इतिहास में घटित-घटनाएं, हमारे वर्तमान को प्रभावित करती हैं. ऐसी कई घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो जाती हैं.
यदि आज की तारीख पर नजर डालें तो पता चलता है कि 18 सितंबर 1803 में अंग्रेजों ने ओडिशा के पुरी पर कब्ज़ा कर मंदिर का खजाना लूट लिया था.
वहीं, सन 1180 में फिलिप ऑगस्टस फ्रांस के राजा बने. इसके अलावा 1967 में नागालैंड ने अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया.
इतिहास में आज के दिन और भी घटनाएं घटित हुईं, जैसे 1809 में लंदन में रॉयल ओपेरा हाउस खुला. वहीं, 18 सितंबर 1851 को न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की शुरूआत हुई.
तो चलिए विस्तार से जानते हैं आज के दिन घटित ऐसी ही देश-विदेश की ऐतिहासिक घटनाएं –
अंग्रेजों ने पुरी के मंदिर पर कब्जा किया
जगन्नाथपुरी ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित है. अपनी भव्यता के लिए मशूहर जगन्नाथ पुरी स्थित मंदिर का इतिहास लगभग 7वीं सदी से पहले का है.
ओडिशा के जगन्नाथ पुरी पर अंग्रेजी हुकूमत ने भी डाका डाला. 1757 में प्लासी के युद्ध के बाद बंगाल का कुछ क्षेत्र अंग्रेजी हुकूमत के पास चला गया था. इसके बाद 1803 में ही उन्होंने मराठा सेना को हराया.
अंग्रेजों का हौसला तब और भी बुलंद हो गया, जब उन्होंने ओडिशा पर आक्रमण करने की योजना बनाई. उनकी इस योजना का मकसद ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर पर कब्जा करना था.
इसी के परिणामस्वरूप 18 सितंबर 1803 में अंग्रेजों ने ओडिशा की संपत्ति के केंद्र पुरी के जगन्नाथ मंदिर पर धावा बोल दिया. उस समय ओडिशा के राजा मुकुंददेव द्वितीय थे. ब्रिटिशों ने यह ठान रखी थी कि यहां का खजाना किसी भी दम पर खाली कर देना है.
परिणामस्वरुप अंग्रेजी हुकूमत ने ओडिशा का खजाना कुछ ही दिनों में खाली कर दिया.
फिलिप ऑगस्टस बने फ्रांस के राजा
फिलिप ऑगस्टस फ्रांस के उन चुनिंदा राजाओं में से एक थे, जो अपनी उग्र नीतियों के लिए मशूहर रहे. फिलिप ऑगस्टस को 18 सितंबर 1180 में फ्रांस का राजा घोषित किया गया था. उनका कार्यकाल 1180 से 1223 तक रहा था.
फिलिप ऑगस्टस अपने कार्यकाल में हाउस ऑफ कैपेट के सदस्य रहे. उनके सहयोगी व सलाहकार के रूप में प्रिंस लुईस थे. फिलिप ऑगस्टस के हर मामले की जानकारी प्रिंस लुईस को होती थी.
फिलिप ऑगस्टस ने अपनी बहन की शादी इंग्लैंड के राजकुमार से की थी, लेकिन इस रिश्ते के बावजूद 1186 और 1188 के बीच इंग्लैंड के खिलाफ लड़ाई भी की.
ऐसा भी माना जाता है कि वह राजनयिक रूप से बेहद कमजोर था.
फिलिप अपने आक्रामक स्वाभाव के लिए भी जाना जाता था. अपनी शादी के समय में वह पॉप से झगड़ बैठा. वह पॉप के विधिवत तरीकों से उदास था, इसलिए उसने यह विवाद खड़ा किया.
उसने 1203-1204 में चातेऊ गाइलार्ड की घेराबंदी की और अपना विजयी पताक फहराने में कामयाब रहा.
वहीं, उसके पुत्र प्रिंस लुईस ने 1216 में डोवर कैसल पर हमला कर वहां अपना राज कायम किया.
अंग्रेजी बनी नागालैंड की आधिकारिक भाषा
18 सितंबर 1967 को भारत के नागालैंड ने अंग्रेज़ी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार कर लिया.
नागालैंड भारत का पूर्वी राज्य है, जहां लगभग 15 भाषाएं बोली जाती हैं. बावजूद इसके नागालैंड के लोगों के साथ भाषागत परेशानी थी.
