खराब शुरुआत के बाद कप्तान रोहित शर्मा अपनी टीम को आगे ले ही जा रहे थे, तभी एडम जम्पा ने उन्हें अपना शिकार बना लिया. रोहित के आउट होते ही सारे मैदान में खामोशी छा गई. कुछ लोग अपने सिर पर हाथ रखे हुए थे, तो कुछ लोग टेंशन में अपने नाखून खाए जा रहे थे.
हालांकि, आगे क्रुनाल ने थोड़ी सी आस जगाई, बावजूद इसके मुंबई खींच-तान कर महज 129 रन ही बोर्ड पर लगा सकी. मुंबई इंडियंस के समर्थक अपनी टीम के इस प्रदर्शन से निराश थे. यहां तक कि वह मुंबई के जीतने की आस तक खो चुके थे.
किन्तु, मैच के अंतिम पड़ाव पर कुछ ऐसा हुआ कि उनकी सांसें थम गईं.
ऐसा क्या हुआ था आईए जानने की कोशिश करते हैं-
पार्थिव-सिमंस ने निराश किया
2017 में मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजायंट फाइनल मुकाबले में आमने-सामने थी. हैदराबाद का राजीव गांधी स्टेडियम दर्शकोंं से भरा पड़ा था. वहीं, देश के लगभग हर घर में लोग टी.वी. पर एक बड़ी संख्या में इस मैच का मजा ले रहे थे.
खेल शुरू होने से पहले टॉस के लिए सिक्का उछाला गया. टॉस जीतकर मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. अगली कड़ी में जैसे ही पार्थिव पटेल और लैंडल सिमंस ओपनिंग करने के लिए उतरे तो सारा मैदान मुंबई-मुंबई के शोर से गूंज उठा.
पार्थिव-सिमंस की जोड़ी ने मुस्कुराते हुए दर्शकों का अभिवादन किया.
हालांकि, मैदान पर वह ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और दोनों सस्ते में लौट गए. पुणे की तरफ से गेंदबाजी की जिम्मेदारी निभा रहे उनादकट ने सबसे पहले पार्थिव पटेल को 4 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर चलता किया. उसके बाद अगली ही गेंद में लैंडल सिमंस को वापस भेज दिया. सिमंस महज 3 रन ही अपनी टीम के लिए जोड़ सके.
इस तरह अपने पहले दो विकेट महज 8 रन पर खोकर मुंबई इंडियंस बैकफुट पर थी. खैर, कप्तान रोहित शर्मा और अंबाती रायडू ने धीरे-धीरे आगे बढ़ना शुरू किया. दोनों अच्छा खेल रहे थे. लग रहा था कि दोनों के बीच अच्छी साझेदारी पनपेगी, जोकि समय की मांग थी.
Lendl Simmons and Parthiv Patel (Pic: Mumbai Indians)
रोहित और हार्दिक भी नहीं चले
खैर, अगले कुछ पलों में लोगों की उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया, जब पुणे के कप्तान स्मिथ ने रायडू को उनके 12 के स्कोर पर रनआउट कर दिया. रायडू के जाने के बाद रोहित शर्मा ही थे, जिनका अंत तक खेलना मुंबई के लिए जरूरी थी, पर वह भी 11वें ओवर में जम्पा की गेंद पर अपना कैच शार्दुल ठाकुर को दे बैठे.
उनके जाने के बाद क्रीज पर आए पोलार्ड भी 7 रन बनाकर उनके साथ बेंच पर जा बैठे. इस सीजन में तूफानी बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे हार्दिक पांड्या का भी बल्ला नहीं चला. वह महज 10 रनों का सहयोग दे पाए.
आने-जाने के इस क्रम में ऑलराउंडर क्रुनाल पांड्या थोड़ा पारी को संभालते हुए दिखे. पहले उन्होंने हार्दिक के साथ फिर मिचेल जॉनसन के साथ कुछ रन जोड़े.
इस तरह जैसे-तैसे मुंबई इंडियंस 129 के स्कोर तक पहुंच पाई.
