दुनियाभर में हर सेकेंड कुछ ऐसा घटित हो रहा है, जो तारीख़ों में ऐतिहासिक रूप से दर्ज हो रहा है. भले ही आज लोग इन घटनाओं से परिचित न हों, लेकिन आने वाली पीढियां इन्हें हमेशा याद रखती हैं.
इसी कड़ी में आज हम 18 मार्च को घटित इतिहास की कुछ ऐसी ही विशेष व प्रसिद्ध ऐतिहासिक घटनाओं पर बात करेंगे, जिनकी गूंज सालों बाद भी सुनाई देती है.
तो चलिए देखते हैं 18 मार्च के ऐतिहासिक किस्से –
एलेक्सी ने स्पेस वॉक कर रचा इतिहास
आज का दिन विज्ञान जगत के लिए काफी अहम है. 18 मार्च 1965 को सोवियत संघ वायुसेना के पायलट एलेक्सी लियोनोव ने पहली बार स्पेस वॉक की थी. इसी के साथ एलेक्सी लियोनोव स्पेस वॉक करने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बने थे.
12 फीट लंबी केबल के सहारे अपने वायुयान से बाहर निकले एलेक्सी लियोनोव ने 12 मिनट 9 सेकेंड तक ब्रह्मांड में स्पेस वॉक किया. सोवियत संघ की फौज में बतौर वायुसेना पायलट के तौर पर एलेक्सी लियोनोव का चयन स्पेस में जाने के लिए हुआ था.
लियोनोव 7 दिन 32 मिनट तक अंतरिक्ष में रहे थे. अपनी स्पेस वॉक पूरी करने के बाद अपने अनुभव साझा करते हुए एलेक्सी ने कहा था कि उन्हें चमचमाते तारों ने घेर लिया था.
इस दौरान उनका अपने शरीर पर कोई संतुलन नहीं था. बस वह शून्य गुरुत्वाकर्षण में केबल के सहारे घूम रहे थे, जो काफी रोचक था.
उनकी इस उपलब्धि पर रूस की सरकार ने उन्हें कई अहम पुरस्कारों से नवाज़ा था. हालांकि, अब 83 साल के हो चुके एलेक्सी लियोनोव सेना से रिटायर हो चुके हैं, लेकिन उनकी उपलब्धि और लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं.
Alexei Leonov, First Man to Walk in Space. (Pic: couragez)
जुल्फिकार अली भुट्टो को मौत की सजा
लोकतंत्र में न्यायपालिका का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है, फिर चाहे कोई भी बड़ा या छोटा क्यूं न हो, न्याय सभी के लिए समान होता है. ऐसा ही एक मामला पाकिस्तान में देखने को मिला, जहां 18 मार्च 1978 को पूर्व प्रधानमंत्री ज़ुल्फिकार अली भुट्टो को मौत की सज़ा सुनाई गई.
आज ही के दिन न्याय को प्राथमिकता देते हुए पाकिस्तान की लाहौर हाइकोर्ट ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके ज़ुल्फिकार अली भुट्टो को चार साथियों के साथ नवाब मोहम्मद अहमद खान की हत्या के आरोप में सजा ए मौत की सज़ा सुनाई गई थी. पांचों लोग लाहौर हाइकोर्ट में मौजूद थे, जब हाइकोर्ट के जज मौलवी मुश्ताक हुसैन मौत की सजा सुना रहे थे.
इससे पहले ज़ुल्फिकार अली भुट्टो पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद पर रह चुके थे. साल 1971 से 1973 तक वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे. इसके बाद 1973 से 1977 तक वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने.
हालांकि, मौत की सज़ा पाने के बाद भुट्टो ने पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी, जिसे खारिज करते हुए उनकी मौत की सज़ा को बरकरार रखा गया. परिणामत: 4 अप्रैल 1979 को सेंट्रल जेल रावलपिंडी में सज़ा के तहत ज़ुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी पर लटका दिया गया.
Former Pakistani PM Zulfiqar Ali Bhutto (Pic: Pinterest)
पाकिस्तान क्रिकेट कोच बॉब वूल्मर की मौत
आज ही के दिन यानी 18 मार्च 2007 को वेस्टइंडीज़ में आयोजित वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान के कोच बॉब वूल्मर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच की मौत के बाद पूरी दुनिया हैरत में पड़ गई जब, बॉब वूल्मर वेस्टइंडीज़ के किंग्सटन में होटल के बाथरूम में मृत पाए गए. साउथ अफ्रीका मूल के बॉब वूल्मर वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के मुख्य कोच थे.
उनकी मौत के बाद पूरी पाकिस्तान की टीम शक के घेरे में आ गई थी, क्योंकि बॉब वूल्मर की मौत से एक दिन पहले ही वर्ल्ड कप की सबसे कम़ज़ोर टीमों में शामिल आयरलैंड टीम ने पाकिस्तान को बुरी तरह से हरा दिया था.
