प्रस्तुतकर्ता–
विकास की अंधी दौड़ के बीच, पृथ्वी दिवस हमें समय देता है, ताकि हम पृथ्वी के एहसानों को चुका सकें, और हमारा भविष्य साफ और शुद्ध संसाधनों से भरी पृथ्वी के हवाले किया जा सके. इसी कड़ी में तकरीबन 48 साल पहले, 150 सालों की औद्योगिक क्रांति से पनपे प्रदूषण का विरोध करने के लिए करोड़ों लोग सड़कों पर आ गए थे.
तब एक अलख जगी थी!
लोगों की यह भीड़ अपने आसपास साफ वातावरण चाहती थी, लेकिन आज जब संसाधनों की बेतरतीब तरीके से खपत बढ़ रही है और प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है, तब ऐसे बड़े आन्दोलन कहीं खो से गए हैं.
आइए चलते हैं, उसी समय में जब 2 करोड़ लोग एक पर्यावरण आंदोलन के लिए सड़कों पर आ गए थे. साथ ही जानने की कोशिश करते हैं कि तब किस तरह से मनाया गया था पृथ्वी दिवस–
लोगों का घुटने लगा था ‘दम’
सन 1970 से पहले फैक्ट्रियां जहरीली गैसों को हवा में आजादी के साथ छोड़ सकती थीं. साफ-स्वच्छ नदियों में जहरीले अपशिष्ट पदार्थों का प्रवाह कर सकती थीं. उन पर किसी भी प्रकार की कोई बाध्यता या रोक नहीं थी. शायद इन सभी से निपटने और इस मुद्दे को राष्ट्रीय एजेंडे में बदलने के लिए पृथ्वी दिवस मनाया जा सका.
पृथ्वी दिवस का विचार सबसे पहले सन 1916 में विस्कॉन्सिन के क्लियर लेक में पैदा हुए गेलार्ड नेल्सन के दिमाग में आया था. इन्होंने अपने गृह राज्य विस्कॉन्सिन में जलमार्गों को साफ करने, प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा, हरी नौकरियां पैदा करने और राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
इस तरह उनकी छवि एक ‘संरक्षण गवर्नर’ के रूप में थी.
1962 में यू.एस. सीनेट के लिए चुने जाने के बाद सीनेटर गेलार्ड नेल्सन पर्यावरण संरक्षण पर बड़ा आंदोलन बनाने की कोशिश करने लगे. वह अपने पर्यावरण एजेंडे की ओर सांसदों का ध्यान आकर्षित करने के लिए 7 साल तक प्रयास करते रहे, हालाँकि वह उतना सफल नहीं रहा था.
Sera Segal Alsberg Wears Mask to filter Airborne. (Pic: pinterest)
साफ हवा और पानी की मांग
1963 में गेलार्ड नेल्सन ने अटॉर्नी जनरल रॉबर्ट एफ कैनेडी और राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की कैबिनेट के सदस्य आर्थर स्लेसिंगर को ‘पर्यावरण संरक्षण के लिए एक दौरे’ का प्रस्ताव दिया था. जहां आर्थर स्लेसिंगर ने व्यक्तिगत तौर पर इस विचार को राष्ट्रपति के साथ साझा किया, वहीं नेल्सन ने केनेडी को सीधा ज्ञापन लिखा, जो इस नए सिनेटर के लिए एक साहसिक कदम था.
इस तरह 24 सितंबर, 1963 को जॉन एफ कैनेडी ने अपने कुछ मंत्रियों और सीनेटरों के साथ एक संरक्षण-थीम वाले मल्टी-स्टेट टूर की शुरुआत की. हालांकि, इसको राजनीतिक तौर पर ज्यादा मान्यता नहीं मिली. फिर भी लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता जरूर आ गई थी.
कैपिटल हिल से परे, अमेरिकियों ने नेल्सन के विचारों को तेजी से आगे फैलाया.
उस समय भी सरकारें पर्यावरण के प्रति संजीदा नहीं थीं. साथ ही मीडिया के सदस्यों ने भी पर्यावरणीय मुद्दों को नजरअंदाज कर दिया था. 1970 तक ऐसे ही चलता रहा, जब तक कि लोगों का गुस्सा सड़कों पर नहीं आ गया.
अमेरिकी नागरिकों के लिए साफ हवा और पानी की मांग अचानक से शीर्ष तीन राजनीतिक प्राथमिकताओं में से एक बन गए. इस समय तक औद्योगिक क्रांति के कारण लोगों का दम घुटने लगा था.
