क्या आप जानते हैं कि हमारी धरती पर ऐसे भी कुछ लोग हैं, जो कई सारी कठिनाइयों का सामना करते हुए अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं. वह ऐसी जगह पर रह रहे हैं जहाँ की आबो हवा आम जनमानस के लिए अनुकूल नहीं है. जहाँ के लोग रोजमर्रा की जिंदगी में मिलने वाली सहूलियत से अनजान होते हैं. बर्फीली बस्तियों के इन लोगों को दुनिया एस्किमो के नाम से जानती है.
बर्फ में घर बनाने वाले एस्किमो लोगों के बारे में तो आपने खूब सुना होगा मगर क्या आप इनके अलग रीति रिवाजों के बारे में जानते हैं? क्या आप जानते हैं कि आखिर हड्डियाँ जमा देनी वाली बर्फ में भी यह लोग कैसे सालों से अपना जीवन जी रहे हैं?
अगर आपको इन सब के बारे में नहीं पता, तो चलिए आज जानते हैं कि आखिर कैसी होती है एक एस्किमो की जिंदगी–
संघर्ष से भरी है इनकी जिंदगी!
एस्किमो की जिंदगी आम इंसानों की एक आम इंसान की जिंदगी से काफी अलग होती है. इनकी जिंदगी में हर छोटी से छोटी चीज एक संघर्ष होती है. माना जाता है कि एस्किमो नाटे कद-काठी के होते हैं. इनकी लंबाई लगभग 150 सेंटीमीटर से लेकर 160 सेंटीमीटर तक होती है. इसके अलावा इनका सिर लंबा, गालों की हड्डियाँ ऊँची और आँखे गहरी होती हैं. ऐसा कहा जाता है की इनकी बनावट लगभग मंगोलियों से मिलती जुलती हैं.
ये ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहाँ साल के अधिकतर महीने सिर्फ बर्फ की चादर ही दिखाई देती है. इस दौरान यहाँ पेड़-पौधे नहीं पनप पाते. यही कारण है की इन्हें जीवन जीने के लिए शिकार पर निर्भर होना पड़ता है. हर एस्किमो को अपने जीवन में शिकार करना ही पड़ता है. इसलिए वक़्त के साथ यह लोग एक अच्छे शिकारी बन जाते हैं.
यह जमीन पर घूम रहे जानवर से लेकर पानी में तैर रही मछली तक हर किसी खाई जाने वाली चीज कर शिकार कर लेते हैं. इतना ही नहीं कई बार यह शिकार की चर्बी का प्रयोग किसी ज्वलन पदार्थ की तरह भी करते हैं. एस्किमो रेंडियर नामक जानवर को पालने और उसका शिकार करने के लिए मशहूर होते हैं. रेंडियर ही बर्फ में एक मात्र ऐसा जानवर है जो इन्हें खाना और ठंड से बचने के लिए खाल देता है.
जिन बर्फीले इलाकों में यह रहते हैं वहां पर पीने का पानी मिलना भी एक बहुत बड़ी चुनौती होती है. इससे बचने के लिए यह बर्फ के टुकड़ों को पिघलाकर पानी के रूप में प्रयोग करते हैं.
समुद्री जीवों के शिकार के लिए ये एक नाव का प्रयोग करते हैं जिन्हें क्याक कहा जाता है. इसके अलावा अगर इन्हें बर्फ में कोई सामान ढोना होता है, तो उसके लिए यह स्लेज नामक एक गाड़ी इस्तेमाल में लाते हैं. इस गाड़ी की खासियत है की इसे कुत्तों का एक बड़ा झुंड खींचता है और यह बर्फ में बड़े ही आराम से खींचती है.
एस्किमो का प्रमुख हथियार हारपून होता है. यह लगभग चार से पांच फुट लम्बें होते हैं और ये जानवरों की हड्डियों से बना होता है. इस हथियार को फेंकने के लिए चमड़े की लंबी रस्सी बंधी होती है. ऐसा माना जाता है कि ये हथियार भाले के आकार की तरह होता है. माना जाता है की यह हथियार इतना खतरनाक होता है की एक वार में ही शिकार को धराशायी कर देता है.
Eskimo With Harpoon (Representive Pic: ralphmag)
जानवरों पर निर्भर है जीवन यापन
एस्किमो ऐसे क्षेत्र में निवास करते हैं जहाँ ठण्ड बहुत पड़ती है. उस ठण्ड से बचने के लिए ये सील, भालू, रेंडियर आदि पशुओं की खालों का प्रयोग अपने कपड़ों के लिए करते हैं. माना जाता है की कपड़ों को सिलने हेतु आवश्यक सुई और धागा के लिए भी यह लोग जानवरों की हड्डियों और नसों का प्रयोग करते हैं. इनके अधिकतर कपड़े जानवर की खाल से बनते हैं इसलिए पुरुष, महिला और बच्चों के कपड़े लगभग एक जैसे ही होते हैं. पैरों में भी यह जानवरों के चमड़े से बने जूते का इस्तेमाल करते हैं. बर्फीली हवाओं से बचाने के लिए यहाँ सिर पर टोपी की जरूरत होती है और वह भी जानवरों की खाल से ही अधिकतर बनती है. कुल मिलाकर सर्दियों से बचने के लिए पूरा शरीर इनका जानवरों से बने वस्त्रों से ढका रहता है.
