साल 2006 की बात है. भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान के दौरे पर थी. यह वो दौर था, जब भारतीय क्रिकेट टीम में नए क्रिकेटर्स की आमद हो रही थी. इस सब के बीच भारतीय टीम में एक घुंघराले बाल वाले बॉलर की एंट्री हो गई थी. गुजरात का वह गेंदबाज़ अपनी स्विंग से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने में सफल रहा था. वह कोई और नहीं इरफान पठान थे.
बांए हाथ से गेंदबाज़ी करने वाले इरफान पठान कम समय में ही भारतीय टीम की गेंदबाज़ी की मज़बूत कड़ी बनने में सफल रहे. 2006 को टीम इंडिया ने पाकिस्तान के दौरे पर थी, तब वह टीम इंडिया का हिस्सा थे. वह मैदान पर खेलने उतरे तो सबकी नज़र उन पर थी. उन्होंने चयनकर्ताओं को निराश नहीं किया.
पाक के खिलाफ टेस्ट मैच में पहले ही ओवर में उन्होंने हैट्रिक लेकर पाकिस्तान की मजबूत बैटिंग आर्डर को तहस-नहस कर दिया. बावजूद इसके भारत के हाथ से जीत फिसल गई थी.
ऐसा क्यों हुआ आईए जानते हैं-
पहले तीन गेंदों पर बनाया दबाव
पाकिस्तान का कराची का मैदान. सुबह साढ़े नौ बज रहे थे. इस हाइवोल्टेज टेस्ट मैच को देखने के लिए भारत से काफी क्रिकेट प्रशंसक पाकिस्तान गए थे. पाकिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरी.
पाकिस्तान के दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाज़ क्रीज़ पर मौजूद थे. नॉन स्ट्राइक पर इमरान फरहत थे, तो स्ट्राइक पर घातक बल्लेबाज़ सलमान बट. कप्तान राहुल द्रविड़ ने लाल रंग की कुकाबुरा की चमचमाती गेंद इरफान पठान के हाथ में थमा दी.
पठान ने चमचमाती गेंद हाथ में पकड़ते हुए रनअप लेना शुरु किया. पठान रनअप लेते हुए जैसे- जैसे विकटों के पास पहुंच रहे थे, वैसे-वैसे मैदान में तालियों की गड़गड़ाहट बढ़ने लगी. पठान ने पहली गेंद फेंकी और वह ऑफ स्टम्प पर स्विंग लेते हुए विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स में चली गई. धोनी के ग्लव्स में बॉल जाने के साथ ही मैदान पर हो रहा शोर थम गया.
लगातार तीन गेंदो तक यह सिलसिला चलता रहा. हालांकि, राहुल द्रविड़ और इरफान पठान इस बात से काफी खुश थे कि कराची के क्रिकेट ग्राउंड में उन्हें स्विंग और उछाल दोनों मिल रहे हैं. आगे मैच में, जो होना था उसका अंदाज़ा किसी को नहीं था. न पाकिस्तान के कप्तान युनिस खान और न ही टीम इंडिया के कप्तान राहुल द्रविड़ को.
सलमान बट के रुप में मिला पहला विकेट
इरफान पठान को पहली ही गेंद से स्विंग मिलने लगी थी. इसलिए उन्हें भी लग रहा था कि बल्लेबाज़ को इतनी स्विंग पर शॉट लगाना आसान नहीं होगा. पहली गेंद डॉट फेंकने के बाद इरफान पठान ने दूसरी गेंद फेंकी, जोकि ऑफ स्टंप पर स्विंग लेते हुए फिर विकेटकीपर के हाथ में पहुंच गई. लगातार दो गेंद पर खतरनाक स्विंग मिलता देख स्ट्राइक पर खड़े सलमान बट भी दबाव में आ गए थे. उसके बाद तीसरी गेंद भी तेज़ी से स्विंग लेते हुए धोनी के हाथों में पहुंच गई.
अब दबाव पूरी तरह से सलमान बट पर आ गया था. सलमान बट लगातार तीन गेंद डॉट खेल चुके थे. ऐसे में उनका धैर्य टूटना लाजमी था! चौथी गेंद को इरफान पठान ने फिर ऑफ स्टंप पर रखा, बॉल तेज़ी से स्विंग होते हुए सलमान बट के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए स्लिप में खड़े राहुल द्रविड़ के हाथों में पहुंच गई.
सलमान बट 3 मिनट क्रीज़ पर रहे और 4 गेंद का सामना करते हुए 0 रन बनाकर वापिस पवेलियन लौट गए. अब तक पाकिस्तानी टीम का खाता भी नहीं खुला था और उसका पहला विकेट गिर गया था.
अगली दो गेंदों में रच दिया इतिहास...