धुआं और कीटनाशकों का भय बढ़ता जा रहा था.
जल प्रदूषण में तेजी से वृद्धि हुई. विशाल सांता बारबरा में तेल फैल गया और क्लीवलैंड की क्यूयाहोगा नदी भी बुरी तरह से प्रदूषित हो गई थी.
Senator Gaylord Nelson Founder of Earth Day. (Pic: nelsonearthday)
22 तारीख ही क्यों चुनी गई?
पृथ्वी दिवस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए सीनेटर नेल्सन ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एक तत्कालीन स्नातक छात्र डेनिस हेस को अपने साथ शामिल किया था.
इन्होंने राष्ट्रीय समन्वयक के तौर पर पूरे देश में प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए 85 ऊर्जावान युवाओं और जमीनी स्तर पर काम करने के लिए हजारों क्षेत्रीय स्वयंसेवकों की टीम को बनाया.
सीनेटर को यकीन था कि जिस तरह से कॉलेज के छात्रों ने वियतनाम युद्ध के विरोध में व्यापक प्रदर्शनों से सरकार को हिलाकर रख दिया था, उसी प्रकार पर्यावरण जागरुकता के लिए भी इनकी मुख्य भूमिका सरकार के कानों तक स्वच्छ वातावरण की जन पुकार को पहुचाने में सफल हो पाएगी.
उन्होंने महसूस किया कि यदि वह हवा और जल प्रदूषण की बढ़ती घटनाओं को भी इसी तरह आंदोलन का हिस्सा बनाने में सफल रहते हैं, तो यह पर्यावरण संरक्षण का आंदोलन राजनीतिक एजेंडा बन जाएगा.
इसके लिए छात्रों को एक जुट करने की कोशिश के तहत 22 अप्रैल का दिन चुना गया. इस दिन अधिकांश कॉलेज परिसरों में मुख्य परिक्षाओं से पहले का सही समय होता है. इस तरह आयोजन में भागीदारी करने के लिए छात्रों को व्यापक मौका मिल गया.
Children Sweeping a Park in New York City on Earth Day. (Pic: gothamist)
सड़कों पर उतर आई ‘जागरूक भीड़’
22 अप्रैल 1970 को 2 करोड़ लोग अमेरिका की सड़कों, पार्क और ऑडिटोरियम में स्वस्थ्य और टिकाऊ वातावरण के लिए विशाल रैलियों का हिस्सा बने.
हजारों कॉलेज और विश्वविद्यालयों ने पर्यावरण के बिगड़ते हालातों के खिलाफ संगठित होकर विरोध प्रदर्शन किया. लोग तेल फैलने की घटना, प्रदूषण कारखानों और बिजली संयंत्रों, कच्चे सीवेज, विषाक्त डंप, कीटनाशक, फ्रीवे, जंगल की कमी और अचानक वन्यजीवों के विलुप्त होने के खिलाफ लड़ रहे थे.
विरोध प्रदर्शन, धरना, भाषण, संगीत और हर तरह की सभाएं कॉलेजों, सड़कों, वीएफडब्ल्यू हॉल, पब्लिक स्क्वायर और सभी पार्कों में आयोजित की जा रही थीं.
न्यूयॉर्क शहर के कुछ हिस्से आंदोलन और प्रदर्शनों के समर्थन में लोगों ने बंद कर दिए. वहीं, यूनियन स्क्वायर पर पॉल न्यूमैन को देखने और मेयर जॉन लिंडसे का भाषण सुनने के लिए बीस हजार लोग जमा थे.
नेल्सन और उसके कर्मचारियों ने 2 करोड़ अमेरिकी, 10,000 प्राथमिक और उच्च विद्यालय, 2,000 कॉलेजों और 1000 से ज्यादा संगठन और समुदायों के साथ मिलकर इस तरह से पहला पृथ्वी दिवस मनाया.
Public Demonstrations at the first Earth Day in Denver. (Pic: cgtn)
… और मिली ‘सफलता’
पृथ्वी दिवस (1970) ने दुर्लभ राजनीतिक आंदोलन का रूप ले लिया था, जिसमें रिपब्लिकन और डेमोक्रेट, अमीर और गरीब, शहरी और ग्रामीण किसान, टाइकून से लेकर श्रमिक नेता तक सभी ने अपना समर्थन दिया.
