आजकल हर किसी को स्मार्टफोन की जरूरत हो गयी है. लोग बहुत से कामों के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं.
स्मार्टफोन की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें हम बहुत सी एप एक साथ चला सकते हैं. इसलिए अक्सर महंगे से महंगे स्मार्टफोन की तरफ करते हैं लोग अपना रुख.
इतने महंगे स्मार्टफोन खरीदने के पीछे हर किसी की एक ही वजह होती है. लोग चाहते हैं कि उनका फोन एक बार में कई एप का बोझ झेल लें और उसके बाद भी मक्खन सा चलें.
इसी उम्मीद से लोग फोन खरीदते हैं.
हालांकि, कुछ समय बाद ही उनका फोन किसी खरगोश नहींं बल्की कछुए की तरह चलने लगता है! फोन की रफ्तार इतनी धीमी हो जाती है कि कोई मजा ही नहीं आता उसे चलाने में. इसके बाद कंपनी द्वारा किए गए वादे भी झूठे लगने लगते हैं.
फोन का धीरे चलना बहुत गुस्सा दिलाता है, लेकिन अब आपको इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि, ऐसे कई तरीके मौजूद हैं, जिनसे आप अपने फोन की स्पीड को ठीक कर सकते हैं.
तो चलिए जानते हैं, ऐसे कारगर तरीके जिनसे आप अपने स्मार्टफोन को फिर से रफ्तार दे सकते हैं-
फोन और एप दोनों ही रहें हर समय अपडेट
स्मार्टफोन में यूजर बहुत से एप डाउनलोड करके इस्तेमाल करते हैं. अधिकतर यूजर इन एप को डाउनलोड तो कर लेते हैं मगर इन्हें अपडेट करना उन्हें याद नहीं रहता.
किसी भी एप का नया अपडेट आता है, तो वह अपने साथ उसमें कुछ सुधार और बग फिक्सेस लेकर आता है. ऐसे में एप पहले की तुलना में काफी बेहतर हो चुका होता है.
जिस तरह फोन को अपडेट रखना जरूरी है ठीक वैसे ही एप के साथ भी करना चाहिए. पुरानी एप किसी पुराने मॉडल वाली गाड़ी की तरह होती है. उस गाड़ी को आप चला तो सकते हैं मगर उसमें नई गाड़ी जैसी स्मूदनेस और स्पीड नहीं मिलेगी.
इसलिए अपने फोन की एप को हमें समय-समय पर अपडेट करते रहना चाहिए. अगर एप अप टू डेट है, तो वह अपने आप ही तेज चलेगी.
इसलिए बिना देरी किये इन्हें हमेशा अपडेट रखें. अगर ये काम आपने कर दिया, तो आधी परेशानी, तो यूँही दूर हो जाएंगी.
एप के बाद बारी आती है आपके फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के अपडेट की. सॉफ्टवेयर अपडेट के नोटिफिकेशन ओटीए (ओवर द एयर) की तकनीक से ऑटोमेटिकली ही फोन में आ जाते हैं. बस, नोटिफिकेशन के आते ही देर न करें और फोन के सॉफ्टवेर तुरंत ही अपडेट कर दें.
अगर किसी कारण आपके फोन में अपडेट के नोटिफिकेशन नहीं आ रहे हैं, तो अपने फोन की सेटिंग्स में जाकर आप मैन्युअली भी इसे कर सकते हैं. इन दोनों चीजों को अपडेट रखने से आपकी आधी परेशानी दूर हो जाएगी.
अगर अब तक डिलीट नहीं किए बेकार पड़े एप...
अगर आपने अभी तक अपने फोन में बेकार पड़े एप डिलीट नहींं किए, तो भला कैसे आप अच्छी स्पीड पा सकेंगे. फोन में कई एप ऐसे होते हैं जिनकी जरूरत बहुत ही कम पड़ती है.
इसके कारण डिवाइस की परफॉरमेंस भी प्रभावित होती है. फोन की हर एप थोड़ी बहुत बैटरी और रैम जरूर यूज करती है. फिर चाहे उसे आप इस्तेमाल कर रहे हो या नहीं.
ऐसे में अगर फोन में ऐसी बहुत सी एप हैं, तो मिलकर वह सब काफी बैटरी और रैम यूज कर रही होंगी. इसके कारण फोन की गति धीमी हो जाती है.
अधिकांश फोन में कोई भी एप इंटरनल मेमोरी में ही इनस्टॉल होती है. अगर इंटरनल मेमोरी बहुत ज्यादा भरी होगी, तो फोन पर काफी लोड पड़ेगा. इसलिए ही इन बेकार एप को पहले ही हटा देना चाहिए.
