इंटरनेट की दुनिया देखने में जितनी बढ़िया लगाती है उतनी है नहीं. यहाँ हर समय डेटा हैकिंग का खतरा लगा ही रहता है. कोई आम इंसान हो या फिर गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनी, हर किसी को हैकर का खतरा लगा ही रहता है. ऐसे में कभी आपने सोचा है कि गूगल आखिर कैसे खुद को बचाए रखता है?
एक कहावत है कि ‘लोहे को लोहा’ ही काटता है. ऐसे ही गूगल की हेड हैकर परिसा तब्रिज़ गूगल को दूसरे हैकर्स से बचाती है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर कौन है गूगल की यह ‘सिक्योरिटी प्रिंसेस’–
खुद गूगल को हैक करती हैं परिसा..!
आंकड़ों की माने, तो हर एक सेकंड में लगभग 2.3 मिलियन गूगल सर्च की जाती है. ऐसे में यह साफ़ हो जाता है कि गूगल पर करोड़ों की संख्या में यूजर हर समय एक्टिव रहते हैं. इतने लोगों की निजी जानकारी गूगल भी हर सेकंड अपने डेटबेस में स्टोर करता रहता है. यह डेटाबेस इतना बड़ा है कि अगर यह किसी हैकर के हाथ में लग जाए, तो वह बहुत से गलत काम उससे कर सकता है. हालांकि यह करना किसी भी हैकर के लिए बहुत मुश्किल है क्योंकि गूगल की सुरक्षा करने के लिए हर समय परिसा और उनकी 30 हैकरों की टीम लगी रहती है.
परिसा तब्रिज़ अभी 40 साल की उम्र से भी कम हैं और वह गूगल के क्रोम ब्राउजर को सुरक्षा देती हैं. गूगल क्रोम इस समय सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला वेब ब्राउजर है. ऐसे में हर हैकर की नजर इसपर रहती है. डेटा चोरों से बचने के लिए परिसा को खुद भी एक डेटा चोर की तरह सोचना पड़ता है. गूगल को दूसरे हैकर्स से बचाने के लिए परिसा और उनकी टीम दिन रात गूगल क्रोम को हैक करने में लगी रही है.
यह बात सही है कि परिसा हैकिंग करती हैं और वह एक हैकर हैं मगर वह एक वाइट हैकर हैं. वह खुद गूगल के बोलने पर ही उनके क्रोम ब्राउजर को हैक करती हैं. ऐसा करने का उन्हें सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें खुद पता चल जाता है कि आखिर गूगल क्रोम में कहाँ पर कोई कमी है. इससे पहले की कोई और हैकर गूगल की कमियों का फायदा उठाए परिसा उस कमी को ढूंढकर उसे ठीक कर देती हैं.
अपनी इस कोशिश की वजह से ही वह गूगल क्रोम के करोड़ों यूजर को बचा पाती हैं. अपने इस काम से परिसा ने इतना नाम कमा लिया है कि आज उनका नाम फोर्ब्स मैगज़ीन के ‘30 अंडर 30‘ की लिस्ट में आ चुका है.
Parisa Hack Google To Save It From Hacker (Pic: cw)
खुद के साथ हुई हैकिंग, इसलिए बनी हैकर…
परिसा शुरुआत से ही कोई हैकर नहीं थी. हाँ मगर इसका मतलब यह भी नहीं है कि वह कंप्यूटर की ओर आकर्षित भी नहीं थी. वह अपने शुरूआती दिनों में वेब डिजाइनिंग सीखा करती थीं. इसी बीच उन्होंने अपनी एक वेबसाइट भी बनाई. शुरुआत में वह वेबसाइट बिलकुल ठीक चल रही थी मगर थोड़े ही समय में उसमें बहुत सी परेशानियां सामने आने लगी थीं. जब परिसा ने थोड़ी जांच की, तो उन्हें पता चला कि किसी ने उनकी वेबसाइट हैक कर ली है..!
