देश की राजधानी दिल्ली. एक ऐसा शहर जहां की हर गली का अपना एक अंदाज है. अपना एक फ्लेवर है और अपना एक ‘ख़ास’ रंग भी है. शाम के पहर में इंडिया गेट की चमचमाती लाईट और लाल किले की लालिमा यहां आने वालों के चेहरों को खिलाने में सक्षम है. पर इतने भर से घुमक्कड़ों का काम नहीं चलता. हमारा और आपका दिल मोर एंड मोर वाला जो हैं. तो आईए हम लेकर चलते हैं आपको दिल्ली की एक नई सैर पर:
कुतुब मीनार
दिल्ली की ऐतिहासिक इमारतों में से एक कुतुब मीनार का निर्माण करीब 1,000 साल पहले हुआ था. 73 मीटर ऊंची यह मीनार पीसा के लीनिंग टॉवर जैसी दिखती है. लाल बलुआ पत्थर से निर्मित कुतुब मीनार भारत की सबसे ऊंची मीनार भी है. हालाँकि, अब इसके अंदर जाने की अनुमति नहीं है.
यहाँ जाने के लिए कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन उतरना पड़ेगा. यह रोजाना सुबह के 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है. इसके दीदार के लिए भारतीयों को 30 रुपये और विदेशियों को 500 रुपये का टिकट लेना होता है.
हौज खास कॉम्पलेक्स
हौज खास मूलतः हौज-ए-अलई के नाम से जाना जाता है. यह ऐतिहासिक परिसर खंडहर का एक प्राचीन समुदाय है जिसमें मस्जिद, विभिन्न कब्रों और पहले के समय में बनायी गई महत्वपूर्ण पानी की टंकियां शामिल हैं. इसके प्रवेश द्वार के आसपास हौज़ खास गांव, बुटीक स्टोर्स, उच्च अंत रेस्तरां और कैफे से भरा एक उन्नत आउटडोर शॉपिंग क्षेत्र है. हौज खास कॉम्प्लेक्स तक पहुंचने का सबसे आसान तरीका दिल्ली मेट्रो ग्रीन पार्क स्टेशन है, जहां से 20-30 रूपये खर्च करके आप यहां पहुंच सकते हैं.
सफदरजंग का मकबरा
सफदरजंग का मकबरा अंतिम मुगल बादशाह मुहम्मद शाह के शक्तिशाली व कुशल प्रधान मंत्री सफदरजंग की स्मृति में बनवाया गया था. यहां सफदरजंग व उनकी पत्नी की कब्र बनी हुई है. इसे आज भी मुगल वास्तु कला का उत्कृष्ट नमूना कहा जाता है. सफदरजंग मेट्रो स्टेशन के गेट नम्बर 2 से बाहर निकलकर आप यहां असानी से पहुंच सकते हैं. यह मकबरा सातों दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुला रहता है. भारतीयों के लिए यहां 5 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 100 रुपये का टिकट है.
दिल्ली हाट
दिल्ली हाट एक आउटडोर शॉपिंग प्लाज़ा है, जहां विक्रेता एक दोस्ताना, सुरक्षित वातावरण में उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय हस्तशिल्प बेचते हैं. यहां चांदनी चौक के मुकाबले खरीददारी के लिए शांत, स्वच्छ, संगठित एवं सुविधाजनक वातावरण है. स्मृति-चिन्ह और हस्तशिल्पों की दुकान के लिए दिल्ली हाट जाना जाता है. यहां मिलने वाली शाकाहारी थाली और मिठाई के लिए राजस्थानी कुल्फी का स्वाद लिया जा सकता है. आईएनए मेट्रो स्टेशन से पैदल दूरी तय करके आप दिल्ली हाट जा सकते हैं. यह रोजाना सुबह 10:30 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है. यहां व्यस्क के लिए प्रवेश शुल्क 30 रुपए, बच्चों के लिए 10 रुपये और विदेशियों के लिए 100 रुपये है.
