंटार्कटिका स्पंज ज्यादा कुछ नहीं करते. उनकी इस बात से पता चलता है कि यह कुछ फुट की दूरी को भी कई दिन लगाकर पार करती है. यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है.
माना जाता है दुनिया भर में इनकी 5 से 10 हजार प्रजातियाँ पाई जाती हैं. अंटार्कटिका स्पंज की उम्र की बात कि जाए तो वैज्ञानिकों का मानना है की अंटार्कटिका स्पंज 1,550 साल तक जीवित रह सकती है.
Antarctic Sponge (Pic: nationalgeographic)
महासागर क्वाहोग
महासागर क्वाहोग एक समुद्री जीव है, जो महासागर में काफी दूरी तक फैले हुए हैं. ऐसा अनुमान है कि क्वाहोग करीब 4 शताब्दी मतलब 400 साल से भी ज्यादा वक़्त तक जिंदा रह सकते हैं.
बोगोर यूनिवर्सिटी की एक टीम की माने तो वह समुद्र के ठंडे पानी में 400 वर्ष तक रहते हैं, इसलिए इस समुद्री जीव का नाम भी गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल है.
यह रिकॉर्ड 1982 में अमेरिकी जल से लिया गया था.
Ocean Quahog (Pic: independent)
कछुआ
कछुए के बारे में आप सभी अच्छी तरह से जानते हैं. भारत के कोलकाता में बने चिड़ियाघर में एक कछुआ था, जो दुनिया भर में प्रसिद्ध हुआ था. वैसे वह अब जीवित नहीं है, क्योंकि कुछ समय पहले ही उसकी मृत्यु हो चुकी है. उसकी उम्र 250 वर्ष के आसपास से भी अधिक थी!
माना जाता है कि 18 वीं शताब्दी में जब अंग्रेजों का भारत पर कब्ज़ा था, तब रॉबर्ट क्लाइव उसको लेकर भारत आए थे. यह उनका पालतू कछुआ था. यह मात्र अकेला ऐसा कुछआ था, जो सबसे पुराना माना गया.
यूँ तो कछुए की मौत बहुत देर में होती है, मगर यह तो अपनी औसतन उम्र से दोगुना जीत गया.
Tortoises (Pic: fourseasons)
कवई
कवई मछलियों की प्रजातियों में एक है, जो लाल और सफेद रंग की होती है. कई मछलियों में लाल के साथ काल रंग भी होता हैं. इसकी लाइफ 200 से ज्यादा सालों तक की होती है.
कवई की कई तरह की प्रजातियां हैं, जिनमें से जापानी कवई काफी खास मानी जाती है.
यह मछली तालाब में आसानी से मिल जाती है. छोटी मछलियों में यहीं एक ऐसी मछली है, जो सबसे ज्यादा दिनों तक जीवित रहे सकती है. इन मछलियों की बाजार में काफी मांग है.
Koi Fish (Pic: pinterest)
बोवेड व्हेल्स
बोवेड व्हेल्स एक विशाल समुद्री जीव है, जो समुद्र के ज्यादातर हिस्सों में पाई जाती है. कहा जाता है कि बोवेड व्हेल्स 200 साल से भी ज्यादा जीवित रहने की सक्षम होती हैं. इससे पता चलता है कि बोवेड व्हेल्स मनुष्य से ज्यादा प्राकृतिक तंत्र में विकसित हैं जो इसको बीमारियों से बचाते हैं.
वैज्ञानिकों की एक टीम ने इसके उम्र के रहस्यों को उजागर करने के प्रयास से बोवेड व्हेल्स के जीनोम की तुलना अन्य स्तनधारी से की जैसे गाय, चूहों और मनुष्यों से. रिपोर्ट में पाया गया है कि इसके शरीर में दो ऐसे जीन होते हैं, जो कैंसर से प्रतिरोध करने की क्षमता रखते हैं.
शायद यही कारण है कि बोवेड व्हेल्स जल्दी बीमार नहीं होती है, और सालों जीवित रहती है.