साल के अंत तक पहला पृथ्वी दिवस संयुक्त राज्य पर्यावरण संरक्षण एजेंसी और स्वच्छ वायु, स्वच्छ जल, और लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियमों के पारित होने का गवाह बना.
पृथ्वी दिवस के 8 महीने बाद ही राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने देश की प्राकृतिक संपदा की निगरानी के लिए कार्यरत एक नए संगठन ‘पर्यावरण संरक्षण एजेंसी’ के निर्माण को मंजूरी दे दी. हालांकि, पहले पृथ्वी दिवस को रूढ़िवादी समूहों जैसे जॉन बिर्च सोसायटी से कट्टर विरोध का सामना भी करना पड़ा.
विरोधियों का मानना था कि यह आयोजन व्लादिमीर लेनिन के जन्म की 100वीं वर्षगांठ के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है. सीनेटर गेलार्ड को इसकी कतई उम्मीद न थी कि वाकई ऐसा हो सकता है, लेकिन जब लोग सड़कों पर उतरे तो कारवां बनता चला गया और पृथ्वी दिवस की शुरूआत हुई.
आगे कठोर कानून लाए गए और जंगल व वन्यजीवों की देखभाल और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकी.
वैश्विक पृथ्वी दिवस की शुरूआत
अमेरिका से शुरू हुआ पृथ्वी दिवस मनाने का सिलसिला 5000 पर्यावरण संगठनों की मदद से 184 देशों में फैल गया. सन 1990 में वैश्विक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए दोबारा से बड़ी मुहीम छेड़ी गई.
इस तरह पृथ्वी दिवस ने वैश्विक आकार ले लिया, 141 देशों में 200 मिलियन लोग फिर से इकट्ठा हुए और उन्होंने वैश्विक समुदाय के सामने पर्यावरण चिंताओं को उजागर किया. सन 1992 में संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में पृथ्वी शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया.
वैश्विक गतिविधियों में गैबॉन, अफ्रीका में एक विशाल यात्रा श्रृंखला और वॉशिंगटन, डीसी में नेशनल मॉल में हजारों नागरिकों की भीड़ ने इसे प्रचारित किया.
सन 2009 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 22 अप्रैल को ‘अंतरराष्ट्रीय माता पृथ्वी दिवस’ मनाने का निर्णय लिया. साथ ही राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने सीनेटर गेलार्ड नेल्सन को ‘प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम’ देकर सम्मानित किया.
Guillaume Bolduc. (Pic: unsplash)
इसमें कोई शक नहीं है कि धरती को मनुष्यों ने अपने फायदे के लिए नोचा-खसोटा है. उसके तमाम संसाधनों का पुरजोर तरीके से दोहन किया गया है.
आज जहरीली गैसों के गुबार आसमान में छोड़े जा रहे हैं. पेड़-पौधों की निर्मम तौर पर हत्या की जा रही है, लेकिन हम शांत हैं, हम चुप हैं… क्यों?
ऐसे में आप अपनी आने वाली पीढ़ियों को क्या नायाब तोहफा देने जा रहे हैं?
शायद एक बंजर जमीन.. जहां सांस लेने के लिए साफ हवा और पीने के लिए पानी भी नहीं होगा..!
पृथ्वी हमें अपना आसरा देती है, उसका सब कुछ हमारे लिए उपहार है और बदले में हमने उसे क्या दिया…?
इसी सवाल का जवाब है ‘पृथ्वी दिवस’.
पृथ्वी दिवस नेटवर्क के अनुसार, 2018 का वैश्विक पृथ्वी दिवस प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए वैश्विक प्रयास के लिए समर्थन बनाने सहित प्लास्टिक कचरे और प्रदूषकों को समाप्त करने के लिए दुनिया को संगठित करने पर केंद्रित है.
इस कड़ी में बढ़ता हुआ टूरिज्म और जागरूक टूरिस्ट्स ‘सस्टेनेबल टूरिज्म’ के माध्यम से एक बेहतर भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं. इसी विषय पर गुरुग्राम के ऐम्बीअन्स माल में ‘वन शू ट्रेवल’ द्वारा कार्यक्रम आयोजित हो रहा है.
जाहिर है, पृथ्वी बची रहेगी तो सब कुछ बचा रहेगा, अन्यथा… आप ही कमेन्ट-बॉक्स में बताएं कि हमारे लिए क्या शेष रहेगा?
In association with One Shoe Travels
Web Title: Earth Day Special: When 20 Million Americans Take to the Street to Protect Environment, Hindi Article
Feature Image Credit: niagaraatlarge