एक महिला की जिंदगी बहुत सी जिम्मेदारियों से घिरी होती है. ऐसे में अधिकांश महिलाओं को अपनी सेहत का ख्याल रखने का समय ही नहीं मिलता.
सेहत का ध्यान न रखने के कारण उन्हें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में रोजाना थोड़ी देर की योगा उनके काफी काम आ सकती है.
कई विशेषज्ञ महिलाओं को योगा करने की हिदायत देते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि, महिलाओं के शरीर पर योगा का बहुत असर पड़ता है.
तो चलिए जानते हैं आखिर महिलाओं को योगा कैसे फायदा पहुंचा सकता है–
प्रेगनेंसी में बहुत काम आता है योग
प्रेगनेंसी के दौरान माँ का बहुत ख्याल रखना होता है. उस समय महिलाओं को काफी कमजोरी भी महसूस होती है.
ऐसे में महिलाओं को अच्छी डाइट तो रखनी ही होती है मगर, उसके साथ कुछ फिजिकल एक्टिविटी भी करनी होती है. हालांकि, प्रेगनेंसी में मुश्किल एकसरसाइज करना अच्छा उपाए नहीं है.
इसलिए ऐसे में योगा उनके काफी काम आती है. योगा में कितने ही ऐसे आसन हैं, जो महिलाओं को अंदर से मजबूत बनाते हैं.
इतना ही नहीं इसमें उन्हें शरीर पर बहुत ज्यादा जोर देने की जरूरत भी नहीं पड़ती. माना जाता है कि, जो महिलाऐं प्रेगनेंसी से पहले योगा करने की आदत रखती हैं उन्हें बच्चे को जन्म देते हुए कोई दिक्कत नहीं होती.
कहते हैं कि योगा के कारण महिला को नेचुरल चाइल्ड बर्थ में भी कोई परेशानी नहीं आती है. प्रेगनेंसी से पहले रोजाना योगा करने पर शरीर में काफी बदलाव आते हैं.
इससे शरीर के कई अंग और दिमाग दोनों ही ठीक बने रहते हैं. ऐसे में प्रेगनेंसी में होने वाले 'मूड स्विंग्स' भी काफी हद तक काबू में रहते हैं.
हाँ, मगर कहा जाता है कि योगा करते हुए हमेशा ही जगह पूरी तरह से शांत होनी चाहिए. इसके अलावा सुबह के वक्त की गई योगा का ज्यादा फायदा होता है.
बिगड़ते मासिक धर्म को करता है कंट्रोल
मासिक धर्म होना एक महिला के लिए आम बात है. हर महीने उन्हें इससे गुजरना ही पड़ता है. यूँ तो यह कुछ दिनों के लिए होता है मगर, कई महिलाओं के साथ यह थोड़ा बिगड़ जाता है.
कई महिलाओं के हारमोंस में बदलाव आने के कारण उनका मासिक धर्म उम्मीद से ज्यादा वक्त तक रहता है. इतना ही नहीं उन्हें इस दौरान काफी दर्द भी सहना पड़ता है.
ऐसा होने के पीछे महिलाओं की इमोशनल और फिजिकल कमजोरी होती है. कई बार तो स्ट्रेस के कारण भी मासिक धर्म में बदलाव आता है. ऐसे में वह लम्बे वक्त तक चलते रहते हैं.
इस परेशानी से योगा बड़ी ही आसानी से छुटकारा दिला सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि, योग करने से इमोशनल और फिजिकल दोनों ही रूप से शरीर की ताकत बढ़ती है.
रोजाना योगा करने से महिलाओं का नर्वस सिस्टम शांत हो जाता है. इसके कारण उनका स्ट्रेस और टेंशन दोनों कम हो जाता है.
इसके साथ-साथ उनकी सांस लेनी की क्षमता भी बढ़ती है. इससे उनके शरीर के टिश्यू तक ऑक्सीजन पहुँचती है.
इस तरह योगा से महिलाओं का मासिक धर्म नियंत्रण में रहता है और उन्हें परेशानियों से निजात मिलती है.
