समूचे विश्व में भारत को एक धार्मिक देश के रुप में भी देखा जाता है. यहां हर धर्म के लोगों को बराबर का दर्जा प्राप्त है. इसी कड़ी में अगर हिन्दू धर्म के तीर्थ स्थलों की बात की जाए, तो उत्तर भारत के दो स्थलों के नाम लोगों की जुबान पर आमतौर पर आ ही जाता है.
जी हां, यहां बात हो रही है, बद्रीनाथ और केदरनाथ की.
वैसे तो यह दोनों ही स्थल महत्वपूर्ण हैं, किन्तु अगर बात बद्रीनाथ की होती है, तो उसका अलग ही स्थान है. इसे धरती का वैकुंठ तक कहा जाता है.
तो आईये आस्था के इस केंद्र को तस्वीरों के माध्यम से जानने की कोशिश करते हैं–
बद्रीनाथ मंदिर को बदरी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. यह देवभूमि उत्तराखंड की अलकनंदा नदी के किनारे मौजूद है. (Pic: Ghumakkar)
कहते हैं कि बद्रीनाथ क्षेत्र में बदरी (बेर) के जंगल थे, इसलिए इस क्षेत्र में स्थित इस मंदिर का नाम बद्रीनाथ पड़ा. (Pic: FindMessages)
हिन्दुओं के चार धामों में से एक, यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है. हिन्दू धर्म के हर एक व्यक्ति की इच्छा होती है कि वह इस मंदिर के दर्शन जरूर करे. (Pic: Destinations…)
भगवान विष्णु की प्रतिमा वाला यह मंदिर 3,133 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है. (Pic: Life…)
इस धाम के निर्माण की बात की जाए तो इसे अनादिकाल से स्थापित माना जाता है, जिसकी पुनर्स्थापना जगद्गुरु आदि शंकराचार्य ने करवाई थी. (Pic: Life…)
बाद में रामानुज संप्रदाय के स्वामी वरदराज की प्रेरणा से गढ़वाल नरेश ने पंद्रहवीं शताब्दी में इसका विस्तार किया. (Pic: EraGenX)
इस मंदिर में सोने का एक छत्र और कलश दिखाई देता है. कहते हैं इसे इंदौर की महारानी अहिल्याबाई ने चढ़वाया था. (Pic: Nirmala)
यह मंदिर गर्भगृह, दर्शनमण्डप और सभामण्डप के रुप में मुख्यत: तीन भागों में विभाजित है. (Pic:donny/twitter)
इस मंदिर परिसर के अंदर करीब 15 मूर्तियां मौजूद हैं. इनमें सबसे प्रमुख भगवान विष्णु की एक मीटर ऊंची काले पत्थर की प्रतिमा है. (Pic: Beautiful…)
बद्रीनाथ के मुख्य मंदिर के अलावा अन्य चार बद्रियों के मंदिर भी यहां स्थापित हैं. इनमें श्री विशाल बद्री पंच बद्रियों में से मुख्य है. (Pic: Widen )
इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें वरिष्ठ और कनिष्ठ दो पुजारी होते हैं, जो केरल के नम्बूदरीपाद ब्राह्मण परिवार से ही चुने जाते हैं. (Pic: tourwalla)
बद्रीनाथ धाम के पास कई अन्य देखने लायक स्थान भी मौजूद हैं. इनमें व्यास गुफा, अलकनंदा नदी कुछ प्रमुख स्थल हैं. (Pic: commons)
बद्रीनाथ धाम के कपाट जाड़े में बंद हो जाते हैं और गर्मियों में खुलते हैं. (Pic: Dream)
ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति इस धाम के दर्शन कर लेता है, उसके सारे पाप धुल जाते हैं. वहीं एक अन्य मान्यता के अनुसार जो बद्रीनाथ में पूजा-अर्चना करता है, उसे वैकुंठ लोक प्राप्त होता है. वैसे भी हिन्दुओं में वैकुण्ठ प्राप्ति, मोक्ष प्राप्ति ही जीवन का अंतिम लक्ष्य बताया गया है.
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Web Title: Hindu Temple Badrinath, Photo Story
Feature Image Credit: chardhamoperator