उत्तर-पूर्वी भारत के सात राज्यों में से एक अरुणाचल प्रदेश उन लोगों के लिए जन्नत जैसा है, जो पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ भिन्न सभ्यताओं को जानने के इच्छुक रहते हैं. ऊंची-ऊंची पहाड़ियों के बीच स्थित अरुणाचल खूबसूरती का नायाब नमूना है. भीड़-भाड़ भरी जिंदगी से दूर यहां के शांत वातावरण का आनंद ही कुछ और है. तो आईये ले चलते हैं आपको, इस राज्य की सैर पर, वो भी 30 दिन, 30 प्लान के साथ:
पहला दिन: गंगा लेक का आनंद
ट्रेन के लम्बे सफ़र से आकर आप कुछ देर आराम कर सकते हैं. इसके बाद आप गंगा लेक पर जाकर अपनी शाम को यादगार बना सकते हैं. यहां आपको एक से बढ़कर एक मनमोहक दृश्य देखने को मिलेंगे, जिन्हें आप अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं. इसके अलावा आप यहां नाव भी चला सकते हैं. इस लेक के आसपास ढ़ेर सारे पेड़ भी मौजूद हैं, जिनकी हरियाली किसी का भी दिल जीतने में माहिर मानी जाती है. यहां आपका पहला दिन आराम से बीत जायेगा.
दूसरा दिन: गोम्पा की पहाड़ियां
ऊंची पहाड़ियों पर स्थित गोम्पा में आपको बौद्ध संस्कृति को नजदीक से जानने और देखने का मौका मिलेगा. गोम्पा से आप पूरे ईटानगर को बड़े आराम से देख सकते हैं. यह सुंदर पहाड़ियों से घिरा हुआ है और यह ईटानगर का सबसे मशहूर पर्यटक स्थल है. यहां की विस्तृत जानकारी जुटाते-जुटाते आपका पूरा दिन निकल ही जायेगा.
Gompa (Pic: blogspot.in)
तीसरा दिन: जवाहरलाल नेहरु स्टेट म्यूजियम
इतिहास पसंद लोगों के लिए यह म्यूजियम बहुत ही बढ़िया है. यहां आपको तरह-तरह की चीज़ें देखने को मिल जाएगी, फिर चाहे वह हाथ से बनी चीज़ें हो या फिर संगीत से जुड़े यंत्र. यह काफी बड़ा है, इसलिए आपको यहां कई घंटे लगने तय हैं. यहां से निकलकर आप अपने दिन के सदुपयोग के लिए म्यूजियम के पास मौजूद बाजार जा सकते हैं, जो बहुत मशहूर है.
चौथा दिन: ईटा का किला
ईटानगर को अपना नाम इस किले की वजह से ही मिला है. इसे पूरी तरह से किला तो नहीं कहा जा सकता, पर यह किसी किले से कम भी नहीं है. यह ईंटों का इस्तेमाल करके बनाया गया है. इसकी बनावट इसे अन्य किलों से अलग करती है. यह ईटानगर में काफी प्रसिद्ध जगह है. इसलिए यहां अपना दिन बिताना आपके लिए यादगार होगा.
पांचवा दिन: बुद्धा मंदिर
ईटानगर का मशहूर बुद्धा मंदिर एक खास जगह है. धार्मिक रुप से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ, यह सुंदर वादियों से घिरा हुआ है. इसकी सुन्दरता की लोग मिसाल देते हैं. इस लिहाज से आप अपना एक दिन यहां दे सकते हैं, ताकि इस मंदिर के आस पास के वातावरण को आप सुकून से महसूस कर सकें. यहां आकर आप महसूस करेंगे कि आप शहर में रहकर किस तरह से इस प्राकृतिक सुंदरता से वंचित रहे हैं.
Buddha Temple (Pic: youtube.com)
छठा दिन: इंदिरा गांधी पार्क
सिर्फ पर्यटकों के लिए ही नहीं बल्कि पार्क ईटानगर के स्थानीय नागरिकों को भी खूब पसंद है. छुट्टी के दिन यहां लोग आकर अपने परिवार के साथ वक़्त गुजारते हैं. यह हर तरह से घरियाली से भरा हुआ है. यह कुछ अच्छे यादगार पल बिताने की एक बहुत ही बढ़िया जगह है. इसलिए आप यहां परिवार के साथ पूरे दिन की पिकनिक के लिए जा सकते हैं.
सातवां दिन: क्राफ्ट सेंटर
अब अरुणाचल प्रदेश के सफ़र पर आए हैं, तो आप याद के रुप में यहां से कुछ न कुछ तो साथ जरुर ले जाना चाहेंगे. इसी कड़ी में आप क्राफ्ट सेंटर जा सकते हैं. यहां आपको अरुणाचल की सभ्यता से जुड़ी हर चीज उचित दाम पर मिल जायेंगी. आप अपने साथ, हाथ से बनी चीजें, कपड़े, मुखौटे आदि ले जा सकते हैं. बशर्ते आपके पास टाईम होना चाहिए, क्योंंकि यहां इतने प्रकार हैंं कि कई बार लोगों को पूरा दिन तक लग जाता है. यहां भीड़ भी बहुत होती है.
आठवां दिन: ईगलनेस्ट वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी
अगर आपको जंगली जीवन को देखने में मज़ा आता है, तो यह जगह आपके लिए सबसे बढ़िया है. यहां आपको कई प्रकार के जानवर देखने को मिल जायेंगे. यहां नई और विलुप्त प्रजाति के पशु-पक्षी भी देखने को मिलते हैं. खुले जंगल में जानवरों को देखने का अनुभव रोमांचकारी हो सकता है. मतलब आप यहां अपना पूरा दिन बिता सकते हैं. इस सैंक्चुरी को अपना नाम भारतीय सेना के रेड ईगल डिवीज़न से मिला था.
