यूँ तो आपने जेल की जिंदगी के बारे में सुना होगा, लेकिन कभी ‘रिकर्स जैसी जेल’ के हालातों की ख़बर आपके कानों तक नहीं पहुंची होगी.
न्यू यॉर्क शहर की यह सबसे पुरानी, बड़ी और ‘खतरनाक’ जेल है.
इस जेल में कैदियों के लिए तो रहना मुश्किल होता ही है लेकिन साथ में जेल कर्मचारी और पुलिस वालों पर भी इस जेल का कहर टूटता है. रिकर्स जेल में एक से बढ़कर एक कैदी निवास करते हैं, फिर चाहे छोटे मोटे चोर हों या फिर सीरियल किलर ही क्यों न हो!
हर श्रेणी के कैदी यहाँ मिलकर इस जेल को एक नर्क बना देते हैं.
आखिर क्या है यह रिकर्स जेल चलिए करीब से जानते हैं…
जेल बनते ही होने लगी थी लड़ाईयां!
रिकर्स जेल आज कल की बनी कोई जेल नहीं है, यह सालों पहले से है. असल में रिकर्स शुरुआत में कोई जेल नहीं थी बल्कि यह एक आइलैंड था. बीच समंदर में शहर से थोड़ा दूर था यह यह रिकर्स आइलैंड!
तब यह ज़मीन पूरी तरह से वीरान पड़ी हुई थी. कोई इसका इस्तेमाल करने आगे नहीं आया. बाद में इसे कूड़ादान बना दिया गया. शहरों का सारा कचरा यहाँ पर फेंका जाने लगा.
इसी बीच न्यूयॉर्क में जुर्म अपने उफान पर था. हर गली में गिरोह बने हुए थे. छोटी-छोटी बातों पर वहां होती थी लड़ाईयां. पुलिस मुजरिमों को पकड़ती तो थी लेकिन उनकी संख्या इतनी थी कि उनके लिए जेलें छोटी पड़ने लगी.
इस वजह से सरकार ने सोचा क्यों न रिकर्स के वीराने में इन मुजरिमों के लिए बड़ी जेल बनाई जाए.
जेल का प्रस्ताव तो सबको पसंद आया लेकिन फिर भी, इसे बनने में कई साल लग गए. जैसे ही जेल बनके तैयार हो गई सरकार ने मुजरिमों को वहां भेजने का एलान कर दिया.
पुलिस का काम बस इतना था कि उन्हें खतरनाक कैदियों को इस जेल के अंदर बनाए रखना है. रिकर्स जेल में न तो कोई कानून था और न ही कोई कानून की परवाह करने वाला. सब वहां पर अपनी मर्ज़ी के मालिक थे.
जेल में कैदी अभी आए ही थे कि उन्होंने वहां पर अपना आतंक शुरू कर दिया. खून खराबा, मार-धाड़ तो जैसे की रिकर्स जेल के कैदियों की आदत सी बन चुकी थी. कोई भी कभी भी किसी पर भी हमला कर रहा था. मौत की सुई आखिर किस पर आके रुकेगी कोई नहीं जानता था!
रिकर्स में जब भी कैदियों का झुंड आमने सामने आता था तो कुछ न कुछ बड़ा कांड जरूर होता. जेल के बाहर तो प्रशासन का जोर चलता था लेकिन जेल के अंदर कैदियों की भीड़ के आगे कई बार वह भी पस्त पड़ जाते.
Rikers Prison: New York’s Most Dangerous Prison (Pic: newindianexpress)
यहाँ जीना नहीं आसान…
माना जाता है कि इस समय रिकर्स जेल में लगभग 10,000 कैदी रहते हैं. इसमें अधिकतर की या तो बेल रोक दी गई है या फिर उनकी सुनवाई अदालत में चल रही है.
इतने कैदियों के होने के कारण जेल का माहौल खतरनाक हो है. एक दूसरे की जिंदगी पर होती है साथी कैदियों की नज़र. जैसे ही मौका मिलता है कोई न कोई किसी न किसी पर जानलेवा हमला कर देता है.
यह हमले या तो किसी चीज़ को लेकर हुआ करते हैं वरना आपसी दुश्मनी में. दुनिया से दूर इस जेल में कोई नहीं होता है इनकी जिंदगी बचाने वाला. कई बार तो मामला उल्टा भी हो जाता है. कैदी अपना गुस्सा सुरक्षाकर्मियों पर निकालने की कोशिश करते हैं जिसके कारण वह बनते हैं उनकी हड्डियाँ तोड़ देने वाली मार का शिकार.
