विश्व के हर कोने से महिलाओं के खिलाफ हिंसा की खबरें आती रहती हैं. लोगों के लिए वह आम सी हो चली हैं. किन्तु, क्या आप जानते हैं कि विश्व के इतिहास में महिलाओं को मिलने वाली कुछ ऐसी अमानवीय सजाएं दर्ज हैं, जिनके सुनने भर से लोगों की रूह कांप जाती है.
गजब की बात तो यह कि इतिहास के इन काले पन्नों की पटकथा प्राचीन काल से लिखती चली आई है, जिनमें से कई तो बदस्तूर जारी है.
तो आईये जानते हैं कि वह सजाएं कौन सी थीं–
‘मासिक धर्म’ के लिए मौत!
रोमन के समय में महिला के मासिक धर्म को अछूत माना जाता था. महिला के इस मासिक धर्म को घातक बीमारियों के रूप में जाना जाता था. इससे आदमियों को खतरा होने की बात कही जाती थी.
प्राचीन मिस्र में अनुष्ठान चक्र के दौरान महिलाओं को मासिक धर्म के समय पर महिलाओं को एक अलग स्थान पर रखा जाता था. इस जगह का दूसरा कोई प्रयोग नहीं करता था. यहीं नहीं जब महिलाओं के मासिक धर्म होते थे, तो यहूदी महिलाओं को स्पर्श तक नही करते थे.
माना जाता था कि अगर वह महिलाओं को छुएंगे, तो अशुद्ध हो जायेंगे. ऐसे में गलती से अगर कोई महिला घर में प्रवेश कर लेती थी, तो उसे मौत की सजा दे दी जाती थी.
पापुआ न्यू गिनी के लोग तो यहां तर मानते थे कि अगर कोई पुरुष मासिक धर्म से पीड़ित किसी महिला को छूता है, तो उसका खून काला हो जाएगा. बाद में इसके कारण उसका धीरे- धीरे मरना तय है.
जाहिर तौर पर इस तरह की अमानवीय सजाएं आलोचना की कटगरी में नहीं, बल्कि जघन्य पाप की श्रेणी में आती हैं.
Violence Against Women In Ancient Civilizations (Pic: thelogicalindian)
शादी से पहले ‘पवित्रता का टेस्ट’
प्राचीन एथेंस में जब किसी महिला की शादी होती थी, तो उसको इस बात को सुनिश्चित करना पड़ता था कि उस महिला ने पहले किसी भी आदमी के साथ संबंध नहीं बनाए हैं!
इस बात को समाज के सामने ही बताना पड़ता था. यहीं नहीं दुल्हन को सबके सामने आपनी पवित्रता सबित करनी पड़ती थी. इसके बाद ही उसकी शादी का रास्ता साफ होता था.
हैरान कर देने वाली बात है कि अगर इस टेस्ट में महिला फेल हो जाती थी… मतलब वह अगर अशुद्ध करार दी जाती है, तो उसे मौत तक की सजा से गुजरना पड़ता था.
एक ही शब्द… नारकीय! और ऐसा जो भी करते थे, उम्मीद है कि ऊपर वाला उन्हें नरक में ही रखे होगा!
Death Sentence For Loss Of Virginity (Pic: muz4in)
अपहरण कर जबरन विवाह
सुनने में अजीब लगता है, लेकिन इतिहास में दुल्हन के अपहरण का भी चलन था. 1959 में जापान में एक महिला का अपहरण कर लिय गया था. इसके बाद वहां महिला उस व्यक्ति के साथ 50 वर्ष तक रही थी.
इसके लावा अठारहवीं शताब्दी में आयरलैंड में यह काफी चिंतित मुद्दों में से एक था.
यह उन महिलाओं के लिए काफी भयानक होता, जिनका उनकी शादी के मंडप से अपहरण कर लिया जाता था. उसे मजबूरन उस व्यक्ति के साथ जीवन बिताना पड़ता था… फिर चाहे वह जैसा भी हो!
रोमन पुरूषों का यह भी मानना था कि महिलाओं को अपने अपहरण पर गर्व होना चाहिए क्योंकि एक बलशाली व्यक्ति के साथ उन्हें बाकी की जिंदगी बिताने का मौका मिलता था.