Eaglenest Wildlife Sanctuary (Pic: rainforesttrust.org)
नौवां दिन: ईटानगर से बोमडिला
अपना नौवां दिन आप बोमडिला में बिता सकते हैं. ईटानगर से यहां तक पहुंचने में आपको 6-7 घंटे लगेंगे. यह जगह अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है. माना जाता है कि इस जगह में जाने के बाद लोगों का वापस आने का मन नहीं करता. यहां आप खूबसूरत व्यू पॉइंट, मोनेस्ट्री और सेब के बागों को घूमने में अपना दिन गुजार सकते हैं.
Bomdila View Point (Pic: pikspost.com)
दसवां दिन: सेसा आर्किड सैंक्चुरी
बोमडिला से निकलकर आप इससे कुछ दूरी पर मौजूद सेसा आर्किड सैंक्चुरी को देख सकते हैं, जोकि एक देखने लायक सुन्दर स्थल है. यह लगभग 100 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां आपको फलो के बाग देखने को मिलेंगे, जिसमें सैकड़ों प्रकार के पेड़ मौजूद है. इसके अलावा आप यहां पहुंचकर सुन्दर घाटियों, नदियों और खूबसूरत झरनों का आनंद भी ले सकते है. इस सबमें आपका एक दिन बड़ी आसानी से निकल जायेगा.
ग्यारहवां दिन: ईगल नेस्ट वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी
ग्यारहवां दसवां दिन आप ईगल नेस्ट वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में बिता सकते हैं, जोकि बोमडिला के पास मौजूद है. यहां आपको विभिन्न प्रकार के बत्तख, फीजन्ट ईगल, हार्नबिल, किंगफ़िशर, बंगाल टाइगर, एशियाई एलीफैंट, ब्लैक बियर, लंगूर, रेड पांडा जैसे जीव-जंतुओं को देखने का मौका मिलेगा. यहां का सबसे बड़ा आकर्षण यहां की तितलियों की लगभग 165 प्रजातियां होती है, जो आपको जल्दी यहां से नहीं निकलने देंगी और आप पूरा दिन गुजार ही देंगे.
बारहवां दिन: चिलिपम मोनेस्ट्री
अरुणाचल प्रदेश में यह मोनेस्ट्री बहुत फेमस है. अक्सर लोग तवांग जाने की जल्दी में इस जगह पर जाना भूल जाते हैं. यहां से आपको एक से एक सुंदर नज़ारे देखने को मिलेंगे. यह जगह इतनी शांत मानी जाती है कि यहांं लोग अपने सभी सुख-दुख भूल जाते हैं. इस लिहाज से आप यहां अपना एक दिन बिता सकते हैं.
तेरहवां दिन: दिरांग वैली
दिरांग वैली का रास्ता बोमडिला से तवांग जाने का एक अच्छा रास्ता है. ज्यादातर लोग यहां पर तवांग जाते समय रुकते हैं, पर यह जगह बस इतने काम के लिए ही नहीं है. यहां आपको देखने के लिए एक से एक सुंदर दृश्य मिलेंगे. अगर रुकना चाहें तो यहां दिन बिताना शानदार अनुभव हो सकता है.
Dirang Valley (Pic: holidaytravel.co)
चौदहवां दिन: बूरा चपोरी सैंक्चुरी
दिरंग वैली से निकलकर आप बूरा चपोरी सैंक्चुरी को देखने जा सकते हैं. यहां आपको जंगली जीवन और जाने नए-नए पशु-पक्षियों के बारे में जानने को मिलेगा. इस सैंक्चुरी में मौजूद शेर, बाघ, हाथी, जंगली सूअर, जंगली भैंसे आदि जानवर आपका मन मोह लेने की काबलियत रखते हैं. इस लिहाज से दूर-दूर तक फैले हुए सैंक्चुरी में आपका दिन कब गुज़र जाएगा आपको पता भी नहीं चलेगा.
पंद्रहवा दिन: आर. आर. हिल्स
बूरा चपोरी सैंक्चुअरी के बाद आप तेज़पुर जा सकते हैं. कहने के लिए तो यह बहुत छोटी सी जगह है, लेकिन इसका अपना धार्मिक महत्व है. पौराणिक कथा है कि इस स्थान का मूल नाम ‘सोनितपुर’ था. यहां के राजा भगवान शिव के भक्त थे. बाद में उनकी बेटी उषा ने भगवान कृष्ण के पोते अनिरुद्ध के साथ विवाह किया था. इस जगह में इतिहास के कई रोचक किस्से हैं, जिन्हें आप यहां एक दिन रुककर, यहां के स्थानीय निवासियों से जान सकते हैं. साथ ही यहां के देशी व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं.
तो यह थे अरुणाचल प्रदेश के कुछ मुख्य पर्यटक स्थल, जहां हमने आपको अब तक ईटानगर और बोमडिला जैसे शहरों की सैर कराई, इस लेख के दूसरे भाग में हम आपको ले चलेंगे अरुणाचल के दूसरे बचे हुए जगहों की ओर, ताकि आप अपने बाकी बचे पंद्रह दिन को अच्छे से बिता सकें.
Web Title: 30 Day 30 Plan Arunachal Pradesh, Hindi Article
Keywords: Travel, Arunachal Pradesh, Tour, Tourism, Fun, Itanagar, Bomdila, Tawang, North East, Buddha, Monk, Monastery, Wildlife, Sanctuary, Ganga Lake, Indira Gandhi
Featured image credit / Facebook open graph: Only in India/ youtube.com