'डे' इन हिस्ट्री की कड़ी में 19 सितम्बर 1962 को देख तो इस दिन चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर आक्रमण किया गया था.
वहीं 2007 में युवराज ने स्टुअर्ट ब्रॉड के 6 बॉलों पर 6 छक्कों लगा कर एक नया कीर्तिमान बनया था. 1985 मेक्सिको शहर में भूकंप ने जमकर तांडव मचाया जिसमें लगभग 10000 लोगों की जान गई थीं.
तो चलिए विस्तार से जानते हैं आज के दिन घटित कुछ ऐसी ही देश-विदेश की ऐतिहासिक घटनाओं को-
भारत पर चीन ने किया आक्रमण
भारत चीन का युद्ध कई वर्षों से सीमा विवाद को लेकर रहा है. सन 1962 में भारत और चीन के बीच में युद्ध इसी सीमा विवाद के कारण हुआ था. तब उस समय प्रधानमंत्री के पद पर पंडित जवाहर लाल नेहरु थे.
यह बताया जाता है कि, भारत से सटे हिमालय के क्षेत्रों पर चीन अपना आधिपत्य स्थापित करना चाहता था, इसलिए उसने 1962 में भारत से जंग करने का फैसला किया.
चीन में 1959 को तिब्बत विद्रोह के बाद, जब दलाई लामा ने भारत के पास शरण मांगी, तो भारत ने उन्हें एक शरणार्थी के रूप में स्वीकार किया. तभी से भारत और चीन के सीमावर्ती क्षेत्रों में हिंसक घटना शुरू हो गई,
सीमावर्ती क्षेत्र में बढ़ती घटनाओं को देख भारत ने फॉरवर्ड नीति अपनाई. और मैकमोहन रेखा से लगी सीमा पर अपने सैनिक बालों की तैनाती कर दी. भारत की यही नीति चीन की आंखों में खटकने लगी. इसी बात को लेकर 19 सितंबर 1962 में भारत के उत्तरी सीमा पर चीन ने आक्रमण कर दिया.
ऐसे में तात्कालिक प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने 1962 के चीन के बढ़ते आक्रमण को देख अमेरिका और ब्रिटेन से मदद की गुहार लगाई. पंडित नेहरू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी को एक पत्र भी लिखा था.
युवराज बने छक्कों के शहंशाह
भारतीय क्रिकेट टीम के युवराज अपने 18 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कई कीर्तिमान रिकॉर्ड अपने बना चुके हैं. इसी कड़ी में 19 सितंबर 2007 को उन्होंने इतिहास रच दिया.
भारत और इंग्लैंड के बीच T20 क्रिकेट मैच के दौरान उन्होंने 12 गेंदों में 50 रन का रिकॉर्ड तोड़ पारी खेली.
19 ओवर के बैटिंग स्ट्राइक युवराज सिंह के हाथों में था. और बोलिंग स्ट्राइक पर इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड थे.
उन्होंने अपना पहला बोल मिडविकेट पर डालें पर उस वॉल पे युवराज सिंह ने पहला छक्का जड़ दिया. दूसरा गेंद स्क्वायर लेग के ऊपर डाला गया. तीसरा बोल ऑफसाइड, चौथा बोल फुलटॉस, पांचवा ओवर द विकेट डाला था.
हालांकि गेंदबाज़ी के दौरान स्टुअर्ट ब्रॉड ने कई सारे प्रयोग किए, पर उनका तमाम प्रयोग असफल रहें. युवराज ने छठे गेंद पर भी छक्का लगाकर अपने नाम एक नया कीर्तिमान स्थापित किया.
युवराज सिंह के उस ऐतिहासिक पारी ने भारत का स्कोर 20 ओवर में 209 किया था. जवाब में इंग्लैंड की टीम 200 रण ही बना पाई, और इस तरह युवराज सिंह की ऐतिहासिक पारी ने भारत की जीत को सुनिश्चित किया,
भूकंप के प्रकोप से दहला मेक्सिको
मेक्सिको शहर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, लेकिन प्रकृति आपदाओं के सामने किसी शहर की खूबसूरती कोई मायने नहीं रखती. 19 सितंबर 1985 मेक्सिको शहर के लिए एक काला दिन साबित हुआ.
