यह शब्द सुनते ही दिल में एक अजीब सा रोमांच पैदा हो जाता है. गहरी नीली मदहोश कर देने वाली वो रहस्यमयी आंखे…चारों ओर घूमती दिखाई देेती हैं. अंधेरे के बीच से गुजरती हल्की सी रोशनी और उस पर दिखते हवा के कण…
असीम शां ति और फिर अचानक होता है कोई चमत्कार… जिसे देखकर आंखों पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है. पर होता है और बार बार होता है… हर चमत्कार पर लोग ता लियां बजाते हैं और जादूगर सिर गर्व से उठ जाता है!
जादू की दुनिया वाकई बहुत जादुई होती है. इसके भीतर जाने की जितनी कोशिश करोगे, उतने ही रहस्यमय दरवाजे खुलते जाएंगे. मंजिल कहां है यह कोई नहीं जानता.
दिलचस्प बात यह है कि जादू की इस रहस्यमयी दुनिया का इतिहास सदियों पुराना है. इसी कड़ी में प्राचीन ग्रीस और मिस्त्र को जादू की दुनिया का गढ़ माना जाता रहा है. तीसरी और चौथी शताब्दी के दौरान ग्रीस में जादू की दुनिया में रोचक प्रयोग हुए और अजीबो गरीब करतब निकलकर बाहर आए, जोकि हैरान कर देने वाले थे.
आईए उनमें से ही कुछ पर चर्चा करते हैं-
देवताओं को जगाने का एक प्रयास
प्राचीन ग्रीस में जादू की कला आम थी. उस दौर में जादू सीखना आसान नहीं था, लेकिन जिसे भी इसमें महारथ हासिल थी वह काफी सम्मानीय व्यक्ति माना जाता था. वह लोगों को गले और हाथ में पहनने के लिए रंगीन पत्थर देता था.
ऐसा मत था कि इन्हें पहनने से शांति मिलती है और बुरी बलाएं पास नहीं आती. जादूगर हड्डियों, लकड़ी, पत्थर, और कम लागत वाले रत्नों को अपने पास रखा करते थे. उनके एक बैग में छोटे औषधीय पौधे भी होते थे.
वे धातु के पत्रों पर मंत्रों को लिखकर अपने पास रखते थे. इन सबकी सहायता से वे देवताओं को जगाने का प्रयास करते थे. आमतौर पर ऐसा तब होता था, जब किसी पर शैतानी साया होने का अंदेशा होता था.
Ancient Lead Curse Tablets (Pic: New Historian)
काला जादू और अभिशाप
ग्रीस में दुश्मन को मारने के लिए, जब कोई युक्ति काम नहीं आती थी तो आखिरी रास्ता काले जादू का बचता था. आम से लेकर खास, हर कोई जादू के काले रूप से डरता था. चूंकि, काला जादू शैतानी ताकतों का प्रतीक था.
इस कारण आमतौर पर इसे काफी गुप्त रखा जाता था.
जमीन में दफन करने से पहले शवों के कान में कुछ मंत्र फूंके जाते थे. यह आत्माओं के लिए आवेदन का तरीका था. पुरातत्व विशेषज्ञों ने शोध में पाया है कि प्राचीन ग्रीस की कब्रों की खुदाई में उन्हें कई ऐसे धातु के पत्र मिलें हैं, जिन पर मंत्र लिखे गए थे. कुछ कब्रों में से छोटी मूर्तियां भी मिली, जिन्हेें कटर कहते हैं .
कटर आमतौर पर युवाओं के मरने पर उनकी लाशों के साथ दफना दी जाती थी. उस समय धारणा थी कि वे भूत बनकर राक्षसों से जादू विद्या देने का अनुरोध कर सकते हैं. यह देवताओं के आर्शीवाद से जादू सीखने से ज्यादा तेजी से काम करता है और इसलिए लोगों को शैतान और काले जादू पर विश्वास बढ़ा!
2500 साल पहले पार्थेनॉन एथेंस में देवी एथेना का मंदिर बनाया गया था. पुरातत्वशास्त्री ड्रेच कॉलिन्स बताते हैं कि पांचवी शताब्दी के दौरान जादू ने कई लोगों को नुकसान पहुंचाया. शैतान होने के भ्रम में कई मासूम लोगों की बलि दे दी गई और कई जादूगरों को हत्या करने के कारण कुएं में फेंककर मार डाला गया.
उस दौर में जादू महत्वकांक्षाओं को पूरा करने का साधन बन गए थे और उन्होंने लोगों की समझ को लगभग खत्म कर दिया था.
