आपने कई बार भूत, प्रेत व पिशाच इत्यादि के किस्से-कहानियां सुनी होंगी. अक्सर इस तरह की कहानियां हमे अपने बड़े बजुर्गों व जान पहचान के लोगों से सुनने को मिल जाती हैं. बहुत से लोग इन किस्से-कहानियों को सच मान बैठते हैं और बहुत से महज कल्पना मात्र.
मगर आज हम आपको एक ऐसे घर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां हकीकत में बुरी शक्तियों का वास माना जाता है. इस रहस्यमय घर की गुत्थी को आज आधुनिक युग के विशेषज्ञ भी सुलझा नहीं पाए हैं.
वहीं, माना जाता है कि आज तक कोई इस घर में बने कमरों की सही संख्या का पता भी नहीं लगा पाया है.
ढेरों विशेषज्ञ इस घर में आत्माओं के होने की पुष्टि कर चुके हैं. बावजूद इसके ये शानदार और आलीशान घर आज भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है.
ऐसे में जानना आवश्यक हो जाता है कि ये आकर्षक इमारत आखिर कैसे श्रापित बन गई. आईये जानते हैं इसके पीछे की कहानी के बारे में –
जब, 'सारा' ने जीता लोगों का दिल
विंचेस्टर हाउस की इस कहानी की शुरुआत 1839 में कन्नेक्टिकट के न्यू हेवन में लियोनार्डो के घर पैदा हुई, उनकी बेटी 'सारा' के जन्म से होती है.
जब सारा बड़ी हुई तो वह अपने शहर की एक मशहूर बैले डांसर बन गई. डांस के साथ-साथ संगीत से जुड़े अपने हुनर, अलग-अलग भाषाओं के ज्ञान और अपने आकर्षक सौंदर्य के चलते उसे लोगों का खूब प्रेम व वाहवाही मिली.
हालांकि सारा एक बोनी थी, बावजूद इसके युवकों का उसकी ओर आकर्षण काफी ज्यादा था. वहीं, दूसरी ओर शहर के एक दूसरे हिस्से में एक नवयुवक विलियम विरट भी उसकी ओर आकर्षित हो रहा था.
विलियम ऑलिवन विंचेस्टर का बेटा था, जोकि एक उद्योगपति थे. विलियम के पिता ने सन 1857 में कपड़ों का कारोबार बंद कर असलाह बनाने का काम शुरू कर दिया. उनकी कंपनी ने लीवर मैकेनिज्म से चलने वाली राइफल बनाई. मगर वह कुछ खास कमाल नहीं कर पाई.
इसके बाद साल 1860 में कंपनी ने नई राइफल बनाई, जिसका नाम हेनरी राइफल रखा गया. इस राइफल को रिलोड होने में बेहद कम समय लगता था, जिसके चलते यह हर 3 सेकेंड में फायर करने की क्षमता रखती थी.
इस राइफल ने गृह युद्ध के समय बड़ी भूमिका निभाई.
विंचेस्टर परिवार ने चुकाई तरक्की की बड़ी कीमत
इस राइफल की कामयाबी के चलते कुछ ही समय में ऑलिवर विंचेस्टर पर पैसों की बारिश होने लगी. उन्हें एक के बाद एक कई सरकारी व निजी कंपनियों के ठेके मिलने लगे.
साल 1862 में ऑलिवर के बेटे विलियम विंचेस्टर ने सारा से शादी कर ली.
करीब 4 साल बाद, 15 जुलाई 1866 को सारा ने एक बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम एनी पारडी विंचेस्टर रखा गया. उसके आने से विंचेस्टर परिवार की खुशियां दोगुनी हो गईं. मगर सारा और विलियम की यह खुशी ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रह सकी.
एनी को अचानक मेरासमस नाम की एक खतरनाक बीमारी ने जकड़ लिया. और फिर कुछ ही समय बाद 24 जुलाई को एनी की मौत हो गई. बेटी की मौत के बाद, सारा बुरी तरह से टूट गई. और धीरे-धीरे सारा मानसिक रोग का शिकार बन गई.
इस हादसे से उबरने में सारा को लगभग एक दशक लग गया.
अभी सारा को अपनी खुशहाल जिंदगी में लौटे ज्यादा समय भी नहीं हुआ था कि सारा को विलियम के रूप में एक और बड़ा झटका लगा. विलियम को लीवर से जुड़ी एक बीमारी ने घेर लिया.
विलियम इस बीमारी के साथ ज्यादा समय संघर्ष नहीं कर पाया और 7 मार्च 1881 में उसकी मौत हो गई. विलियम की मौत के बाद विधवा सारा विलियम की 20 मिलियन डॉलर की संपति की मालकिन बन गई. साथ ही विंचेस्टर्स की आर्म कंपनी का 48.9 प्रतिशत भी उसके नाम हो गया.
श्राप बना बर्बादी की वजह!
उस समय कंपनी की प्रतिदिन आय 1000 डॉलर थी. बावजूद इसके इतनी संपत्ति सारा के दर्द को कम नहीं कर सकी.
सारा हर दिन अपने पति और बेटी की मौत के गम में डूबती जा रही थी. ऐसे में उसकी एक दोस्त ने उसे राय दी कि वह अध्यात्म के जरिये जानने की कोशिश करे कि आखिर उसके साथ ऐसा क्यों हुआ.