कई बार होता है कि कोई एप यूजर के बहुत ज्यादा काम की तो नहीं होती मगर उसे हटाना भी उसे सही नहीं लगता. इस स्तिथि में आपके पास एक और विकल्प है. दरअसल, आपके फोन में अनइनस्टॉल के साथ-साथ एप डिसएबल करने का भी विकल्प होता है.
एप डिसएबल करने से वो फोन से जाएगी तो नहीं, हाँ मगर उसका प्रोसेस पूरी तरह से बंद हो जाएग. ऐसे में वह बैकग्राउंड में चलकर आपकी बैटरी और रैम इस्तेमाल नहीं करेगी.
कैशे डेटा का करें खात्मा!
अगर आपका फोन रेंग-रेंग कर चलता है, तो इसका कारण कैशे डेटा हो सकता है. अगर ये फोन स्टोरेज में ज्यादा जमा हो जाता है, तो डिवाइस इससे प्रभावित होता है.
अब आप सोच रहे होंगे कि यह कैशे डेटा क्या बला है?
फोन की हर एक एप अपना कुछ डेटा क्रिएट करती है. ये सारा कैशे डेटा फोन की इंटरनल मेमोरी में ही स्टोर होती है. किसी भी यूजर के लिए इसका कोई खास काम नहीं होता है. यह किसी कचरे की तरह फोन में दिन ब दिन बढ़ता जाता है.
कुछ एप का कैशे डेटा बहुत ही कम होता है. वहीं दूसरी ओर कई एप का यह डेटा बहुत ही ज्यादा एमबी का होता है. अगर लंबे समय तक इसे क्लियर नहीं किया जाए, तो यह फोन की बहुत ज्यादा मेमोरी यूज करने लगता है.
इसे साफ करना बहुत जरूरी है. इसलिए ही फोन कंपनियां अब कैशे डेटा या जंक क्लीनर जैसे फीचर फोन में देने लगी हैं.
अगर आपके फोन में यह फीचर नहीं हैं, तो आप फोन क्लीनर सॉफ्टवेर का इस्तेमाल कर सकते है. इसकी मदद से आपका फोन एक बार फिर से नए जैसा चलने लगेगा.
फैक्ट्री रिसेट से बनाएं फोन को फिर से नया...
फोन को फिर से तेज चलाने के लिए 'फैक्ट्री रिसेट' करना बहुत कारगर है. हालांकि लोग अक्सर इसे अपनाने से कतराते हैं.
ऐसा इसलिए क्योंकि इसके बाद फोन का सारा इंटरनल डेटा फॉर्मेट हो जाता है. फैक्ट्री रिसेट अक्सर एक आखिरी स्टेप की तरह अपनाया जाता है. जब और कुछ काम न करें, तब यह काम आता है.
फैक्ट्री रिसेट करने से फोन फिर से फैक्ट्री मोड पर चला जाता है. यानी यह फैक्ट्री से निकले फोन की तरह हो जाता है, जिसके अंदर कुछ भी इनस्टॉल नहीं हुआ होता.
यह एक अच्छा तरीका है फोन की सारी बेकार की चीजों को खत्म करने का. इसके बाद आपको फिर से सब इनस्टॉल करना पड़ता है. हाँ मगर इसका यह फायदा है कि अब आप जरूरत की चीजें ही डाउनलोड करेंगे.
फैक्ट्री रिसेट में केवल इंटरनल मेमोरी ही वाइप होती है. एक्सटर्नल मेमोरी पर इसका कोई असर नहीं पड़ता है. इसलिए अपनी जरूरी फाइल्स यूजर एक्सटर्नल मेमोरी में सेव कर सकते हैं.
फैक्ट्री रिसेट के बाद आपका फोन अपने आप ही बिलकुल नए फोन की तरह चलेगा. इसलिए स्लो स्पीड से बचने के लिए इस तरीके को भी अपना के देखें.
अगर स्मार्टफोन को चलाते हुए यूजर थोड़ी स्मार्टनेस दिखाए, तो उनके फोन की परफॉरमेंस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
ऊपर बताए हुए तरीके बेहद आसान और कारगर हैं. इसलिए अगर आप अपने फोन की कछुए की चाल से परेशान हैं, तो एक बार इन तरीकों को भी अपना कर देख लें.
हो सकता है आपकी बड़ी परेशानी का हल एक छोटे से कदम से हो जाए.
Web Title: Reasons of your Smartphone Running too Slow, Hindi Artilce
Feature Image Credit: mybrokenphone