3 दिसंबर 1993 को सभी न्यूज़ चैनल, अख़बार और रेडियो पर सिर्फ और सिर्फ पाब्लो एस्कोबार का नाम चल रहा था. न सिर्फ कोलंबिया बल्कि पूरी दुनिया इस बात से हैरान हो गई थी कि ड्रग्स की दुनिया का बदनाम बादशाह पाब्लो एस्कोबार मारा गया. इस घटना से पहले 1 दिसंबर को ही पाब्लो ने अपना जन्मदिन मनाया था और 2 दिसंबर को उसकी मौत हो गई थी…
पाब्लो की लाश जमीन पर खून से लथपथ पड़ी हुई थी और उसे मारने वाले पुलिसकर्मी उसकी लाश के साथ तस्वीरें खिंचवा रहे थे. ये शख्स एक वक्त पर दुनिया का सबसे बड़ा औऱ खुंखार ड्रग तस्कर था.
पाब्लो के मरने के बाद उसकी मौत की कहानियों का दौर शुरू हुआ. वह दौर जिसमें कई अजीब और दिलचस्प कहानियां सामने आईं. तो चलिए एक बार जानते हैं ड्रग लॉर्ड पाब्लो एस्कोबार की मौत की कहानियाँ–
पुलिस की मुठभेड़ में मारा गया था पाब्लो…
खोजी बलों के अनुसार उस दिन भी वो आम दिनों की तरह ही गश्त पर थे. आस पास के फोन ट्रेस पर थे. तभी उन्होनें एक जानी पहचानी आवाज सुनी. वह आवाज सुनते ही उन्हें पता चल गया कि यह पाब्लो एस्कोबार की आवाज है. पाब्लो अपने बेटे से फोन पर बात कर रहा था.
टीम को मौका मिल गया था. पाब्लो के फोन की लोकेशन को खोजा जाने लगा. सभी सेनाओं को संदेश दे दिया गया कि वह पाब्लो को पकड़ने के लिए तैयार रहें. कुछी ही देर में पुलिस मेडेलिन के उस घर के सामने खड़ी थी, जहां से फोन के सिग्नल आ रहे थे. इससे पहले भी कोलंबिया की पुलिस पाब्लो को पकड़ने की कोशिश कर चुकी थी मगर हर बार पाब्लो बच निकलता था. हालांकि सबको उम्मीद थी कि शायद इस बार उनकी किस्मत थोड़ी अलग हो.
पुलिस ने देखा कि पाब्लो बिल्डिंग की पहली मंजिल पर पर्दों के पीछे खड़ा था. पुलिस ने घर को घेरकर तुरंत ही हमला कर दिया. पुलिस जैसे ही पहली मंजिल पर पहुंची पाब्लो और उसके एक अंगरक्षक ने उनपर हमला कर दिया. इसके बाद दोनों तरफ से अंधाधुंध गोलियां बरसने लगी.
गोलियों की इस बरसात का फायदा उठाकर पाब्लो ने भागने की कोशिश की. वह तुरंत ही छत की ओर चला गया. पाब्लो को लगा कि इस बार भी वह पुलिस के शिकंजे से बच जाएगा मगर तभी एक पुलिस की गली आकर उसपर लगी. कहते हैं कि गोली लगते के साथ ही पाब्लो जमीन पर गिर गया और उसकी मौत हो गई. इसके बाद मीडिया को पुलिस वालों ने यह पूरा किस्सा बताया और तब से आज तक पाब्लो के मरने की यही वजह मानी जाती है.
Dead Pablo Escobar (Pic: therichest)
पुलिस नहीं ‘तस्कर की गोली’ से मरा पाब्लो?
1989 तक कोलंबियाई सरकार अपने पुलिस और सैन्य बल को पाब्लो को पकड़ने के लिए लगा चुकी थी. हालांकि यह दोनों पाब्लो को पकड़ने में नाकाम रहे. पाब्लो न सिर्फ कोलंबिया बल्कि अमेरिका के लिए भी एक बहुत बड़ा खतरा था. पाब्लो का अधिकांश ड्रग्स अमेरिका में ही बेचा जाता था. इसलिए अमेरिका ने भी सीआईए के एजेंट और कुछ कमांडो कोलंबिया भेज दिए थे पाब्लो को पकड़ने के लिए. वह सब मिलकर कोलंबिया की सरकार के साथ काम करते थे और पाब्लो को पकड़ने की हर मुमकिन कोशिश करते थे.
हालांकि कोलंबिया सरकार और अमेरिका के अलावा भी पाब्लो ने अपने कई दुश्मन बना लिए थे. इनमें से ही एक था लॉस पेपेस, जो पाब्लो की तरह ड्रग्स का धंधा चलाता था. लॉस पेपेस को पाब्लो के कारण काफी नुक्सान हो रहा था इसलिए वह भी उसे रस्ते से हटाना चाहता था. माना जाता है कि इसलिए उसने छिपे रहकर पुलिस की मदद करनी शुरू कर दी थी.
