हर एक तारीख महत्वपूर्ण होती है, उसके पीछे एक इतिहास होता है, तो आगे एक कहानी. वहीं ऐसे ऐतिहासिक किस्सों को जन्म देते हैं, इतिहास की महान लोग.
वहीं तारीखें उन महान शख्सियतों के महान कार्यों की गवाही देती हैं और लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं.
लोग हमेशा ऐसे लोगों के बारे में लोग लिखना और पढ़ना चाहते हैं. इसके साथ ही उनसे जुड़ी छोटी-छोटी बातों को जानने की उत्सुकता भी उनमें रहती है.
तो आईए आज हम ऐसे ही कुछ चुनिंदा लोगों की जिंदगी से आपको रूबरू कराएंगे, जो 14 मार्च की तारीख में दर्ज हैं साथ ही इस दिन से जुड़ी दूसरी ऐतिहासिक घटनाओं को भी जानेंगे–
मिस्टर परफेक्शनिस्ट का जन्म
मिस्टर परफेक्शनिस्ट यानी आमिर खान को कौन नहीं जानता!
आज ही के दिन यानी 14 मार्च 1965 को मोहम्मद आमिर हुसैन खान या आमिर खान का जन्म मुंबई में हुआ था. महज़ छोटी सी उम्र में ही आमिर खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कर दी थी. बचपन से आज तक आमिर उसी प्रकार रंगमंच पर लोगों का मनोरंजन करते आ रहे हैं, जिस प्रकार उन्होंने फिल्म ‘यादों की बारात’ के एक गाने में रोल निभाया था.
आमिर के पिता जी ताहिर हुसैन फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर थे, वहीं इनकी माता जी एक गृहणी थीं. आमिर खान की अदाकारी की दीवानगी भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के कई अन्य देशों में भी देखने को मिलती है. इतना ही नहीं विदेशों में भी उनकी फिल्म देखने के लिए सिनेमा हॉल के सामने लंबी कतार लगती है.
यूं तो आमिर खान ने कई फिल्मों में बेजोड़ रोल निभाया है, लेकिन कुछ फिल्मों में उनकी एक्टिंग ने लोगों को कायल बना दिया. यह फिल्म हैं, सरफरोश, लगान, मंगल पांडे, तारें ज़मी पर और थ्री इडियट्स.
वहीं, सामाजिक पहलुओं पर शुरू किया गया उनका शो ‘सत्यमेव जयते’ पूरी दुनिया में छाया रहा. इसके अलावा आमिर ने हिंदी फिल्मों में विलेन, रोमांस, कॉमेडी के अलावा भी हर किस्म के किरदारों को बखूबी निभाया.
आमिर खान को बेहतरीन एक्टिंग और भारतीय सिनेमा में सहयोग के लिए पद्मश्री और पद्म भूषण अवार्ड से भी नवाज़ा जा चुका है. इसी के साथ साल 2013 में टाइम पत्रिका ने उन्हें दुनिया के 100 प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक बताया था.
Aamir Khan From a Movie Talaash. (Pic: biography)
भारतीय सिनेमा की पहली बोलती फिल्म रिलीज
बॉलीवुड सिनेमा भले ही आज दुनियाभर में धूम मचा रहा हो, लेकिन शुरुआती दौर में आधुनिक तकनीक न होने के कारण फिल्मों में आवाज नहीं होती थी.
तब बिना आवाज और डायलॉग के फिल्म रिलीज होती थीं.
भारतीय फिल्म जगत में तब क्रांति आई जब 14 मार्च 1931 को पहली बोलने वाली फिल्म ‘आलम आरा’ रिलीज की गई. अरदेशिर ईरानी इस फिल्म के डॉयरेक्टर थे, वहीं मुंशी जहीर और जोसेफ डेविड द्वारा इसकी कहानी लिखी गई थी. इसके साथ ही फिल्म से जुड़ा हर कलाकार पहली बोलती फिल्म होने के कारण मशहूर हो गए.