Bowhead whale (Pic: pinterest)
रेड सी अर्चिन
रेड सी अर्चिन पर हुए एक अध्ययन में पता चला है कि यह पृथ्वी पर पाए जाने वाले सबसे छोटे जीवों में से एक है, मगर यह आम बाकियों से ज्यादा जीते हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार यह 200 या उसे भी ज्यादा सालों तक जीवित रहते हैं.
जीव वैज्ञानिक थॉमस ईबर्ट के अनुसार रेड सी अर्चिन व्यावहारिक रूप से अमर लगती हैं पर शिकारी, बिमारियों और मछुआरों के द्वारा यह मार दी जाती हैं. इस कारण से उनके उम्र के संकेत बहुत कम मिलते हैं.
शोध से पता चलता है कि रेड सी अर्चिन दो साल की उम्र तक 2 सेंटीमीटर से 4 सेंटीमीटर तक बढ़ सकती हैं. शोधकर्ताओं ने पाया है कि 22 साल की उम्र तक यह 12 सेंटीमीटर तक बढ़ जाती हैं. जब तक यह जीवित रहते हैं तब तक इनका बढ़ना रुकता नहीं है. ब्रिटिश कोलंबिया के एक द्वीप पर 19 सेंटीमीटर तक लंबे रेड सी अर्चिन को देखा गया था.
उसकी उम्र 200 वर्ष तक आंकी गई थी!
Red Sea Urchin (Pic: flickr)
टुआटारा
टुआटारा छिपकलियों की कई प्रजातियों में से एक है. यह छिपकलियों की बहुत ही दुर्लभ प्रजाति मानी जाती है. टुआटारा न्यूजीलैंड के तट पर अधिकतर पाई जाती है. इससे मिलती जुलती प्रजाति यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और मेडागास्कर तक फैली हुई हैं. शोध के अनुसार इनकी 24 तरह की अलग-अलग प्रजातियां हुआ करती थीं.
हालांकि वह सब लगभग 100 मिलियन वर्ष पहले गायब हो गई. माना जाता है महिला टुआटारा को 60 साल की उम्र तक बड़े ही आराम से पहुँच जाती है. वहीं कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि टुआटारा 200 साल तक जीवित रह सकती है.
Tuatara (Pic: theodysseyonline)
ग्रीनलैंड शार्क
ग्रीनलैंड शार्क आर्कटिक और उतर अटलांटिक की मूल निवासी मानी जाती है. ग्रीनलैंड शार्क 24 फीट (7मीटर) लम्बी होती है. ग्रीनलैंड शार्क का वजन लगभग 2,645 पाउंड के आसपास होता है. यह एक धीमी गति से तैरने वाली मछली है.
एक ग्रीनलैंड शार्क पाई गई थी, जिस पर किए गए शोध के अनुसार पता चलता है कि यह करीब 500 वर्ष से ज्यादा पुरानी है. शोधकर्ताओं के अनुसार यह 272 वर्ष तक जीवित रही होगी. इसके शरीर में लगातार कोशिकाओं का पुनर्जन्म होना इसके पीछे का कारण बताया जाता है.
Greenland shark (Pic: theguardian)
अफ्रीकी हाथी
अफ्रीकी हाथी दुनिया के सबसे बड़े भूमि पर रहने वाले जानवर के रूप में जाना जाता है. यह लगभग 7.5 मीटर लंबा और 3.3 मीटर ऊंचा होता है. इसका वजन करीब 6 टन के आसपास पाया जाता है.
यह अफ़्रीकी हाथी आम हाथियों से काफी ज्यादा वक़्त तक अपना जीवन जीते हैं. यह करीब 70 साल तक का जीवन बिताते हैं. बाकी हाथियों के मुकाबले यह काफी ज्यादा है.
African Elephant (Pic: haydensanimalfacts)
तो यह थे कुछ ऐसे जानवर, जो दुनिया में सबसे ज्यादा वक़्त तक जीवित रह सकते हैं.
अगर आप भी किसी ऐसी प्रजाति को जानते हैं, तो नीचे दिए कमेंट बॉक्स में हमारे साथ शेयर करें.
Web Title: Longest Lifespan Animals In The World, Hindi Article
Featured Image Credit: Wikiwand