कहते हैं कि महिलाओं का करियर बहुत छोटा होता है. अब बात चाहे सिनेमा जगत की करें या फिर खेल जगत की. उनपर समाज के कई दबाव होते हैं, जो उन्हें कहीं न कहीं पीछे धकेल देते हैं.
एक महिला के लिए कहा जाता है कि उसके जीवन का सबसे सुनहरा पल तब होता है, जब वो माँ बनती है. अक्सर देखा गया है कि माँ बनने के साथ ही महिलाएं अपने करियर को खत्म कर देती हैं.
इसी कड़ी में, इस कटु सच को बदलने की हिम्मत दिखाई है टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स ने. विश्व की नंबर एक खिलाड़ी रह चुकी सेरेना ने अपनी गर्भावस्था के दौरान अपना खिताब जीता.
उन्होंने अपने रैकेट से उस हर मिथ्या पर करारी चोट की, जो महिलाओं को कमजोर समझती हैं. साथ ही, उस हर महिला के लिए प्रेरणा बन कर उभरी हैं, जो जल्द ही समझौता कर लेती हैं.
ऐसे में सेरेना के बारे में जानना दिलचस्प रहेगा. जानते है किस प्रकार वह टेनिस जगत में अपना सिक्का जमाने में कामयाब रहीं-
पिता ने दी दोनों बहनों को शुरुआती ट्रेनिंग
सेरेना विलियम्स का जन्म 26 सितम्बर, 1981 में मिचिगन में हुआ था. उनके पिता का नाम रिचर्ड विलियम्स और माँ का ओरसने विलियम्स है. वह अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं.
उन्होंने महज़ चार साल की उम्र से ही अपनी बहन के साथ टेनिस खेलना शुरू कर दिया था.
सेरेना विलियम्स ने टेनिस अपने पिता से सीखा. उनके पिता ने सेरेना और उनकी बहन वीनस को लॉस एंजेलिस के पब्लिक कोर्ट में टेनिस की ट्रेनिंग दी. जल्द ही, उन्होंने टेनिस अकादमी भी ज्वाइन कर ली. यहां उनके खेल को रिक मस्सी ने निखारा.
साल 1995 में उन्होंने आधिकारिक रूप से खेलना शुरू कर दिया. उनकी बहन वीनस ने अपना टेनिस डेब्यू एक साल पहले कर लिया था.
...बहन वीनस को कई बार हराकर जीता खिताब
वीनस के बेहतरीन स्ट्रोक्स और आक्रामक खेल को देखकर लगता था कि वो 1999 में यूएस ओपन को जीतने जाएंगी. इस दौरान उन्होंने अपने खेल से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था. लेकिन, नियति को तो कुछ और ही मंजूर था. ये खिताब सेरेना ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से अपने नाम कर लिया.
साल 2000 में, दोनों बहनों ने सिडनी ओलंपिक्स में भाग लिया. ऑस्ट्रेलिया में हो रहे इस ओलंपिक में उन्होंने और वीनस ने डबल्स इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सेरेना टेनिस जगत में मशहूर हो चुकी थीं. आगे चलकर, साल 2002 में उन्होंने फ्रेंच ओपन, द युएस ओपन और विंबलडन में जीत हासिल करके इतिहास रच दिया.
दिलचस्प बात ये रही कि उन्होंने ये तीनों खिताब अपने बहन वीनस को हराकर जीता. वह अब अपनी आक्रामक खेल के लिए प्रसिद्ध हो चुकी थीं. सेरेना ने 2003 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी जीत हासिल कर ली. इसी के साथ वह अपने करियर के सारे खिताब जीत चुकी थीं.
...और जारी रहा इनकी जीत का सिलसिला
उन्होंने टेनिस टूर्नामेंट के चारो ग्रैंडस्लैम जीतकर अपने नाम का परचम पूरी दुनिया में फहराया. साल 2003 में सेरेना ने एक बार फिर ऑस्ट्रेलियन ओपन पर अपना कब्जा जमा लिया. उन्होंने इसी साल अपने दोनों ग्रैंडस्लैम जीते. इस बार भी अपनी बहन को हराकर.