जाहिर है, ऐसे कुतर्क सभ्य समाज का हिस्सा कदापि नहीं कहे जा सकते!
Rape Of The Sabines (Pic: muz4in)
मां के हाथ से बच्चे की हत्या
एक माँ के लिए उसका बच्चा क्या मायने रखता है… यह किसी मां के अलावा कोई और नहीं समझ सकता! उसके लिए उसका बच्चा किसी खजाने से कम नहीं होता.
किन्तु इतिहास इस धारणा को भी कटघरे में खड़ा करता है. सदियों पहले रोम में ऐसा कानून था कि यदि किसी बच्चे के जन्म के साथ कोई दोष है, तो उसे मौत दे देनी चाहिए. हैरान कर देने वाली बात तो यह थी कि इस कानून के हिसाब से मां को अपने ही हाथोंं से अपने बच्चे को मारना होता था.
प्राचीन समय में इजरायल में रॉस वोस ने एक खोज की. वहां के नाले में से काफी बड़ी संख्या में छोटे बच्चों की हड्डियों की खोज की. इनकी संख्या 100 से भी अधिक थी.
Maiores Descobertas Arqueologicas (Pic: hypescience)
भाषण की स्वतंत्रता का निर्वासन
प्राचीन ग्रीस और रोम में जब घर में कोई अतिथि आता था, तो महिला को उससे बात करना और अपनों से भी यौन-सबंध रखने के लिए मना किया जाता था. ऐसा इसलिए क्योंकि मान्यता था कि उस समय महिला और पुरुष एक-दूसरे के प्राति जल्दी अकर्षित हो जाते थे.
उस समय में अगर किसी महिला को दोषी पाया गया, तो उसके लिए खास किस्म की सजा का इंतजाम था. उन्हें ‘स्कॉल्ड ब्रितल’ नाम के खास हथियार से सजा दी जाती थी. यह खास हथियार पूरी तरह से लोहा के मुखौटा जैसा था. इसके साथ ‘बदामजीर वायलिन’ नाम का एक और उपकरण होता था, जो लकड़ी से बना होता था.
इसे महिला के दोनों हाथों में फंसा दिया जाता था और उसे सरेआम सड़कों पर घुमाया जाता था, ताकि लोग उस महिला का जमकर मजाक उड़ा सकें और महिला शर्म से मर जाये.
काश! ऐसे लोगों को खुद शर्म आती और वह शर्म से मर जाते… क्योंकि जिन महिलाओं के पेट से वह जन्म लेते हैं, खुद उनके साथ अत्याचार आखिर कैसे कोई इंसान कर सकता है?
Medieval Mask Of Shame (Pic: alexeyco)
महिलाओं के साथ बलात्कार
इस परंपरा का चलन उस समय शुरु हुआ रोम में युद्धोंं के चलते शुरू हुआ. असल में उस दौरान वहां महिलाओं की काफी कमी हो गई थी. किन्तु, रोमन को स्त्रियों की जरुरत थी. इसके लिए उन्होंने सबीन की महिलाओं को रोमन पत्नी बनने का प्रस्ताव भेजा, जिसे उन महिलाओं ने मना कर दिया.
इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा और सजा के रूप में उनके साथ बलात्कार करने फरमान सुना दिया गया.
Tradition Of Raping Women (ancient-origins)
प्राचीन काल से चले आ रहे महिलाओं पर किये जाने वाले कुछ अमानवीय सजाओंं के ये कुछ उदाहरण भर हैं. विश्व के इतिहास में ऐसे कई सारे काले पन्ने मौजूद हैं, जिन्हें पढ़ना तो दूर उनके बारे में सोचने भर से डर लगता है.
निश्चित रूप से हमारा समाज आगे बढा है, किन्तु आज भी महिलाओं की बुरी स्थिति में सुधार की काफी गुंजाइश है.
पर क्या समाज बदलाव के लिए तैयार है? कमेन्ट बॉक्स में अवश्य बताएं.
Web Title: Violence against women in ancient civilizations, Hindi Article
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