बजाज चेतक! भला इस नाम को कौन नहीं जानता?
जो लोग अस्सी और नब्बे के दशक में बड़े हुए हैं, वो शायद इस नाम को बेहतर समझ सकते हैं.
जी हां! वही 'बजाज चेतक स्कूटर' जिसे बड़ी शान से लेकर आप कभी सड़क पर निकलते थे. अगर आपने कभी ये स्कूटर चलाया नहीं, तो एक बार देखा जरूर होगा. और हो सकता है कि ये आज भी अापके परिवार के पास हो.
बहरहाल, आज हम आपको ले चलेंगे उस दशक में जब 'बजाज चेतक' स्कूटर मध्यम वर्ग के लोगों की शान की सवारी हुआ करता था.
आइए, जानते हैं कि कैसे आज़ादी के बाद बजाज चेतक भारतीय परिवारों के दिलों में बस गया –
बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर...
'हमारा कल हमारा आज, बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर', देखा जाए तो यह एक स्कूटर कंपनी के विज्ञापन की टैगलाइन भर है, लेकिन अस्सी के दशक में यह विज्ञापन भारत के उस समय की वास्तविक तस्वीर पेश करता है.
इस समय आज़ादी के बाद पहली बार भारत की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ था, ऐसा इसलिए क्योंकि उस समय मध्यम वर्ग के लोग भी दोपहिया वाहन खरीदने लगे थे और बड़ी शान से 'बजाज चेतक' को लेकर सड़कों पर निकलते थे.
जिसके घर में बजाज चेतक आता था, उसके घर इस स्कूटर को देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ती थी.
खैर, आज के बदलते भारत की तस्वीर में भले ही सड़कों पर हवाओं से बातें करती कार और फर्राटा भरती मोटरसाइकिल ज़्यादा नज़र आती हों, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब 'बजाज चेतक' को समाज में बड़ा ओहदा मिला था.
1972 में बाजार में उतरा
बजाज ऑटो कंपनी को 1959 में ही दो पहिया और तीन पहिया बनाने का लाइसेंस मिल गया था. इसने सन 1961 में दो पहिया वाहन बनाना भी शुरू कर दिया, लेकिन कंपनी को असली पहचान तब मिली जब महाराणा प्रताप के घोड़े 'चेतक' के नाम पर इसने 1972 में स्कूटर लांच किया.
बजाज चेतक मुख्य रूप से इतालवी वेस्पा स्प्रिंट पर आधारित था. चेतक दशकों से लाखों भारतीय परिवारों के लिए परिवहन का एक सस्ता माध्यम रहा.
1980 के आसपास, वेस्पा लाइसेंसीकृत डिज़ाइन को एक नए इन-हाउस डिज़ाइन के साथ बदल दिया गया. अपने उदय के दौरान इसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी एलएमएल कंपनी का एनवी स्कूटर था जो वेस्पा पीएक्स 150 की लाइसेंस प्राप्त कॉपी थी.
बजाज चेतक का इंजन 145 सीसी और सेगमेंट 2-स्ट्रोक का था, जिसे बाद में 4-स्ट्रोक सेगमेंट तक बढ़ाया गया था. एवरेज स्पीड 50-60 किलोमीटर प्रतिघंटा और अधिकतम स्पीड 90 किलोमीटर प्रतिघंटा थी.
उस समय भारत में सड़कें आज की तरह नहीं थीं, यहां तक कि शहरों में भी कई सड़कें उबड़-खाबड़ हुआ करती थीं. ऐसे में इन सड़कों पर भी आसानी से कोई वाहन चल सकता था, तो वह बजाज चेतक स्कूटर ही था.
कहने को तो यह दो पहिया वाहन था, लेकिन किसी कार से कम बिल्कुल भी नहीं था. इस पर आसानी से एक छोटा परिवार बैठ सकते थे. और ऐसा हुआ भी, ये भारतीय परिवारों की पहली पसंद बना.
स्कूटर के लिए सालों किया इंतजार
समय बदलता गया और 'बजाज चेतक' की डिमांड बढ़ती गई. हालात यह हो गए कि लोग बुकिंग के बाद डिलीवरी के लिए सप्ताह, महीने नहीं बल्कि कई सालों तक इंतजार करने के लिए तैयार थे.
यहां तक कि सुभाष चंद्र बोस के नाती अमित मित्रा ने बजाज चेतक की बुकिंग लॉन्चिंग के समय कराई थी और डिलिवरी 1980 में जाकर हुई.
1977 में बजाज चेतक बिक्री के मामले में न केवल दो पहिया वाहन को पछाड़ रहा था, बल्कि चार-पहिया वाहनों की बिक्री भी इसके सामने फीकी लगने लगी.
बजाज ऑटो ने एक साल में रिकॉर्ड 100,000 से अधिक बजाज चेतक स्कूटर बेचे. इतना ही नहीं दस वर्ष बाद, यह संख्या 500,000 तक पहुंच गई.
बजाज चेतक ने भारतीय बाज़ार में धूम तो तब मचाई, जब 1990 के दशक में देश ने उदारीकरण को अपनाया. इसके बाद बजाज ऑटो प्रति माह 100,000 स्कूटर बेच रहा था.
मध्यम वर्ग के लोगों की शान की सवारी...
एक तबका जो हमेशा लग्ज़री कारों में ही घूमा करता है, के इतर मध्यम वर्गीय परिवार हमेशा अपना जीवन स्तर और बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास करता है.
भारत में आर्थिक स्थिरता आने से मध्यम वर्ग के लोगों की तादात भी बढ़ गई और इन लोगों का मनपसंद साथी बना 'बजाज चेतक' स्कूटर!
उस समय दो पहिया वाहन खरीदना परिवार का अर्थिक स्तर भी दिखाता था.
उचित मूल्य में खरीद और कम लागत में रखरखाव वाला बजाज चेतक स्कूटर भारतीय परिवार की शान की सवारी थी. जिनकी शादी में दहेज के रूप में बजाज चेतक मिलता था, वह शादी बहुत बड़ी शादी मानी जाती थी.
2005 में बंद हुआ उत्पादन
समय बदल रहा था, भारत आधुनिकता की ओर प्रवेश कर चुका था. बदलते समय में लोगों की मांग भी बढ़ती गई. अब लोग हल्की और सरपट दौड़ने वाली बाइक की डिमांड बढ़ने लगी थी.
फिर भारतीय यातायात के साधनों में बजाज चेतक का लगभग 40 वर्षों तक एकछत्र दबदबा था, जिसे आज तक कोई पछाड़ नहीं सका.
अगर किसी ने पछाड़ा तो वह केवल ग्राहक थे, जो हल्के और फर्राटेदार भागने वाली गाड़ियों की तरफ मुड़ गए. और इस तरह से 2005 में इसका उत्पादन बंद कर दिया गया.
हालांकि, 2017 के बाद बजाज चेतक स्कूटर का परिवर्तित रूप बजाज चेतक स्कूटी के रूप में लांच किया गया, जो पहले से हल्का और अधिक आरामदायक था.
Web Title: Bajaj Chetak, Best companion of Indian family, Hindi Article
Feature Image Credit: Team-BHP