तेजी से बदलते आधुनिक जीवन में ज्यादातर लोग खुद को फिट रखने की कोशिश में लगे रहते हैं. कोई फिट रहने के लिए घंटों योगा में लगा रहता है, तो कोई जिम के अंदर पसीने में भीगा नज़र आता है. इसी कड़ी में मार्शल आर्ट सीखकर खुद को फिट रखने का ट्रेंड काफी बढ़ा है.
इसकी मदद से जहां खुद को फिट रखा जा सकता है, वहीं यह मुश्किल समय में हमलावर को पटखनी देने में मददगार होता है.
अब चूंकि, मार्शल आर्ट की दीवानगी लोगों में तेजी से बढ़ी है, इसलिए इसको सही मायने में मशहूर बनाने वाले ब्रूस ली को जानना दिलचस्प रहेगा:
‘हॉंग-कांग’ की गलियों ने बनाया ‘ली जुन फन’ को हुनरबाज़
कम लोग जानते होंगे कि 27 नवंबर 1940 को अमेरिका में जन्में ब्रूस ली का असली नाम ‘ली जुन फन’ था. वह तो फिल्मी दुनिया में उनकी इंट्री के बाद वह ब्रूस ली के नाम से मशहूर हुए. उनके बचपन की बात की जाए तो अपनी शुरुआती शिक्षा उन्होंने ‘हॉंग काँग’ से की. बाद में वह जब 18 के हुए, तो दोबारा आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गये. वहां की ‘यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन’ से उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा हासिल की.
जानकर हैरानी होती है कि जिस इंसान ने अपना बचपन और जवानी पढ़ाई में लगाई हो, वह मार्शल आर्ट का इतना बड़ा नाम कैसे बन गया. शायद आप यकीन नहीं करेंगे, किन्तु सच तो यह है कि ब्रूस ली ने मार्शल आर्ट किसी स्कूल में नहीं सीखी. हॉंग-कांग की गलियों ने उन्हें इस कला का माहिर खिलाड़ी बना दिया. असल में जब वह बड़े हो रहे थे, तब चाईनीज़ लोगों का कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ लामबंद हो रहे थे.
बात-बात पर सड़कों से लड़ाई-झगड़े की खबरें आनी लगी थीं. देखते ही देखते महौल बिगड़ा तो, इन्होंने दंगों का रूप ले लिया. पूरा हॉंग-कॉंग गरीबी, भुखमरी और अपराध जैसी बड़ी समस्याओं से जूझने लगा. आम लोगों को सरकार से बहुत उम्मीदें थी, लेकिन जब उसने उन्हें निराश कर दिया तो उन्होंने विरोध के सुर तेज कर दिए.
एक बड़ी संख्या में युवा इन विरोधों का हिस्सा बनने लगे. ब्रूस ली भी उसमें से एक थे. उन्होंने ‘टाइगर्स ऑफ़ जंक्शन स्ट्रीट नामक एक गिरोह में ज्वॉइन कर लिया.
Martial Arts Expert Bruce Lee (Pic: Pinterest)
…जब ‘ब्रूस’ ली जमकर पीट दिए गए!
‘एक दिन ब्रूस ली एक गैंगवार के दौरान बुरी तरह से पीट दिए गए. इससे उनकी आंख पर काले रंग का निशान पड़ गया. ‘ब्रूस ली’ इस घटना से बहुत आहत थे. वह खुद को मजबूत बनाना चाहते थे, ताकि दोबारा जीवन में उन्हें ऐसी घटना का सामना न करना पड़ा. उन्होंने अपनी मां से मार्शल आर्ट सीखने के लिये कहा. शुरुआती आना-कानी के बाद उन्होंने हामी भर दी.
