रेलवे में टिकट कलेक्टर से भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनने तक की महेंद्र सिंह धोनी की कहानी को हम सबने सुना भी है और बड़े पर्दे पर देखा भी है.
किन्तु क्या आपको पता है कि रेलवे का एक और खिलाड़ी है, जो पहले पटरियों को ठीक करता था और अब आईपीएल-11 की नीलामी में सबसे मंहगे बिके भारतीय खिलाडियों में से एक है.
जी हां, यहां बता हो रही है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए खेल चुके भी कर्ण शर्मा की.
चूंकि, करण शर्मा आम से खास बने हैं, इसलिए उनके सफरनामें को जानना दिलचस्प रहेगा-
इस तरह बने आईपीएल स्टार
कर्ण शर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले हैं. कर्ण का जन्म 23 अक्टूबर 1987 को हुआ. बचपन से ही उन्हें क्रिकेट खेलने शौक था, इसलिए उन्हें जब भी मौका मिलता वह मैदान पर अपना पसीना बहाते. आगे रोजी-रोटी चलाने के लिए उन्हें नौकरी की जरूरत पड़ी, तो उन्होंने हाथ-पैर मारने शुरू कर दिए.
इसी कड़ी में 2005 के आसपास वह रेलवे की नौकरी पाने में सफल रहे. रेलवे में उन्हें पटरी ठीक करने वाले कर्मियों की श्रेणी में नियुक्ति मिली थी. अमूमन तौर पर सरकारी नौकरी के बाद लोग अपने बचपन के शौक को दफन कर देते हैं, किन्तु कर्ण ने ऐसा नहीं किया.
उनकी कोशिश का ही परिणाम था कि वह जल्दी ही रेलवे की क्रिकेट टीम में अपनी जगह बनाने में सफल हो गए. वहां उनका प्रदर्शन लगातार शानदार रहा तो आगे रेलवे की रणजी टीम का रास्ता भी रास्ता खुल गया. बताते चलें कि कर्ण अभी भी रेलवे की रणजी टीम के कप्तान हैं.
2007 में कर्ण को अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेलने का मौका मिला था. जम्मू और कश्मीर के ख़िलाफ़ खेलें गए अपने इस मैच में कर्ण ने अपनी बल्लेबाजी का दम दिखाया था. 17 चौकों की मदद से उन्होंने इस मुकाबले में 120 रन ठोके थे.
सिलसिला आगे बढ़ा तो 2009 उनके लिए खुशियां लेकर आया. इसी साल वह आईपीएल में पहली बार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से जुड़े थे. उन्हें आरसीबी ने 20 लाख रुपए में खरीदे थे. इसके बाद 2013 से 2016 के बीच वह सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का हिस्सा रहे.
आईपीएल सीजन-10 यानी 2017 में तो उन पर पैसा जमकर बरसा. मुंबई इंडियंस ने उन्हें 3.20 लाख की मोटी रकम में खरीदा था. इस सीजन में उन्होंने अपनी उपयोगिता मुंबई के लिए साबित की थी और कई अहम मुकाबले मुंबई के नाम करने में अहम भूमिका निभाई.
Karan Sharma with Sunrisers hyderabad (Pic: Veethi)
आईपीएल-10 में मचाया धमाल
तारीख थी 19 मई 2017, बंगलौर का चिन्नास्वामी स्टेडियम. कोलकाता नाइट राइडर्स और मुंबई इंडियंस आमने-सामने थे. मुंबई इंडियंस पहले क्वालीफायर मैच में पुणे सुपरजाइंट्स से हार चुकी थी. ऐसे में उसके लिए यह मैच जीतना बहुत जरूरी था.
पहले बल्लेबाजी कर्ण उतरी कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उनके बल्लेबाज क्रिस लाइन जसप्रीत बुमराह की बॉल पर आउट हो गए.
हालांकि, सुनील नारायण मुंबई इंडियंस के लिए चिंता का विषय बने हुए थे. दिलचस्प बात तो यह थी कि यूं तो सुनील नारायण एक अच्छे स्पिनर के रूप में जाने जाते है, किन्तु सीजन-10 में वह एक अच्छे बल्लेबाज के रूप में भी उभरकर सामने आए.