मृतकों की आत्माओं को आमंत्रण
प्राचीन ग्रीस में नेक्रोमैंसी यानि मृतकों की आत्मओं को बुलाने का चलन काफी तेजी से बढ़ा, लेकिन यह गुप्त प्रक्रिया थी. इसेे खुलेआम नहीं, बल्कि आधी रात को सुनसान इलाके में अंजाम दिया जाता था. इस विधा को अंजाम तक पहुंचाने के लिए विशेष मंदिर में प्रार्थना की जाती थी.
यह मंदिर देवी हेड्स और उनकी बहू पेरीसीफॉन का था. जादूगरों का विश्वास था कि मरने के बाद शरीर तो धरती में विलीन हो जाता है, लेकिन आत्मा मुक्त हो जाती है और वही ईश्वर तक पहुंचने का माध्यम बन सकती है.
जादूगरों का मानना था कि आत्माओं में बहुत शक्ति होती है, लेकिन इस शक्ति को जागृत करने की आवश्कता होती है. वे भविष्य बता सकती हैं और कुछ ही पलों में हवा की तेजी से सफर पूरा कर सकती हैं.
इनकी साधना के लिए मंदिर बनाए जाते थे, जो जमीन की गहराई में होते थे. चूंकि एक मत के हिसाब से जमीन की गहराई में आत्माओं का वास होता है. ऐसे में अगर मंदिर वहां बनता है, तो आत्माओं से सीधा संवाद किया जा सकता है.
Black Magic (Representative Pic: adpin)
प्यार पाने का मुख्य हथियार!
ऐसा नहीं है कि केवल काले जादू और शैतानी शक्तियों से ही जादू की दुनिया थी. बल्कि, जादू की दुनिया में प्यार के लिए भी जगह थी.
प्राचीन ग्रीस में प्यार जादू का एहसास कराने के समान ही था. जिन्हें प्यार की कमी थी, वे भी जादू की शरण लेते थे. प्यार का जादू दो अलग-अलग प्रकार का था. पहले जादू को ‘एरोस’ कहा जाता था, जो यौन भावनाओं से प्रभावित था. जबकि, दूसरा जादू ‘फिलिंग‘ था, जो मैत्रीपूर्ण रिश्ते बनाने के लिए प्रयोग में आता था.
जादू के इतिहास का एक सच यह भी है कि इसके नाम पर कई भ्रमित दवाओं का उपयोग हुआ, लेकिन जो वाकई जादूई ताकतों पर विश्वास रखते थे वे अभ्यास के दौरान जंगली औषधियों का प्रयोग करते थे. जैसे मशरूम से बनी औषधि का सेवन करने से उनमें एकाग्रता आती थी और देवाताओं से संवाद करने में आसानी होती थी.
आकाशवाणी और भविष्य
प्राचीन ग्रीस के जादू का दिलचस्प पहलू है आकाशवाणी. डेल्फी मंदिर के पुजारियों को ओरेकल के रूप में जाना जाता था. इनमें देवताओं से सीधे संवाद करने की शक्ति थी. वे भविष्यवाणियां करते थे और उनकी प्रार्थनाओं से आकाश में गर्जना होती थी.
इस प्रक्रिया को आकाशवाणी कहा जाता था. इस गर्जना को ईश्वर का संवाद माना जाता था जिसे केवल पुजारी समझ सकते थे. डेल्फी मंदिर की सबसे मशहूर पुजारी थी पिथिया, जिसकी उम्र लगभग 50 साल थी. जमीन की दरारों से निकलने वाले अदृश्य धुएं को सांसों से खींचती थी. भूवैज्ञानिक भी इस तथ्य की पुष्टि करते हैं!
प्राचीन ग्रीस ऐसी अजीबो-गरीब भुतिया और जादुई इतिहास को खुद में समेटे हुए है. शोधकर्ता यहां के इतिहास पर शोध कर रहे हैं और उन्हें कई पौराणिक कथाओं और उनके सच होने के प्रमाण भी मिले हैं.
Mysterious World of Magic in Ancient Greece (Representative Pic: Snap361)
आज भी कई निजी संगठन ग्रीस के पुराने कब्रिस्तानों और मठ मंदिरों में जादुई घटनाओं के प्रमाण जुटाने में लगे हुए हैं. यदि उन रहस्यमयी घटनाओं पर से पर्दा उठता है, तो कई भविष्यवाणियां सामने आ सकेगी, जो दुनिया का नक्शा ही बदल दें!
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Web Title: The Mysterious World of Magic in Ancient Greece, Hindi Article
Feature Image Credit: nakanoart