इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले कितने ही लोग हर रोज टोरेंट का इस्तेमाल करते हैं. यह वह लोग होते हैं, जो घर बैठे-बैठे दुनिया भर की चीज़ें फ्री डाउनलोड करना चाहते हैं.
किसी देश का फेमस टीवी शो हो या कोई नई बॉलीवुड, हॉलीवुड फिल्म, टोरेंट पर सब मिलता है!
टोरेंट के खतरों से अनजान लोग बेझिझक ही इसे इस्तेमाल करने में लगे रहते हैं. अगर आप भी टोरेंट इस्तेमाल करने वालों में से एक हैं, तो संभल जाइए!
कहीं यह आपके लिए कोई आफत खड़ी न कर दे. चलिए आज आपको बताते हैं टोरेंट और उसके खतरों के बारे में–
कैसे शुरू हुआ टोरेंट का सिलसिला?
ब्रैम कोहेन नाम के एक अमेरिकी प्रोग्रामर ने की थी टोरेंट की शुरुआत!
कहते हैं कि ब्रैम इस बात से परेशान था कि इंटरनेट से बड़ी फइलें डाउनलोड करने में बहुत ज्यादा वक़्त लगता है. इस कारण से उसने टोरेंट बनाने का काम शुरू किया. वह एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाना चाहता था, जिससे उसकी तरह किसी और को स्लो डाउनलोडिंग का सामना न करना पड़े.
ब्रैम टोरेंट बानाने के अपने काम में जुट गया और आखिर में 2001 में उसने इसे पूरा कर ही लिया.
यह आते ही हिट भी रहा!
2004 तक तो ब्रैम ने टोरेंट को एक कंपनी के रूप में स्थापित कर दिया. क्योंकि टोरेंट पीयर टू पीयर नेटवर्किंग पर काम करती है, इसलिए कोई भी इस पर अपनी फाइल शेयर कर सकता था बिना किसी की नजरों में आए.
यह पीयर टू पीयर नेटवर्किंग ने टोरेंट को एक ऐसी जगह बना दिया, जहां लोग पायरेटेड चीज़ों का आदान-प्रदान करने लगे. इलीगल कंटेंट की इसमें भरमार हो गई थी. इसमें बिना इजाजत फ़िल्में, गाने, टीवी शोज, सॉफ्टवेयर आदि डाले जाने लगे, जिसने सरकारी संस्थानों का ध्यान इसकी ओर खींचा. कॉपीराइट लॉ के उलंघन के कारण वेबसाइट के ऑपरेटरों को 3.5 मिलियन का जुर्माना भी देना पड़ा, लेकिन इसके बाद भी टोरेंट रुका नहीं और आज तक निरंतर चलता आ रहा है.
Bram Cohen The Man Who Started Torrent (Pic: goldvoice)
कैसे करता है काम और क्यों है खतरनाक!
टोरेंट के लिए उसके यूजर्स ही उसका काम करते हैं. यह एक बार में कोई फाइल अपलोड नहीं करता बल्कि हर यूजर से थोड़ी-थोड़ी फाइल अपलोड करवाता है, ताकि इसकी स्पीड बनी रहे. जैसे ही हम टोरेंट से कुछ भी डाउनलोड करते हैं, इसका नेटवर्क अपने आप ही उसमें से थोड़ा सा हिस्सा निकाल के अपलोड कर देता है. यह प्रक्रिया सभी यूजर्स के साथ चलती है. यही कारण है कि टोरेंट को कोई पकड़ नहीं पाता, क्योंकि यह किसी एक आईपी एड्रेस से नहीं जुड़ा हुआ है.
पर मुश्किल यह है कि टोरेंट पर आप भले ही अपना आईपी एड्रेस बचा लेंगे मगर खुद को कैसे बचाएंगे?
टोरेंट सिर्फ इललीगल कंटेंट ही नहीं बल्कि हैकरों से भी भरा हुआ है. दुनिया भर के हैकर टोरेंट का इस्तेमाल करते हैं… लोगों के पास वायरस पहुंचाने के लिए.