लॉस पेपेस के मुताबिक पाब्लो को कमजोर उन्होंने ही किया था. उसके साथियों को मारना, उसके अड्डों पर हमला करना और पाब्लो की सारी चीजों को तबाह करना. यह सब काम लॉस पेपेस ने करवाए ताकि पाब्लो कमजोर पड़ जाए. ऐसी धारणाएं हैं कि लॉस पेपेस कोलंबिया पुलिस से भी मिला हुआ था.
लॉस पेप्स के साथ का खुलासा पूर्व सैनिक भी करते हैं. उनके अनुसार पाब्लो को मारने के लिए लॉस पेप्स का सहारा इसलिए लिया गया क्योंकि पाब्लो कोई आम अपराधी नहीं था. लॉस पेपेस भी ड्रग्स का धंधा करता था इसलिए उसके दिमाग के सहारे पाब्लो को पकड़ने की कोशिश की गई. लॉस पेपेस ने एक अभियान चलाया जिसने पाब्लो के तरीके से उसका मुकाबला किया.
इतना ही नहीं यह भी माना जाता है कि पाब्लो के ठिकानों की जानकरी भी लॉस पेपेस ही पुलिस को देता था. कहते हैं कि लॉस पेपेस के लोग अक्सर पुलिस की रेड में होते थे. वह भी पाब्लो को मारने की कोशिश करते थे. हैरत की बात तो यह है कि कई धारणाओं के मुताबिक, तो पाब्लो को पुलिस नहीं बल्कि लॉस पेपेस के आदमी की गोली लगी थी. हालांकि यह कितना सच है यह कोई भी नहीं जानता है.
Pablo Escobar With Football Team (Pic: pinterest)
कुछ और ही कहती है पाब्लो के बेटे की कहानी!
पाब्लो की मौत पर जहाँ एक तरफ दुनिया का कुछ कहना है, तो वहीं दूसरी तरफ खुद पाब्लो के बेटे का कुछ और कहना है. वह मानता ही नहीं है कि उसके पिता को किसी ने मारा. उसके हिसाब से, तो पाब्लो ने खुद अपनी बंदूक से अपनी जान ली.
पाब्लो के बेटे जुआन पाब्लो एस्कोबार ने जोर दिया है कि उसके पिता ने मेडेलिन की छत पर अपनी जान खुद ली है. पाब्लो के बेटे के अनुसार पाब्लो उसे हमेशा फोन का इस्तेमाल करने से रोकता था. पाब्लो को शुरू से पता था कि उसके पीछे दुनिया के सबसे खतरनाक खोजी दस्ते लगे हुए हैं और फोन की वजह से वो फंस सकता है. जिस दिन पाब्लो मारा गया उस दिन पाब्लो ने अपने बेटे को कई बार फोन किया था. माना जाता है कि इसका मितलब था कि वह खुद ही पकड़ा जाना चाहता था.
जुआन के एक इंटरव्यू के अनुसार पाब्लो ने एक बार उससे कहा था कि अगर कभी पुलिस ने उसे ढूंढ लिया, तो वो पकड़े जाने से पहले ही खुद को गोली मार लेगा. इतना ही नहीं पाब्लो ने कहा था कि वह अपने कान के नीचे गोली मारेगा ताकि उसकी तुरंत ही मौत हो जाए. जब पाब्लो का पोस्टमार्टम किया गया, तो एक गोली का निशान उसके कान के ठीक नीचे ही मिला था.
हालांकि जुआन की यह लड़ाई आज भी जारी है. आज भी वह दुनिया को गलत ठहराता है मगर उसकी बात की कोई पुष्टि नहीं है.
Police With Pablo Escobar’s Dead Body (Pic: elgrandetour)
सच चाहे जो भी वो, कहानी कोई भी सच्ची हो, लेकिन एक बात तो तय है कि पाब्लो अब नहीं है. पाब्लो एस्कोबार का अंत हो चुका है. पाब्लो की मौत उसके जन्म दिन के महज एक दिन बाद ही हुई थी. पाब्लो के पास एक वक्त पर सारे ऐशो आराम थे, लेकिन तब भी उसे दर दर भटकना पड़ता था और पुलिस से भागना पड़ता था.
एक दिन पुलिस से उसका सामना हुआ और पाब्लो ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. जुर्म की जिंदगी कितनी भी हसीन औऱ ऐशो आराम से भरी हुई क्यों न हो उसका अंत या तो सलाखों के पीछे होता है या फिर पुलिस की गोली खाकर. पाब्लो के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.
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Web Title: Story Behind Death of Pablo Escobar, Hindi Article
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