सबसे बड़ी हैरानी की बात यह थी कि पाकिस्तान टीम आयरलैंड से हारने के बाद वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी. इंज़माम उल हक की कप्तानी में पाकिस्तान की टीम महज़ 132 रनों पर ढेर हो गई. वहीं आयरलैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सात विकेट खोकर जीत दर्ज की थी.
दूसरी दिलचस्प बात यह थी कि आयरलैंड अपना पहला वर्ल्ड कप खेल रही थी, लेकिन उसने पाकिस्तान जैसी मज़बूत टीम को हराकर क्रिकेट जगत में बड़ा उलटफेर किया था.
माना जा रहा था कि पाकिस्तान की टीम ने मैच फिक्स किया हुआ था. जिसकी खबर बॉब वूल्मर को हो गई थी. हालांकि, बॉब वूल्मर की पत्नी ने कहा था कि उनके पति की हत्या नहीं हुई है.
Bob Woolmer coached Pakistan from 2004. (Pic: inmemoryglobal)
अमेरिकी संग्रहालय में सबसे बड़ी चोरी
अमेरिका के बोस्टन शहर में स्थित इसाबेला स्टीवर्ट गार्डनर संग्रहालय में आज ही के दिन 500 मिलियन डॉलर की चोरी हो गई थी. चोर संग्रहालय में रखी गई, ऐतिहासिक कलाकृतियां ले गए थे. जिनकी कीमत करीब 50 मिलियन डॉलर आंकी गई थी.
इसाबेला स्टीवर्ट गार्डनर संग्रहालय में हुई इस चोरी को इतिहास की सबसे बड़ी चोरियों में से एक माना जाता है. माना जाता है कि दुनिया की इस सबसे बड़ी चोरी को महज़ दो लोगों ने अंजाम दिया था. 18 मार्च 1990 को दो पुरुष पुलिस अधिकारियों की वेशभूषा में संग्रहालय में दाखिल हुए और वहां रखी करीब 13 चीज़ों पर हाथ साफ कर गए. जिसमें कलाकृतियां और ऐतिहासिक पेंटिग भी शामिल थीं.
चोरी की ख़बर पूरे अमेरिका में तेज़ी से फैल गई, एफबीआई ने पूरी घटना की जांच की और चोरी करने वाले दो लोगों को चिह्नित किया गया और उनके स्कैच भी जारी किए गए.
हालांकि, आज तक ये चोर पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं, वहीं पुलिस ने इस चोरों के ऊपर पचास लाख डॉलर का ईनाम भी घोषित किया था, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं निकला और चोरी सामान की बरामदगी नहीं हो पाई.
Heist Paintings of Gardner Museum. (Pic: time)
हिटलर को मिला था मुसोलिनी का साथ
ब्रिटेन और फ्रांस पर युद्ध करने की योजना बनाने वाले जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर को इटली के राष्ट्रीय फासिस्ट पार्टी के नेता बेनिटो मुसोलिनी का साथ मिला था. एडोल्फ हिटलर और बेनिटो मुसोलिनी के बीच यह मुलाक़ात 18 मार्च 1940 को ब्रेनर पास पहाड़ी पर हुई थी.
एडोल्फ हिटलर ट्रेन में सवार होकर बेनिटो मुसोलिनी से मिला था. जिसमें मुसोलिनी ने हिटलर द्वारा ब्रिटेन और फ्रांस पर आक्रमण का समर्थन किया था. माना जाता है कि हिटलर और मुसोलिनी ने इन दोनों देशों पर आक्रमण करने की रणनीति पर विचार विमर्श किया था, वहीं हिटलर से हुई इस मुलाकात का ज़िक्र मुसोलिनी ने अपनी डायरी में भी किया था.
यही नहीं यहां तक कहा जाता है कि हिटलर ने ब्रिटेन युद्ध के लिए बेनिटो मुसोलिनी से मदद मांगी थी. हालांकि, क्रूर तानाशाह हिटलर अपने मक़सद में कामयाब नहीं हो पाया और उसे बैटल ऑफ ब्रिटेन में परास्त होना पड़ा. इस युद्ध में नाज़ी सेना को बुरी हार मिली थी.
जिसके बाद हिटलर और उसकी नाज़ी सेना का पतन शुरू हो गया.
Adolf Hitler with Benito Mussolini. (Pic: ww2db)
तो यह थीं 18 मार्च से जुड़ी दुनियाभर की प्रमुख घटनाएं.
आपको इनमें से कौन सी घटना सबसे ज्यादा रोचक लगी, कृपया कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं.
Web Title: Important Historical Events of 18th March, Hindi Article
Featured Image Credit: Dawn