केरल में इस सदी की सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाली बाढ़ आई है. केरल में आई इस बाढ़ ने लाखों लोगों की ज़िन्दगी प्रभावित की है. नतीजा यह है कि करीब 10.40 लाख लोग रिलीफ कैंप में रहने के लिए मजबूर हैं. इससे ना सिर्फ लाखों लीग बेघर हुए है बल्कि, सैकड़ों लोगों की जानें भी चली गयी है.
खैर, अब जब आपदा आ ही चुकी है, तो सवाल ये है कि इससे कैसे निपटा जाए!
आधुनिक युग में आज जब पूरी दुनिया इंटरनेट और स्मार्टफोन से जुड़ चुकी है, तो इस आपदा से निपटने में ये उपयोगी साबित हो सकते हैं. वह इसलिए क्योंकि बड़ी तादाद में लोगो के पास इसकी पहुँच है.
तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर टेक्नोलॉजी कैसे केरल में आई बाढ़ में उपयोगी साबित हो सकती है-
प्रभावित लोगों के लिए आप यथासंभव दान कर सकते हैं. डोनेट करने के लिए इस लिंक पर जाएं: https://milaap.org/fundraisers/helpkeralaroaragain
गूगल पर्सन फाइंडर
गूगल ने केरल में आई बाढ़ के बाद पर्सन फाइंडर टूल एक्टिवेट कर दिया है. यह इसका इस्तेमाल करने वाले को लापता व्यक्ति को ढूढ़ने में मदद करता है. इसके अलावा, यह किसी व्यक्ति को अपनी जानकारी भी इस पेज में जोड़ने देता है.
ऐसे व्यक्ति की जानकारी जो मिल गया हो. ऐसा करने से यह बहुत आसानी से पता चल जाता है कि कौन मिल गया है और कौन अभी तक लापता है. साथ ही, एक बार डाटा एंट्री कर दी जाय तो, ढूढ़ने वाले इंसान को भी आसानी होती है.
यह जानना भी जरुरी है कि इसमें डाला गया डाटा या जानकारी पब्लिक है. जिसका मतलब है कि इसे किसी के भी द्वारा भी देखा जा सकता है. साथ ही, गूगल इसमें मौजूद डाटा की सटीकता की भी ज़िम्मेदारी नहीं लेता है. भले ही यह थोड़ा कम विश्वसनीय है लेकिन ऐसी स्तिथि में उपयोगी साबित हो सकता है.
गूगल ने अपने 'गूगल मैप' पर ‘पिन-ड्रॉप्ड’ भी डाला है. इसमें उन सेंटर्स की लिस्ट है जो रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे हैं. इसके साथ ही ऐसे सेंटर्स जो आश्रय, खाना, मेडिकल, एम्बुलेंस और आदि जरुरत मुहैया कर रहे हैं.
यह लोगों के लिए किसी जगह को पता लगाने में मदद कर रहा है.
फेसबुक सेफ्टी चेक
फेसबुक भी इस त्रासदी से निपटने के लिए अपनी ओर से मदद कर रहा है. दरअसल, फेसबुक ने अपना सेफ्टी चेक फीचर एक्टिवेट कर दिया है. इसके जरिये आप ये जान सकते हैं कि आपके दोस्त और रिश्तेदार सुरक्षित हैं.
इसके लिए बस अपनी फेसबुक प्रोफाइल पैर स्वयं के सुरक्षित होने का स्टेटस अपडेट करना होता है. जिसके बाद आपसे फेसबुक पर जुड़े लोगों को आपके सुरक्षित होने का पता चलता है.
इसके साथ ही फेसबुक ने एक क्राइसिस रिस्पांस पेज भी बनाया है. यह पेज केरल में आई बाढ़ से जुड़ी हुईं सारी ख़बरें और वीडियो को इस पेज पर डालता है. इस पेज पर लोग जाकर तत्काल हालात के बारे में बेहतर ढंग से जान सकते हैं.