Dilli Haat, Delhi (Pic: utsavpedia.com)
लोटस टेम्पल
कमल के फूल के आकार में बना ये मन्दिर बहाई विश्वास को समर्पित है. यह सभी धर्मों के लोगों के लिए पूजा स्थल भी है. किसी भी धर्म के अनुयायी यहां आकर ध्यान लगा सकते हैं. मंदिर में जाने से पहले आपको एक स्वयंसेवक द्वारा 2 मिनट का ब्रीफिंग दिया जाएगा. यहां पहुंचने के लिए कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन एक अच्छा विकल्प है, जहां से प्रवेश द्वार लगभग 10 मिनट की पैदल दूरी पर ही है. आप यहां मंगलवार से रविवार 9 बजे से शाम 7 बजे तक जा सकते हैं, सोमवार को यह मंदिर बंद रहता है.
Lotus Temple, Delhi (Pic: flickr.com)
इस्कॉन हरे कृष्ण मंदिर
लोटस टेम्पल से सिर्फ 15 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित इस्कॉन हरे कृष्ण मंदिर अंतर्राष्ट्रीय सोसायटी को समर्पित सबसे बड़े और सबसे दिलचस्प मंदिरों में से एक है. मंदिर पर जाकर, आप आसानी से चारों ओर घूमकर अभयारण्य में बैठ सकते हैं, जहां आप “हर-ए-कृष्ण” के वर्तमान ड्रम और मंत्र को सुन सकते हैं. इस मंदिर का निकटतम मेट्रो स्टेशन नेहरू प्लेस है, जहां से आप 10 मिनट पैदल चलकर मंदिर जा सकते हैं. यह मंदिर सप्ताह के सातों दिन खुला रहता है.
कालकाजी मंदिर
नेहरू प्लेस के पास स्थित कालकाजी मंदिर भारत में सबसे अधिक भ्रमण किये जाने वाले प्राचीन एवं श्रद्धेय मंदिरों में से एक है. इसे मनोकामना सिद्ध पीठ के नाम से भी जाना जाता है. कहते हैं यहां भक्तों की इच्छाएं पूर्ण होती हैं. हालांकि, मंदिर में रोज़ाना पूजा की जाती है, पर नवरात्री के त्यौहार के दौरान इस मंदिर में उत्सव का माहौल होता है. कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन से यह मंदिर केवल 5 मिनट की पैदल दूरी पर है. सोमवार को छोड़कर यह मंदिर सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है.
लोधी गार्डन
लोधी गार्डन एक सार्वजनिक पार्क है, जो प्राचीन मुगल कब्रों और संरचनाओं को अपने अंदर समेटे हुये है. यहां के खूबसूरत फव्वारे, तालाब, फूल और जॉगिंग ट्रैक सभी उम्र के लोगों को अपनी ओर खींचते हैं. पूरे वर्ष यहां अनेक प्रकार के पक्षियों को देखा जा सकता है. इस बाग को पहले लेडी विलिंगटन नाम से जाना जाता था.
खान मार्केट मेट्रो स्टेशन से लोदीधी गार्डन 30 मिनट की पैदल दूरी पर है. अगर आप पैदल नहीं चलना चाहते तो आप ऑटो या रिक्शा भी ले सकते हैं.
हुमायूं का मकबरा
हुमायूं के मकबरे में हुमायूं का शरीर दो अलग-अलग जगहों पर दफनाया गया है. हुमायूं के इस मकबरे में बहुत से छोटे-छोटे स्मारक भी हैं. हुमायूं के साथ-साथ यहां कुछ अन्य मुगल शासकों की कब्रें भी हैं जिन्हे देखा जा सकता है. इसके प्रवेश द्वार पर स्थित एक छोटा संग्रहालय भी देखने लायक है. खान मार्केट और जेएलएन स्टेडियम मेट्रो स्टेशन से यह बिलकुल पास है. भारतीयों के लिए यहां 30 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 500 रुपये का टिकट लगता है.
गुरुद्वारा बांग्ला साहिब
गुरु हरिकिशन साहिब को समर्पित गुरुद्वारा बांग्ला साहिब में वक्त गुजारना अद्भुत अनुभव हो सकता है. मंदिर में दर्शन से पहले आप यहां बने कमरे में सुरक्षित रूप से जूते जमा करा सकते हैं. इस मंदिर के एक तरफ पानी का विशाल तालाब है जिसमें रंग-बिरंगी मछलियां देखने लायक है. यहां भोजन की सुविधा भी है जहां रोजाना एक साथ कई लोगों को भोजन कराया जाता है.
पटेल चौक मेट्रो स्टेशन से चलकर मंदिर तक लगभग 10-15 मिनट में पहुंचा जा सकता है. यह सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है.
