एक शेयर बाजार में, किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर बेचे और खरीदे जाते हैं. हालांकि इसके अलावा इस बाजार में बॉण्ड, म्युचुअल फंड और डेरीवेटिव का भी व्यापार होता है.
स्टॉक बाजार को शेयर बाजार भी कहा जाता है.
बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ शेयर बाजार में घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक भी भारी मात्रा में निवेश करते हैं.
शायद आपको पता न हो, विश्व के सबसे अमीरों में 5वें नंबर पर आने वाले वारेन बफेट भी शेयर बाजार में ही निवेश कर अरबपति बने हैं.
नए निवेशक शेयर बाजार में निवेश करने से कतराते हैं, उन्हें डर होता है कि कहीं उनका पैसा डूब न जाए.
बहरहाल, हम आपको बताते हैं कि आप शेयर बाजार में निवेश की शुरूआत कैसे कर सकते हैं –
क्या है शेयर बाजार?
शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट में कंपनी के शेयरों और अन्य प्रतिभूतियों की खरीद बिक्री की जाती है. शेयर बाजार दो प्रकार का होता है, पहला प्राइमरी और सेकंडरी शेयर बाजार.
एक कंपनी प्राइमरी शेयर बाजार में धन जुटाने के लिए प्रवेश करती है. कंपनी जनता को शेयर जारी कर पैसे जुटाने के लिए पंजीकृत इस बाजार में पंजीकृत होती है. आमतौर पर कंपनियां प्राइमरी शेयर बाजार रूट से स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होती हैं. जिसे लिस्टिंग कहा जाता है. अगर कंपनी पहली बार ऐसा कर रही है, तो इनके द्वारा पब्लिक के लिए आमंत्रित किए गए शेयरों को प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश, आईपीओ (IPO) कहा जाता है.
दूसरा, सेकंडरी शेयर बाजार में निवेशक पहले से सूचीबद्ध कंपनियों या प्रतिभूतियों को खरीद और बेचकर व्यापार करते हैं. इस बाजार में एक निवेशक मौजूदा मूल्य पर कंपनी के शेयर खरीदता है और उन्हें बाजार के उस समय के दाम पर जब भी चाहे बेच सकता है. यहां लेनदेन ब्रोकर के माध्यम से ही किए जा सकते हैं.
शेयर मतलब क्या?
यहां शेयर से मतलब किसी कंपनी के इक्विटी शेयरों से होता है. आपको बता दें कि किसी कंपनी में भी शेयर दो प्रकार के होते हैं. पहला प्रिफरेंस शेयर, जिसमें रिटर्न या लाभ पहले से ही तय दर पर मिलता है.
अगर किसी भी कारण से कोई लिस्टेड कंपनी, जिसमें आपने प्रिफरेंस शेयर खरीदे हैं, बंद हो जाती है, तो आपके शेयर का पूरा भुगतान पहले किया जाएगा. किसी भी प्रकार के घाटे या लाभ की स्थिति में भी आपको मिलने वाले रिटर्न की सीमा दर के हिसाब से स्थिर रहती है.
शेयर पर मिलने वाले लाभ या रिटर्न को लाभांश या डिविडेंड कहा जाता है.
और दूसरा इक्विटी शेयर, जिसमें बाजार के हिसाब से दर तय होती है, जो कम या ज्यादा कुछ भी हो सकती है.
हमेशा मिलता है कम्पनी चाहे लाभ में जाए या घाटे में. इस तरह के शेयरों पर लाभांश की गारंटी नहीं होती.
ऐसी कंपनी के शेयरधारकों या शेयरहोल्डरों को कंपनी का मालिक माना जाता है. ऐसे में कंपनी के बंद होने की स्थिति में लेनदारों (Creditors) और प्रिफरेंश शेयर धारकों के शेयरों को चुकाने के बाद अगर कुछ बचता है, तब इक्विटी शेयर धारकों को भुगतान किया जाता है.
कैसे करें शेयर बाजार में निवेश
आप शेयर बाजार में सेकंडरी मार्केट, आईपीओ, डीमैट या म्युचुअल फंड के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं. हालांकि इसमें फर्क सिर्फ इतना है कि आप जब डीमैट खाते से शेयर खरीदेंगे, तब आपका अपना विवेक इस काम आएगा और जब आप म्युचुअल फंड से शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तब आपकी ओर से जिस कंपनी का म्युचुअल फंड आपने खरीदा है. वह कंपनी ही अपने निवेशकों का पैसा आगे निवेश करती है.
म्युचुअल फंड भी कई प्रकार के होते हैं, जिसके बारे में आगे लेख में बात की जाएगी.
आईपीओ या लिस्टेड शेयर में निवेश करने से पहले आपको अपनी समझ के हिसाब से कंपनी की चाल और पिछले काम व परफॉर्मेंस के हिसाब से रिसर्च करके निवेश करना चाहिए.