इसके बाद, माना जाता है कि एक ओझा के जरिए सारा ने अपने मरे हुए पति के साथ संपर्क साधा. उस ओझा के माध्यम से सारा के पति ने उसे बताया कि यह सब उनके परिवार को दिए गए एक श्राप के कारण हुआ है. उसी श्राप के कारण उसकी और उनकी बेटी की मौत हुई है.
यह श्राप उन हजारों लोगों द्वारा दिया गया था, जिनकी मौत विंचेस्टर परिवार द्वारा बनाए गए हथियारों से हुई थी. उन्हीं हजारों लोगों की भटकती आत्माएं अब विंचेस्टर परिवार से बदला ले रही हैं.
श्राप से बचने के लिए सारा के पति ने उसे बताया कि वह न्यू हेवन के इस घर को बेच कर दक्षिण में अपने और इन सभी भटकती आत्माओं के लिए एक घर बनाए. उसने सारा को कहा कि वह अपने इस नए घर के निर्माण कार्य को कभी खत्म न होने दे. जब तक वह घर को बनाने का काम जारी रखेगी, तब तक जिंदा रहेगी. वहीं, जैसे ही घर बनाने का काम पूरा हुआ, उसकी मौत भी हो जाएगी.
इसके बाद सारा ने न्यू हेवन का अपना घर बेच दिया और दक्षिण में कैलिफोर्निया चली गई.
विंचेस्टर हाउस में कैद हैं आत्माएं
आखिरकार 1884 में अपने नए घर की सारा की खोज सैंटा कलारा वैली में आकर खत्म हुई.
यहां सारा ने 6 कमरों वाला एक घर खरीदा और उसके आसपास की 162 एकड़ जमीन भी. इसके बाद सारा ने स्थानीय कारीगरों को उनसे पूरा घर दोबारा से बनाने के लिए कहा. उसने करीब 22 लोगों को काम पर लगाया, जोकि दिन 24 घंटे अलग-अलग शिफ्टों में काम किया करते थे.
आरी और हथौड़ों की आवाज दिन रात सारा के घर में गूंजती रहती थी.
कुछ समय बाद कारीगरो ने 26 कमरों वाला एक आलीशान घर तैयार कर दिया. मगर अभी भी घर में काम चल रहा था. काम को जारी रखने के लिए सारा खुद रोजाना काम करने वाले कारीगरों से मिलकर उन्हें अपने मुताबिक बदलाव और नई चीजें बनाने को कहती थी.
घर को बनाने के लिए सारा की कोई योजना नहीं थी, वह हर रोज कुछ न कुछ नया बताती थी. इस कारण घर धीरे-धीरे एक भूल भुलैया बनता जा रहा था.
वह एक के बाद एक नए कमरे बनवाती जा रही थी. इसी तरह दिन, सप्ताह और महीने बीत गए और घर बढ़ता ही गया. घर में मौजूद हर एक कमरे के अंदर एक दूसरा कमरा था और हर कमरे में एक बाहरी ओर दरवाजा था.
इसके अलावा सीढ़ियों का मानो जाल बिछा था. घर में जगह-जगह चिमनियां बना दी गईं. कई दरवाजे तो ऐसे थे जो कि सीधे सीढ़ियों पर खुलते थे. कई दर्जन बाथरुम बना दिए गए. इन सबकी बदौलत घर की इमारत 7 मंजिला पहुंच गई.
घर को इस प्रकार से बनाना यकीनन पागलपन लगता था. मगर सारा उन सभी आत्माओं को हैरान परेशान करना चाहती थी.
साल 1906 में सैन फ्रांसिस्को में आए एक भूकंप ने सारा के घर की ऊपरी 3 मंजिलों को तहस-नहस कर दिया. इस भूकंप को सारा ने आत्माओं का एक इशारा माना कि घर पूरा होने वाला है, इसलिए उन्होंने ऐसा किया है.
ऐसे में सारा ने घर में 30 और कमरे बनाने का फैसला किया. इसके बाद मजदूरों ने भूकंप से हुए नुकसान को ठीक किया और घर में 25 कमरे और बना दिए.
कमरों की सही संख्या है रहस्य
आखिर में साल 1922 में 83 वर्ष की आयु में सारा की मौत हो गई.
कुछ वर्षों बाद इस घर को एक निवेशक ग्रुप ने खरीद लिया, जो इसे एक पर्यटक स्थल बनाना चाहते थे. शुरुआत में जब इसे लोगों के लिए खोला गया, तो पता चला कि इसमें 148 कमरे हैं.
मगर कुछ समय बाद जब दोबारा से गिनती की गई, तो कमरों की संख्या बढ़कर 160 हो गई.
जब भी इस घर के कमरों की गिनती की जाती है, हर बार अलग ही संख्या निकल कर आती है. यहां रहने वाले लोगों का कहना था कि उन्होंने घर में अजीब सी ऊर्जा महसूस की है. यहां तक कि कुछ लोगों ने इस घर में किसी को घूमते भी देखा था.
इन सब बातों के चलते यह घर कभी भी पर्यटक स्थल नहीं बन सका.
आज यह घर कैलिफोर्निया के हिस्टोरिकल लैंडमार्क के रूप में जाना जाता है. यहां के लोगों में इस घर को लेकर अलग-अलग कहानियां व मत प्रचलित हैं. मगर सच क्या है वह आज भी कोई नहीं जानता.
Web Title: The Winchester House: History of The Most Haunted House, Hindi Article
Feature Image Credit: bloody-disgusting