घर एक ऐसी जगह है, जहां पहुँच कर हमें सुकून मिलता है… तभी तो हम घर पहुँचते ही कहते हैं ‘होम स्वीट होम’!
जिस तरह तिनका-तिनका इकट्ठा कर एक चिड़िया अपना घोंसला तैयार करती है, वैसे ही इंसान भी जीवनभर अपने आशियाने को बनाने और संवारने में लगा रहता है.
हर कोई चाहता है कि उसका घर सुंदर दिखें जिसके लिए वह व्यक्ति तरह-तरह के सजावट के सामान लेकर आता है. आज हम आपको बताएंगे जापान के खास ‘इकेबाना’ के बारे में, जिसके जरिए आप अपने घर को दे सकते हैं एक नया लुक.
इकेबाना पूरी तरह प्राकृतिक और किफायती है. क्यों न इसके बारे में थोड़ा और करीब से जाना जाए–
क्या होता है इकेबाना ?
इकेबाना फूलों को सजाने की एक पारम्परिक जापानी कला को कहते हैं, जिसमें फूल, पत्तियों, बीज, टहनी और उसके तने को इस तरह से मर्तबान, फूलदान, गमले आदि में सजाया जाता है, कि वह देखने में आकर्षक लगें.
ऐसा माना जाता है कि जापानियों को प्रकृति से बहुत लगाव होता है. वह हमेशा से ही अपने घरों को सजाने के लिए किसी अन्य सामान को खरीदने की जगह इकेबाना का ही इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. इकेबाना आपको हर जापानी घर में देखने को मिल जाएगा. वक़्त के साथ पारम्परिक इकेबाना में कई सारे नए और मॉडर्न स्टाइल आ चुके हैं.
वैसे, अब इन्हें भी मॉडर्न आर्ट में गिना जाने लगा है!
Ikebana Is Now A World Famous Home Decor Item (Pic: stichtingkunstboek)
पुराना है, इकेबाना का ‘इतिहास’
माना जाता है कि इकेबाना की शुरूआत छठी शताब्दी में हुई. यह वह दौर था जब जापान में बौद्ध धर्म का आगमन शुरू हुआ. इसके साथ वहां कुछ नई संस्कृतियों की भी शुरूआत हुई जिसमें इकेबाना भी एक था. ये बौद्ध धर्म के अनुयायियों द्वारा पूजा करने की विधि का हिस्सा था, जिसमें भगवान की प्रतिमा के सामने फूल-पत्ते आदि चढ़ाए जाते थे.
10वीं सदी के आते-आते इसमें कुछ बदलाव भी आए. अब इन्हें एक मर्तबान में अच्छी तरह से सजा के ईश्वर को भेंट किया जाने लगा. माना जाता है कि मुख्य पुजारी की जिम्मेदारी होती है कि एक अच्छा इकेबाना भगवान को भेंट किया जाए. कई सारे बौद्ध पुजारी सालों से इस कला को जारी रखते आ रहे हैं.
कहते हैं कि ऐसा ही एक बौद्ध पुजारी था, जिसने इस कला में महारत हासिल कर ली थी और लोग उसके पास खास इस कला को सीखने जाया करते थे.
1545 तक इकेबाना जापान में इतना प्रसिद्ध हो गया कि लोग इसे सीखने के लिए पागल हो गए. इसके चलते ही वहां पर ‘इकेनोबो स्कूल ऑफ इकेबाना’ की स्थापना की गई ताकि हर कोई इस कला को सीख सके.
उस दिन से आज तक यह कला जापान में जारी है.
Buddhist Monk Started The Process Of Making Ikebana For Praising The Nature (Representative Pic: hollywoodreporter)
वक़्त के साथ बदल गया, इकेबाना का स्वरूप!
इकेबाना वक्त के साथ फूलों को सही तरह से सजाने की युक्ति मात्र ही नहीं रहा, इसने अब एक कला का रूप धारण कर लिया है. यह देश-विदेश में इतना प्रसिद्ध होने लगा है कि इसके विषय पर लोगों ने किताबें तक लिखनी शुरु कर दी हैं. इकेबाना के लिए कुछ खास नियम भी बनाए गए, जिसके चलते इकेबाना दुनिया भर में फेमस हो गया है.