Gurdwara Bangla Sahib, Delhi (Pic: shunya.net)
कैथेड्रल चर्च
राष्ट्रपति भवन के पास शांत चर्च लेन में स्थित कैथेड्रल चर्च ऑफ रिडेम्शन में भी देख सकते हैं. यह चर्च भारत के सबसे सुंदर और शानदार चर्चों में शामिल है. इसे वायसराय चर्च भी कहा जाता है. यह संसद भवन और राष्ट्रपति भवन के पूर्व में बना हुआ है, जिसका उपयोग ब्रिटिश वाइसराय किया करते थे.
केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन पहुंचकर यहां जाया जा सकता है.
तीन मूर्ति भवन
इंडिया गेट से लगभग 4 किमी की दूरी पर तीन मूर्ति भवन को आप देखने के लिए जा सकते हैं. यह भवन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहर लाल नेहरू का आवास था. उनकी स्मृति के रूप में इसे संग्रहालय के रूप में बदल दिया गया है. यहां एक सीढ़ीनुमा गुलाब उद्यान भी है. आप यहां स्थानीय बस अथवा आटो-रिक्शा से पहुंच सकते हैं. यह सोमवार को बन्द रहता है. बाकी दिन यह सुबह के 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है.
इंडिया गेट
इंडिया गेट का निर्माण प्रथम विश्व युद्ध और अफगान युद्ध में मारे गए 90,000 भारतीय सैनिकों की याद में कराया गया था. 42 मीटर लंबा यह गेट एक सम्मानित स्मारक है जो 1931 में बनाया गया था. इस इमारत पर उन सभी शहीद सैनिकों के नाम खुदे हुए हैं. गेट के नीचे आप एक लौ देख सकते हैं जो सैनिकों के सम्मान में लगातार जलती रहती है. यहां पहुंचने के लिए निकटतम मेट्रो स्टेशन केंद्रीय सचिवालय है.
कनॉट प्लेस
दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में अनगिनत जगहें, स्वादिष्ट रेस्तरां और खरीददारी के लिए पालिका बाजार के भूमिगत शॉपिंग प्लाज़ा है. यदि आप किताबों के शौकीन हैं तो यहां आपको किताबों की दुकानें भी मिल जाएंगी. यहां आपको बड़ी-बड़ी कम्पनियों के शोरुम भी मिल जायेंगे. यहां मौजूद एक पान की दुकान बहुत चर्चित है, जहां आपको भिन्न प्रकार के पान खाने को मिल जायेंगे.
राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है. यहां रोज़ाना लगभग 10 से 11 बजे तक दुकाने खुल जाती हैं.
Chuski Paan, CP, Delhi (Pic: TI/ youtube.com)
लाल किला
पुरानी दिल्ली इलाके में स्थित यह किला 250 एकड़ में फैला हुआ है. लाल किले का आर्किटेक्चर इतना आकर्षक है कि यह आज भी एक महत्वपूर्ण स्मारक के तौर पर जगह बनाए हुए है. लाल किले में प्रवेश के लिए दो द्वार हैं, दिल्ली गेट और लाहौर गेट. यहां हर शाम तय समय पर एक ध्वनि और पानी शो का आयोजन किया जाता है. किले में स्थित स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय का भ्रमण भी आप कर सकते हैं.
चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से लाल किले तक आप 20 मिनट में चलकर पहुंच सकते हैं या ऑटो रिक्शा की सवारी ले सकते हैं. सोमवार के अलावा यह सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है. भारतीयों के लिए यहां 35 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 500 रुपये का टिकट है. लाइट एंड साउंड शो का टिकट सप्ताहांत पर 80 रुपये और बाकी दिन 60 रुपये का है.
जामा मस्जिद
पुरानी दिल्ली के दिल में स्थित जामा मस्जिद सबसे बड़ा इस्लामी मस्जिद है. इस मस्जिद का निर्माण शाहजहां ने 1650 में शुरु करवाया था, बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से निर्मित इस मस्जिद में उत्तर और दक्षिण द्वारों से प्रवेश किया जा सकता है. पूर्वी द्वार केवल शुक्रवार को ही खुलता है, इसके बारे में कहा जाता है कि सुल्तान इसी द्वार का प्रयोग करते थे.
चावड़ी बाज़ार मेट्रो स्टेशन के गेट नम्बर 3 से बाहर निकलने के बाद 10 से 15 मिनट चलकर आप यहां पहुंच सकते हैं.
