आज का दौर कॉम्पटीशन का है. लगभग हर इंसान अपने आप को बेहतर मुकाम पर देखने के लिए एक दूसरे से कॉम्पटीशन किये जा रहा है. यह कॉम्पटीशन हर क्षेत्र में है. जाहिर सी बात है कि किसी भी कार्य में कामयाबी हासिल करने के लिए इंसान सब कुछ भूल जाता है और अपने कार्य से प्यार करने लगता है.
हालाँकि इंसान अपनी सफलता की खातिर अपने काम काज करने के तरीके पर ध्यान नहीं देता. ऑफिस में लगातार अपने कार्यों को लेकर इंसान इतना खो जाता है कि उसको अपनी सेहत का भी ख्याल नहीं रहता. मगर क्या आप जानते हैं कि ऑफिस में आप के काम करने का अंदाज़ आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक है?
तो चलिए जानते हैं कि आखिर हमें अपने ऑफिस में कार्य करते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए–
सप्ताह में 40 घंटे से ज्यादा काम करना नुकसानदायक
कार्य में निरंतरता बहुत आवश्यक है मगर एक सप्ताह में 40 घंटे से ज्यादा काम करना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. हालाँकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपनी सफलता को पाने के लिए कई कई घंटे ऑफिस में काम करते हैं. इतना ही नहीं कभी कभी पूरे हफ्ते लोग ऑफिस का काम ही करते रहते हैं.
ऐसा कहा जाता है कि सप्ताह में ज्यादा काम करने से आपको मानसिक तनाव से भी गुजरना पड़ता है. इसके लिए अधिकतर लोग एल्कोहल का भी इस्तेमाल करने लगते हैं. ऐसा माना जाता है कि सप्ताह के 55 घंटे से अधिक काम करने वाले कर्मचारियों में 13 से 12 प्रतिशत शराब की खपत हो सकती है.
कभी कभी पूरे हफ्ते काम करने की वजह से आपकी नींद भी पूरी नहीं हो पाती. इसके कारण अधिक काम करने की बजाय दूसरे हफ्ते आपको थकान और तनाव जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है. काम के चक्कर में हम शरीर को पूरा आराम दे ही नहीं पाते कि वो अगले हफ्ते के लिए खुद को तैयार कर सके.
हालाँकि इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए अब अधिकतर कंपनियां अपने कर्मचारियों को हफ्ते में 5 दिन ही वर्क कराती हैं. यूरोप के लक्समबर्ग देश में हफ्ते में लगभग 30 घंटे और स्विट्ज़रलैंड जैसे देश में महीने में 20 दिन व हफ्ते में 31 घंटे की नौकरी लोगों को करनी पड़ती है.
वहीं नीदरलैंड, नार्वे और डेनमार्क जैसे देश में तो लोग लगभग 27 से 28 घंटे की ही नौकरी करते हैं. आकड़ों के मुताबिक इन सभी देशों ने अपने कर्मचारियों की सेहत का ख्याल रखते हुए ऑफिस टाइम कम किया है. इन सभी आकड़ों पर नज़र डालें, तो हफ्ते में लगभग 30-35 घंटे काम करने से लोगों का शरीर रिलैक्स रहता है. इससे दूसरे हफ्ते उनका माइंड भी फ्रेश रहता और काम करने में मन भी लगता है.
कुर्सी का प्रेम देगा कई सारी बीमारियाँ!
ऑफिस में अधिक समय तक बैठने व सही ढंग से न बैठने की वजह से आपकी बैकबोन के निचले हिस्से में दर्द होने का खतरा बढ़ जाता है. आज ऑफिस वालों में निचले दर्द की प्रॉब्लम केवल बढ़ती उम्र के लोगों को ही नहीं बल्कि सभी उम्र के लोगों की जटिल समस्या बन गया है.
ऐसा मानना है कि आपके कार्य करते वक़्त पीठ को सीधे करके न बैठने से ऐसी परेशानियों से सामना हो सकता है. वहीँ लगातार अपनी पीठ को ज्यादा घुमाने से भी आपकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि लगातार काम करते वक़्त आप की गर्दन झुकी रहती है. इसके कारण आप की मांसपेशियों में खिंचाव भी हो सकता है. इसलिए काम करते वक़्त सीधा बैठेने की कोशिश करें.
आज के दौर में फिट रहना सभी के लिए आवश्यक है. अगर आपका शरीर फिट रहेगा, तो आपका आत्म विश्वास भी बढ़ेगा. वहीं इसके लिए कई सारे लोग व्यायाम भी करते हैं. आपकी नौकरी अगर डेस्क पर बैठे रहने की हो, तो लगातार बैठने से आप मोटापे का भी शिकार हो सकते हैं.
