गूगल हमेशा से जादू का पिटारा रहा है. जिसमें हाथ डालो और अपने जरुरत की एप्लीकेशन चुन लो. इसके पिटारे से निकली ‘गूगल डॉक्स’ भी ऐसी ही एक ‘क्लाउड बेस्ड एप्लीकेशन’ है, जो एक ऑनलाइन वर्ड प्रोसेसर की तरह काम करता है.
यहां आप अपनी फाइल बना सकते हैं, संपादित कर सकते हैं, साथ ही उसे ऑनलाइन स्टोर भी कर सकते हैं. गूगल डॉक्स गूगल ड्राइव का एक ऐसा हिस्सा है, जिसे आप अपने एंड्राइड, आइओएस स्मार्टफोन और लैपटाप पर आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं.
तो आईये जानने की कोशिश करते हैं कि किस तरह से हम आप गूगल डॉक्स का लाभ आसानी से कैसे उठा सकते हैं:
कैसे खोलें?
गूगल डॉक्स को खोलने के दो तरीके हैं. पहला, यह कि आप docs.google.com से लॉगिन करके उसे खोल सकते हैं. खोलने के बाद आपको ‘स्टार्ट आ न्यू डॉक्यूमेंट’ दिखेगा. यहां आप अपने पंसद का टेम्पलेट चुनकर काम शुरु कर सकते हैं.
दूसरा तरीके में आप गूगल ड्राइव drive.google.com में जाकर न्यू पर राइट क्लिक करें. ऑप्शन बॉक्स से गूगल डॉक्स चुनें. इससे आपके लिए एक नई फाइल गूगल डॉक्स में खुल जाएगी. यहां आप अपने डॉक्यूमेंट को नया नाम देकर अपना काम शुरू कर सकते हैं.
वहीं, अगर आप अपने मोबाइल में गूगल डॉक्स खोलना चाहते हैं तो अपने स्मार्टफोन के प्ले स्टोर में जाकर ‘गूगल डॉक्स’ की एप डाउनलोड कर सकते हैं. हां, अगर आईफोन यूजर हैं तो इसके लिए आपको अपने एप्पल स्टोर में जाना होगा इसे डाउनलोड करने के लिए.
How to Open Google Doc (Pic: ubergizmo)
कैसे करें काम?
जैसे ही आप अपनी पसंद का टेम्पलेट चुनते हैं, तो ब्लैंक डॉक्यूमेंट आपके सामने खुलकर आता है. यह माइक्रोसॉफ्ट के वर्ड प्रोसेसर से मेल खाता है. ऐसे में अगर आपने माइक्रोसॉफ्ट के वर्ड पर पहले काम किया हुआ है, तो आपको गूगल डॉक्स पर काम करने में कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए. आप इसके मेनू बार के सारे ऑप्शन से परिचित होंगे. जैसे-फाइल, एडिट, व्यू, इंर्सट, फॉर्मेट आदि.
किन्तु, आपको बताते चलें कि गूगल डॉक्स में कुछ ऐसे भी ऑप्शन मौजूद हैं, जोकि उसे बाकी वर्ड प्रोसेसर से भिन्न बनाते हैं. यहां आप डॉक्यूमेंट बनाने के अलावा गूगल स्प्रेडशीट और गूगल स्लाइडस् भी बना सकते हैं. साथ ही आप अपने डॉक्यूमेंट को किसी भी फॉर्मेट में बदल सकते हैं, जैसे पीडीएफ, ओपन डॉक्यूमेंट फॉर्मेट, वेब पेज आदि.
How to Open New Google Doc (Pic: wikihow)
क्यों हैं खास?
गूगल डॉक्स में ऐसे कई फीचर हैं, जो आपके काम को आसान बनाकर समय की बचत करते हैं. जैसे गूगल डॉक्स का ‘एक्सप्लोर’ ऑप्शन. एक्सप्लोर ऑप्शन का सीधा-सा मतलब है कि यदि आप किसी शब्द या वाक्य के बारे में जानना चाहते हैं. तो इस ऑप्शन का उपयोग कर सकते हैं.
इस ऑप्शन का इस्तेमाल करने के लिए आपको उस शब्द पर राइट क्लिक करना होगा और एक्सप्लोर ऑप्शन को चुनना होगा. इससे आपकी स्क्रीन के साइड में डाइलॉग बॉक्स खुलेगा. इसमें आप उस शब्द से संबंधित सारी जानकारी आसानी से देख सकते हैं. वहीं, अगर आप सिर्फ शब्द का मतलब देखना चाहते हैं, तो डिफाइन पर क्लिक करके उसका मतलब जान सकते हैं.
