वर्तमान में हमारे आस-पास जो भी वक्त बीतता है, उसमें दुनिया के किसी न किसी कोने में कुछ न कुछ जरूर घटित होता है.
वह बीता हुआ कल हमारे लिए कई ऐतिहासिक यादगार पलों को छोड़कर जाता है. उन्हीं में से कुछ ऐसे भी ऐतिहासिक किस्से होते हैं, जो हमारे लिए बहुत खास या दिलचस्प होते हैं.
ऐसी ही कुछ खास ऐतिहासिक घटनाएं 25 जून को भी घटित हुई हैं, जिसको जानना दिलचस्प होगा-
इंदिरा गाँधी की सरकार में लगा आपातकाल
25 जून 1975 का यह दिन स्वतंत्र भारत के इतिहास में काला अध्याय के तौर पर जुड़ गया. इसी दिन भारत देश में आपातकाल की घोषणा हुई थी, जिसके बाद देश में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ था.
भारतीयों ने कुछ ही साल पहले अंग्रेजों से 200 साल की गुलामी के बाद ही आज़ादी हासिल की थी, कि भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने उनसे दोबारा खुलकर जीने का हक छीन लिया. 15 जून 1975 को जय प्रकाश नारायण और उनके समर्थकों ने सविनय अवज्ञा आंदोलन चलाया, जिसने कांग्रेस के खिलाफ उग्र रूप ले लिया.
ऐसे में इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से आपातकाल लागू करने की अनुमति प्राप्त कर ली. इसके बाद पूरे देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई.
इस आपातकाल से इंदिरा गांधी का मकसद अपनी राजनितिक कुर्सी को बचाना था! साथ ही वह सरकारी कर्मचारियों पर रिश्वतखोरी व मनमाने ढंग से काम करने के तरीके पर लगाम लगाना भी चाहती थीं.
यह वही दौर था, जब आबादी के नियंत्रण को रोकने के लिए मनमाने ढंग से नसबंदी अभियान चलाया जा रहा था. यही नहीं हैरान कर देने वाली बात तो यह थी कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को भी सेंसरशिप लगाकर, उससे आज़ादी का हक छीन लिया गया था. सरकार की गलत नीतियों और प्रशासन की क्रूरता के खिलाफ कुछ भी प्रकाशित नहीं किया जा सकता था.
उच्च अधिकारियों ने भी अपने विरोधियों को आपातकाल की आड़ में प्रताड़ित करते रहे. समूचे भारत में सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले को सलाखों के पीछे धकेल दिया जा रहा था. विपक्ष के बड़े नेताओं को भी सलाखों के पीछे डाल दिया गया.
19 महीने तक चले आपातकाल को ख़त्म करने के लिए इंदिरा गाँधी ने 18 जनवरी 1977 को लोकसभा के चुनाव का ऐलान कर दिया, जिसमें कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था.
माइकल जैक्सन ने दुनिया को कहा अलविदा
25 जून 2009 को ही सफल मनोरंजन कलाकार माइकल जैक्सन ने इस दुनिया को अलविदा कहा. इनकी मौत कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में अपने घर पर ही हुई थी. इनके निजी डॉक्टर को इन्हें ड्रग दिए जाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था.
जैक्सन ने 1972 में अपना पहला सोलो एल्बम "गॉट टू बी इट" को रिलीज़ किया था. 1982 में इन्होंने ‘थ्रिलर’ नामक एल्बम रिलीज़ किया. पूरी दुनिया में इस एल्बम की लगभग 50 मिलियन प्रतियां बिकीं. इसे बेस्ट सेलिंग स्टूडियो एल्बम का दर्जा दिया गया था.
जैक्सन के बारे में कहा जाता है कि ये अपने बॉडीगार्ड और नौकरों की वजह से बड़े आलसी हो गए थे. इसी के साथ 1993 में एक 13 साल के लड़के से छेड़छाड़ का मामला भी सामने आया. हालांकि, जैक्सन ने इन आरोपों को निराधार बताया था.
माइकल अपने शरीर की सर्जरी के लिए भी चर्चित रहे. कहते हैं, जब माइकल की अंतिम विदाई हो रही थी, तब दुनियाभर के लोगों की आंखें नम थीं. करीब 30 मिलियन लोग उनकी आखिरी यात्रा पर पहुंचे थे!
भारत ने पहली बार जीता एकदिवसीय वर्ल्ड कप
25 जून भारतीय खेलों के इतिहास के लिए सबसे खास दिन है. आज ही 1983 को पूरे भारत में खुशी की लहर दौड़ गई थी. भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए ये दिन किसी ईद या दीपावली से कम नहीं था. यह वह दिन था, जब भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज को 43 रनों से हरा कर, पहली बार एकदिवसीय क्रिकेट वर्ल्ड कप अपने नाम किया था.
जब वर्ल्ड कप शुरू हुआ तो शायद ही किसी ने ये अंदाज़ा लगाया था कि भारतीय क्रिकेट टीम क्वालीफायर मैच तक भी पहुँच पाएंगी.
किन्तु, कपिल देव के धुरंधरों ने वह कारनामा कर दिखाया.
यह वर्ल्ड कप इंग्लैंड में आयोजित किया गया था और इसका फाइनल मैच लार्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला जा रहा था.
इस मैच में मदन लाल और मोहिंदर अमरनाथ ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए दो बार की विश्व कप विजेता वेस्टइंडीज को 140 रन पर समेट दिया था. इस तरह 1983 के विश्व कप के फाइनल मैच में वेस्टइंडीज भारत के 183 रन के जवाब में मैच हार गईं.
इस जीत के साथ भारत पहली बार एकदिवसीय वर्ल्ड कप विजेता बनकर इतिहास रच चुका था.
उत्तरी और दक्षिणी कोरिया के बीच शुरू हुआ गृह युद्ध
25 जून 1950 को ही उत्तरी कोरिया की फौजें दक्षिण कोरिया की सीमा रेखा पार कर गई थीं. इस कारण दोनों के बीच अगले तीन सालों तक खूनी संघर्ष चलता रहा.
देखते ही देखते दोनों पक्षों में गृह युद्ध शुरू हो गया.
इन तीन सालों के दौरान लाखों कोरियाई अपने घर बार छोड़ने पर मजबूर हो गए. ऐसी भयानक स्थिति में लोग अपने परिवार व रिश्तेदार से दूर हो चुके थे. यात्रा और फोन से संपर्क करना भी दुश्वार हो गया था.
हालांकि, 1953 में अमेरिका और उत्तरी कोरिया के समझौते के बाद यह खूनी संघर्ष शांत हुआ.
इसमें अमेरिका के लगभग 55 हज़ार सैनिकों ने को अपनी जान भी गवांनी पड़ी थी.
तो ये थीं 25 जून के दिन, इतिहास में घटीं कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं.
यदि आपके पास भी इस दिन से जुड़ी किसी घटना की जानकारी हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Day In History 25 June, Hindi Article
Feature Image Credit: Asianet News