वर्तमान में हमारे आस-पास जो भी वक्त बीतता है, उसमें दुनिया के किसी न किसी कोने में कुछ न कुछ जरूर घटित होता है.
वह बीता हुआ कल हमारे लिए कई ऐतिहासिक यादगार पलों को छोड़कर जाता है. उन्हीं में से कुछ ऐसे भी ऐतिहासिक किस्से होते हैं, जो हमारे लिए बहुत खास या दिलचस्प होते हैं.
हम अपने इतिहास से बहुत कुछ सीखते हैं और उन्हीं ऐतिहासिक पलों को देखते हुए अपनी जिंदगी में आगे बढ़ते हैं.
ऐसी ही कुछ खास ऐतिहासिक घटनाएं 23 जून को भी घटित हुई हैं, जिसको जानना हमारे लिए दिलचस्प होगा.
तो चलिए जानते हैं, 23 जून की कुछ दिलचस्प घटनाओं के बारे में–
प्लासी के युद्ध में अंग्रेजों ने पाई जीत!
23 जून भारत के लिए वह काला दिन है, जिसके बाद अंग्रेजों ने भारत में अपने पैर पसारना शुरू कर दिया था. 23 जून 1757 को ही प्लासी का युद्ध मुर्शिदाबाद के दक्षिण में 22 मील दूर भागीरथी नदी के किनारे पर लड़ा गया.
यह युद्ध बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और अंग्रेजों के बीच हुआ था. इस युद्ध में ईस्ट इंडिया कंपनी की तरफ से रॉबर्ट क्लाइव ने नेतृत्व किया और अपने षड्यंत्र से नवाब सिराजुद्दौला को हराने में कामयाब रहा.
ये बात तब की है, जब नवाब सिराजुद्दौला अपने नाना की मृत्यु के बाद बंगाल के नवाब बने. तब बंगाल में अंग्रेजों और फ्रांसीसियों ने जगह-जगह किले की घेरे बंदी कर रखी थी, जिसकी वजह से बंगाल में अशांति का माहौल बना हुआ था.
ऐसे में नवाब सिराजुद्दौला ने अंग्रेजों और फ्रांसीसियों से किले बंदी को रोकने का फरमान जारी किया. फ्रांसीसियों ने नवाब के आदेश का पालन करते हुए किला बंदी रोक दी. जबकि, अंग्रेजों ने नवाब के आदेश को ठुकराते हुए अपनी किला बंदी जारी रखी.
इसके बाद नवाब ने 1756 को कलकत्ता में फोर्ट विलियम पर धावा बोल दिया और 146 अंग्रेजों को बंदी बना लिया. नवाब ने उन बंदियों को एक अँधेरी कोठरी में बंद करवा दिया था, जिसमें अगले दिन कई लोगों के दम घुटने से मौत हो गई.
बताया जाता है कि इन बंदियों में से सिर्फ 23 लोग ही जिंदा बच पाए थे.
इस घटना के बाद अंग्रेजों ने क्रोधित होकर दोबारा कलकत्ता पर अपना अधिकार जमा लिया और नवाब को संधि करने पर मजबूर कर दिया. हालांकि, नवाब का गुस्सा अंग्रेजों के लिए कम नहीं हुआ.
इन्होंने अंग्रेजों के अवैध व्यापार को रोकने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ फिर से जंग का ऐलान कर दिया.
ऐसे में 23 जून 1757 में सिराजुद्दौला ने मीर जाफर को सेनापति नियुक्त करते हुए अंग्रेजों पर दोबारा हमला कर दिया. हालांकि दूसरी तरफ अंग्रेजों ने सेनापति मीर जाफर को बंगाल का नवाब बनाने का लालच देकर उससे संधि कर ली थी.
इस तरह अंग्रेजों ने मीर जाफर, अमित चंद और जगत सेठ जैसे धोखेबाजों को अपनी तरफ मिला लिया. इस विश्वासघात के कारण ही अंग्रेज जीतने में कामयाब रहे.
विमान दुर्घटना में हुई संजय गाँधी की मौत!
23 जून 1980 को इंदिरा गाँधी के बेटे संजय गाँधी की एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी. इस विमान में संजय गाँधी के साथ दिल्ली फ्लाइंग क्लब के पूर्व इंस्ट्रक्टर सुभाष सक्सेना भी थे.
बताया जाता है कि कंट्रोलिंग फेल होने के कारण विमान जमीन पर जा गिरा और दुर्घटना में संजय और सुभाष दोनों की ही मौत हो गई! जिस विमान से यह दुर्घटना हुई उसका नाम ‘पिट्स एस 2ए’ था.
इसे इंदिरा के नजदीकी रहे धीरेन्द्र ब्रह्मचारी ने गाँधी परिवार के लिए भेंट किया था. कहते हैं कि इस विमान को मई 1980 में भारत के कस्टम विभाग की मंजूरी के बाद आनन-फानन में दिल्ली के सफदरगंज हवाई अड्डे पर पहुँचाया गया था.