टोरेंट पर अपना आईपी एड्रेस छिपाने के भले ही बहुत से उपाए हैं, लेकिन कई हैकर फिर भी आपकी डिटेल्स स्टोर कर ही लेते हैं. इसमें यूजर के पासवर्ड और ईमेल तक होते हैं, जिन्हें हैकर डार्क वेब पर बेचा करते हैं. हैकर आपको अपने जाल में फंसाने के लिए टोरेंट पर दी गई फाइलों का इस्तेमाल करते हैं. उन फाइलों में वह वायरस को छिपा के भेजते हैं, जो डाउनलोडिंग पूरी होने के बाद अपना काम शुरू करती हैं.
इन हैकर कि नजरें फेमस टोरेंट अपलोडर पर रहती हैं. हैकर उनका अकाउंट हैक करके उससे वायरस भेजते हैं, ताकि यूजर बेझिझक उसे डाउनलोड करें और उनके जाल में फंस जाएं.
वायरस की फाइल के लिए हैकर सबसे ज्यादा पायरेटेड फिल्मों और टीवी शोज की सब-टाइटल वाली फाइल को चुनते हैं. अधिकतर लोग, जो टोरेंट से विदेशी फ़िल्में डाउनलोड करते हैं वह उसके साथ सबटाइटल जरूर पसंद करते हैं. इस चीज़ का फायदा उठा के हैकर उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं. यह टोरेंट जितना अच्छा और बढ़िया दिखाई देता है, उतना होता नहीं है. इसलिए इसे इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
Torrent Use Its Users As A Uploaded Through Peer To Peer Networking (Pic: smajumdar)
इंडिया भी है टोरेंट के खिलाफ!
टोरेंट पर सबसे बड़ी परेशानी जो सरकार के सामने आती है वह है कॉपीराइट इशू!
फिल्मों को इललीगल तरीके से इसपर अपलोड किया जाता है, जिससे इसके निर्माताओं को भारी नुक्सान का सामना करना पड़ता है.
बहुत से देशों ने इस वजह से ही टोरेंट की तमाम वेबसाइटों को बैन किया हुआ है और इसके खिलाफ कड़े कानून भी बनाए हैं. भारत में भी टोरेंट पर काफी लगाम कसी जा रही है. कई सारी इललीगल कंटेंट वाली वेबसाइटों को भारत सरकार ने बैन कर दिया है. इतना ही नहीं इसके लिए भारत ने भी कड़े कानून बनाए हुए हैं.
अब अगर कोई बैन की गई वेबसाइट से इललीगल तरीके से या टोरेंट के तरीके से कुछ डाउनलोड करता है, तो उसे जेल जाना पड़ेगा! इतना ही नहीं माना जा रहा है कि जेल के अतिरिक्त उस व्यक्ति को 3 लाख रूपए का जुर्माना भी देना पड़ेगा. ऐसा करने के पीछे वजह थी बॉलीवुड फिल्मों का धड़ल्ले से टोरेंट पर आना.
उदाहरण के तौर पर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी कि फिल्म ‘मांझी: द माउंटेन मैन’ को ही ले लीजिए. नवाज़ की फिल्म अपने रिलीज़ से कुछ दिनों पहले ही टोरेंट पर छा गई थी. जब तक फिल्म की रिलीज़ का दिन आया तब तक तो बहुत बड़ी संख्या में लोग इसे अपने घर में बैठे-बैठे देख चुके थे.
इसकी वजह से फिल्म को भारी नुक्सान का सामना करना पड़ा. ऐसा किसी और के साथ न हो इसलिए सरकार ने अब टोरेंट पर अपनी पकड़ बनाना शुरू कर दिया है.
India Have Blocked Many Torrent Websites (Pic: fossbytes)
देखा आपने टोरेंट से फाइल डाउनलोड करना जितना अच्छा लगता है उतना है नहीं. यह भले ही अच्छे कारणों से बना था, लेकिन आज इसका दुरुपयोग किया जा रहा है. अगली बार अगर आप टोरेंट से कुछ डाउनलोड करने जा रहे हों तो एक बार इन बातों को जरूर याद कर लें.
Web Title: Why You Should Not Use Torrent, Hindi Article
Featured image credit: inhomecomputerservices