चीन एक ऐसा देश है, जहां न तो मीडिया को सरकार के खिलाफ बोलने की आज़ादी है और न ही आम नागरिक अपनी मर्ज़ी के अनुसार किसी धर्म का अनुसरण कर सकते हैं.
शायद इसलिए ही चीन को पूर्ण रूप से कम्युनिस्ट देश के रूप में जाना जाता है.
बावजूद इसके चीन आज पूरी तरह से अपने ऊपर लगे कठोर और सख्त नियमों के दाग को मिटाने की कोशिशें कर रहा है. देखा जाए तो उसने अपना मुकाबला विश्व की सबसे बड़ी और मजबूत अर्थव्यवस्थाओं से करने का जो मन बना लिया है.
ऐसे में चीन की शी जिनपिंग सरकार देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के भरसक प्रयास कर रही है. आप चीन की विश्व प्रसिद्ध दीवार और टोराकोटा वॉरियर म्यूजियम से तो वाकिफ होंगे ही, लेकिन क्या आप वहां के एक विशेष त्यौहार से परिचित हैं?
अगर नहीं! तो हम आपको चीन के हार्बिन शहर में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध बर्फ महोत्सव से रूबरू कराएंगे, जिसका नजारा हैरान कर देने वाला होता है.
कैसे, आईए जानते –
हार्बिन की सुंदरता और बर्फबारी
प्राकृतिक सौंदर्यता को निहारने के लिए चीन का हार्बिन शहर दुनियाभर में मशहूर है. सर्दियों में हार्बिन में पड़ने वाली बर्फ के बाद, यहां दुनिया का सबसे बड़े बर्फ महोत्सव का आयोजन किया जाता है.
वहां पड़ने वाली बर्फ का नजारा इतना सुंदर होता है कि उसका आनंद लेने के लिए दुनिया के कोने-कोने से सैलानी यहां पहुंचते हैं.
बताते चलें कि चीन के उत्तरी पूर्वी हिस्से में स्थित हार्बिन हेइलोंगजियांग प्रांत की राजधानी और पूर्वोत्तर क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर है. यहां नवंबर से जनवरी के बीच बर्फ पड़ने के साथ ही आइस फेस्टिवल की शुरुआत हो जाती है.
जनवरी से मार्च तक आइस फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है. हार्बिन के इस बर्फ वाले त्यौहार को दुनिया के सबसे बड़े विंटर फेस्टिवल में शुमार किया जाता है.
माना जाता है कि हर साल हार्बिन आइस फेस्टिवल में 10 से 15 अरब सैलानी पहुंचते हैं. इस साल जनवरी में आयोजित हुए हार्बिन फेस्टिवल में बर्फ से बनाया गया फ्लैमेन्को आइस टॉवर को विश्व का सबसे ऊंचा बर्फ का टॉवर माना गया था.
इस टॉवर की ऊंचाई 31 मीटर थी. इससे पहले सबसे ऊंचे टॉवर की लंबाई 21 मीटर थी.
The Flamenco Ice Tower is the world’s tallest ice shell. (Pic: property)
साइबेरियन टाइगर पार्क के बिना अधूरा है टूर
हार्बिन न सिर्फ आइस फेस्टिवल के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां का साइबेरियन टाइगर पार्क भी आइस फेस्टिवल में आने वाले सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है.
सोंगुहा नदी किनारे स्थित यह नेशनल पार्क 250 एकड़ में फैला हुआ है. इस पार्क को चाइना का दूसरा सबसे बड़ा पार्क माना जाता है. साइबेरियन टाइगर पार्क में आठ सौ साइबेरियन टाइगर हैं, जिसमें से करीब सौ टाइगर जंगल में सैर के दौरान आपको साफतौर पर नज़र आ जाएंगे.
माना जाता है कि साइबेरियन टाइगर पार्क में टाइगर की सबसे अधिक प्रजातियां निवास करती हैं, जिसमें से गोल्डन टाइगर, बंगाल टाइगर, जंगली बिल्लियां और प्यूमा शामिल हैं.
आइस फेस्टिवल का आनंद लेने के लिए हार्बिन टूर पर पहुंचने वाले सैलानियों की टूर लिस्ट में साइबेरियन टाइगर पार्क का नाम भी जरूर शामिल होता है.
Siberian Tiger Park. (Pic: mirror)
शून्य से नीचे के तापमान में लीजिए आनंद
हार्बिन का गर्मियों में आमतौर पर तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन सर्दियों में यहां का मौसम काफी ठंडा हो जाता है. ठंडी पहाड़ियों से आने वाली सर्द हवाएं हार्बिन को और ठंडा कर देती हैं. यहां सर्दियों में तापमान शन्य से 15 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है.