इस बात ने परिसा को काफी परेशान कर दिया. इसके बाद ही उन्हें पता चला की हैकर कैसे किसी की निजी चीजों से छेड़छाड़ कर सकता है. उस दिन से ही परिसा ने ठान ली कि वह हैकर को किसी के साथ ऐसा नहीं करने देंगी. इसके बाद उन्होंने वेब सिक्योरिटी और हैकिंग के बारे सीखना शुरू किया. माना जाता है कि उन्हें थोड़ा ही समय लगा इस काम को सीखने में. थोड़े समय बाद ही वह हैकिंग करने लगीं थी.
डॉक्टरों के परिवार से ताल्लुक रखने वाली परिसा आगे चलकर एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर बनी. कहते हैं कि कॉलेज में उन्होंने अपनी हैकिंग की समझ से सबको हैरान कर दिया था. उनका दिमाग बाकी हैकरों से अलग चल रहा था. एक तरफ परिसा हैकिंग की दुनिया में आगे बढ़ रही थी. वहीं दूसरी ओर गूगल से भी दिन ब दिन लाखों करोड़ों लोग जुड़ रहे थे. उन्हें भी उनकी सिक्योरिटी की चिंता सताने लगी. इसी बीच 2007 में परिसा ने भी गूगल में एक इंटर्न के तौर पर जुड़ना चाहा.
टेक जायंट गूगल से मिलने के बाद तो परिसा की किस्मत ही बदल गई. गूगल में थोड़े वक़्त काम करने पर ही परिसा ने सबको अपनी काबिलियत दिखा दी. कहते हैं कि उन्हें ज्यादा वक़्त नहीं लगा सिक्योरिटी हेड बनने में. बहुत जल्दी ही उन्हें प्रमोशन मिलते गए क्योंकि साइबर सिक्योरिटी में उनका कोई जवाब नहीं था. इसके बाद गूगल ने अपना क्रोम ब्राउज़र पूरी तरह से परिसा के हाथों में सौंप दिया.
She’s Now The Head Security Manager At Google (Pic: shesecures)
काँटों से सजा है परिसा के सिर का ताज!
परिसा आज भले ही गूगल जैसी बड़ी कंपनी में एक बहुत बड़े पद पर हैं मगर उनको यह मुकाम हासिल करने के लिए कई मुश्किल रास्तों से गुजरना पड़ा. जिस समय उन्होंने गूगल को जॉइन किया था उस समय तक टेक वर्ल्ड में लड़कियां न के बराबर थीं. यह पूरा बिजनेस बस मर्द ही करते थे. ऊपर से परिसा हैकिंग करती थीं. लोग यह मानने को तैयार ही नहीं थे कि परिसा इतनी काबिलियत रखती हैं कि वह हैकर को रोक सकें. हालांकि उन्होंने हर कदम पर अपने आप को साबित किया.
एक इंटरव्यू में परिसा ने अपने कॉलेज के दिन का एक किस्सा बताया. जब उन्हें गूगल में नौकरी मिली, तो उनके एक दोस्त ने उनसे कहा कि ‘तुम्हे यह नौकरी बस इसलिए मिल रही है क्योंकि तुम एक लड़की हो’. हालांकि इस बात से परिसा को ज्यादा फर्क नहीं पड़ा. वह निरंतर बस अपना काम ही करती रहीं. माना जाता है कि इसके बाद भी कई बार उन्हें महिला होने के कारण बहुत सी बातें सुन्नी पड़ीं मगर वह हर आलोचना को अपने काम से खत्म कर देती थीं.
आज परिसा को ‘सिक्योरिटी प्रिंसेस’ के नाम से जाना जाता है. उन्होंने यह नाम खुद ही अपने आप को दिया था. वाकई वह गूगल के लिए आज के समय में किसी राजकुमारी से कम नहीं हैं.
She’s Now Main Security Engineer For Google Crome (Pic: google)
तो यह थीं गूगल को हैकर से बचाने वाली महिला हैकर. परिसा तब्रिज़ के कंधों पर बहुत भारी काम है मगर वह इसे बखूबी करती हैं. आपकी क्या राय है परिसा के बारे में कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं.
Web Title: Parisa Tabriz Hacker Who Save Google From Hacking, Hindi Article
Feature Image Credit: engadget