कहते हैं कि जो लोग अपना इतिहास नहीं जानते हैं, वे उस पेड़ की तरह होते हैं, जिसकी जड़ें नहीं होती हैं.
ऐसे में जरूरी है कि हम देश-विदेश में घटी हुई उन घटनाओं का जानें, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं.
तो आईए इसी क्रम में 29 जून में दर्ज कुछ ऐतिहासिक घटनाओं को जानते हैं-
वीरप्पन ने दिया आत्मसमर्पण का प्रस्ताव
29 जून 2001 के दिन पुलिस महानिदेशक ने कुख्यात डकैत वीरप्पन के आत्मसमर्पण करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया.
वीरप्पन को भारत के सबसे खतरनाक डकैत के रूप में याद किया जाता है. वह कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के जंगलों में सक्रिय था. उस पर करीब 184 लोगों की हत्या का आरोप था. इनमें से ज्यादातर पुलिस के अधिकारी थे. इसके अलावा उसके ऊपर हाथी के दाँतों, मोती और चन्दन की लकड़ी के तस्करी करने के आरोप भी थे.
दिलचस्प बात तो यह है कि वह बीस सालों तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया था. अंततः 2004 में पुलिस ने उसे मार गिराया. उसके सर पर पांच करोड़ रूपए का इल्जाम था. सन 2000 में वीरप्पन ने कर्नाटक के सुपरस्टार राजकुमार का अपहरण कर लिया था. राजकुमार को छोड़ने के बदले में उसने अपने साथियों को छोड़ने की मांग की थी.
अपहरण के 108 दिनों के बाद राजकुमार को बिना कोई नुकसान पहुंचाए छोड़ दिया गया था. इसके अलावा वीरप्पन ने कर्नाटक के पूर्व मंत्री एच नागप्पा का भी अपहरण किया था. पुलिस ने नागप्पा को छुड़ाने के लिए वीरप्पन के एनकाउंटर की योजना बनाई, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. आगे तीन महीने बाद नागप्पा अपने पैतृक गाँव में मरे हुए पाए गए.
माना जाता है कि वीरप्पन के पास तमिलनाडु की कई राजनीतिक पार्टियों का भी समर्थन था. 2001 में आत्म्समर्पण का प्रस्ताव देने से पहले वह 1993 और 1997 में भी ऐसे प्रस्ताव दे चुका था. हर बार उसकी यही शर्त होती थी कि तमिलनाडु और कर्नाटक में पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स को हटाया जाए और उसके तथा बाकी साथियों के ऊपर चल रहे सभी झूठे केस रद्द किए जाएं. 2001 में जब पुलिस महानिदेशक ने उसका यह प्रस्ताव ठुकरा दिया, तब उसने अपनी गतिविधियों में और तेजी ला दी.
अंतत: 18 अक्टूबर 2004 के दिन तमिलनाडु स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने उसे मार गिराया.
सचिन तेंदुलकर ने बनाया नया रिकॉर्ड
29 जून 2007 के दिन क्रिकेट इतिहास में एक नया इतिहास रचा गया. इस दिन विश्व के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने एक दिवसीय मैचों में 15,000 रनों का जादुई आंकड़ा छुआ. इस प्रकार वे एक दिवसीय मैचों में ऐसा करने वाले विश्व के प्रथम बल्लेबाज बने.
जिस मैच में सचिन ने यह कारनामा किया, वह मैच भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. यह तीन मैचों की श्रृंखला का दूसरा मैच था. इससे पहले भारत पहला मैच हार चुका था. हालाँकि, इस मैच में सचिन अपना 42 वां शतक लगाने से केवल 7 रन से चूक गए थे. हम आपको बता दे कि सचिन तेंदुलकर एक दिवसीय और टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा रन और शतक बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उनके नाम कुल मिलाकर 100 शतक लगाने का भी रिकॉर्ड दर्ज है.