वहीं अगर ठंडी हवाएं और तेज होती हैं या फिर बारिश हो जाती है तो यह आंकड़ा और भी नीचे चला जाता है. आप सोच रहे होंगे कि हांड़ कंपा देने वाली इस ठंड में लोग घरों में कंबलों में रहना पसंद करते होंगे!
लेकिन ऐसा नहीं है, इस कंपकपाती सर्दी में ही लोग बर्फ का आनंद लेने के लिए घर से हार्बिन के ज़ोलिन गार्डन की ओर निकल पड़ते हैं. जहां आइस फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है. सफ़ेद बर्फ मस्तियां करते हुए सैलानी अपने परिवार संग हार्बिन की सर्दियों का आनंद लेते हैं.
अगर आप कभी हार्बिन जाने का मन बनाएं तो अपने बैग में मोटे और गर्म कपड़े ले जाना न भूलें
Colorful Ice Sculptures and Towers in Harbin Ice and Snow Festival. (Pic: youtube)
हैरान कर देने वाली मूर्तिकला
हार्बिन आइस फेस्टिवल को दुनियाभर में हार्बिन अंतरराष्ट्रीय बर्फ और हिमपात मूर्तिकला फेस्टिवल के नाम से भी जाना जाता है. जनवरी माह में हार्बिन आइस फेस्टिवल शुरू होने के बाद जब आप हार्बिन में कदम रखेंगे तो खुद को एक नई दुनिया में पाएंगे.
हार्बिन में बर्फ पर स्केटिंग करने के अलावा एक और चीज है, जो लोगों को दूर-दूर से यहां आने को मजबूर करती है.
जी हां! हार्बिन में स्थानीय कलाकार बर्फ के प्रयोग का इस्तेमाल करते हुए इतनी बेहतरीन मूर्तिकारी करते हैं कि लोग दंग रह जाते हैं. यहां बर्फ से बने इग्लू और भगवान बुद्ध की मूर्ति किसी भी सैलानी को अचरज में डाल सकती है.
आइस फेस्टिवल में हर साल कारीगर बर्फ से ऊंची- ऊंची इमारतें बनाते हैं, जो रिकार्ड बनाती हैं. हैरानी की बात यह है बर्फ से बनी कलाकृती को कलाकार रंग से भी सजाते हैं. इसके बाद इनके भीतर बल्ब लगाए जाते हैं, जिनकी चमक से पूरा हार्बिन शहर जगमगा उठता है.
People visit Enormous Ice Sculptures in Harbin. (Pic: ibtimes)
सैलानियों की मस्ती ने बनाया इसे त्यौहार
हार्बिन आइस फेस्टिवल का इतिहास नया नहीं, बल्कि यह फस्टिवल कई सौ सालों से चला आ रहा है. इस त्यौहार की शुरूआत अस्सी के दश्क में हुई थी. माना जाता है कि सन 1800 के आसपास हांगकांग और ताइवान के लोग कारोबार या घूमने के सिलसिले से हार्बिन आते थे, तो उन्हें वहां की बर्फ काफी आकर्षित करती थी.
बाहरी देशों से आने वाले यह लोग जितने भी दिन हार्बिन रुकते बर्फ में खूब मस्ती किया करते थे. यह लोग वहां स्केटिंग के साथ बर्फ के गोले बनाकर एक दूसरे को मारा करते थे.
बाहरी देशों के लोगों को बर्फ में मस्ती करता देख, हार्बिन नगर पालिका कमेटी के अधिकारियों को हार्बिन के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आइस फेस्टिवल आयोजित करने का विचार मन में आया, जिसके बाद उन्होंने अपने विचार को बोर्ड के सामने रखा.
बोर्ड ने अधिकारियों के सुझाव को माना और 5 जनवरी 1885 को हार्बिन में पहला आइस फेस्टिवल आयोजित किया गया. तब से हर साल इसी तरह से बर्फवारी के बाद जनवरी में आइस फेस्टिवल का आयोजन होता है.
People Enjoying Kaleidoscopic Ice Sculptures in Harbin. (Pic: globaltimes)
आप अगर इस बार की ठंड को यादगार बनाना चाहते हैं, और आपको बर्फ से खेलना व स्केटिंग पसंद है तो हमारे हिसाब से हार्बिन से बेहतर जगह और कोई नहीं हो सकती.
बहरहाल, हार्बिन फेस्टिवल के बारे में आपको ये लेख कैसा लगा, कौनी सी बात आपको सबसे अच्छी लगी? इसके साथ ही दुनिया में किसी और जगह पर आयोजित होने वाले रोचक आइस फेस्टिवल के बारे में आपको जानकारी हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
Web Title: Harbin Ice Festival, Hindi Article
Featured Image Credit: China Discovery