दुनिया भर में राष्ट्रों के उदय और विलय के किस्से मौजूद हैं, लेकिन इंग्लैंड एक ऐसा देश रहा है, जो पूरी दुनिया में अपने सिक्के चला चुका है. औपनिवेशिक दौर में यह देश अपने इतिहास के स्वर्णिम काल से दीदार कर चुका है.
लाजमी है कि इस देश के इतिहास प्रतीक पूरी दुनिया में मिल सकते हैं. कई देश अब उन प्रतीकों को रूपांतरित कर संरक्षित-सुरक्षित कर चुके हैं, तो कहीं-कहीं जीर्ण दीवारों में आज भी इंग्लैंड की महक मौजूद है.
तो आईए इंग्लैंड की कुछ ऐसी महत्वपूर्ण जगहों के बारे में जानते हैं, जो उसके दुनियाभर में साम्राज्य फैलाने के मौन गवाह बनने के साथ ही मानव सभ्यता में उसके योगदान को भी रेखांकित करते हैं-
स्टोनहेंज
यह एक ऐसा निर्माण है, जो अभी तक एक आश्चर्य बना पड़ा हुआ है. इस जटिल निर्माण को लेकर लगातार अध्ययन जारी है, जिसके परिणाम का इंतजार है.
दरअसल, लंदन से थोड़ी ही दूर पर विलटशायर काउंटी शहर है, जहां स्टोनहेंज बना हुआ है. पुरातत्वविद रहस्य से पर्दा उठाने को दिन-रात लगे हुए हैं कि आखिर स्टोनहेंज बना तो बना कैसे!
हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि स्टोनहेंज का निर्माण लगभग 5000 साल पूर्व हुआ है. इसमें करीब 8 से 13 मीटर ऊंची शिलाखंडों को जमीन में गाड़कर चक्र की तरह बनाया गया है. ये उपक्रम बहुत ही कठिन मालूम पड़ता है.
उस जमाने में यह कैसे संभव हुआ होगा, यह आश्चर्यचकित करने के लिए पर्याप्त है. ऊँचाई से देखने पर ये पूरा निर्माण अंग्रेजी के ‘सी’ अक्षर की तरह जान पड़ता है.
A woman visits during Winter Solstice at Stonehenge (Pic: Pinterest)
हाउजस्टेभ्स रोमन फोर्ट
नॉर्थम्बरलैंड में बना यह फोर्ट यूरोपीय इतिहास की कहानी बयान करता है, जिसका निर्माण लगभग 122 ईसा पूर्व में हुआ था. ये किला रोमन राज्य ब्रिटानिया का हिस्सा रहा था. यह रोमन सेना के ऐतिहासिक स्मारक के रूप में विख्यात है.
इस किले में सैनिकों के शौर्य और बलिदान की गाथा चिर अमर है. बता दें कि इसमें एक साथ हजार सैनिकों को तत्पर रखे जाने का इंतजाम था.
बैटल एबे
ये जगह हेस्टिंग्स की लड़ाई और साल 1066 में इंग्लैंड की स्थिति के बारे में आगंतुकों को बताती है. इस युद्ध में पर्याप्त लहू बहे और हानि हुई. फलतः राजा विलियम ने युद्ध क्षेत्र में एक प्रार्थना कक्ष का निर्माण किया था.
हजार साल पुराना यह कक्ष नॉर्मन वास्तुकला का जीता-जागता उदाहरण है.
इसकी प्रार्थना कक्ष में अब भी प्रसिद्ध युद्ध के हथियार देखे जा सकते हैं. कहते हैं, यहां जाते ही आपके सामने समूचा रणक्षेत्र स्पष्ट दिखने लगेगा. युद्ध की मार क्या होती है ये प्रार्थना कक्ष की दीवारें चीख-चीखकर बयान करती हैं.
डोवर कैसल
डोवर कैसल सामरिक दृष्टि से इंग्लैंड के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा है. यह एक लौहयुगीन दुर्ग है, जो शताब्दियों तक इंग्लैंड की सुरक्षा में अपनी भूमिका अदा करता रहा.
इसकी खोज ग्यारहवीं शताब्दी में की गई, जिसे इंग्लैंड का प्रवेश द्वार कहा जाता था. यूरोप के किसी भी हिस्से से इंग्लैंड आने के लिए यहीं से गुजरना होता था, इसलिए इस दुर्ग को ‘इंग्लैंड की चाभी’ भी कहते हैं.