संजय पहले ही दिन इस विमान की सैर करना चाहते थे, लेकिन उन्हें विमान को उड़ाने का पहला मौका 21 जून 1980 को मिल सका. इसके दूसरे दिन 22 जून को संजय ने अपनी पत्नी मेनका, आर के धवन और धीरेन्द्र ब्रह्मचारी के साथ इस विमान की सैर की.
जबकि अगले दिन 23 जून 1980 को संजय माधवराव सिंधिया के साथ इस विमान की सैर करने वाले थे.
हालांकि, उन्होंने इनको अपने साथ न लेजाकर सुभाष सक्सेना के साथ इस विमान की उड़ान भरी. संजय ने विमान की कंट्रोलिंग अपने हाथों में ली और ठीक 7 बजकर 58 मिनट पर उन्होंने टेक ऑफ कर दिया.
कुछ देर बाद ही अचानक विमान ने अपना नियंत्रण खो दिया और विमान तेजी से जमीन की ओर गिरने लगा. कंट्रोल टावर में बैठे लोगों के मुंह खुले के खुले रह गए, जब उन्होंने देखा कि विमान तेजी से जमीन की तरफ गिरता आ रहा है.
इस तरह 23 जून 1980 को संजय गाँधी के द्वारा ‘पिट्स एस 2ए’ विमान की तीसरी उड़ान के बाद हुई दुर्घटना में मौत हो गई.
आतंकियों ने किया एयर इंडिया विमान में विस्फोट!
आज की ही तारीख 23 जून को एक और विमान दुर्घटना में 329 लोगों की मौत हो गई थी. एयर इंडिया के विमान में आतंकियों द्वारा किये गए बम विस्फोट के कारण यह हादसा हुआ था.
22 जून 1985 को एयर इंडिया की फ्लाइट 182 ने कनाडा के मॉन्ट्रियल एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी.
उड़ान के दूसरे दिन 23 जून को विमान आयरिश हवाई क्षेत्र में लगभग साढ़े 9 हजार मीटर की ऊंचाई पर था. इससे पहले ये दिल्ली पहुँचता विमान को लंदन में एक स्टॉप ओवर करना था.
तभी अचानक से विमान में बम विस्फोट हुआ और वह विमान अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस विमान दुर्घटना में 329 लोग मारे गए.
जिस वक्त विमान में बम विस्फोट हुआ वह लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से लगभग 45 मिनट की दूरी पर था. ब्रिटेन के समयानुसार सुबह के 8 बजकर 16 मिनट पर अचानक कनिष्क विमान रडार से गायब हो गया था.
विस्फोट के बाद विमान का मलबा आयरलैंड के तटवर्ती इलाके में बिखर गया. जाँच के बाद यह अनुमान लगाया गया कि इस बम विस्फोट की वजह 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' था.
इस ऑपरेशन के तहत खालिस्तान की मांग करने वाले कट्टर चरमपंथियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया गया था, जिसका बदला लेने के लिए आतंकियों ने विमान में बम विस्फोट कराया था.
सिनेमाघरों में छाया बैटमैन...
23 जून 1989 को ही टिम बर्टन द्वारा बनाई गई बहुप्रतीक्षित फिल्म बैटमैन रिलीज हुई. यह फिल्म डीसी कॉमिक्स के कार्टून कैरेक्टर 'बैटमैन' पर आधारित थी. इसमें माइकल कीटन ने मुख्य किरदार निभाया था.
इस फिल्म की कहानी यह है कि समाज में तरह-तरह के बुरे लोग उपस्थित हैं. ये बुरे लोग लगातार परेशानियाँ खड़ी करते रहते हैं. इन बुरे लोगों से आम लोगों को बचाने के लिए एक महामानव अपनी शक्तियों का प्रयोग करता है, वह महामानव है-बैटमैन.
इस फिल्म के मुख्य किरदार को लेकर आगे बहुत विवाद हुआ. बहुत से लोगों का कहना था कि माइकल कीटन इस रोल के लिए उपयुक्त नहीं थे. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले उन्होंने केवल हास्य फिल्में ही की थीं.
लोगों का यह भी कहना था कि माइकल ने टिम बर्तन को लालच देकर इस फिल्म में मुख्य किरदार पाया है. इस फिल्म की वैचारिक रूप से भी आलोचना हुई. कलाकारों ने कहा कि इस फिल्म के द्वारा अमेरिका शेष विश्व के ऊपर अपनी विचारधारा को थोप रहा है.
बहरहाल इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर खूब धूम मचाई. अपनी रिलीज के दस दिनों के भीतर ही इसने 100 मिलियन डॉलर कमा लिए. आगे इसके निर्देशक को सेट डिजाइनिंग के लिए ऑस्कर भी मिला.
आगे इसी सीरीज की और फिल्में भी आईं. इन फिल्मों ने भी बॉक्स ऑफिस पर अपना झंडा गाढ़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
तो ये थीं 23 जून के दिन, इतिहास में घटीं कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं.
यदि आपके पास भी इस दिन से जुड़ी किसी घटना की जानकारी हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Day In History 23 June, Hindi Article
Feature Image Credit: gettyimages