ये वीडियो आम जनता द्वारा बनाए गए भी होते हैं. साथ ही मेनस्ट्रीम मीडिया से भी उपयुक्त वीडियो यहां शेयर किये जाते हैं. इस पेज का मकसद होता है लोगों तक ताजा जानकारी पहुंचाना.
प्लस कोड
केरल बाढ़ से जूझ रहे लोग अपने एंड्राइड फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं. वे लोग अपने टेबलेट या एंड्राइड फ़ोन से प्लस कोड के जरिये अपनी सही लोकेशन को भेज सकते हैं. खास बात ये है कि वो ऐसा ऑफलाइन भी कर सकते हैं.
ऐसे करने से रेस्क्यू वर्कर्स के लिए उन तक पहुंचना आसान हो जाएगा. साथ ही जल्दी मदद पहुँचने से ज्यादा जाने भी बचाई जा सकती है. यह कोड SMS और वोइस कालिंग द्वारा शेयर किया जा सकता है.
इन सब के अलावा, हैशटैग का प्रयोग भी उचित तरीके से किया जा सकता है. इसमें लोग बाढ़ से जुड़ीं जानकारी प्राप्त करने के #Keralaflood आदि जैसे हैशटैग्स पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं. वह राज्य में चलाई जा रहे रिलीफ ऑपरेशन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए वह ट्विटर लाइट एप का प्रयोग भी कर सकते हैं.
QKopy एप भी है बहुत उपयोगी
केरल में आई इस बाढ़ में QKopy नाम की एक सोशल नेटवर्किंग एप भी बहुत मददगार साबित हो रही है. ये अभी तक बाढ़ में फंसे हुए लोगों तक महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाने के लिए उपयोगी है.
उदाहरण के लिए, बाढ़ का करंट स्टेटस, ट्रेफिक मूवमेंट और पानी भरने जैसी समस्याएं. इसके लिए बस आपको अपने शहर के ट्रैफिक पुलिस का नंबर सेव करना होगा. नंबर सेव करने के बाद अपने फोन में QKopy एप को अपने फोन कांटेक्ट का एक्सेस देना होगा.
ऐसा करने के साथ ही पुलिस द्वारा जारी किये गए सारे अपडेट आपको अलर्ट के रूप में पता चलते रहेंगे. यह एक तरफा संवाद है, जो अलर्ट के रूप में आपको प्राप्त होता है. इसके जरिये, आप अपने प्रियजनों के साथ आवश्यक सूचना भी शेयर कर सकते हैं. इसमें तुरंत अपडेट मिलते हैं. अगर सब कुछ ठीक है तो यह ग्रीन सिग्नल भी देता है.
वहीं अगर चेतावनी होती है तो, यह रेड सिग्नल देता है.
यह एप सभी एंड्राइड और iOS डिवाइस द्वारा डाउनलोड किया जा सकता है.
ये कारगर टेक्नोलॉजी के कुछ उदाहरण भर हैं. ऐसे कई और माध्यम हो सकते हैं, जो बाढ़ जैसे भीषण तबाही से निपटने में मददगार साबित हो सकते हैं. साथ ही बताते हैं कि अगर टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल किया जाए तो वह एक वरदान की तरह साबित हो सकती है. अत: अपने हाथों में मौजूद छोटा से इंटरनेट के साथ टेक्नोलॉजी के डिब्बा को फायदा उठाएं.
प्रभावित लोगों के लिए आप यथासंभव दान कर सकते हैं. डोनेट करने के लिए इस लिंक पर जाएं: https://milaap.org/fundraisers/helpkeralaroaragain
केरल बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए रोर इंडिया यह अभियान #RoarForKerala चला रहा है. इस अभियान से सम्बंधित दूसरे लेख, विडियो इत्यादि आप यहाँ देख-पढ़ सकते हैं:
Web Title: Apps Which Can Be Useful In Kerala Flood, Hindi Article