ऑफिस में लगातार बैठने से आपको गैस जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. इन सभी परेशानियों का यही हल है कि आप समय समय पर अपनी कुर्सियों से उठे और कर्मचारियों के बीच बात करने के लिए मेल जैसी सुविधाओं के साथ ही उन से बात करने की भी कोशिश करें. इससे आपको अपनी डेस्क से खड़े होने का भी मौक़ा मिल जायेगा. इसके साथ ही अपने डेस्क से प्रिंटर, फैक्स मशीन जैसे उपकरणों को दूर रखें.
खड़े होने से आपके रक्त के प्रवाह में सुधार भी होगा. इसके साथ ही आपका शरीर सीधे होने की वजह से बेहतर महसूस करेगा. इसलिए ऑफिस में अपनी कुर्सी से ही चिपके नहीं रहना चाहिए. बीच बीच में उठकर अपने शरीर को थोड़ा आराम भी देना चाहिए.
डेस्क पर वर्क करने में बरतें सावधानियां
आज के आधुनिकरण के दौर में ऑफिस का अधिकतर काम कंप्यूटर या लैपटॉप पर होने लगा है. कंप्यूटर पर वर्क करने के अंदाज़ से आपको कई सारी परेशानियों से जूझना पड़ सकता है. उनमें से एक है 'Carpal Tunnel Syndrome' (सी टी एस). डेस्क पर टाइप करते समय आपके हाथों की कलाइयों में दर्द होना, झुनझुनी पैदा होना और उंगलियों में कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न होना इसके लक्षण हैं.
ऐसा माना जाता है कि यह कलाई की नसें दबने के कारण होता है. इससे बचने के लिए आप अपने हाथों की कलाई पर ज्यादा ज़ोर न दें. साथ ही कलाई को ऊँचा न रखे बल्कि उंगलियों के इशारे पर घुमाते रहें. कंप्यूटर पर लगातार काम करने से आपकी आँखों पर भी इफ़ेक्ट पड़ सकता है. इससे आपकी आँखों से पानी निकलना, जलन, और सिरदर्द जैसी प्रॉब्लम हो सकती है.
इसलिए आप लगातार कंप्यूटर पर वर्क न करें नहीं तो इसके कारण आपकी आँखों में 'Dry Eye Syndrome' जैसी बीमारी हो सकती है! इन सब से बचने के लिए आप अपने कंप्यूटर फॉन्ट का साइज़ बड़ा करके टाइप करें. वहीँ कंप्यूटर पर लगातार काम करने के कारण अगर आपको परेशानी होती है, तो आप डॉक्टर की सलाह से ड्राप और चश्मे का प्रयोग करें. इसके साथ ही हर 45 से 50 मिनट में अपने डेस्क से उठकर तोड़ा घूम लें.
पेट का कैंसर व दिल की बीमारी होने की संभावनाएं
ऑफिस में ज्यादा देर तक बैठने से आप के पेट में कैंसर जैसी भयानक बीमारी भी हो सकती है! हालाँकि कई सारे विशेषज्ञों का इस बात पर मतभेद है कि ऑफिस से कोलन कैंसर का खतरा हो सकता हैं. जबकि दुनिया भर में कई घंटों तक बैठना कोलन कैंसर का एक प्रमुख कारण माना गया है.
अमेरिकन जर्नल ऑफ़ एपिडेमियोलॉजी के मुताबिक 10 से अधिक वर्षों तक डेस्क पर काम करने से कोलन कैंसर होने का खतरा लगभग 44 फीसदी तक बढ़ जाता है. इससे बचने के लिए आपको समय समय पर उठना और लंच में अच्छा भोजन करना चाहिए. इसी के साथ आपको पेट के कैंसर के साथ ही दिल की बीमारी से भी जूझना पड़ सकता है.
कई रिपोर्टों के मुताबिक, जो लोग अपने ऑफिस में 10 से 11 घंटे काम करते हैं उनमें दिल की बीमारी होने का खतरा लगभग 67 प्रतिशत तक होता है. इसलिए ऑफिस में बैठे रहना बहुत ही घातक माना जाता है हमारी सेहत के लिए.
तो देखा आपने कैसे आपकी जरा सी लापरवाही आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है. आज के समय में ऑफिस में इतना काम होता है कि किसी के पास दो पल आराम करने की भी फुर्सत नहीं होती. हालांकि फिर भी अपनी सेहत के लिए हमें वह दो पल कैसे न कैसे निकालने चाहिए क्योंकि कहते हैं न कि 'जान है, तो जहान है'
Web Title: How Your Working Habits Can Be Dangerous For You, Hindi Article
Feature Image Credit: lifehacker