अल्बर्ट आइंस्टीन का नाम सुनते हैं, तो बिखरे बालों और बड़ी मूछों वाले आदमी की छवि मन में उभरकर आती है. वो व्यक्ति जिसने अपने आविष्कारों से विज्ञान की दुनिया को बदलकर रख दिया.
अल्बर्ट आइंस्टीन की खोजों ने उन्हें इतना लोकप्रिय बना दिया कि उनका जीवन लोगों के लिए उत्सुकता का विषय बन गया. यहां तक कि उनका दिमाग और आंखें उनकी मौत के बाद 1955 में निकालकर न्यूयॉर्क में एक सेफ़ में रख दी गईं ताकि उन पर रिसर्च की जा सके.
उनकी मौत के बाद उनके जीवन की हर परत को खोलने की कोशिश की गई. इसी कोशिश में निकलकर आए अल्बर्ट के वैवाहिक जीवन और प्रेम संबंधों से जुड़े कुछ किस्से.
तो चलिये आज महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के निजी जीवन को जानने की कोशिश करते हैं–
पहली बच्ची की हो गई थी मौत
अल्बर्ट आइंस्टीन ने विज्ञान की दुनिया में तो खूब नाम कमाया, लेकिन उनका निजी जीवन बेहद उलझा रहा. उन्होनें दो शादियां की और कई सारे प्रेम-संबंध भी बनाए.
आइंस्टीन की पहली पत्नी मिलेवा मैरिक थी. आइंस्टीन और मैरिक ज़्यूरिख़ शहर में साथ पढ़ाई कर रहे थे. इसी बीच दोनों को प्यार हो गया. धीरे-धीरे दोनों के बीच का प्यार गहराने लगा.
मैरिक और आइंस्टीन साथ रहने लगे. साथ रहने के थोड़े ही वक़्त बाद ही मैरिक प्रेगनेंट हो गई. उनकी बच्ची लाइजरल सन 1902 में पैदा हुई थी, लेकिन जब आइंस्टीन की मौत के बाद उनके और मैरिक के बीच आदान-प्रदान हुए खतों को देखा गया तो उनमें उनकी बच्ची का कहीं ज़िक्र नहीं था. ऐसा माना जाता है कि लाइजरल की मृत्यु सन 1903 में बुखार के कारण हो गई थी. पहली बच्ची का मारा जाना आइंस्टीन और मैरिक दोनों के लिए ही एक बड़ा सदमा था और शायद वह उसे भूल जाना चाहते थे. हो सकता है इसलिए ही उनके लिखे खतों में कभी उसका जिक्र नहीं हुआ.
आइंस्टीन अपने और मैरिक के रिश्ते को शादी के बंधन में बांधना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने अपने परिवार से भी बात की, लेकिन आइंस्टीन के घर वाले इस रिश्ते के लिए राज़ी नहीं हुए. इसकी एक वजह ये भी थी कि मैरिक आइंस्टीन से चार साल बड़ी थीं. साथ ही, आइंस्टीन के पास इतना भी पैसा नहीं था कि वह शादी कर के एक परिवार शुरू कर सकें.
इन सबके बावजूद भी आइंस्टीन ने मैरिक से शादी कर ही ली. दोनों आखिर में एक साथ हो ही गए और शादी के बाद इनके दो बच्चे भी हुए.
Albert Einstein and His First Wife Mileva Maric (Pic: wikimedia)
पत्नी से तलाक ले अपनी कजिन से की शादी!
आइंस्टीन ने मैरिक से शादी तो की थी पर माना जाता है कि उसके बावजूद भी उनके दूसरी औरतों से भी सम्बन्ध रहे. इसके कारण दोनों के रिश्ते में हमेशा खटास रही. कहते हैं कि मामला इतना आगे बढ़ गया था कि आइंस्टीन ने मैरिक से तलाक लेने तक की बात सोच ली थी.
जब मैरिक ने तलाक देने से इनकार कर दिया तो उन्होंने मैरिक के लिए शर्तों और नियमों की सूची बना दी. ऐसा माना जाता है कि सूची में उन्होंने लिखा कि, ‘तुम यह ध्यान रखोगी, कि मेरे कपड़े साफ हों और सही तरह से रखे हों. मुझे तीन वक्त का खाना मेरे कमरे में मिले. मेरा बेडरूम और स्टडी रूम साफ रखा जाए और ख़ास तौर पर मेरी डेस्क कोई और इस्तेमाल ना करे’. साथ ही उन्होंने यह भी शर्त रखी कि मैरिक उनसे कोई भी व्यक्तिगत रिश्ता ना रखें और जब वह कहें तब उनसे बात करना छोड़ दें.
थोड़े समय तक तो यह चलता रहा, लेकिन जब रिश्ता पूरी तरह से ही खतरे में आने लगा तो 1912 में आइंस्टीन मैरिक से अलग हो गए. सन 1919 में दोनों का तलाक भी हो गया था. मैरिक और आइंस्टीन करीब दस वर्षों तक साथ रहे. इस दौरान आइंस्टीन का करियर खूब फला-फूला. यही वो समय था जब आइंस्टीन ने अपनी विश्व प्रसिद्ध ‘थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी’ की खोज की.