Hardik And Rohit (Pic: Rediff.com)
130 का आसान लक्ष्य मिला, मगर…
पुणे के गेंदबाजों ने अपना काम कर दिया था. उनके प्रदर्शन के कारण ही पुणे की जीत लगभग तय मानी जा रही थी. इसके पीछे वाजिब कारण भी था. पहला मुंबई से मिला 130 रनों का कम स्कोर और स्टीवन स्मिथ, महेंद्र सिंह और रहाणे के रूप में पुणे की मजबूत बल्लेबाजी.
किन्तु, कहते हैं न कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है. यहां कुछ भी संभव है. आईपीएल के इस फाइनल मुकाबले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला.
पुणे की शुरुआत अच्छी रही. पहले दस ओवरों में उन्होंने राहुल त्रिपाठी के रूप में महज 1 विकेट खोकर 58 रन बोर्ड पर लगा दिए थे. फिर 12वें ओवर में जैसे ही 44 के स्कोर पर रहाणे आउट हुए, वैसे ही मुंबई ने वापसी करनी शुरु कर दी.
गजब की बात को यह थी कि मुंबई के गेंदबाजों ने पुणे के कप्तान स्टीव स्मिथ को हाथ खोलने का मौका नहीं दिया. उन्होंने 50 गेंदों का सामना किया, जिसमें महज 51 रन ही जोड़ पाए. इसका असर उनके आउट होने के बाद देखने को मिला. धोनी भी कुछ नहीं कर पाए. वह सिर्फ 10 रन ही बना पाए. परिणाम यह रहा कि मैच आखिरी ओवर तक पहुंच गया.
Smith and Dhoni (Pic: cricketaustralia)
…और रुक गई लोगों की सांसें
अंतिम पड़ाव तक पहुंचते-पहुंचते मैच रोमांच के चरम तक पहुंच चुका था. अंतिम ओवर में राइजिंग पुणे को यह मुकाबला जीतने के लिए महज 11 रन बनाने थे. रोहित शर्मा ने मिचेल जॉनसन पर भरोसा जताया और उन्हें गेंद सौप दी.
पहली गेंद के लिए जैसे-जैसे मिचेल आगे बढ़ रहे थे. वैसे-वैसे लोगों की सांसें तेज हो रही थीं. गेंद पिच पर गिरते ही मनोज तिवारी ने उसे सीमा रेखा के बाहर भेज दिया. इस तरह अब पुणे को महज 7 रन चाहिए थे.
दूसरी गेंद का फिर से मनोज तिवारी ने सामना किया, लेकिन इस बार इसे संभाल नहीं सके और कैच आउट हो गए. तीसरी गेंद पर क्रीज पर मौजूद कप्तान स्मिथ ने छक्का लगाने की कोशिश की, लेकिन रायुडू के हाथों वह लपके गए.
यहां से मुंबई के खेमें में आस जागी. इस क्रम में चौथी गेंद पर वाशिंगटन सुंदर ने सिंगल लेकर क्रिश्चियन को खेलने का मौका दिया, जोकि हिट करने की क्षमता रखते थे.
पांचवीं गेंद पर क्रिश्चियन ने हिट लगाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें दो रन से संतोष करना पड़ा. इस तरह अंतिम गेंद पर पुणे को जीतने के लिए चार रन चाहिए थे.
यह वह मौका था, जब इस मैच को देख रहे दर्शकों की सांसें रुक सी गईं थीं!
किसी को नहीं पता था कि अगले क्षण क्या होने वाला है. बहरहाल, मिचेल की आखिरी गेंद पर क्रिश्चियन दो रन लेने के बाद तीसरे के लिए दौड़े, किन्तु दूसरे छोर पर उनके साथी सुंदर रनआउट हो गए. इस तरह अंतिम मौके पर मुंबई ने एक रन से जीत दर्ज करते हुए यह मुकाबला अपने नाम कर लिया.
IPL 2017 Final Wining Moment (Pic: ESPNcricinfo)
इससे पहले मुंबई की टीम दो बार वर्ष 2013 और 2015 में आईपीएल चैंपियन रही थी, जबकि 2010 में उसे चेन्नई सुपरकिंग्स से हारकर रनर अप रहना पड़ा था.
Web Title: Final Macth Pune Supergiant v/s Mumbai Indians, Hindi Article
Feature Image Credit: teoloLstoy/twitter