मां की मदद से ब्रूस ली यिप मैन के पास पहुंच गये, जोकि मार्शल आर्ट के जाने-माने नाम थे. जल्द उनका प्रशिक्षण शुरु हो गया और वह इस तरह से एक नये सफर पर चल पड़े. ‘यिप मैन’ से ब्रूस ली ने जो सीखा, उसका प्रदर्शन उन्होंने हॉंग-कॉंग की गलियों में शुरू कर दिया. देखते ही देखते वह मजबूत होते गये. इतने मजबूत कि उन्होंने कुछ दिनों बाद ही कई लोगों की बुरी तरह से पीट दिया.
हालांकि, यह कारनामा उनके लिए परेशानी का सबब बन गया. इसके बाद वह ‘क्रिमिनल लिस्ट’ में जोड़ दिए गए. पिता को इसकी जानकारी मिली तो वह चिंतित हो गए और उन्होंने उन्हें अमेरिका भेजने का फैसला कर लिया. वह अपनी पूरी तैयारी कर चुके थे. किन्तु, उनके क्रिमिनल रिकॉर्ड के कारण उन्हें वीज़ा लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा. वह तो उनके पिता अपने संबंधों का प्रयोग करते हुए उन्हें अमेरिका भेजने में सफल रहे.
अमेरिका पहुंचने के बाद क्या?
अमेरिका पहुंचने के बाद भी मार्शल आर्ट के प्रति ब्रूस ली का प्रेम कम नहीं हुआ. हॉंग-कॉंग की गलियों में अपने पुराने मार्शल आर्ट के उस्ताद से ब्रूस ली ने जो सीखा था, वह अमेरिका में बच्चों के साथ बांटना शुरु कर दिया. साल 1959 में ब्रूस ली ने अमेरिका के वाशिंगटन में लड़कों को ‘जून फैन गुंग फू’ कला सिखानी शुरु कर दी. बाद में यह कला ‘ब्रूस ली कुंग फू’ के नाम से मशहूर हुई.
धीरे-धीरे ब्रूस ली मार्शल आर्ट के लिए मशहूर होने लगे. एक बड़ी संख्या में युवा उनके पास आने लगे. जरूरत बढ़ी तो उन्होंने अपना एक मार्शल आर्ट प्रशिक्षण संस्थान खोल दिया. इस प्रशिक्षण संस्थान को ब्रूस ली ने ली ‘जून फैन गुंग फू मार्शल आर्ट इंस्टिट्यूट’ नाम दिया.
ब्रूस ली द्वारा अपने स्कूल में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के दौरान चाइनीज़ मार्शल आर्ट का क्रेज़ बढ़ रहा था. उस समय किसी ने नहीं सोचा था कि ब्रूस ली और उनकी मार्शल आर्ट की यह कला, आने वाले समय में मशहूर हो जायेगी.
ब्रूस ली मशहूर हुए तो रील लाइफ के दरवाजे उनके लिए खुल गये. शुरुआत में वह कुछ छोटे पर्दे पर दिखाई दिये. उनका अभिनय जानदार था. बावजूद इसके उन्हें बड़ी फिल्मों में काम करने का मौका नहीं मिल रहा था. इस पर कुछ लोगों ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें वापस हॉंग-काँग जाकर ट्राई करना चाहिए. असल में वहां बनने वाली फिल्मों में जिस तरह के किरदारों की जरूरत होती थी, उनके लिए ब्रूस ली एकदम फिट थे. ब्रूस ली का यह सलाह ठीक लगी तो वह हॉंग-कॉंग आ गये.
Martial Arts Expert Bruce Lee in Films (Pic: Pinterest)
फिल्मों में ‘ब्रूस ली’ की धमक
1971 में हॉंग-कॉंग में रिलीज़ हुई फिल्म ‘दि बिग बॉस’ में वह लीड रोल में नज़र आये. इसमें उनके काम को काफी सराहा गया. बस यहां से ब्रूस ली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. एक साल के भीतर उन्होंने 1972 में आई फिल्म ‘फिस्ट ऑफ फ्यूरी’ में अहम किरदार निभाया. यह उनके करियर की बड़ी हिट फिल्म साबित हुई.
इस तरह पूरे एशिया में ब्रूस ली की मार्शल आर्ट को लोकप्रियता मिली.