गूगल डॉक्स का एक ख़ास फीचर यह भी है कि आप ऑफलाइन भी इसे चला सकते हैं. उदाहरण के तौर पर, अगर आप गूगल डॉक्स पर काम कर रहे हैं और अचानक आपकी इंटरनेट सेवा बंद हो जाती है, तो आप ऑफलाइन काम कर सकते हैं. बाद में इंटरनेट कनेक्शन से वापिस जुड़ने पर ऑफलाइन होने के दौरान आपके द्वारा किए गए बदलावों को खुद से सेव कर लेता है. इसके अलावा आप गूगल डॉक्स में अपनी खुद की डिक्शनरी भी बना सकते हैं. अक्सर कुछ शब्द ऐसे होते हैं, जो डिक्शनरी में ऐड नही होते. आप उन शब्दों को मेन्यू बार के टूल्स ऑप्शन से पर्सनल डिक्शनरी में जाकर ऐड कर सकते हैं.
वहीं, अगर आप मेन्यू बार से ऐड-ऑन ऑप्शन पर क्लिक करेगें, तो आप गूगल डॉक्स की कई अतिरिक्त सेवाओं का बिल्कुल मुफ्त लाभ उठा सकते हैं. जैसे थिसॉरस, ओपन क्लिपआर्ट, राइम फाइडर, डॉक्यूमेंट नेवीगेटर आदि. आप अपनी सुविधा अनुसार इन्हें चुन सकते हैं.
गूगल डॉक्स का वो फीचर, जो इसे सबसे अलग बनाता है, वह है शेयरिंग!
आप बेहद आसानी से अपने तैयार किए हुए डॉक्यूमेंट को किसी के साथ भी साझा कर सकते हैं. बस आपको डॉक्यूमेंट पर राइट क्लिक करके शेयर में रिसीवर का नाम या ईमेल आईडी लिखना है. इतना करने भर से आपका डॉक्यूमेंट अपनी मंजिल पर पंहुच जाता है. आप एक समय में कई लोगों के साथ अपना यह डॉक्यूमेंट शेयर कर सकते हैं.
इसके अलावा, अगर रिसीवर सजेस्टिंग मोड पर काम कर रहे हैं, तो आप डॉक्यूमेंट में लाइव बदलाव होते हुए भी देख सकते हैं. इसे रियल टाइम कॉलेबरेशन भी कहते हैं.
Benifits of Google Docs (Pic: usingeducationaltechnology)
गूगल डॉक्स के फायदे
गूगल डॉक्स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे संवाद आसान और तेज़ हो जाता है. अगर आप कॉलेज में हैं और कोई डॉक्यूमेंट ग्रुप में बना रहे हैं, तो गूगल डॉक्स का इस्तेमाल अच्छा साबित होता है.
जैसे जिनके साथ आपने इसे शेयर किया है, वह इसमें आसानी से बदलाव कर पायेंगे. साथ ही कमेंट ऑप्शन पर क्लिक करके अपनी प्रतिक्रिया भी ज़ाहिर कर सकते हैं. यह आमतौर पर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में आसानी से काम नहीं करता.
वहीं अगर आप अपने रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए थिसिस लिख रहे हैं, तो गूगल डॉक्स के एक्सप्लोर ऑप्शन की मदद से आपका काम जल्दी ही खत्म हो सकता है. दूसरी ओर, गूगल डॉक्स कॉर्पोरेट ऑफिस में भी फाइल ट्रांसफर और संपादन में तेज रहता है. साथ ही इसमें डेटा आराम से स्टोर किया जा सकता है. जिसके चलते कॉर्पोरेट ऑफिस में इसका इस्तेमाल बढ़ गया है.
वैसे गूगल डॉक्स अकेला क्लाउड बेस्ड एप्लीकेशन नहीं है. इसके जैसे माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस का ऑनलाइन वन ड्राइव, जोहो डॉक्स, एप्पल के आइक्लाउड एप्स आदि मौजूद हैं. किन्तु, गूगल डॉक्स का फ्री और तेज़ होना इसे अलग बनाता है इसलिए यह रोज़मर्रा के कामों के लिए एकदम सटीक है.
Google Docs Benifits (Pic: bloggerstech)
तो यह थे गूगल डॉक्स को प्रयोग करने के तरीके और फायदे. इसका प्रयोग करके आप अपने काम को आसान बना सकते है.
क्या ‘गूगल डॉक्स’ जैसे किसी और एप्लीकेशन के बारे में आप जानना चाहते हैं? नीचे कमेन्ट-बॉक्स में अपने विचार अवश्य शेयर करें.
Web Title: How To Use Google Docs, Hindi Article
Featured Image Credit: wired