क्रिकेट आज दुनिया के सबसे ज्यादा प्रसिद्ध खेलों में से एक हो गया है. इस खेल का रोमांच इसी से समझा जा सकता है कि इसमें हर रोज कुछ न कुछ नया होता ही रहता है.
इस खेल की खास बात यह कि इसमें जितना महत्वपूर्ण एक बल्लेबाज होता है, उतने ही एक गेंदबाज भी होता है. जहां एक बल्लेबाज रन बनाकर टीम को जीत दिला सकता है. वहीं दूसरी ओर एक गेंदबाज विकेट लेकर किसी भी मैच का रुख बदल सकता है!
विश्व क्रिकेट में आने वाली सभी टीमों में कुछ ऐसे महान गेंदबाज हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर बहुत से मैच को हार के मुंह से निकालकर अपनी टीम को जीत दिलाई. आज हम आपको ऐसे ही कुछ गेंदबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके नाम एक दिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का कीर्तिमान दर्ज है.
तो देर किस बात की है आईए जानते हैं वह नाम कौन से हैं-
मुथैया मुरलीधरन
इस कड़ी में सबसे पहला नाम मुथैया मुरलीधरन का आता है. मुरलीधरन श्रीलंका की टीम से गेंदबाजी करते थे, जोकि अब सन्यास ले चुके हैं. बताते चलें कि मुथैया अपनी स्पिन गेंदबाजी के लिए क्रिकेट जगत में विख्यात रहे. उनका जन्म 17 अप्रैल 1972 को हुआ था.
ओडीआई मैच में उनके नाम कुल 534 विकट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है, जोकि आज तक टूट सका. अपने इस कीर्तिमान के लिए वह ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में दर्ज हुए.
मुथैया की गेंदबाजी के तरीके की बात करें तो बेहद ही अलग था. वह कब किस तरह की गेंद फेंक दे कोई नहीं जानता था. उनकी स्पिन की तो बात ही क्या करें तो उनकी गेंद कुछ इस तरह घूमती थी कि उसे पढ़ना बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होता. यही कारण था कि वह विकेट पर विकेट चटकाते रहे और वन-डे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने.
Muttiah Muralitharan (Pic: naukrinama)
वसीम अकरम
वसीम अकरम का जन्म 3 जून 1966 को हुआ था. वह एक बहेतरीन गेंदबाज के तौर पर जाने जाते हैं. एक समय हुआ करता था, जब पाकिस्तान के वह सबसे ख़ास गेंदबाज थे.
वन-डे क्रिकेट मैच में 502 विकेट लेकर वसीम दुनिया के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने. माना जाता है कि जब वह 18 साल के थे, तब उनको 1984-85 में पाकिस्तान की क्रिकेट टीम के लिए चुन लिया गया था. उनका पहला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ था, जिसमें उन्होंने पहली पारी में सात विकेट लेते हुए सभी को चौंका दिया था.
वह एक तेज गति के गेंदबाज थे. उनकी गेंदबाजी की सबसे अच्छी बात यह थी कि वह गेंद को बहुत अच्छे से स्विंग करते थे. रफ़्तार से आते हुए उनकी गेंद जब एक दम से स्विंग हो जाती थी, तो बल्लेबाज हैरान हो जाते थे.
अपनी घातक गेंदबाजी से दम पर वसीम किसी भी पल मैच का रुख बदलने के लिए मशहूर रहे.
Wasim Akram (Pic: theanalyst)
वकार युनुस
वकार युनुस भी पाकिस्तान के खिलाड़ी हैं. उनका जन्म 16 नवंबर 1971 को पाकिस्तान के पंजाब में हुआ था.
वकार युनुस ने अपने करियार के दौरान ओडीआई मैच में कुल 416 विकेट लिए. वह अपने दशक के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक थे. कहते हैं कि जब भी वह किसी मैच में गेंदबाजी करते थे तो बल्लेबाजों के कदम लड़खड़ाने लगते थे.
रिवर्स स्विंग कराने में तो उनको जैसे महारत हासिल थी. वह उनकी प्रमुख संपत्ति भी मानी जाती थी. बल्लेबाजों के खिलाफ पुरानी गेंद से कैसे रिवर्स स्विंग करनी है, यह उनसे अच्छा कोई नहीं जानता था! कम से कम उनके शानदार आकड़े तो कुछ ऐसा ही बयां करते हैं.
Waqar Younis (Pic: scoopnest)
चमिंडा वास
चमिंडा वास श्रीलंका के प्रसिद्ध गेंदबाज हैं. उनका जन्म 27 जनवरी 1974 को हुआ था. एकदिवसीय क्रिकेट में उनके नाम कुल 400 विकेट हैं, जो उन्होंने 1994 से 2008 के दौरान खेले गए मैचों में अपने नाम किए.
वह श्रीलंका क्रिकेट टीम के सबसे सफल और सटीक बांए हाथ से गेंद करने वाले तेज गेंदबाजों में एक रहे हैं. कई अवसरों पर उन्होंने अपनी गेंदबाजी के बल पर अपनी टीम को अकेले ही जीत हासिल करवाई है.
चमिंडा वास ने 2011 के बाद क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास ले लिया था, जिसके बाद वह श्रीलंका की टीम में गेंदबाजी के कोच नियुक्त किए गए.