चांदनी चौक और चावड़ी बाजार
यदि आप खाने के शौकीन हैं तो यह जगह आपको पसंद आयेगी. स्ट्रीट फूड के लिए चांदनी चौक और चावड़ी बाजार काफी मशहूर है. यह बाजार व्यापार, भोजन, मसालों का केंद्र है. इस कॉम्पैक्ट जिले में आपको दिल्ली के दिलचस्प लोग और उनके व्यवसाय मिलेंगे. चांदनी चौक में स्थित पराठे वाली गली और नटराज की चाट काफी मशहूर है. चावड़ी बाज़ार या चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं. यह मार्केट रविवार को बन्द रहता है.
स्पाइस मार्केट
चांदनी चौक के पश्चिम की ओर स्थित खारी बावली पुरानी दिल्ली का मसाला बाजार है. यह एशिया का सबसे बड़ा मसाला बाजार है. यहां आप सभी चीजों के मसाले, सूखे फल, नट्स आदि खरीद सकते हैं. विभिन्न मसाला उत्पादक मंडियों से यहां मसाले लाये जाते हैं और फिर यहां से देश के कई बाजारों में इसकी आपूर्ति की जाती है.
चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से यह कुछ दूरी पर है, इसलिए यहां पहुंचने के मेट्रो एक अच्छा विकल्प है. रविवार के अलावा यह मार्केट सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है.
पहाड़गंज
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बगल में स्थित, पहाड़गंज अपनी भीड़ भरी सड़कों और खरीदारी के लिए जाना जाता है. शोर-शराबे वाला यह बाज़ार रफ-टफ खरीदारों के लिए उपयुक्त स्थान है. यहां की दुकानों में हाथ से बने तरह-तरह के नैकलेस और चूड़ियां मिलती हैं. अगर आप दिल्ली में रहने के लिए होटल तलाश रहे हैं तो यहां आपको रहने के लिए सस्ते व अच्छे होटल भी मिल जायेंगे.
यहां तक जाने के लिए आप रामकृष्ण आश्रम मार्ग तक मेट्रो ले सकते हैं. या फिर आप नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से भी जा सकते हैं.
Paharganj Market (Pic: wiwigo.com)
लक्ष्मी नारायण मंदिर
यह मंदिर बिड़ला मंदिर के रूप में भी जाना जाता है. यह महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर प्रमुख पर्यटक आकर्षण है. इस मंदिर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा औपचारिक रूप से खोला गया था, जहां भारत के सभी विभिन्न जातियों से आने वाले लोग प्रवेश कर सकते हैं. बिड़ला मंदिर अपने यहां मनाई जाने वाली जन्माष्टमी के लिए काफी प्रसिद्ध है.
आर.के आश्रम मेट्रो स्टेशने से रिक्शा लेकर यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है. यह सुबह 6 बजे से रात के 10 बजे रोजाना खुला रहता है.
Birla Temple, Delhi (Pic: newseastwest.com)
अक्षरधाम मंदिर
भगवान स्वामीनारायण को समर्पित अक्षरधाम मंदिर भारत की प्राचीन कला, संस्कृति और शिल्पकला की सुंदरता और आध्यात्मिकता की झलक प्रस्तुत करता है. मंदिर परिसर के अंदर कुछ भी ले जाने की अनुमति नहीं है, लेकिन आपके पास अपने सभी सामानों को स्टोर करने के लिए यहां बहुत ही सुरक्षित और नि:शुल्क स्थान है. यहां का म्यूजिकल फाउंटेन, मूवी शो और नाव की सवारी बहुत फेमस है. यहां तक पहुंचने के लिए अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन एक अच्छा विकल्प है. यह मंगलवार से रविवार सुबह 9:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है और सोमवार को बंद रहता है.
दिल्ली की सैर को लेकर क्या कहता है आपका अनुभव? कुछ न कुछ तो कहता होगा. जो भी कहता हो कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें बताइएगा जरुर. जल्द लेकर चलेंगे आपको किसी और शहर की सैर पर…
फिलहाल चचा गालिब के इस शेर के साथ दीजिए हमें इजाजत:
मत पूछ क्या हाल है मेरा तेरे आगे
जरा यह देख क्या रंग है तेरा मेरे आगे
Web Title: 21 Places to Visit in Delhi , Hindi Article
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