बहरहाल, शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए आपको किसी ब्रोकर या कहें दलाल की सहायता जरूरी होती है.
दलालों की सूची आपको स्टॉक एक्सचेंज या फिर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) की वेबसाइट पर आसानी से मिल सकती है.
दलाल से जुड़ने के बाद आप शेयर कारोबार शुरू कर सकते हैं. बशर्ते आपको बाजार की स्थिति को अपने विवेक से भांपना आवश्यक है.
शेयर खरीदने से पहले आपके लिए जरूरी है कि आप जिस कंपनी का शेयर खरीदने जा रहे हैं, पहले उसकी बाजार में स्थिति का आकलन अवश्य करें. ये देखें कि कंपनी घाटे में तो नहीं है. और उसके पिछले कामकाज की भी छानबीन कर लें.
आप ऐसा करने के लिए अपने दलाल या जानकारों से इस बारे में बातचीत कर सकते हैं. लेकिन किसी भी प्रकार के लाभ और हानि के लिए आप पूरी तरह से जिम्मेदार होते हैं.
आपको बता दें कि आपके दलाल का काम आपको शेयर खरीदने या बेचने के बारे में सलाह देना नहीं होता, उसे आपके द्वारा किए गए किसी भी सौदे पर दलाली के रूप में कुछ राश्ाि मिलती है.
इसके अलावा उसका काम आपके सौदे करना और उनके लिए आवश्यक दस्तावेजों को उपलब्ध कराना है.
डीमैट खाता कैसे खोलें
आपको बता दें कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) या बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर आप केवल डीमैट खाता होने की अवस्था में ही कारोबार कर सकते हैं.
जब आप शेयर खरीदते हैं, तो वे पहले ब्रोकर के डीमैट खाते में आते हैं. इसके बाद आप उन्हें अपने खाते में जमा कराने के निर्देश दे सकते हैं. और जब आप शेयर बेचते हैं, तो इन्हें अपने डीमैट से ब्रोकर के खाते में जमा कराते हैं.
आप अपने किसी भी मनपंसद दलाल के साथ डीमैट खाता खोलकर कारोबार शुरू कर सकते हैं.
आपको खाता खोलने के लिए दो फार्म भरने पड़ते हैं. एक ग्राहक का परिचय प्रपत्र, जिसे केवाईसी कहा जाता है. दूसराग्राहक और दलाल के बीच एक समझौता प्रपत्र.
इनके लिए आपको अपना नाम, पता, पैन नंबर, बैंक खाता और घर का पता देना आवश्यक होता है. ये तय प्रारूप है, जिसका निर्धारिण सेबी द्वारा किया जाता है.
शेयरों में निवेश से कैसे कमाएं
शेयर में निवेश कर आप दो प्रकार से लाभ कमा सकते हैं. पहला होता है आपके मूलधन में वृद्धि. दूसरा है आपके निवेश मूल्य पर मिलने वाला लाभांश.
शेयरों में आपके निवेश का मूल्य तब बढ़ता है, जब आपके द्वारा खरीदा गया शेयर का भाव खरीद मूल्य से ज्यादा हो जाता है.
अगर आप शेयर बाजार में कंपनियों की स्थिति का आकलन सही ढंग से कर पाने में सक्षम हो पाते हैं, तो आपको जल्द ही यहां से अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
शेयरों से आपको लाभांश भी मिल सकता है. कंपनी अपने लाभ का एक निश्चित हिस्सा अपने शेयर धारकों में बांटती है.
बरतें सावधानी
शेयर बाजार में आप जब चाहें तब निवेश शुरू कर सकते हैं और घाटा होने की स्थिति में तुरंत शेयरों को बेच कर इससे बाहर भी निकला जा सकता है.
अगर हम पिछले दस सालों के बीएसई सेंसेक्स की वृद्धि का आकलन करें, तो हमें पता चलता है कि सन 2008 से 2018 तक इसमें लगभग दोगुने से थोड़ा कम की वृद्धि हुई है. मतलब सन 2008 में सेंसेक्स 19000 के आसपास था, जो आज बढ़कर 2018, 29 जून को 35,423 पर पहुंच चुका है.
निवेशकों को निवेश करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. मसलन नए निवेशकों को छोटे निवेश से ही शुरुआत करनी चाहिए. जैसे-जैसे वे बाजार की चाल को समझें, निवेश रकम को बढ़ा सकते हैं.
कभी भी एक ही सैक्टर की कंपनियों के शेयर न खरीदें. एक ही कंपनी के शेयरों में सारी रकम निवेश करने से अच्छा ज्यादा कंपनियों में थोड़ी-थोड़ी रकम निवेश करें.
इसी के साथ बाजार के रुख और कंपनियों की रफ्तार पर भी नजर बनाए रखनी आवश्यक है.
Web Title: What is Share Market and How To Invest?, Hindi Article
Featured Image Credit: sharemarketclasses