हर दिन कुछ न कुछ घटता है और लोग उसके बारे में लिखते हैं. बाद में एक तय समय के बाद यह इतिहास बन जाता है. इसी क्रम में आने वाली पीढ़ियां देखती हैं कि हमारे अतीत में क्या-क्या हुआ है. वो इससे सीखती हैं और आगे भी बढ़ती हैं.
तो आईए जानते हैं कि 8 जून के नाम इतिहास में क्या दर्ज है–
हजरत मोहम्मद की मृत्यु
8 जून 632 ईसवी के दिन इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगम्बर हजरत मोहम्मद की मृत्यु हो गई. हजरत मोहम्मद इतिहास में सबसे बड़े धार्मिक और राजनीतिक नेताओं में से एक माने जाते हैं. मृत्यु के समय वे अपनी तीसरी पत्नी आयशा के पास थे.
मक्का में जन्म लेने के बाद मोहम्मद ने 25 वर्ष की उम्र में एक अमीर विधवा औरत से शादी की और अगले पंद्रह वर्षों तक व्यापार किया. सन 610 ईसवी में हीरा नाम के पहाड़ की गुफा में उन्होंने तपस्या की.
इस तपस्या के बाद उन्होंने लोगों को बताया कि अल्लाह ने उनसे कहा है कि वे उनकी शिक्षाओं को लोगों के बीच ले जाएं. इन शिक्षाओं को मोहम्मद ने 'कुरान' नाम के एक ग्रन्थ में संकलित किया.
इस प्रकार मोहम्मद ने इस्लाम धर्म की नींव रखी. अपनी स्थापना के बाद इस्लाम का प्रसार बहुत तेजी से हुआ. यह धर्म सभी मनुष्यों के एक सामान होने की बात करता है. यह धर्म कहता है कि दुनिया में सिर्फ एक खुदा है और उसे देखा नहीं जा सकता है, बस महसूस किया जा सकता है.
मोहम्मद ने बताया कि वे खुदा के अंतिम पैगम्बर हैं. उनकी मृत्यु तक बहुत सारे लोगों ने इस्लाम धर्म अपना लिया था. हालाँकि, मोहम्मद के जाने के बाद उनका उत्तराधिकारी बनने के लिए सत्ता संघर्ष हुए. इन संघर्षों में काफी खून-खराबा हुआ. आगे चलकर इस्लाम ने पूरे विश्व में अपनी छाप छोड़ी.
ऑल इंडिया रडियो की हुई शुरुआत
8 जून 1936 के दिन इंडियन स्टेट ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन का नाम बदलकर ऑल इंडिया रेडियो रख दिया गया. हम आपको बता दें कि भारत में पहला रडियो प्रोग्राम जुलाई 1923 में बम्बई से प्रसारित हुआ था.
इसके चार महीने के बाद ही कलकत्ता रेडियो स्टेशन भी काम करने लगा था. जुलाई 1927 में इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी लिमिटेड अस्तित्व में आई और इसने कलकत्ता और बम्बई में दो नए रेडियो केंद्र खोले.
हालांकि अगले तीन सालों के भीतर ही इस कंपनी की हालत खस्ता हो गई और अंग्रेजी सरकार ने इसका कामकाज अपने जिम्मे ले लिया. इस प्रकार अप्रैल 1930 को इंडियन स्टेट ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन की नींव पड़ी. 8 जून 1936 को इसका नाम ऑल इंडिया रडियो हो गया.
3 भाषाओं में 415 रडियो स्टेशनों के साथ ऑल इंडिया रडियो आज विश्व का सबसे बड़ा रडियो नेटवर्क है. इसकी पहुँच भारत की 99 प्रतिशत जनसँख्या तक है. इसके पास 18 एफएम चैनेल भी हैं.
मार्गरेट थ्रेचर ने हासिल की बड़ी जीत
8 जून 1983 के दिन ब्रिटेन में मार्गरेट थ्रेचर के नेतृत्व में कंजरवेटिव पार्टी ने दूसरी बार बहुमत हासिल की. इस चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी को 397 सीटें मिलीं, जबकि उसकी मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी को 209 सीटें मिलीं.