सलमान बट के शून्य पर पवेलियन लौटने के बाद दबाव पूरी तरीके से पाकिस्तानी टीम पर आ गया था. अब तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने के लिए खुद कप्तान युनिस खान क्रीज पर आए. पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी की मज़बूत कड़ी माने जाने वाले युनिस खान पर पारी को संभालने की काफी बड़ी जिम्मेदारी थी.
इरफान पठान ने अपनी लय को बरकरार रखते हुए दाएं हाथ के बल्लेबाज़ युनिस खान को गुड लेंथ गेंद फेंकी. गेंद ऑफ स्टंप पर पड़ने के बाद स्विंग होते हुए मिडिल स्टंप पर पहुंची और तेज़ी से युनिस खान के पैड पर लगी.
बॉल पैड पर लगते ही एक साथ टीम इंडिया के खिलाड़ियों और इरफान पठान ने अपील की. अंपायर ने बिना कोई देरी किए स्पष्ट रूप से युनिस खान को पगबाधा आउट दे दिया. इसके साथ ही पाकिस्तानी क्रिकेट प्रशंसक पूरी तरह से गम में डूब गए. वजह भी साफ थी, क्योंकि पाकिस्तान का स्कोर 0-2 हो गया था.
अब पठान के ओवर की आखिरी गेंद बची थी. क्रीज़ पर आए पाकिस्तान क्रिकेट टीम की दीवार कहे जाने वाले मोहम्मद युसूफ. युसूफ के बारे में शुरु से मशहूर है कि वह मैच की सबसे घातक गेंद पर ही आउट होते हैं. दूसरी तरफ शायद इरफान पठान अपने पहले ओवर की आखिरी गेंद सबसे घातक ही फेंकने वाले थे.
उन्होंने ओवर की अंतिम गेंद को भी ऑफ स्टंप पर रखा. बॉल ने फिर स्विंग पकड़ी. जिसपर युसूफ गच्चा खा बैठे. इस तरह इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया था.
जहां स्टेडियम में पाकिस्तानी प्रशंसक सिर नीचे झुकाए बैठे थे, वहीं पूरी टीम इंडिया मैदान पर जश्न मना रही थी.
मगर काम नहीं आई हैट्रिक, क्योंकि...
पाकिस्तानी टीम का स्कोर 0-3 हो गया था. टीम भंवर में फंस चुकी थी. वहीं भारतीय टीम अपने गेंदबाज़ की हैट्रिक का जश्न में डूबी हुई थी. जब पाकिस्तान के तीन विकेट गिरे, तब लग रहा था कि पाकिस्तान टीम 100 रनों के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाएगी. आगे 39 रन पर पाकिस्तान के 7 विकेट गिर चुके थे.
मगर पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज़ कामरान अकमल ने 113 रनों की शतकीय पारी खेल पाकिस्तान टीम को भंवर से निकाल लिया. वहीं अब्दुल रज़्ज़ाक ने भी 45 रनों की पारी खेल कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. इन दोनों बल्लेबाज़ो की जूझारू पारी के दम पर पाकिस्तान टीम 245 रनों पर ऑलआउट हो गई.
इरफान पठान ने 61 रन देकर 5 विकेट चटकाए .
पहली इंनिंग में बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम पाकिस्तान के स्विंग गेंदबाज़ मोहम्मद आसिफ का तोड़ नहीं निकाल पाई. पाकिस्तान की पहली पारी के 245 रनों के जवाब में भारतीय टीम महज़ 238 रनों पर ऑलआउट हो गई. पाकिस्तान को मामूली 7 रनों की बढ़त मिल गई. मोहम्मद आसिफ ने पहली पारी में 4 विकेट चटकाए.
दूसरी पारी में पाकिस्तान टीम बल्लेबाज़ी के लिए उतरी, लेकिन इस बार टीम पूरी तरह से बदली हुई नज़र आई. जो पाकिस्तानी बल्लेबाज़ इरफान पठान की हैट्रिक का शिकार हुए थे. वह अचानक फार्म में लौट आए. हैरत की बात है कि इन सभी बल्लेबाज़ों ने शानदार अर्धशतक जड़े. पाकिस्तान टीम ने 599/7 रन बनाकर पारी घोषित कर दी.
आगे दूसरी इनिंग में लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम पाकिस्तानी पेस बैट्री के सामने ढेर हो गई. पूरी भारतीय टीम 265 रनों पर आलआउट हो गई. यह मैच पाकिस्तानी टीम ने रनों से जीत लिया. मैन ऑफ दी मैच रहे कामरान अकमल.
खैर, इरफान पठान की कमाल की हैट्रिक के बाद भी पाकिस्तान टीम मैच जीत गई थी, लेकिन इरफान पठान के रूप में भारतीय टीम को एक नया सितारा मिल चुका था, जिसने कई मौकों पर अपना लोहा मनवाया.
Web Title: Even After Irfan's Hatrick India Lost The Match, Hindi Article
Feature Image Credit: SantaBanta