योग में है ब्रेस्ट कैंसर को थामने की क्षमता
आंकड़ों की माने तो ब्रेस्ट कैंसर के 99% केस महिलाओं के साथ ही देखने को मिलते हैं. आज के समय में यह बढ़ता ही जा रहा है.
अगर यह सही समय पर पकड़ा जाए तो इसका इलाज हो सकता है. वहीं अगर यह देर में पकड़ा जाए, तो इसका इलाज करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है.
महिलाओं को सबसे ज्यादा ब्रैस्ट कैंसर की परेशानी से गुजरना पड़ता है. योगा करने से ब्रैस्ट कैंसर ठीक तो नहीं हो सकता मगर, इससे उसका असर थोड़ा कम जरूर हो जाता है.
ब्रैस्ट कैंसर से पीड़ित कई महिलाओं पर योगा के टेस्ट किए गए हैं. उसके बाद कई बातें सामने आई हैं. इसमें सबसे खास बात है कि 'रेडिएशन थेरेपी' के दौरान योगा से महिलाओं को काफी फायदा हुआ.
उन्हें थकान कम लगने लगी. उन्होंने योगा के जरिए स्ट्रेस से दूरी बनाई. ब्रेस्ट कैंसर के दौरान अगर महिला का शरीर स्वस्थ रहता है, तो वह जल्दी उससे उभर पाती है.
ऐसे में योग से महिलाएं न सिर्फ अपना शरीर बल्कि, अपने दिमाग को भी स्वस्थ बना सकती हैं. इलाज के चलते होने वाली सभी स्ट्रेस को योगा ख़त्म कर देता है ताकि महिलाएं बिना किसी परेशानी के रहें.
पीठ के दर्द की कर दें छुट्टी
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को बहुत ख्याल की जरूरत होती है. हालांकि, उसके बाद भी कभी-कभी कुछ चूक हो ही जाती है.
इसमें सबसे आम है, महिलाओं की पीठ का ख्याल न रखना. प्रेगनेंसी के आखिरी महीनों में बच्चे के कारण पेट का आकर काफी बढ़ जाता है. इतना ही नहीं उसका वजन भी काफी ज्यादा हो जाता है.
ऐसे में बच्चे के भार को उठाने में माँ की पीठ सबसे ज्यादा काम आती है. हालांकि, इस कारण ही माँ की पीठ कमजोर भी हो जाती है.
डिलीवरी के बाद जब बच्चा माँ के पेट से बाहर आ जाता है, तो पीठ का असली हाल माँ को तब पता चलता है.
इसके बाद कई महिलाओं को पीठ में दर्द की शिकायत रहती है. उनका बॉडी पोश्चर काफी बदल जाता है. ऐसे में भी योगा ही उनके लिए सबसे बढ़िया चीज है.
योगा के दौरान महिलाओं की अधिकतर मसल की ताकत बढ़ती है. ऐसे में जब इसे रोजाना किया जाए, तो उनकी पीठ पर भी इसका असर दिखाई देता है.
योगा से उनका पोश्चर फिर से पहले जैसा हो जाता है और धीरे-धीरे पीठ का दर्द भी कम हो जाता है. इसे ठीक होने में थोड़ा वक्त जरूर लगता है मगर, ये काफी हद तक दर्द से राहत दिला देता है.
इसलिए प्रेगनेंसी के बाद, तो महिलाओं के लिए योगा करना बहुत ही जरूरी हो जाता है.
यूँ तो योगा हर व्यक्ति के लिए जरूरी है मगर, महिलाओं के लिए यह थोड़ा ज्यादा ही महत्वपूर्ण है. उनके शरीर में समय-समय पर इतने बदलाव आते रहते हैं कि उन्हें इसकी अत्यंत जरूरत है. तो अगर आपको भी ऐसी कोई परेशानी है, तो आज ही योगा शुरू कर दीजिए.
Web Title: Benefits Of Yoga For Women, Hindi Article
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