मौसम के बदलते कुदरती वसूलों के कारण से स्थायी घरों में नहीं रहते बल्कि वक़्त के साथ अपने निवास स्थानों को भी बदलते रहते हैं. ठंडी के मौसम में ये अपना मकान बर्फ के टुकड़ों से बनाते हैं जिन्हें इग्लू कहा जाता है. इग्लू की बनावट अर्ध गुम्बदाकार होती है. इसमें प्रवेश करने के लिए एक सुरंग नुमा रास्ता बनाया जाता है जिसके कारण घर के अन्दर प्रवेश करने और बाहर आने के लिए एस्किमो को रेंग कर जाना आना पड़ता है. साँस लेने के लिए इसमें ऊपर की तरफ एक छोटा छिद्र होता है.
यह घर बने बर्फ के होते हैं मगर माना जाता है की अंदर से यह बहुत ही ज्यादा गर्म होते हैं. इसे और गर्म करने के लिए कई बार इसमें हलकी सी आग भी जलाई जाती है. इसके बाद यह इतने कारगर हो जाते हैं कि बाहर की जमा देने वाली ठंड भी इनके आगे फेल हो जाती है. वहीँ गर्मियों के दिनों में बर्फ से बने यह मकान धीरे धीरे गलने लगते हैं. हालांकि गर्मियों में भी इतनी गर्मी नहीं पड़ती की ठंड से बचने का कोई उपाए ही न किया जाए. एस्किमो बर्फीले इलाके में रहते हैं और वहां साल भर ठंड तो रहती ही है. ऐसे में इससे बचने के लिए यह जानवरों की खाल से तम्बू बनाकर अपना गुजरा करते हैं. जानवर की खाल काफी गर्म होती है जो रात को सोते हुए इन्हें ठंड से बचाती है.
Igloo House Of Eskimo (Representative Pic: Wikipedia)
पुनर्जन्म में विश्वास और…
एस्किमो की जिंदगी बहुत ही अजीब अलग है. इसी तरह इनकी संस्कृति भी बहुत अलग है. एस्किमो के बीच उनका न तो कोई नेता होता है और न ही कोई प्रमुख. कहते हैं कि इनके समाज में सभी को समान अधिकार होता है. परुषों के साथ महिला भी कभी कभी शिकार पर जाती हैं मगर उनका प्रमुख कार्य गृहस्थी होता है.
माना जाता है कि यह लोग बहुत ही अलग तरह के रिवाजों को अपनाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इनके समुदाए में जब कोई वयक्ति मर जाता है, तो उसका शरीर खुले आसमान में रखा जाता है ताकि आत्मा अपना रास्ता पा सके. वहीँ अगर कोई वयक्ति बीमारी की वजह से मरता है, तो उसके शरीर के टुकड़े कर अलग अलग हिस्सों में फेंक दिए जाते हैं.
एशियाई एस्किमो अपने मृतकों को जलाते हैं जबकि ग्रीनलैंड के एस्किमो अपने मृतकों के शरीर को समुद्र में तैराने के लिए ले जाते हैं. वहीँ दूसरी ओर अलास्का के एस्किमो अपने मृतकों को दफनाते हैं और फिर कब्र को पत्थरों से ढक देते हैं. इन सभी समुदायों के रिवाज़ एक दूसरे से काफी अलग होते हैं.
ऐसा भी माना जाता है कि एस्किमो पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं. इसलिए एस्किमो के परिवार में जब कोई बूढा वयक्ति बीमार पड़ता है और वो मौत के करीब होता है, तो उसको समुद्र में बर्फ की सिल्ली पर लेटाकर तैरा दिया जाता है. धारणाओं की माने, तो एस्किमो बच्चों को अपने पूर्वज का पुनर्जन्म मानते हैं. इसलिए यह बच्चों का काफी ख्याल रखते हैं.
कहते हैं कि एस्किमो और प्राचीन ईजिप्ट के लोगों में कुछ चीजें समान थीं जैसे यह दोनों ही समुदाय में अगर कोई मरता था, तो उसके साथ उसकी कुछ चीजों को भी दफना दिया जाता था. एस्किमो के विवाह के नियमों की बात करें, तो वो भी अजीबोगरीब हैं. यहाँ पर बाल विवाह का प्रचलन था. इसके साथ ही तलाक भी अनौपचारिक था. जब जी चाहे महिला या पुरुष एक दूसरे से अलग हो सकते थे.
Eskimo With Dog (Pic: alchetron)
एस्किमो की जिंदगी पर नज़र डालें, तो इनकी जिंदगी बहुत ही कठिन है. हर एक छोटी चीज के लिए भी इन्हें संघर्ष करना पड़ता है. हालांकि इसके बावजूद भी यह सालों से ऐसे ही रहते आ रहे हैं. आज नए जमाने में इनकी जिंदगी थोड़ी बहुत तो आसान हो गई है मगर आज भी यह बर्फ में अपना कठिनाइयों भरा जीवन जीना ही पसंद करते हैं.
एस्किमो के बारे में आपको कैसा लगा कमेंट बॉक्स में हमें बताना न भूलें.
Web Title: Life Of A Eskimo, Hindi Article
Feature Image Credit: wikipedia