भाषा को लेकर मात्र नागालैंड ऐसा राज्य नहीं था, जिसे भाषाई दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
जब भारत का संविधान बना, तब संघ की भाषा के रूप हिंदी और अंग्रेजी को स्वीकार कर लिया गया था. संवैधानिक रूप से आठवीं अनुसूची में दर्ज 22 भाषाओं को अधिकारिक दर्जा दिया गया है. हालांकि उस समय नागालैंड के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि वहां कार्यकारी भाषा के रूप में किसे चुना जाए.
नागालैंड और उसके आसपास के क्षेत्र में हिंदी की तुलना में अन्य क्षेत्रीय भाषा और अंग्रेजी का फैलाव ज्यादा था. इसलिए वहां सरकार ने अंग्रेजी को अपनी कार्यकारी भाषा के रूप में स्वीकार किया.
लंदन में रॉयल ओपेरा हाउस खुला
18 सितंबर 1808 को लंदन में ओपेरा हाउस का निर्माण हुआ था. इंग्लैंड का रॉयल ओपेरा हाउस कार्बेट गार्डन लंदन में बना है. इस रॉयल ओपेरा हाउस में 2256 सभागार हैं और यह थिएटर अपने अस्तित्व में तीसरी बार खड़ा हुआ है. सितंबर 1808 में ही शेक्सपियर के लिखे गए एक नाटक पर इस थिएटर में डायलॉग बोले गए थे. इसके साथ-साथ डेकोरेटर नाम का म्यूजिक शो भी किया गया. जिसे सुनने के लिए लोगों का हुजूम आया था.
लंदन का रॉयल ओपेरा हाउस अपने अस्तित्व से काफी साल पुराना है. बताया जाता है कि इसका निर्माण 1732 में ही हो गया था. इस ओपेरा हाउस में 1735 से लेकर 1759 तक नियमित रूप से कार्यक्रम होते रहे. जिनमें ओपेरा संगीत को शामिल किया गया था. ओपेरा सुनने के लिए देश-विदेश से लोग आया करते थे.
लंदन के इस ओपेरा हाउस में कई बार आगजनी की घटनाएं भी हुईं, जिस कारण कई बार ओपेरा पर प्रश्नचिन्ह भी लगे.
18 सितंबर 1808 में शुरू हुआ यह ओपेरा हाउस 20 सितंबर 1808 को फिर से आग लगने के कारण बंद हो गया. इस ओपेरा को चलाने वाला मैनेजमेंट अपनी हार को स्वीकार नहीं करता था. मैनेजमेंट ने फिर से ओपेरा का निर्माण शुरू किया.
5 मार्च 1856 को इसमें फिर से आग लग गई. फिर 1857 में इसे दोबारा से बनाया गया. 1892 में रॉयल ओपेरा हाउस अपने अस्तित्व में फिर से आया. आज भी लंदन का रॉयल ओपेरा हाउस दुनियाभर में अपनी खूबसूरती का जौहर दिखा रहा है.
न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की शुरूआत
न्यूयॉर्क टाइम्स दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चित अखबार में से एक है. द ग्रेट लेडी निकनेम से मशहूर यह अखबार अपनी विश्वसनीयता के लिए बेहद प्रचलित है. अमेरिका के समाचार पत्रों में न्यूयॉर्क टाइम्स का स्थान दूसरे नंबर का है, जबकि पहले नंबर पर द वॉल स्ट्रीट आता है.
द न्यूयॉर्क टाइम की शुरूआत 18 सितंबर 1851 में हुई थी. सितंबर 2017 के आंकड़ों के अनुसार, प्रतिदिन द न्यूयॉर्क टाइम्स की 6 मिलियन से ज्यादा प्रतियां बिकती हैं. लेकिन अगर आप इसके कुल पाठकों की गिनती करें, तो यह आंकड़ा तकरीबन 50.5 मिलियन तक पहुंचता है.
इस अखबार की उपलब्धियों के बारे में देखा जाए तो मालूम पड़ता है कि साल 1971 में इसने पुलित्जर पुरस्कार जीता था.
इसके बाद यह निरंतर अपनी ऊंचाई की बुलंदियों पर पहुंचता चला गया. तब से अब तक इस अखबार को 120 बार पुरस्कृत किया जा चुका है.
तो ये थीं 18 सितंबर के दिन इतिहास में घटी कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं.
अगर आपके पास भी इस दिन से जुड़ी किसी महत्वपूर्ण घटना की जानकारी है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Day In History 18 September, Hindi Article
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