हर दिन में कुछ ना कुछ ख़ास होता है.
दुनियाभर में कहीं क्रांति की आग पैदा होती है, तो कहीं आंदोलन सफल हो जाते हैं.
कई ऐसे लोग जन्म लेते हैं, जो दुनिया पर गहरी छाप छोड़ते हैं. तो कई लोग दुनिया को अलविदा कह जाते हैं, पर तमाम जाते-जाते इतिहास पर अपना निशान अवश्य छोड़ जाते हैं.
वहीं, कुछ ऐसी घटनाएं भी घटती हैं जो इतिहास में एक नया चैप्टर जोड़ देती हैं.
तो चलिये आज जानते हैं वो कौन-सी बातें हैं जो आज के दिन को ख़ास बनाती हैं–
अलविदा कह गए ‘मोतीलाल नेहरू’
आज के दिन ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोतीलाल नेहरू दुनिया को अलविदा कह गए थे.
उन्होंने कांग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, साथ ही दो बार कांग्रेस के अध्यक्ष भी चुने गए. मोतीलाल नेहरू ख़ासतौर पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पिता के रूप में जाने जाते हैं. उन्हें सम्मान से पंडित मोतीलाल नेहरू बुलाया जाता था. वह आज़ादी के पहले देश में जाने-माने वकीलों में से एक थे.
उस समय वह हजारों रूपए की फीस लेते थे, लेकिन इसके साथ ही वे गरीबों की मदद करने से भी कभी पीछे नहीं हटते थे. वे उन गिने-चुने भारतीयों में से थे, जिन्होंने पश्चिमी ढंग की शिक्षा पायी.
साथ ही वे पश्चिमी रहन-सहन और विचारों से बेहद प्रभावित थे, लेकिन गांधीजी के संपर्क में आने के बाद उनके जीवन में एक बड़ा परिर्वतन आया. उन्होंने गांधीजी के आह्वान पर 1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग गोलीकांड के बाद वकालत छोड़ दी. सन 1923 में उन्होंने देशबंधु चित्तरंजन दास के साथ कांग्रेस पार्टी से अलग होकर अपनी स्वराज पार्टी की स्थापना की.
गुलाम भारत के दौरान उन्होंने नेहरू रिपोर्ट लिखी, जो किसी भी भारतीय का पहला लिखित संविधान माना जाता है. इस रिपोर्ट में भारत को आजाद देश के रूप में देखने की अवधारणा दी गई थी.
मोतीलाल नेहरू का योगदान भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण है. जिसे भारतवासी हमेशा याद रखेंगे.
Motilal Nehru (Pic: thequint)
संगीत की दुनिया बदलने वाले ‘बॉब मार्ले’ का जन्मदिन
कुछ लोग दुनिया छोड़ जाने के बावजूद भी ज़िदा रहते हैं. लोग उन्हें याद रखते हैं. ऐसे ही लोगों में शुमार हैं बॉब मार्ले.
बॉब मार्ले संगीत की दुनिया में वो नाम हैं जिनके गाने आज भी लोग सुनते हैं. बॉब मार्ले थर्ड वर्ल्ड देश के वो प्रमुख कलाकार हैं जिन्होंने दुनिया भर में संगीत की शैली रेगे को लोकप्रिय बनाया.
मार्ले के सर्वश्रेष्ठ हिट गानों में ‘आई शॉट द शेरिफ़’, ‘नो वुमन, नो क्राई’, ‘कुड यू बी लव्ड’, ‘स्टर इट अप’ शामिल हैं. उनकी मृत्यु के तीन साल बाद जारी संकलन एल्बम, लीजेंड (1984) रेगे का सर्वाधिक बिकाऊ एल्बम है, जिसकी दुनिया भर में 20 मिलियन प्रतियों की बिक्री हुई है.
बॉब मार्ले के गीतों में विरोध होता था. बगावत की एक भावना झलकती थी. वे अपने संगीत के ज़रिये लोगों की दबी आवाज़ को बुलंद करते थे.
साल 1977 में रिलीज हुई उनकी सोलो एलबम ‘एक्सोडस’ ने सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले. इसकी कुल 7.5 करोड़ प्रतियां बिक चुकी हैं.
बॉब की मृत्यु से ठीक एक महीने पहले उन्हें जमेकन ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया था.
Bob Marley (Pic: thoughtco)
भारत के ‘आख़िरी ब्रिटिश शासक’ की मृत्यु
आज के दिन ही जॉर्ज VI की मृत्यु हुई थी. जिनके बाद ब्रिटेन की मौजूदा महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय पद पर विराजमान हुई. एलिज़ाबेथ द्वितीय जॉर्ज VI की बेटी थीं.
