नया साल दस्तक देने को है.
हर कोई बिजी है नए साल की पार्टी प्लान करने में… तो वहीं कुछ लोगों ने तय किया है कि हर साल की तरह घर पर रजाई में बैठकर टीवी पर अवॉर्ड नाइट देखकर ही सेलीब्रेट कर लेंगे.
इसी कड़ी में कुछ लोग न्यू इयर की छुट्टी बिताने और पार्टी प्लानिंग के बीच कहीं ना कहीं न्यू इयर रेजोल्यूशंस बनाने को लेकर भी एक्साइटमेंट में होंगे.
इसके लिए उनके दिमाग में एक लंबी लिस्ट होती है!
हालांकि, साल के शुरुआती कुछ ही दिनों में इन ‘न्यू इयर रेजोल्यूशंस’ की हक़ीकत नज़र आने लगती है.
हफ्ते भर तक तो सब ठीक चलता है, फिर लोगों के अंदर का जोश ठंडा पड़ जाता है और ज़िन्दगी पुराने ढर्रे पर लौट जाती है. वैसे ये सभी की कहानी नहीं है, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो हर हाल में इन रेजोल्यूशंस को पूरा करते हैं.
आप भी इन लोगों की ही श्रेणी में आना चाहते हैं, तो कुछ इस तरह इस नए साल पर अपने रेजोल्यूशंस को पूरा कर सकते हैं–
छोटे कदमों से बनेगी बात
नया साल उम्मीदों और संकल्पों से भरा होता है. हम चाहते हैं कि आने वाले साल में वो करें, जो हमने अभी तक नहीं किया है. इसके लिए हम बड़े लक्ष्यों को पूरा करने का प्रण लेते हैं.
जैसे हम संकल्प लेते हैं कि हम एक्सरसाइज करना शुरु करेंगे और खुद को फिट रखेंगे, लेकिन इस दौड़ती-भागती ज़िंदगी में कब जिम की मेंबरशिप यूं ही रखी रह जाती है पता ही नहीं चलता!
ऐसे में ज़रूरी है कि हम ऐसे लक्ष्य निर्धारित करें, जिन्हें अपनी रोज़मर्रा की आदतों में डालना मुश्किल ना हो. उदाहरण के तौर पर, सीधा जिम जाने के बजाय हर रोज सुबह वॉक या जोगिंग पर जाने से शुरुआत कर सकते हैं.
इसके बाद धीरे-धीरे एक्सरसाइज शुरु कर सकते हैं और जब आपको लगे कि सुबह उठना आपकी आदत का हिस्सा बन चुकी है, तो आप जिम ज्वॉइन कर सकते हैं. इससे आप खुद को आसानी से फिट रख पायेंगे.
एक लाइन में कहना हो तो ऐसे छोटे-छोटे कदम बढ़ाकर हम अपने लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं.
You Can Start Morning Walk (Pic: myfashionpk)
सही ‘चुनाव’ है ज़रूरी
हमारी रेजोल्यूशंस की लिस्ट में दूसरा नंबर हेल्दी डाइट लेने का हो सकता है. वह बात और है कि ऑनलाइन फूड ऑडरिंग के जमाने में फास्ट फूड से दूर रहना मुश्किल हो जाता है. इस कारण हम ना जाने कितनी ही कैलोरिज़ बेवजह खा जाते हैं और मोटापे की तरफ बढ़ने लगते हैं. इसलिए ज़रूरी है कि हम कुछ चीज़ो को ना कहें और सही फूड का चुनाव करें.
जैसे, मैगी खाने के बजाय ओट्स का चुनाव कर सकते हैं. सुबह कॉफी और चाय की बजाय नींबू पानी पी सकते हैं. वहीं, फास्ट फूड से जितना हो सके उतना दूर रह सकते हैं.
इन छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाने से आप अपनी डाइट को आसानी से मेंटेन कर सकते हैं.
विशिष्ट रखें लक्ष्य
अक्सर जब न्यू इयर आता है, तो हम सोचते हैं कि इस साल फिट रहेंगे, खुश रहेंगे और एक बेहतर जीवन जीने की कोशिश करेंगे. हालांकि, हमारे ये संकल्प हमें इतने बड़े नज़र आने लगते हैं कि इनका मतलब ही खो जाता है.
जबकि इनकी जगह अगर हम ऐसे संकल्प सेट करें, जो बिल्कुल विशिष्ट और क्लियर हो, तो हम उन्हें पूरा कर सकते हैं. जैसे किताबें पढ़ने की आदत डालना, नई भाषा सीखना, ज्यादा ट्रैवल करना आदि.