यहाँ पर हर कैदी के दिमाग में एक दो ही बात है– मारो या मरो!
इस वजह से यहाँ के कई कैदियों ने अपनी जान गंवा दी.
Prison Killing (Representative Pic: ibtimes)
हो जाते हैं डिप्रेशन के शिकार!
कहते हैं कि इस जेल से जुड़ा हर व्यक्ति किसी न किसी रूप से डिप्रेशन में आ जाता है क्योंकि यहाँ की जिंदगी बहुत ही ज्यादा कठिन है. रोजाना कैदियों को ऐसे मंज़रों से गुज़रना पड़ता है जिनको बयान भी नहीं किया जा सकता. ऐसा ही कुछ हुआ था कलीफ ब्रोवडर के साथ.
कलीफ महज़ एक 16 साल का बच्चा ही था जब एक साथी ने उसपर चोरी का इलज़ाम लगाया. पैसों की कमी के कारण कलीफ बेल नहीं ले पाया और केस की कार्यवाही ख़त्म होने तक उसे रिकर्स जेल भेज दिया गया.
जेल में कलीफ ने वह बेरहम दुनिया देखी जो बाहर उसे कहीं भी नज़र नहीं आई थी. कलीफ काफी छोटा था इसलिए हर कोई जेल में उसके साथ मनमानी किया करता था. पुलिसकर्मी हो या फिर कैदी सबने किसी ने किसी रूप में कलीफ को परेशान किया.
जेल में रहकर कलीफ पूरी तरह टूट चुका था. उसका केस भी तीन साल तक चलता रहा. तीन साल बाद जाकर कलीफ पर लगे इलज़ाम झूठे साबित हुए और उसे जेल से बाहर लाया गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. जेल से बाहर आकर कलीफ डिप्रेशन में चला गया और थोड़े ही दिन बाद उसने आत्महत्या कर दुनिया को अलविदा कह दिया.
कलीफ की मौत बताती है कि आखिर यह रिकर्स जेल अंदर से कितनी खतरनाक है.
Depression Inside Prison (Representative Pic: gq)
सलामती की दुआ मांगते हैं पुलिसकर्मी भी…
रिकर्स में कैदियों को ही नहीं पुलिस वालों को भी हर रोज अपनी जान का खतरा रहता है. एक न्यूज़ चैनल को दिए इन्टरव्यू में रिकर्स के एक पुलिसकर्मी ने बताया कि आखिर जेल में उनका दिन कैसे बीतता है. उसने बताया कि वह हर सुबह पहले तो दुआ करता है कि आज वह घर जिंदा जा पाए.
जेल में पहुंचते ही पुलिसकर्मी को पेप्पर स्प्रे दिया जाता है. वह स्प्रे इसलिए उन्हें मिलता है ताकि अगर कोई कैदी उन पर हमला करने आए तो वह दूर से ही उसे रोक दें. क्योंकि कैदियों को जेल में 23 घंटे अपनी सलाखों के पीछे ही बिताने पड़ते हैं इसलिए बाहर निकलने पर वह आगबबूला होते हैं. इसी बात से पुलिसकर्मी घबराते हैं कि किसी बात पर उनसे लड़ाई न हो जाए.
पुलिसकर्मी ने बताया कि कई बार तो कैदी उन पर खाना देते समय थूक और पेशाब फेकते हैं लेकिन वह उसका कुछ नहीं कर सकते. उन्हें अपनी तरफ से ज्यादा से ज्यादा शांति बनाए रखनी पड़ती है. रिकर्स की खतरनाक जेल में हर किसी पर मंडराता है मौत का खतरा वह भी हर दम.
रिकर्स जैसी जेल को देखकर सच में हर कोई कहेगा कि यह धरती पर नर्क है. जहाँ किसी को नहीं पता कब मौत आ जाए, ऐसी जगह पर शायद ही कोई जाना चाहता होगा.
रिकर्स जेल के बारे में आपके क्या विचार हैं कमेंट सेक्शन में साझा करें.
Web Title: Rikers Prison: New York’s Most Dangerous Prison, Hindi Article
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