उस दिन मेक्सिको के इतिहास का सबसे बड़ा भूकंप आया था, और उस भूकंप का असर 20-25 मिनट तक रहा. इस भूकंप की तीव्रता 8 रिक्टर के आस पास मापा गया था. रह-रह के कई बार भूकंप के झटके महसूस भी किए जा रहे थे. लोगों में खौफ का माहौल पैदा हो रहा था. कोई घर और परिवार तबाह हो चुके थे. इमारतों के मलबे में जिंदगी खोजी जा रही थी.
इस भूकंप में लगभग 10000 लोगों की मौत हो गई थी. लाखों लोग घायल हुए. भूकंप के कारण राजधानी मेक्सिको सिटी पूरी तरह बर्बाद हो चुका था. इस भूकंप ने कई घर को लील लिया था, बावजूद इसके मेक्सिको के लोगों ने फिर से एक नई जिंदगी की शुरुआत कर हीं थे कि,
ठीक 32 साल बाद मेक्सिको में 19 सितंबर 2017 को फिर भूकंप से मेक्सिको सिटी दहल उठा, कई इमारतें जमींदोज हो गई, तो कई इमारतों में आगजनी की खबरें आई, इस भूकंप में लगभग 200 लोगों की जानें गई, और कई लोग घायल हुए,
ऐसी स्थिति में विश्व के कई देश मेक्सिको के साथ खड़े दिखाई दिए, राहत बचाव कार्य तेजी से शुरू हुआ, ऐसी आपातकालीन स्थिति में कई समाजसेवी संस्थाओं ने भी मेक्सिको का साथ दिया, भूकंप के कुछ समय बाद मेक्सिको के राष्ट्रपति ने टेलीविज़न पर संदेश दिया कि, देशवासियों के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबंध है, और राहत बचाव कार्य के लिए सेना बुलाई जा चुकी है,
मेक्सिको में आपदा प्रबंधन की शिक्षा 2017 के आए हुए भूकंप में देखने को मिला, जहां लोगों की सूझबूझ ने, ज्यादा जान मानहानि से अपने आप को सुरक्षित किया,
पाषाण युग की ममी खोजी
आपने मिस्र की ममी के बारे में तो बहुत सुना होगा, किस तरह से इंसानी शव के ऊपर कई प्रकार की जड़ी बूटियां वह पदार्थ लपेट कर, उसे लंबे समय तक ताबूत में बंद कर दिया जाता था, और बाद में उसे ममी का रुप दिया जाता था,
19 सितंबर 1991 को दो जर्मन पर्यटकों को अल्पस के बर्फीले पर्वतों के बीच में जम रहे एक शव देखा, अल्पस के ओएत्स घाटी में मौज मस्ती करने आये, हेल्मुट और एरिका नाम के ये दोनों पर्यटक प्रकृति की ख़ूबसूरती का नज़ारा ले रहे थे, तभी उनकी नजर 3210 मीटर की ऊंचाई पर बर्फ में दबी एक ममी पड़ी.
अगले ही दिन 20 सितंबर को बर्फ में दबे ममी को निकाले जाने का कार्य शुरू हुआ, लेकिन मौसम खराब होने के कारण उसे निकाला नहीं जा सका, आखिरकार 22 सितंबर को उस मम्मी को बर्फ के अंदर से सही सलामत निकाल लिया गया,
इसके बाद उसे इंसब्रुक यूनिवर्सिटी ले जाया गया, जहां पर यह पता चला की यह ममी 5000 साल पुरानी है, यानी पाषाण युग के समय की है, उस ममी का शरीर लंबे समय तक बर्फ में दबे रहने के कारण वह शव प्राकृतिक ममी का रूप ले लिया था,
2013 में एक लंबे समय तक चलने वाली रिसर्च के बाद यह निर्णय निकाला गया कि, जो ममी 5000 साल तक बर्फ में दबा था, उस व्यक्ति की मौत दिमाग में चोट लगने के कारण हुआ था,
तो ये थीं 19 सितंबर के दिन इतिहास में घटीं कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं.
अगर आपके पास भी इस दिन से जुड़ी किसी महत्वपूर्ण घटना की जानकारी हो, तो हमें नीचे कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं.
Web Title: Day In History 19 september, Hindi Article
Feature Image Credit: Curious Halt