पहले कभी यह बस एक भेंट हुआ करता था, लेकिन अब इसका स्वरुप बदल चुका है. इसमें तीन टहनियां लगाई गई हैं, जो तीन अलग-अलग चीज़ों को दर्शाती हैं. सबसे लंबी टहनी स्वर्ग को दर्शाती है. दूसरी टहनी मनुष्य का जिक्र करती है. सबसे छोटी और आखिरी टहनी, धरती को संबोधित करती है.
आज भी इकेबाना का पहले जैसा महत्व है लेकिन बदलते वक़्त के साथ यह एक डेकोरेशनल आइटम अवश्य बन चुका है. अब इसे सिर्फ बौद्ध ही नहीं बल्कि हर कोई इस्तेमाल करता है. अब इसे सजावट का एक खास सामान भी माना जाता है.
शायद यही कारण है कि जापानी लोग इसे अपने घरों में लगाते हैं. एक इकेबाना के जरिए वह भक्ति और सजावट दोनों ही कर लेते हैं.
People In Japan Used To Buy Ikebana For Their Home Decoration (Pic: regex)
यह हैं बेस्ट ‘स्टाइल्स’
नीचे दिए गए किसी भी इकेबाना स्टाइल को आप भी अपनी लाइफस्टाईल में आसानी से अपना सकते हैं–
रिक्का स्टाइल
रिक्का स्टाइल में बहुत ही फॉर्मल तरीके से प्रकृति की खूबसूरती को दर्शाया जाता है. इसमें इस्तेमाल होने वाले पौधों और फूलों के जरिए पानी, झरना, पहाड़, वादियाँ आदि जैसी बाकि प्राकृतिक खूबसूरती का वर्णन किया जाता है.
नागेइरी स्टाइल
इकेबाना की इस शैली में फूलों और पौधों को कस के एक लंबे आकार के मर्तबान में रखा जाता है. इसमें मुख्य रूप से तीन टहनियां होती हैं. इसमें लगाई गई तीन टहनियों से इसे त्रिकोणीय लुक देने की कोशिश की जाती है, जो इसे देखने में आकर्षक बनाती है.
मोरीबाना स्टाइल
इस इकेबाना स्टाइल में फूलों और टहनियों के साथ फलों और सब्जियों का भी इस्तेमाल किया जाता है. इस तरह से मोरीबाना स्टाइल में प्रकृति की समग्रता और एकता दिखाई देती है. यही इस स्टाइल की खासियत भी है, जो इसे बाकियों से अलग बनाती है.
सेइका स्टाइल
सेइका इकेबाना का मॉडर्न स्टाइल है. माना जाता है कि अकसर इसे ही लोग अपने लिए खरीदते हैं. यह दिखने में काफी सुंदर और एट्रेक्टिव होते हैं.
फ्री स्टाइल
इस तरह के स्टाइल में आर्टिस्ट अपनी खुद की कला को सबके सामने रखता है. इस इकेबाना की शैली में नियमों की बेड़ियाँ नहीं होती, ताकि आप अपनी फीलिंग को आसानी से बयां कर सकें. इस स्टाइल में प्रकृति और मनुष्य के बीच एकता देखने को मिलती है.
इन सभी स्टाइल्स को अपने घर में लाने के लिए आपको या तो इकेबाना शॉप पर जाना होगा या फिर इन्हें आप ऑनलाइन भी ऑर्डर कर सकते हैं. वहीं अगर आपको कुछ नया सीखने की चाह में हैं तो, आप इकेबाना को खुद भी बना के देख सकते हैं.
माना जाता है कि यह योग के समान है. इसे बनाने में मन इतना मगन हो जाता है कि बाहर के बेकार के ख्याल उसमें आते ही नहीं और इंसान को आंतरिक शांति का एहसास होता है.
There Are Many Different Styles of Ikebana Which You Can Use For Home Decoration (Pic: freshdesignpedia)
तो फिर देर किस बात की, आज ही अपने घर, ऑफिस, गार्डन को इकेबाना से सजाएं और अपने दोस्त-रिश्तेदारों से तारीफ़ पाएं.
Web Title: Ikebana Japanese Art of Arranging Flowers As A Home Decor, Hindi Article
Featured Image Credit: businesswire