'नामुमकिन कुछ भी नहीं! सब हमारी इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है. लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे. मजाक उड़ाएंगे, किन्तु आपको इन सबसे प्रभावित नहीं होना चाहिए, बल्कि ये सब आपको और भी मजबूत बनाते हैं.'
ये शब्द हैं भारत की एकमात्र महिला सुपर बाइक रेसर अलीशा अब्दुल्लाह के. वह महज आठ वर्ष की थी, जब उन्होंने कार्टिंग रेस में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था. यही कारण रहा कि आगे वह रफ़्तार की मल्लिका बनकर उभरीं.
चूंकि, अलीशा 'नेशनल सुपरबाइक चैंपियनशिप' से लेकर 'फॉक्सवैगन नेशनल पोलो कप' तक में जीत हासिल कर चुकी हैं, इसलिए जानना दिलचस्प हो जाता है कि वह यहां तक कैसे पहुंचीं-
अलीशा के खून में ही दौड़ती है रफ्तार
अलीशा अब्दुल्लाह को रेसिंग विरासत में मिली थी. उनके पिता आर.ए अब्दुल्लाह एक मशहूर बाइक रेसर थें, जिन्होंने सात बार नेशनल चैंपियनशिप अपने नाम की. लिहाजा, तेज़ रफ़्तार से उनका वास्ता बचपन से ही पड़ गया था.
उन्हें बचपन से ही मशीन, रफ़्तार और रोमांच से बेहद लगाव रहा. इस कारण उनके पिता ने उन्हें बचपन में एक छोटी सी बाइक भी गिफ्ट दी थी. उनके पंखों को उड़ान 8 साल की उम्र में मिली. जबकि एक सफल उड़ान उन्होंने 11 साल की उम्र में की. क्योंकि तब उन्होंने पहली बार कोई चैंपियनशिप जीतकर अपने नाम की थी.
इसके बाद तो यह सिलसिला अभी तक जारी है...
अलीशा को इस तरह आगे बढ़ता देखना पिता के लिए गर्व की बात थी. यही कारण रहा कि 18 साल वर्ष पूरे होते ही उनके पिता ने उन्हें 600 सीसी की बाइक गिफ्ट की थी, जिसे वह आजतक नही भूली. अलीशा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह अपने पिता को रेसिंग सूट पहनते देखती थीं, तो उन्हें भी उसे पहनने का मन करता था.
उन्हें रेसिंग सूट से बेहद प्यार है. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें रफ़्तार से बहुत प्यार है, क्योंकि यह तो उनके खून में ही दौड़ती है.
खतरनाक एक्सीडेंट भी नहीं तोड़ पाया हौसला
अलीशा कार और बाइक दोनों ही तरह की रेस में महारत हासिल कर रही थीं. जल्द ही, उन्होंने फार्मूला कार की नेशनल चैंपियनशिप में पांचवा स्थान पाकर अपने इरादे साफ़ कर दिए थे. वह अब रुकने वाली नहीं.
इसी बीच महज़ 15 साल की उम्र में उन्होंने बाइक रेसिंग में अपना हाथ आज़माया. वह पुरुष बाइक रेसर से भी टकराने से नहीं डरी. ये रेसिंग के लिए उनका जुनून ही था कि भयानक एक्सीडेंट के बावज़ूद, उन्होंने रेसिंग करना कभी नही छोड़ा.
साल 2010 में हुए एक्सीडेंट में उन्हें काफी चोटें आई.
उन्होंने अपने एक्सीडेंट के बारे में बताया था कि जब उनका एक्सीडेंट हुआ, उन्होंने सोचा कि अब वह सिर्फ कार रेसिंग करेंगी. क्योंकि इसमें दुर्घटना के बावजूद आपके बचने और फिर खड़े हो जाने की सम्भावना ज्यादा होती है.
कुछ दिनों तक बाइक से दूर रहने के बाद साल 2011 में उन्होंने एक बार फिर बाइक रेसिंग शुरू कर दी. कभी हार न मानने का ज़ज्बा ही वो कारण है कि आज वह भारत की एकमात्र सबसे तेज़ महिला सुपरबाइक रेसर हैं!
एक मिनट में करती हैं 52 पुश-अप्स
अलीशा रेसिंग में तो बेहतरीन है ही. साथ ही फिटनेस का भी ख़ास ख्याल रखती है. वो बताती हैं कि उन्हें जिम में समय बिताना बहुत पसंद है, क्योंकि फिट होने से अगर आपको यदि चोट भी लगती है तो आप जल्दी ठीक हो जाते हैं.
22 साल की उम्र में, साल 2011 को अलीशा फोक्सवैगन पोलो कप को जीतने वाली पहली महिला बनी.
इसी के साथ उन्होंने अपना नाम इतिहास में रच दिया. इसके अलावा, उनका स्टेमिना इतना है कि वह एक मिनट में 52 पुश-अप्स कर लेती हैं. उनकी ताक़त का अंदाज़ा तो आपको लग ही गया होगा.
हाल ही में, उन्होंने चंडीगढ़ की सुखमनी गिल के साथ कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा की.
इस यात्रा को उन्होंने महज़ 6 दिन में पूरा किया.
महिलाओं को देती हैं रेसिंग की ट्रेनिंग
अभी तक अलीशा के बारे में पढ़कर आपको लगा होगा कि वह काफी रफ-टफ होंगी. या फिर कहें कि टॉमबॉय.
किन्तु, आपको बता दें कि उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें सजना-संवारना बहुत पसंद है. उन्हें सुंदर ड्रेस पहनना भी पसंद है. अलीशा ने कई फिल्मों में भी काम किया है.
हाल ही में एक फिल्म में उन्होंने स्टंट वुमन का किरदार निभाया.
अपने बेहतरीन कारनामों के लिए उन्हें ‘फेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल मोटरसाइकिलिंग’ ने भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना था. इसके अलावा, उन्होंने अपनी ‘रेसिंग अकैडमी फॉर वुमन' नाम की एकेडमी खोली है.
वहां वह महिलाओं और लड़कियों को रेसिंग सिखाती हैं!
इसके साथ ही वह इंटरनेशनल रेसिंग जीतने की तैयारी कर रही हैं.
उनका सपना है कि वह एक दिन विश्व के सबसे तेज़ कार रेसर 'हेमिल्टन' के साथ रेस लगाए. और जिस तरह से वह रेसिंग के लिए समर्पित हैं, उससे तो यही उम्मीद किया जाना चाहिए कि आने वाले दिनों में वह भारत का सिर ऊंचा करेंगी.
क्या कहते हो आप?
Web Title: Alisha Abdullah: First Female Superbike Racer of India, Hindi Article
Feature Image Credit: youtube