कहा जाता है कि लोग ब्रूस ली की तरह दिखते हुये उन्हीं की तरह मार्शल आर्ट के दांव पेंच लड़ने की नकल करने लगे. ब्रूस ली में सबसे खास बात यह थी कि वह बहुत ही फुर्तीले थे. कहते हैं कि शूटिंग के दौरान जब वह विलेन को पंच मारते थे, तो वह कैमरे में कैद नहीं हो पाते थे. इसके पीछे बड़ी वजह यह थी कि ब्रूस ली इतनी तेज़ी से अपने हाथ पैरों को चलाते थे कैमरा मैन कैमरा घुमा ही नहीं पाते थे.
सिर्फ ब्रूस ली ही नहीं उनके परिवार के अन्य लोगों भी फिल्मों से जुड़े रहे. लिंडा ली कैडवेल , जोकि उनकी पत्नी थी, उन्होंने हर कदम पर ब्रूस ली को ढ़ेर सारा प्यार दिया. उनसे ब्रूस ली को ब्रैंडन ली और शैनन नाम से दो बच्चे हुए. पिता की तरह ब्रैंडन ली ने भी अभिनय में अपनी किस्मत को अपनाया. दुर्भाग्य से 1993 में एक फिल्मी की शूटिंग के दौरान उन्हें गोली लग गई और उन्होंने दम तोड़ दिया था.
वहीं ब्रूस ली की बेटी शैनन ली भी अमेरिकी अभिनेत्री हैं और हॉलीवुड की कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं.
रहस्मयी तरीके से ब्रूस ली का जाना!
कम उम्र में ही अपनी विशेष कला से दुनिया भर में सुर्खियां बटोरने वाले इस महान मार्शट आर्ट खिलाड़ी की मात्र 32 साल की उम्र में रहस्यमय तरीके से मौत हो गई. 20 जुलाई साल 1973 को हॉंग-कॉंग में ब्रूस ली ने दुनिया को अलविदा कह दिया. कहा जाता है कि 10 मई 1973 को हांगकांग में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान ब्रूस ली चोटिल हो गये थे. इस चोट से उनके सिर में सूजन भी आ गई थी… जिसको उनकी मौत की बड़ी वजह माना जाता है!
अपनी मौत से एक दिन पहले ब्रूस ली ‘गेम ऑफ डेथ’ फिल्म के बारे में फिल्मकारों से चर्चा कर रहे थे. उस दौरान उन्हें सिर में दर्द की शिकायत हुई, तब उनके साथी ने उन्हें दर्द की दवा दे दी. दवा खाने के बाद ब्रूस ली होटल के कमरे में आराम करने चले गये. रात को जब वह डिनर के लिये नीचे नहीं आये तो उनके साथी उनके कमरे में पहुंचे, जहां वह कमरे के बेड पर पड़े हुये थे.
आनन-फानन में एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया. उसके बाद उनकी मौत को लेकर कई सवाल उठे, लेकिन आज तक उनकी मौत के रहस्य से पर्दा नहीं उठ सका. हां, मीडिया में इसकी खबरें जरूर आती रही.
Martial Arts Expert Bruce Lee Statue (Pic: Wikipedia)
इस तरह मार्शल आर्ट का स्टार अपने चाहने वालों को मायूस करके चला गया. वह आज हमारे लोगों के बीच में नहीं है, किन्तु उसकी यादों को लोग आज भी अपने दिल से लगाये फिरते हैं. समाज के हर वर्ग में ब्रूस ली का क्रेज़ आज भी देखने को मिलता है… खासकर बच्चों में!
वह उनके नाम से बने वीडियो गेमों के किरदार में उन्हें ढूंढने की कोशिश करते हैं.
हांगकांग में ब्रूस ली की याद में वहां की सरकार ने चांदी से तैयार स्टेच्यू ऑफ ब्रूस ली का निर्माण कराया है, जो हांगकांग के सबसे बड़े स्टेच्यू में गिना जाता है.
Web Title: Martial Arts Expert Bruce Lee, Hindi Article
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