इतिहास के पन्नों में यूं तो हर रोज एक नई कहानी दर्ज होती है, लेकिन उन में से कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जिन्हें बार-बार याद करने को जी चाहता है. 9 मार्च को कुछ ऐसी ही घटनाएं घटीं, जो आने वाले समय के लिए इतिहास बनकर रह गई.
खास बात तो यह है कि 9 मार्च का दिन किसी के लिए खुशी का सबब बना, तो किसी के लिए दुख की वजह.
तो आईए इतिहास में दर्ज 9 मार्च की कुछ खट्टी-मिट्ठी यादों को जानते हैं-
बच्चों को मिली बार्बी डॉल…
बार्बी बच्चों (खासतौर पर लड़कियों) के लिए सबसे पसंदीदा चीजों में से एक है. इसके जरिए महिलाओं के अनेकों रूप को दिखाया जाता है. इसमें कभी उसे एक घर की आम महिला, कभी डॉक्टर, तो कभी एक फैशन आइकॉन के रूप में दिखाया जाता है.
यूँ तो कहने के लिए यह बच्चों के लिए एक गुडिया भर है, मगर महिलाओं के प्रोत्साहन के लिए यह किसी बड़े सम्मान से कम नहीं है. आपको बताते चलें कि दुनिया की सबसे मशहूर गुड़िया बार्बी डॉल का जन्म आज ही के दिन यानी 9 मार्च 1959 को हुआ था. आज ही के दिन बार्बी डॉल न्यूयॉर्क सिटी में हो रहें अमेरिकी टॉय फेयर में प्रदर्शनी के लिए लाई गई थी.
बार्बी डॉल के लिए कहा जाता है कि वह अमेरिका की पहली डॉल थी. 11 इंच लंबी इस गुड़िया के पीछे रुथ हैंडलर का दिमाग था. रुथ हैडलर ही थीं, जिन्होंने इसे बनाकर खिलौनों के बाजार में तहलका मचा दिया था. एक बार बाजार में आने के बाद बार्बी ने सबको इस कदर अपना दीवाना बनाया कि छोटे तो छोटे बड़े तक इसके लिए पागल होने लगे.
यह जानकर आपको हैरानी हो सकती है कि बार्बी के ऊपर हॉलीवुड में गाना तक बन चुका है. कुल मिलाकर बार्बी बहुत खास नमूना है. अगर आज के दिन यह दुनिया को नहीं मिली होती, तो हमारे घरों के बच्चों की मुस्कान में कमी जरूर आई होती.
Barbie Doll (Pic: ebay)
पहली फोर्ड मस्टैंग सड़कों पर उतरी
मस्टैंग यह वह नाम है, जिसे सुनकर हर कार प्रेमी के दिल की धड़कन बढ़ जाती है. बहुत से कार प्रेमियों का सपना होता है कि वह मस्टैंग जैसी कोई आकर्षक और दमदार कार चलाएं.
अपनी शेर की दहाड़ जैसी आवाज, दमदार इंजन और एक दिलकश डिजाइन के साथ मस्टैंग किसी को भी अपना दीवाना बना सकती है. यही वजह है कि 9 मार्च सन्, 1964 को बनी मस्टैंग आज 2018 टक फोर्ड के सर की ताज बनी हुई है.
गजब की बात तो यह है कि इतने सालों से लगातार फोर्ड कार प्रेमियों के दिल की धड़कन बढ़ा रही है. गौरतलब हो कि 17 अप्रैल, 1964 को पहली बार फोर्ड मस्टैंग मार्केट में बिकने के लिए आई थी.
फोर्ड का जो प्रॉडक्शन 9 मार्च से शुरू हुआ, वह 1973 तक चला था. 9 साल तक एक ही गाड़ी का प्रॉडक्शन चलना उस दौर में बहुत बड़ी बात थी. 90 के दश्क में हर बड़ी कंपनी अपनी गाड़ियों के मॉडल 1-2 साल में बदल ही देती थी.
हालांकि, 1964 को लॉच हुई फोर्ड मस्टैंग 9 साल तक अपने तीन इंजन दमदार इंजन के साथ मार्केट में आया करती थी. भारत में मस्टैंग 2016 में अपने नए मॉडल के साथ आई है. इससे पहले कार प्रेंमी फोर्ड को इंम्पोर्ट करवा कर मंगवाते थे.