Chaminda Vaas (Pic: sportswallah)
शाहिद अफरीदी
शाहिद अफरीदी को भला कौन नहीं जानता है. वह पाकिस्तान के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं. शाहिद अफरीदी का जन्म 1 मार्च 1980 को हुआ था. वह पाकिस्तान टीम के ऑलराउंडर के तौर पर जाने जाते हैं.
उनकी दमदार बैटिंग हो या फिर जोरदार बोलिंग, दोनों में ही हिट हैं. एक समय में तो उनका इतना बोलबाला था कि वह पाकिस्तान के स्टार खिलाड़ी माने जाते थे. बल्लेबाजी करते हुए अफरीदी चक्के-चौके लगाते हैं.
वहीं दूसरी ओर गेंदबाजी के समय वह विकेट चटकाते हैं. ओडीआई में उन्होंने अपने करियार की शुरुआत 2 अक्टूबर 1996 में की थी. वह मुख्य रूप से लेग स्पिनर के रूप में जाने जाते हैं, इसलिए उनकी गिनती एक दिवसीय मैचों के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में की जाती है.
अपने ओडीआई करियर में उन्होंने 395 विकेट अपने नाम किए हैं.
Shahid Afridi (Pic: espncricinfo)
शॉन पोलॉक
आज कल तो दक्षिण अफ्रीका की टीम में बहुत से नए युवा गेंदबाज आ चुके हैं. मगर एक वक़्त था जब दक्षिण अफ़्रीकी टीम की गेंदबाजी का सारा ज़िम्मा शॉन पोलॉक के कंधों पर था.
13 साल के अपने अन्तर्राष्ट्रीय करियर के दौरान उन्होंने कुछ 108 टेस्ट मैचों को खेले. इसके आलाव उन्होंने 303 एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मैच भी खेले.
शॉन पोलॉक ने अपने ओडीआई करियर को कुल 393 विकटों के साथ समाप्त कर दिया था. इतना ही नहीं ओडीआई में वह बल्लेबजी का भी दम दिखा चुके हैं. उन्होंने एक दिवसीय मैच में करीब 3519 रन बनाए.
वह मैदान में अपनी गेंदबाजी के साथ नए-नए प्रयोग करने के लिए जाने जाते थे. कहते हैं कि अपनी गेंदबाजी से वह अक्सर बल्लेबाजों को उलझन में डाल दिया करते थे.
Shaun Pollock (Pic: thesouthafrican)
ग्लेन मैकग्रा
ग्लेन मैकग्रा का जन्म 9 फरवरी 1970 को हुआ था. वह ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाड़ी हैं.
उनका किक्रेट करियर 14 साल से भी ज्यादा का रहा है. कहते हैं कि उनकी गेंदबाजी को समझाना बल्लेबाजों के बस का नहीं था. वह बहुत ज्यादा तेज गेंद तो नहीं फेंकते थे, मगर उनके पास स्विंग और लाइन लेंथ की अच्छी समझ थी.
यही उनके असल हथियार थे. बताते चलें कि ग्लेन मैकग्रा कई अलग-अलग तरह की गेंदबाजी किया करते थे. ओडीआई मैचों में उन्होंने कुल 381 विकेट चटकाएं.
Glenn McGrath (Pic: pinterest)
ब्रेट ली
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली को भला कौन नहीं जानता होगा. अपनी तेज रफ़्तार गेंदबाजी के चलते ब्रेट ली बल्लेबाजों के बीच हमेशा ही एक चर्चा का विषय बने रहते थे.
अपने 12 वर्षीय करियर के दौरान ब्रेट ली ने 23.36 की औसत से कुल 380 विकेट अपने नाम किए. 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए एक मैच में उनका 5/22 के आंकड़े को पाना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन माना जाता है.
Brett Lee (Pic: bigbash)
अनिल कुंबले
जब बात भारतीय गेंदबाजों की आती है तो अनिल कुंबले का नाम उसमे आना लाज़मी है. उन्होंने न सिर्फ एक दिवसीय बल्कि टेस्ट मैच में भी अपनी गेंदबाजी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है.
अनिल भारत के एक मात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने ओडीआई में 337 विकेट लिए हैं.
अपनी स्पिन गेंदबाजी से अनिल कुंबले हमेशा ही बल्लेबाजों को चकमा देते आए हैं.
वह अपनी ‘लेगब्रेक गुगली’ के लिए खासे चर्चा में रहे.
Anil Kumble (Pic: cricketworld)
सनथ जयसूर्या
सनथ जयसूर्या श्रीलंका टीम के एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं. वह सिर्फ गेंजबाजी ही नहीं, बल्कि श्रीलंका टीम के एक विस्फोटक बल्लेबाज भी थे.
ओडीआई मैच में वह क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए जाने जाते थे. वह एक ऑलराउंडर थे और अपनी भूमिका बहुत ही अच्छे से निभाते थे उन्होंने इस दौरान कई तरह के अलग-अलग रिकॉर्ड बनाए.
1989 में उन्होंने अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था.
ओडीआई मैच में उन्होंने 323 विकेट लेने का शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
Sanath Jayasuriya (Pic: cricket)
तो यह थे क्रिकेट के कुछ महान खिलाड़ी, जिनके नाम ओडीआई में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है.
शायद कोई आगे इनका यह रिकॉर्ड तोड़ा दे पर फिलहाल तो यह खिलाड़ी सबसे ज्यादा विकेट लेने के लिए जाने जाते हैं.
Web Title: Players Who Have Most Wickets In ODI Cricket, Hindi Article
Featured Image Credit: zimbio/ cricket365