बॉम्बे के मैजिस्टिक सिनेमा में जब इस फिल्म के पहले शो को रिलीज़ किया गया, तो सिनेमा हॉल के बाहर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि उस दौर में पहली टॉकी फिल्म को देखने के लिए लोगों की इतनी भीड़ उमड़ी थी कि भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लगाना पड़ा.
Alam Ara First Indian Sound Film. (Pic: imdb)
शी जिनपिंग ने संभाली चीन की कमान
वर्तमान समय में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आज ही के दिन यानी 14 मार्च 2013 को चीनी जनवादी गणराज्य या चीन के राष्ट्रपति पद की बागडोर संभाली थी.
हू जिंताओ की जगह शी जिनपिंग चीन के 7वें राष्ट्रपति बने.
माओ जेदांग के बाद शी जिनपिंग को चीन का सबसे ताक़तवर राष्ट्रपति माना जाता है. मौजूदा समय में वह चीन कम्यूनिस्ट पार्टी के जनरल सैकेटरी भी हैं.
शी ज़िनपिंग सरकार चीन को वैश्विक स्तर पर मज़बूत बनाने के लिए काफी कार्य कर रही है, वहीं शी ने चीनी सेना की बागडोर भी अपने हाथों में रखी है.
नागरिक परतंत्रता और अपने कड़े फैसलों के लिए मशहूर चीन ने कुछ समय पहले कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं पर धर्म का अनुसरण करने पर पाबंदी लगा दी थी, जिसका मकसद सभी कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं को पार्टी के नाम पर एकजुट करना था.
Xi Jinping, President of the People’s Republic of China. (Pic: newsgru)
व्लादिमीर पुतिन ने सीरिया से बुलाई रूसी फौज
सीरिया अब भी गृहयुद्ध और आतंकवाद की आग में जल रहा है. इज़राइल, अमेरिका, फ्रांस और रूसी सेना लगातार सीरिया में मिसाइल हमले कर लोगों को मौत के घाट उतार रही है.
वहीं आज ही के दिन यानी 14 मार्च 2016 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीरिया में तैनात अपनी फौज को वापस बुला लिया था.
पुतिन ने 6 महीने से सीरिया में तैनात रूसी फौज को यह कहकर बुला लिया था कि रूसी फौज जिस मिशन के लिए सीरिया भेजी गई थी, वह उसे निर्धारित समय सीमा में हासिल करने में कामयाब रही है.
हालांकि, इसके बाद भी रूसी फौज ने सीरिया में सक्रिय आईएस आतंकियों के खिलाफ अपने अभियान जारी रखे.
Russian Army in Syria. (Pic: vsluh)
दुनिया के पुराने गोल्फ क्लब में महिलाओं की एंट्री
आज के दिन यानी 14 मार्च 2017 को स्कॉटलैंड में दो सौ वर्ष पुरानी परंपरा को खत्म करते हुए खेल इतिहास में बड़ा फैसला लिया गया था.
इस दिन दुनिया के सबसे पुराने गोल्फ क्लब में शुमार म्यूइरफील्ड क्लब ने महिलाओं को खिलाड़ी के तौर पर गोल्फ क्लब की सदस्यता देने का ऐलान कर दिया.
1744 में स्थापित म्यूइरफील्ड क्लब ने महिलाओं के लिए बंद क्लब के दरवाज़ों को खोल दिया था, इससे पहले सिर्फ पुरूष ही क्लब की सदस्यता ले सकते थे
यह ऐतिहासिक फैसला वोटिंग के आधार पर किया गया था, जिसमें 80 प्रतिशत से अधिक पुरुषों ने महिलाओं के लिए गोल्फ कोर्स के बंद दरवाज़ों को खोलने के लिए वोट किया था. इसके बाद लिंग के आधार पर महिलाओं के साथ किया जा रहा भेदभाव खत्म हुआ.
Muirfield Golf Club allow women to join. (Pic: golfcare)
तो ये थीं 14 मार्च से जुड़ी कुछ खास जानकारियां!
अगर आप भी इस दिन से जुड़ा कोई विशेष और ऐतिहासिक किस्सा जानते हैं तो कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Important Historical Events of 14th March, Hindi Article
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