जॉर्ज VI भारत के आख़िरी शासक थे. राजा बनने से पहले उन्हें अल्बर्ट के रूप में जाना जाता था. जॉर्ज VI का जन्म उनकी दादी रानी विक्टोरिया के शासनकाल में हुआ था. उनका नाम उनके दादा अल्बर्ट प्रिंस कंसोर्ट के नाम पर रखा गया था.
उन्होंने किशोरावस्था में नौसैनिक कॉलेज में दाखिला लिया. जिसके बाद उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान रॉयल नेवी और रॉयल एयर फोर्स में अपनी सेवाएं दी.
जॉर्ज अपने पिता के दूसरे पुत्र थे, जिस कारण वह राजगद्दी पर नहीं बैठ सकते थे. सन 1936 में उनके पिता की मौत के बाद उनके बड़े भाई एडवर्ड ने सिंहासन संभाला. हालांकि थोड़े समय बाद एडवर्ड ने एक अमेरिकी तलाकशुदा महिला से विवाह करने की इच्छा ज़ाहिर की.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टेनली बाल्डविन ने एडवर्ड को सलाह दी कि राजनीतिक और धार्मिक कारणों से वह तलाकशुदा महिला से शादी नहीं कर सकते. अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें सिंहासन को त्यागना पड़ेगा. जिस पर एडवर्ड ने सिंहासन की जगह अपने प्यार को चुना. जिसके बाद जॉर्ज VI को हाउस ऑफ विंडसर के तीसरे राजकुमार के रूप में चुना गया.
King George Sixth (Pic: bbc)
एलिज़ाबेथ द्वितीय बनी महारानी
आज के दिन महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ब्रिटेन की महारानी बनी थी.
उनका जन्म 21 अप्रैल साल 1926 में हुआ था. एलिजाबेथ II ने अपने पिता जॉर्ज VI के निधन के बाद साल 1952 में पद संभाला था.
उनका राज्याभिषेक अपने तरह का पहला ऐसा राज्याभिषेक था जिसका दूरदर्शन पर प्रसारण हुआ था.
वह विश्व में सबसे वृद्ध शासक और ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली रानी हैं. 9 सितंबर 2015 को उन्होंने अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के सबसे लंबे शासनकाल के कीर्तिमान को तोड़ दिया और ब्रिटेन पर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली साम्राज्ञी बन गई.
महारानी एलिज़ाबेथ यूके में बहुत पॉपुलर हैं. उनकी शानो-शौकत देखकर लोगों की आंखें चौंधिया जाती हैं. दुनिया के दूसरे राजाओं और दौलतमंदों की तुलना में क्वीन एलिजाबेथ, द सेकंड के पास धन-सम्पत्ति कम है, लेकिन उनका रुतबा सबसे ऊपर है.
वैसे तो महारानी 91 वर्ष की हो गई हैं, लेकिन उनका जीवन आज भी लोगों के लिए उत्सुकता का विषय है.
Queen Elizabeth II (Pic: fortune)
फिल्मकार ऋत्विक घटक का निधन
भारत के सबसे दिग्गज फिल्मकारों में से एक ऋत्विक घटक आज के दिन ही सन 1976 में दुनिया को अलविदा कह गए थे.
ऋत्विक घटक एक बंगाली भारतीय फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक थे. भारतीय फिल्म निर्देशकों के बीच घटक का स्थान सत्यजीत रे और मृणाल सेन के समान है.
ऋत्विक घटक ने अपने जीवनकाल में आठ फुल-लेंथ फीचर फिल्में बनाई थी जिन्हें उस वक्त दर्शकों ने नकार दिया था. हालांकि बाद में यही फिल्में सिनेमा में क्लासिक बनकर उभरीं.
ऋत्विक घटक को फिल्मों में सबसे बड़ी कॉमर्शियल कामयाबी फिल्म मधुमती (1958) से मिली थी. वे इस फिल्म के लेखक थे. मधुमती को बिमल रॉय ने निर्देशित किया था. इसमें दिलीप कुमार, वैजयंतीमाला, प्राण और जॉनी वॉकर ने अभिनय किया था.
कहा जाता है मधुमती भारत में पुनर्जन्म पर बनी फिल्मों में एक अलग ही स्थान रखती है और पुनर्जन्म पर बनी दूसरी फिल्में जैसे, कर्ज़ (1980) और ओम शांति ओम(2007) इससे ही प्रभावित थीं.
Ritwik Ghatak (Pic: thequint)
तो ये थी कुछ झलकियां जिन्होंने आज के दिन को ख़ास बनाया. अगर आप भी आज के दिन से जुड़ी किसी ख़ास बात की जानकारी रखते हैं तो कमेंट बॉक्स में ज़रूर शेयर करें.
Web Title: Important Events On February 6, Hindi Article
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