एक दिवसीय मैचों में उनके नाम जहां 18,426 रन दर्ज हैं, तो वहीं टेस्ट में भी उन्होंने 15,921 रन बनाए हैं. बल्लेबाजी के साथ- साथ सचिन ने गेंदबाजी में भी अपना हाथ आजमाया है. एकदिवसीय मैचों में जहाँ उन्होंने 154 विकेट चटकाएं हैं, वहीं टेस्ट में उन्होंने 46 विकेट झटके हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने दिया ऐतिहासिक फैसला
29 जून 1972 के दिन अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने न्याय की अवधारणा में एक क्रांतिकारी परिवर्तन किया. इस दिन इसने मृत्यु दंड की सजा को असंवैधानिक और क्रूर करार दिया. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मृत्यु दंड की सज़ा अमेरिकी संविधान के आठवें संसोधन के खिलाफ है. सुप्रीम कोर्ट में यह निर्णय 4 के मुकाबले 5 वोट से पारित हुआ.
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय के साथ मृत्यु दंड का विरोध करने वाले राजनीतिक और सामजिक एक्टिविस्ट्स के बीच ख़ुशी की लहर दौड़ गई. हालाँकि, यह ख़ुशी ज्यादा दिन तक नहीं टिकी क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अमेरिकी कांग्रेस संसद में नया कानून पारित करके इस निर्णय को निरस्त भी कर सकती है. बताते चलें कि 1976 में हुए एक सर्वे के अनुसार अमेरिकी आबादी का 66 प्रतिशत हिस्सा मृत्यु दंड की सजा का समर्थन कर रहा था!
बोल्ड अभिनेत्री जेन मैन्सफील्ड का निधन
29 जून 1967 के दिन हॉलीवुड की बोल्ड अभिनेत्री जेन मैन्सफील्ड की एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई. असल में वे शूटिंग करने के बाद अपने घर लौट रही थीं. इसी बीच उनकी गाड़ी रास्ते में खड़े एक ट्रक से टकरा गई. असल में शूटिंग के दौरान उन्हें देर हो गई थी. अगले दिन उन्हें जल्दी एक शो में जाना था. इसलिए उनका ड्राइवर आम दिनों की अपेक्षा थोड़ी तेज गति से कार चला रहा था. आगे उसका नियंत्रण बिगड़ा और अँधेरे में खड़े ट्रक से जाकर वह टकरा गया.
जेन मैन्सफील्ड का जन्म पेंस्लिविनिया में हुआ था. 1954 में उन्होंने हॉलीवुड में कदम रखा था. शुरुआत से ही उन्होंने एक से एक बोल्ड किरदार अदा किए. इसने उन्हें हॉलीवुड जगत में बस कुछ ही दिनों में चर्चित कर दिया.
विल सक्सेस स्पोइल रॉक हंटर नाम की फिल्म के एक सीन में वे केवल सिर्फ सफ़ेद तौलिए में पर्दे पर आई थीं. इससे भी बढ़कर 1963 में आई कॉमेडी फिल्म ‘प्रोमिसेस! प्रोमिसेस!’ के एक सीन में वे पूरी तरह नग्न भी नजर आई. इस तरीके के किरदार अदा करने पर उनकी आलोचना भी हुई, लेकिन उन्होंने इन आलोचनाओं पर कभी ध्यान नहीं दिया.
इसके बाद उन्हें मशहूर पत्रिका ‘प्ले बॉय’ में भी जगह मिली. 1957 में आई फिल्म ‘वेवार्ड बस’ में निभाए गए किरदार को, उनके फ़िल्मी करिएर का सबसे बेहतर किरदार आंका गया है. इस फिल्म में निभाए गए किरदार के लिए वे हमेशा याद की जाती हैं.
तो ये थीं 29 जून के दिन इतिहास में घटीं कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं.
अगर आपके पास भी इस दिन से जुड़ी किसी घटना की जानकारी हो तो हमें कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Day In History 29 June, Hindi Article
Feature Image Credit: Firstpost