दूसरे विश्व युद्ध तक इस किले का इस्तेमाल सैन्य आश्रय के रूप में किया जाता था, जिसे अब संरक्षित कर लिया गया है.
Dover Castle (Pic: Destination)
रिवोक्स एबे
यह इंग्लैंड के प्राचीन धार्मिक स्थलों में से है, जिसे बारहवीं शताब्दी में संन्यासियों ने प्रार्थना हेतु बनाया था. प्रारंभिक अंग्रेजी गोथिक वास्तुकला का ये एक बेहतरीन नमूना है, जो देखरेख के अभाव में नष्ट हो रहा था.
सरकार ने 1917 में इसे अपनी निगरानी में लेकर पर्यटकों के लिए सजाया और संरक्षित किया. यह दुनियाभर से टूरिस्टों को आकर्षित करता है.
केनिलवर्थ कैसल
यह सदियों तक राजा-महाराजाओं का महल हुआ करता था.
इतिहासकारों की मानें तो यह मध्यकालीन वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरण के रूप में स्थापित है. इस महल से लगे भाग में एक उद्यान को महारानी एलिजाबेथ के सम्मान में समर्पित किया गया है.
समूचा परिसर रमणीय जान पड़ता है.
ऑडली एंड हाउस
ये सत्तरहवीं शताब्दी में निर्मित एक अट्टालिका है, जो कभी मठ हुआ करता था. इस महल को हेनरी आठवें द्वारा लॉर्ड चांसलर सर थॉमस ऑडले को 1538 में प्रदान किया गया था.
यही कारण है कि इसे ‘ऑडले इन’ के नाम से भी जाना जाता था. इस प्रसाद को इंग्लैंड के दर्शनीय स्थलों के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त है, जहां नेटफ्लिक्स के लोकप्रिय सीरीज ‘क्राउन’ की शूटिंग भी की गई थी.
Audley end-House (Pic: English Heritage)
चार्ल्स डार्विन का घर
वनस्पति शास्त्री चार्ल्स डार्विन का घर, इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि यहीं कहीं उन्होंने क्रमविकास के सिद्धांत का प्रतिपादन किया.
इस घर को डाउन हाऊस के रूप में भी जाना जाता है, जो कि 1907 तक डार्विन के परिवार के स्वामित्व में था. बाद में इस घर को उनके परिजनों ने बेच दिया था.
साल 1996 में इंग्लैंड सरकार ने घर को खरीदकर इसे डार्विन को समर्पित करते हुए सजाया और आज ये दर्शनीय स्थल में परिवर्तित हो चुका है.
टूरिस्टों के साथ-साथ शोधार्थी भी डार्विन के घर का दीदार करने यहां आते हैं.
रेस्ट पार्क
यह पार्क इंग्लैंड के सबसे बड़े उद्यानों में से हैं, जिसे ‘सीक्रेट गार्डन’ भी कहते हैं. एक विशाल हवेली के चारों तरफ पार्क देखते ही बनता है. 18वीं शताब्दी में बना ये उद्यान 92 एकड़ में फैला हुआ है.
परिसर में एक नहर भी है, जो इसकी ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं और ये मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं. विश्व युद्ध के दौरान उद्यान में स्थित हवेली को एक सैन्य अस्पताल के रूप में इस्तेमाल किया गया था.
फलतः ऐतिहासिक रूप से भी इसका अपना अलग महत्व है.
एसबोर्न
ये एक ऐसी जगह है, जहां रानी विक्टोरिया और प्रिंस अल्बर्ट छुट्टियों में अक्सर आया करते थे. राइट द्वीप के इस राजमहल को साल 1840 में खुद प्रिंस एल्बर्ट ने डिजाइन किया था.
बड़े शौक से प्रिंस महारानी सहित यहां समय बिताते थे. 1901 में रानी विक्टोरिया की मृत्यु के बाद इस महल के एक हिस्से को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था.
यहीं हॉलीवुड फिल्म ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल’ की शूटिंग भी हुई थी.
Osborne House (Pic: Hitched)
यह तो महज कुछ एक नाम है, दुनियाभर में ऐसी कई और जगहें मौजूद है, जहां इंग्लैंड के इतिहास की झलक देखने को मिलती है!
अगर आप भी ऐसी किसी जगह का नाम जानते हैं, तो नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताए.
Web Title: Places Where England’s History Was Born, Hindi Article
Feature Image Credit: Premium Tours