मुंबई के गेंदबाज किसी भी तरह से नारायण को आउट करना चाहते थे. इस कोशिश में मलिंगा तीसरा ओवर लेकर आए. वह बात और है कि सुनील नारायण ने गगनचुंबी छक्का लगाकर अपना इरादा साफ कर दिया.
ऐसी स्थिति में कर्ण शर्मा ही थे, जो मुंबई को विकेट दिलाने में कामयाब रहे. उनकी एक गेंद नारायण को छकाते हुए पार्थिव पटेल के दस्तानों में पहुंच गई. पार्थिव ने देरी न करके हुए स्टंप बिखेर दिए और सुनील नारायण को चलता किया.
यही नहीं रुके कर्ण शर्मा
आगे भी कर्ण शर्मा का कहर जारी रहा. सुनील नारायण के बात उन्होंने गौतम गंभीर, इशांक जग्गी और ग्रैंडहोम जैसे बड़े खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया. इस तरह अपने चार ओवर के स्पैल में सिर्फ 16 रन देकर करन ने चार विकेट अपने नाम किए.
इन चार विकेट की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम महज 107 रन ही बना सकी. इस कारण मुंबई ने आसानी से यह मैच 6 विकेट से जीत लिया.
जाहिर तौर पर मैच के हीरो रहे कर्ण शर्मा.
बहरहाल, अभी भी आईपीएल का फाइनल बाकी था, जिसके लिए लगातार जीतना जरूरी था. इसी क्रम में केकेआर के बाद मुंबई के सामने थी पुणे सुपरजांइट्स.
इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई की टीम केवल 129 रन ही बना सकी. ऐसे में अब पूरी तरह दारोमदार गेंदबाजों पर ही था. इस मौके को कर्ण शर्मा ने भुनाया और फिर से अपनी बॉलिंग से कमाल दिखाया और 4 ओवर में केवल 18 रन दिए.
अंतत: उनकी शानदार गेंदबाजी के चलते मुंबई ने यह मुकाबला भी 1 रन से जीत लिया.
Karan Sharma with Mumbai Indians (Pic: mumbaiindians)
विश्व क्रिकेट में भी दिखाया दम
कर्ण ने सितंबर 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 खेल कर अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आगाज किया था. इसी साल दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ वनडे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में भी अपने करियर का पदार्पण किया था.
हालांकि, कर्ण को भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला है. फिर भी आकड़ों की बात करें तो कर्ण ने टीम इंडिया के लिए 1 टेस्ट, 2 वनडे और 1 टी-20 मैच खेल चुके हैं. विकेटों की बात की जाए तो उन्होंने टेस्ट में 4, टी-20 में 1 विकेट हासिल किया.
वहीं वन-डे में उन्हें कोई सफलता नहीं मिली.
प्रथम श्रेणी की बात करें तो कर्ण के नाम 65 मैच में 183 विकेट दर्ज हैं.
कर्ण शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम के लिए प्रवीण कुमार और भुनेश्वर कुमार के बाद खेलने वाले मेरठ के तीसरे क्रिकेटर हैं. खास बात यह है कि तीनों के तीनों गेंदबाज हैं.
कर्ण को सबसे ज्यादा जो चीज खास बनाती है, वह है उनका व्यक्तित्व. वह अपनी निजी जिंदगी में बेहद आम तरीके से रहते हैं. वह शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी का नाम निधि है.
दिलचस्प बात यह है कि कर्ण की मां भी स्पोर्ट्स से जुड़ी रही हैं. वह अपने टाइम में बैडमिंटन स्टेट लेवल की बैडमिंटन प्लेयर रही हैं.
Karan Sharma with his Mother (Pic: StarsUnfolded)
मौजूदा सीजन यानी आईपीएल-11 में कर्ण को आईपीएल में वापसी कर रही टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने 5 करोड़ रुपए में खरीदा है. ऐसे में देखना दिलचस्प रहेगा कि कि आने वाले आईपीएल में करन कितना कमाल दिखाते हैं और उनके मालिकों का कितना पैसा वसूल होता है.
Web Title: How Karan Sharma Become an IPL Star, Hindi Article
Featured Image Credit: Mumbai Indians