अपने बड़े संकल्पों को छोटे लक्ष्यों में बांटने से हम उन्हें हासिल करने में कामयाब हो पाएंगे, इस बात में दो राय नहीं.
लिखकर रखें रेजोल्यूशंस
अगर आप अपने रेजोल्यूशंस को सिर्फ दिमाग में रखने के बजाय उन्हें लिखकर रखते हैं, तो आपके संकल्पों के पूरा होने का चांस 70 प्रतिशत बढ़ जाता है.
इसके लिए आप अपने रेजोल्यूशंस को स्टीकी नोटस् के रूप में फ्रिज पर या अपने ऑफिस की टेबल पर लगाकर रख सकते हैं.
इससे आप अपने लक्ष्यों को याद रखेंगे और उन्हें पूरा करने के लिए प्रयासरत भी रहेंगे.
Sticky Notes are Useful (Pic: taylorintime)
एेप्स भी हो सकते हैं मददग़ार
आप अपने न्यू इयर रेजोल्यूशंस को पूरा करने के लिए मोबाइल ऐप्स की सहायता भी ले सकते हैं. जैसे अगर आप कोई नई भाषा सीखना चाहते हैं और कोई बोरिंग क्लास ज्वॉइन नहीं करना चाहते, तो मेमराइज़ एप का इस्तेमाल कर सकते हैं.
इस ऐप से करीब 200 भाषाएँ सीखीं जा सकती हैं. वहीं, इसमें मौजूद विभिन्न इंफोग्राफिक्स और सिखाने की रोचक तकनीक से भाषा को समझना आसान हो जाता है.
इसके अलावा अगर आप रोज मेडीटेशन करने की आदत डालना चाहते हैं, तो संपल हैबिट एप आपके लिए उपयोगी सिद्ध हो सकती है. इस ऐप में पांच मिनट के मेडीटेशन सेशन हैं, जिसकी मदद से आप मेडीटेशन को अपने डेली रूटीन में शामिल कर पाएंगे.
वहीं, अगर आप अपनी किसी बुरी आदत को छोड़ना चाहते हैं, तो स्ट्राइट एप की मदद ले सकते हैं. इस एेप में आपको अपना गोल सेट करने की जरूरत होती है, जिसके बाद आप अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट खुद चेक कर पायेंगे.
गलतियों से सीखें
अक्सर जब हमें थकान होती है या बिजी होते हैं, तो अपने संकल्पों को तोड़ देते हैं. इसके चलते हम इसे अपनी हार के तौर पर देखने लगते हैं. हमें ये समझने की ज़रूरत है कि उतार-चढ़ाव हर रास्ते में आते हैं.
ऐसे में अगर आप बिजी होने के कारण एक हफ्ते तक जिम नहीं जा पाए, तो कोई बात नहीं. आप दूसरे हफ्ते से फिर से जाना शुरु कर सकते हैं.
मतलब साफ है कि संकल्पों को पूरी तरह से बीच में छोड़ने के बजाय अपनी गलतियों से सीखें और फिर से काम शुरु करना हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है.
‘आज’ में है ज़िंदगी
‘इस साल खुश रहेगें’ – यह वो वाक्य है, जो हर साल हम खुद से कहते हैं. वह बात और है कि इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में इतना डूब जाते हैं कि ज़िंदगी में स्ट्रेस के अलावा कुछ भी बाकी नहीं रहता.
ना तो हम अपनी सेहत का ध्यान रख पाते हैं और ना ही जीवन में खुशी ढूंढ पाते हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि हम अपने अतीत को साथ लेकर आने वाले कल को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं. इसमें हमारा ‘आज’ कही पीछे छूट जाता है, इसलिए ज़रूरी है कि हम वर्तमान में जियें, ताकि जीवन का लुफ्त उठाया जा सके.
Happy Life (Pic: youth-time)
ये थी कुछ स्ट्रेटजी जिनकी मदद से आप अपने आने वाले साल को बेहतर बना सकते हैं. वहीं, अगर आपके पास भी है इससे संबंधित टिप्स तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
आखिर, इन रेजोलुशंस पर हमारी सफलता निर्भर करेगी तो इसका महत्त्व स्वतः ही बढ़ जाता है.
Web Title: How to Achieve New Year Goals, Hindi Article
Feature Image Credit: powerofpositivity