First Ford Mustang (Pic: pintrest)
जब अमेरिका ने की जापान पर बमों की बारिश
बात है सन 1945 की. वर्ल्ड वार 2 चल रहा था. दुनिया दो गुटों में बंट चुकी थी. एक तरफ जर्मनी था. तो दूसरी तरफ मित्र देश.
इस बीच 9 मार्च 1945 को अमेरिका के बी-29 हवाई जहाजों ने शाम को करीब 5.35 बजे उड़ान भरी. इन सभी जहाजों में हथियार कम बम ज्यादा भरे थे. अमेरिका का एक ही लक्ष्य था, जापान को हिला देना.
इसी क्रम में जैसे ही अमेरिकी जहाज जापान के ऊपर पहुंचे, उन्होंने एक-एक करके बम बरसाने शुरू किए. करीब 3 घंटे तक उन्होंने जापान के ऊपर इतने बम बरसाए कि वहां सिर्फ और सिर्फ धुंआ ही दिखाई दे रहा था. वह पूरा इलाका महज एक राख का ढ़ेर बनकर रह गया था.
इस हमले में लगभग 2 हजार टन बम जापान पर गिराए गए, जिसमें लगभग 1 लाख बेकसूर जापानियों की जान गई थी. मंजर कुछ ऐसा था कि जापान की सड़कों खून से रंगी थी. लग रहा था मानो खून की नदी बह निकली हो.
America Bomb Dropping On Japan (Representative Pic: spiritualpilgrim)
डिस्कवरी अंतरिक्ष यान की आखरी लैंडिंग
डिस्कवरी दुनिया के सामने पहली बार नवंबर सन 1983 को आया था. नासा के द्वारा बनाया गया यह तीसरा बड़ा अंतरिक्ष यान था. डिस्कवरी अंतरिक्ष में पहली बार 30 अगस्त 1984 को गया था. तब से लेकर 2011 तक डिस्कवरी 28 बार अंतरिक्ष जा चुका था.
इसी सफर में वह 9 मार्च 2011 को अंतरिक्ष में अपना आखरी चक्कर लगा कर धरती पर वापस आया और फिर दोबार नहीं उड़ सका.
गौरतलब हो कि डिस्कवरी को नासा के द्वारा बनाए गए आज तक के सबसे बेहतरीन अंतरिक्ष यानों में से एक माना जाता है. आखिरी बार अंतरिक्ष में जाने के लिए डिस्कवरी नें 24 फरवरी 2011 को अपने 13 दिन के मिशन के लिए फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी.
डिस्कवरी की यह 39 और आखिरी उड़ान थी.
डिस्कवरी की विदाई वाले दिन यानी की 9 मार्च की सुबह 11.57 मिनट पर कैनेडी स्पेस सेंटर, जहां से उसने अपनी जिंदगी की पहली उड़ान भरी थी. उसी स्पेस सेंटर पर वह आखिरी बार उतर रहा था.
जब डिस्कवरी उतर गया तो उसके आखिरी मिशन की कमांडर स्टीवन लिंडसी ने रेडीयो पर कंट्रोल रुम को कहा ‘पहली उड़ान से लेकर आखरी उड़ान तक डिस्कवरी एक शानदार जहाज था’
9 मार्च का दिन कैनेडी स्पेस सेंटर पर खुशी और उदासी दोनों से भरा हुआ दिन था.
एक तरफ जहां एक टीम अंतरिक्ष से अपने मिशन को पूरा करके वापस आई थी. वहीं दूसरी तरफ उनका पुराना औऱ भरोसेमंद साथी डिस्कवरी रिटायर हो रहा था.
डिस्कवरी नासा से रिटायर होने वाला पहला स्पेस शिप था. इसके बाद अब वो अमेरिका के किसी संग्रालह में नजर आने वाला था.
Last Landing Of Discovery Space Shuttle (Pic: nasa)
तो ये थीं 9 मार्च से जुड़ी कुछ खास जानकारियां!
अगर आप भी इस दिन से जुड़ा कोई विशेष और ऐतिहासिक किस्सा जानते हैं, तो कृपया नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Day History Of 9th March, Hindi Article
Featured Image Credit: forbes