इस चुनाव में एसडीपी ने पहली बार भाग लिया और उसे 23 सीटें मिलीं. हालाँकि उसे मिले वोटों की संख्या लेबर पार्टी के लगभग बराबर ही थी.
इस जीत के बाद मार्गरेट थ्रेचर ने कहा कि वे देश की भलाई के लिए कठिन से कठिन कदम उठाने में जरा भी नहीं हिचकिचाएंगी. वहीँ लेबर पार्टी ने कंजरवेटिव पार्टी की इस जीत को देश के लिए त्रासदी बताया.
उन्होंने एसडीपी के ऊपर कंजरवेटिव पार्टी की मदद करने का आरोप लगाया. वहीं एसडीपी ने ‘फर्स्ट पास्ट दि पोस्ट’ चुनावी सिस्टम को हटाने की मांग की.
इस चुनाव से पहले लेबर पार्टी ब्रिटेन को यूरोपीय आर्थिक संघ से बाहर निकाल लेने की बात कर रही थी, जबकि कंजरवेटिव पार्टी उसे बनाए रखने की. लेबर पार्टी का कहना था कि इस संघ में ब्रिटेन का आर्थिक शोषण हो रहा है.
वहीं दूसरी ओर कंजरवेटिव पार्टी का कहना था कि इस संघ से हट जाने के बाद ब्रिटेन का विकास रुक जाएगा और वह यूरोप में अकेला पड़ जाएगा.
इजराइल ने किया अमेरिकी जहाज पर हमला!
8 जून 1967 के दिन इजराइल ने गाज़ा पट्टी के पास अमेरिका के 'लिबर्टी' नाम के पानी के जहाज पर हमला कर दिया. यह हमला उसने छह दिन के युद्ध के दौरान किया गया. हमले के वक्त लिबर्टी ने रेडियो द्वारा अमेरिकी सैन्य अड्डे से संपर्क करना चाहा, लेकिन इजराइल ने सभी रडियो संचार को जाम कर दिया.
इस हमले में लिबर्टी के 9 चालक दल के सदस्य मारे गए और 60 घायल हो गए. इजराइल ने इस हमले में अन्तर्राष्ट्रीय नियमों की अवहेलना की. इस हमले ने लिबर्टी जहाज को बहुत नुकसान पहुँचाया था. इसलिए इसके कप्तान ने लोगों को बचाने के लिए समुद्र में तीन जीवन रक्षक नावें उतारी थीं. इजराइल ने इन नावों के ऊपर भी हमला कर दिया.
हमले में कुल मिलाकर 34 अमेरिकी मारे गए और 171 घायल हो गए. हालांकि इस हमले के बाद इजराइल ने अमेरिका से माफ़ी मांगी और 6.9 मिलियन डॉलर की मुआवजा राशि दी. इजराइल ने बताया कि उसने गलती से लिबर्टी जहाज को मिस्र का जहाज समझ लिया था.
तूफ़ान बना अमेरिका के लिए काल!
8 जून 2001 के दिन तीव्र तूफ़ान एलिसन ने अमेरिका के टेक्सास में भारी तबाही मचाई. इस तूफ़ान ने 50 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और 5 अरब डॉलर की संपत्ति को नष्ट कर दिया. इस तूफ़ान के दौरान 60 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से हवाएं चलीं और आठ इंच तक बरसात हुई.
यह तूफ़ान टेक्सास बहुत धीमी गति से पहुंचा था. यह अफ्रीका के तट से 21 मई को उठा था और फिर 8 जून को टेक्सास पहुंचा. इसने फ्लोरिडा, वर्जिनिया और पेंसलीविनिया में भारी क्षति पहुंचाई. पेंसलीविनिया में तो इसने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए, जिसके कारण प्राकृतिक गैस की एक पाइपलाइन में विस्फोट हो गया!
इस विस्फोट में छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस तूफ़ान ने यह बताया कि धीमी गति से आगे बढ़ने वाले तूफानों को कम नहीं आंकना चाहिए. ये तूफ़ान भी भीषण तबाही का पूरा मंजर खड़ा कर सकते हैं.
तो ये थीं 8 जून को इतिहास में घटीं कुछ महत्वपूर्ण घटनाएँ. यदि आपके पास भी ऐसी किसी घटना की जानकारी है, तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Day In History 08 June: Israel Air Attacked On American Ship, Hindi Article
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