ऐसी धारणाएं हैं कि आइंस्टीन अपनी कजिन एल्सा के प्यार में पड़ गए थे. इसके कारण ही उनका ध्यान अपनी पत्नी मैरिक से हटता जा रहा था. जैसे ही आइंस्टीन और मैरिक का तलाक हुआ आइंस्टीन और एल्सा ने शादी कर ली.
दूसरी शादी भी नहीं रही सुखद
एल्सा और अल्बर्ट ने 2 जून, 1919 को विवाह कर लिया. एल्सा, अल्बर्ट की दूसरी पत्नी थी और इस शादी से पहले उनका मैक्स लोवेंथाल से विवाह हुआ था, लेकिन अल्बर्ट से विवाह के लिए उन्होंने अपने पहले पति को छोड़ दिया था. आइंस्टीन ने एल्सा के साथ अपने जीवन के कुछ बहुत ही यादगार पल बिताए थे, लेकिन यह खुशी केवल थोडे़ समय के लिए थी क्योंकि, एल्सा धीरे-धीरे बीमार पड़ने लगी थी.
एल्सा के साथ विवाह के बाद भी अल्बर्ट के और भी कई प्रेम प्रसंग चलते रहे. सन 1936 में एल्सा की मौत के बाद अल्बर्ट ने फिर से शादी नहीं की. वह अकेले और बिना किसी हमसफर के अपनी जिंदगी जीते रहे.
एल्सा ने एक बार अपने पति के बारे में एक पत्र में लिखा था, ‘ इस तरह का प्रतिभावान व्यक्ति हर तरह की पंहुच से बाहर होता है, लेकिन प्रकृति इस तरह से व्यवहार नहीं करती है, जहां वह ज्यादा देती है, तो उसे आपसे छीन भी लेती है.’
Albert Einstein and His Second Wife Elsa (Pic: commons.wikimedia)
रूसी जासूस के प्यार में पड़ गए थे…
आइंस्टीन का सबसे चर्चित किस्सा मार्गरीटा के साथ था. मार्गरीटा कोनेनकोवा आइंस्टीन का अंतिम प्यार साबित हुई.
आइंस्टीन के इस प्रेम प्रसंग का खुलासा सन 1984 में किया गया. जब नीलामी करवाने वाली संस्था सोथबएज़ ने आइंस्टीन के 1945 और 1946 के बीच कोनेकोवा के लिए लिखे गए नौ पत्रों की नीलामी की.
दरअसल, वर्ष 1965 में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी ने एक महान रूसी शिल्पकार सेर्गेई कोकेनकोव को आइंस्टीन की मूर्ति बनाने के लिए भेजा. आइंस्टीन सेर्गेई के घर में जाया करते थे मूर्ति के लिए शुरूआती स्केच बनवाने के लिए. वहीं पर आइंस्टीन की नजर पहली बार मार्गरीटा पर पड़ी. दरअसल मार्गरीटा सेर्गेई की पत्नी थी.
मूर्ती बनवाने के बहाने आइंस्टीन और मार्गरीटा का रोज मिलना जुलना होता रहता था. धीरे-धीरे दोनों के बीच में प्यार शुरू हो गया… और किसी को पता भी नहीं चला. दोनों की उम्र में काफी बड़ा फासला था पर फिर भी दोनों एक दूजे के प्यार में पड़ गए थे.
आइंस्टीन मार्गरीटा से प्यार तो करने लगे थे पर वह उसकी असलियत से अनजान थे. असल में वह कोई आम औरत नहीं बल्कि एक रूसी जासूस थी!
उसका काम था अमेरिकी परमाणु बम प्रोग्राम की जरूरी जानकरी इकठ्ठा करना.
प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से भी मार्गरीटा और सेर्गेई सिर्फ इसलिए जुड़े थे ताकि वह वहां के वैज्ञानिकों से जानकारी एकत्रित कर सकें.
अल्बर्ट आइंस्टीन किसी भी अमेरिकी प्रोजेक्ट के साथ सीधे शामिल नहीं थे. इसलिए यह समझना मुश्किल है कि मार्गरीटा अल्बर्ट आइंस्टीन से संबंध क्यों बना रही थीं. हालांकि, एक पत्र से यह जानकारी मिलती है कि मार्गरीटा ने न्यूयॉर्क में एक बार आइंस्टीन को सोवियत राजदूत से मिलवाया था.
Love Life of Albert Einstein (Pic: history)
अल्बर्ट आइंस्टीन का निजी जीवन बेहद ही उतार चढ़ाव भरा रहा. अगर उनके लिखे खत किसी को नहीं मिलते तो कोई नहीं जान पाता कि आखिर इस महान वैज्ञानिक की निजी जिंदगी कैसी थी. जिंदगी की मुश्किलों में आइंस्टीन ने कभी अपने काम को प्रभावित नहीं होने दिया. इस वजह से ही तो वह इतने महान वैज्ञानिक माने गए.
Web Title: Love Life of Albert Einstein, Hindi Article
Feature Image Credit: counciloflove