इसके एक साल बाद बीजिंग ओलंपिक में उन्होंने अपनी बहन के साथ मिलकर दूसरी बार डबल्स इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
साल 2007 में उन्होंने एक बार फिर वापसी की. वह शारीरिक और मानसिक रूप से एक बार फिर उबरीं. इस बार उन्होंने मारिया शारापोवा को हराकर अपना तीसरा ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता.
इसी वर्ष वह विश्व खिलाड़ियों की रैंकिंग में सातवें पायदान पर रहीं. सबसे ज्यादा उम्र में यह जीतने का रिकॉर्ड उनके नाम है.
साल 2010 में, वह करीब एक साल अपनी शारीरिक चोट की वजह से टेनिस से दूर रहीं. इसके बाद साल 2012 में उन्होंने ज़बरदस्त वापसी की. सेरेना ने लंदन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता. इसके एक साल बाद ही उन्होंने अपना दूसरा फ्रेंच ओपन सिंगल्स और युएस ओपन सिंगल्स जीता.
अब तक उन्होंने अपने करियर के 23 ग्रैंडस्लैम अपने नाम किये.
...और जब गर्भवती सेरेना ने जीता खिताब
साल 2017 में उनके गर्भवती होने की खबर आई. उन्होंने तब लोगों को हैरान कर दिया जब अपने गर्भवती होने के दौरान भी उन्होंने अपना खेल जारी रखा.
सेरेना ने न सिर्फ अपना खेल खेला बल्कि उसमें जीतने में भी कामयाब रहीं. उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन तब जीता जब वो आठ सप्ताह की गर्भवती थीं. जब लोगों की इस बात का पता चला तब सभी दंग रह गए.
सेरेना ने अपने इस कारनामे से उन सभी लोगों को एक ज़ोरदार तमाचा मारा. जो महिलाओं को कमजोर समझने की भूल करते हैं. महिलाओं को कमतर आंकने और पुरुषों की अपेक्षा नाजुक मानी जाती रही हैं.
हालांकि, वह ऐसी पहली बड़ी महिला खिलाड़ी नहीं हैं, जिन्होंने ऐसा किया है. सेरेना मगर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी जरुर हैं. उन्होंने यह खिताब अपनी बहन के खिलाफ खेलकर जीता. ऐसे में, उनके ऊपर मानसिक और शारीरिक दबाव दोनों था.
35 साल की उम्र में माँ बनी सेरेना से पहले बेल्जियम की खिलाड़ी किम क्लिस्टर्स ने भी माँ बनने के बाद मैदान में वापसी की थी. उस दौरान उनकी उम्र 26 साल थी. जबकि सेरेना ने यह 35 साल की उम्र में किया. बच्चे होने के बाद महिलाओं के करियर को खत्म माना जाता है.
ऐसे में, सेरेना एक बेहतरीन प्रेरणा के रूप में सभी महिलाओं के सामने आई हैं.
बताते चलें, सेरेना ने रेड्डिट के सह-संस्थापक एलेक्सिस ओहानियन से सगाई करने की खबर भी सोशल मीडिया के जरिये दी थी.
सेरेना ने मैटरनिटी लीव ली, जिसके बाद वह जल्द ही मैदान पर अपनी वापसी करेंगी. उनकी इस पहल ने विश्व की हर एक महिला में गुमान स्थापित किया. एक महिला अगर कुछ ठान ले तो, वो बड़ी से बड़ी बाधा को आसानी से पार कर लेती है.
सेरेना विलियम्स के नाम को एक आम महिला समेत खिलाड़ी जगत की महिलाएं भी हमेशा के लिए याद रखेंगीं.
Web Title: Player Who Won Title During Her Pregnancy, Hindi Article
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