उम्मीद है कि इस लेख का पहला भाग आप पढ़ चुके होंगे. इस भाग में हम आपको बतायेंगे कि पानी से गाड़ी को चलाने का सपना रखने वाले स्टैनली का आखिर कैसे अंत हो गया?
… सारे मीडिया चैनलों में खबर चल रही थी कि ‘पानी गाड़ी’ की खोज का दावा करने वाले स्टैनली मृत पाये गये’. जिस तरह हम बाहुबली के पहले पार्ट के बाद जानना चाहते थे कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा, उसी तरह उस समय के लोग जानना चाहते थे कि आखिर स्टैनली की मौत कैसे हुई? वह तो बेल्जियन के लोगों से अपने सपने को मूल आकार देने के लिए मिलने गये थे. फिर ऐसा क्या हुआ कि वह काल के गाल में चले गये… ऐसे ढ़ेरों सवालों के जवाब जब खोजे गए तो एक-एक करके कई परतें खुलीं.
बताया गया कि निर्धारित समय के अनुसार स्टैनली ब्राजील के निवेशकों से मिलने के लिए घर से निकल गये थे. रास्ते में कोई भी नहीं मिला, इसलिए वह अपने टाइम से रेस्तरां पहुंच गए थे. वह बहुत खुश थे. उनका चेहरा चमक रहा था. उन्होंने आगे बढ़ते हुए गर्मजोशी से ब्राजील के निवेशकों से हाथ मिलाते हुए कहा-हेलो जेन्टल मैन, ‘हाऊ आर यू’. निवेशकों ने उत्तर देते हुए कहा फाइन स्टैनली, हैव-ए-सीट प्लीज. स्टैनली ने अपने व्यापारिक करार की ख़ुशी मनानी चाही, इसलिए उन्होंने अपने साथियों के लिए शराब मंगवाई और अपने लिए जूस. वह शराब नहीं पीते थे.
Death Mystery Of Stanley Meyer, Restaurant (Pic: nytimes.com)
चारों बातों में लगे थे, तभी एक वेटर ने टोकते हुए कहा ‘सर योर आर्डर प्लीज’. सभी ने अपने-अपने गिलास हाथों में उठाए और आनंद लेना शुरु कर दिया. इसी कड़ी में स्टैनली ने जैसे ही जूस का एक घूंट पिया, उन्हें अजीब सा फील हुआ. शुरुआत में उन्हें लगा कि शायद टेस्ट ठीक नहीं होगा. इसलिए वह पीते गये. कुछ देर बाद उन्हें महसूस हुआ कि उनकी तबियत खराब हो रही है.
वह समझ नहीं पा रहे थे, आखिर उनके साथ क्या हो रहा है. अचानक से उन्होंंने अपना गला पकड़ लिया. ऐसा प्रतीत हुआ जैसे वह सांस नहीं ले पा रहे थे. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है. स्टैनली तेजी से रेस्तरां से बाहर निकलने के लिए दौड़ते हैं और कुछ दूरी पर ही उन्हें उल्टियां होने लगती है. वह घुटनों के बल झुककर खड़े हुए थे. उनके पैर कमजोर हो चुके थे. वह अपने शरीर का बोझ नहीं उठा पा रहे थे.
उनकी उल्टियां थमने का नाम नहीं ले रही थी. वह अब पहले से भी ज्यादा तेज हो चुकी थी. अपने भाई की हालत देखकर उनके भाई स्टेफेन हैरान थे. वह शुरु से ही उनके साथ आए थे, इसलिए समझ नहीं पा रहे थे कि, आखिर क्या किया जाए. स्टेफेन ने कारण जानना चाहा, पर स्टैनली बोलने की हालत में नहीं थे. कुछ देर बाद हिम्मत जुटाते हुए उन्होंने कहा भाई ‘मुझे ज़हर दिया है, शायद मैं अब बचूंगा नहीं’. यह कहते हुए उन्होंने अपने भाई की गोद में अपना दम तोड़ दिया. स्टेफेन उनकी हथेलियां रगड़ते रहे, उन्हें सांस देते रहे, लेकिन स्टैनली नहीं उठे.
एक झटके में सब बदल गया था. स्टैनली की जिन आंखों में अपने सपने के लिए कुछ देर पहले उम्मीद की रोशनी दिख रही थी. उनमें अब शांत खामोशी थी. मौके पर पुलिस पहुंची तो भाई चिल्ला-चिल्लाकर उन्हें बताते रहे कि मेरे भाई को जहर दिया गया है. यह हत्या है, लेकिन अफसोस पुलिस यह मानने के लिए तैयार नहीं थी. हां पुलिस स्टैनली की लाश को पोस्टमार्टम के लिए जरुर ले गई थी.
अब सबकी नज़रें पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर थी. पर जब रिपोर्ट सामने आई तो सब हैरान थे, खासकर स्टेफेन. रिपोर्ट में लिखा था कि स्टैनली उच्च रक्तचाप की बीमारी से ग्रसित थे और इसी कारण उनकी मौत हुई थी. स्टेफेन का मन मानने को तैयार नहीं था. यह स्वभाविक था, क्योंंकि भाई ने दम तोड़ते से पहले कहा था कि उन्हें जहर दिया गया है. स्टेफेन सारी दुनिया से कहता रहा कि उनका भाई किसी बीमारी से नहीं मरा. यह रिपोर्ट झूठ है. वह किसी बड़ी साजिश का शिकार हुआ है. कुछ वक्त बाद लोगोंं ने इस पर ध्यान देना बंद कर दिया और अन्य खबरों की तरह मीडिया ने इसको भी कूड़ेदान में डाल दिया था.
हालांकि, वह जानती थी कि इसमें स्टैलीन के दुश्मनों का हाथ हो सकता था. पहले भी उनके विरोधियों ने स्टैनली को पैसे आदि का लालच देकर इस खोज से अलग हटने का कहा था, पर उन्होंने इनकार कर दिया था. ऐसे में मुमकिन था कि उनके द्वारा ही उन्हें हमेशा के लिए अपने रास्ते से हटा दिया गया था. कहते हैं तब स्टैनली से मिलने आये बेल्जियन के निवेशकों के हाव-भाव भी बदले चुके थे. उनको देखकर एक पल के लिए भी नहीं लगा कि उन्हें स्टैनली की मौत का कोई अफ़सोस था.
Death Mystery Of Stanley Meyer, Newspaper (Pic: alexanderhiggins.com)
थोड़े समय बाद स्टैनली द्वारा अपनी ‘पानी से चलने वाली गाड़ी’ को लेकर कराए गए सारे पेटेंट ख़त्म कर दिए गए. उनकी खोज को झूठा करार दे दिया गया. उनकी बनाई गाड़ी अब सिर्फ एक नमूना बनकर रह गई थी. कभी-कभी लोग इसे देखने आ जाते थे. माना जाता है कि इस खोज को पूर्ण करने के लिए कई लोगों ने प्रयास किए, लेकिन वह आगे नहीं बढ़ सकी. स्टैनली को पहले ही शक था कि उनका फार्मूला चोरी हो सकता है, इसलिए उन्होंने इसे किसी से शेयर न करते हुए गुप्त रखा था.
स्टैनली धोखेबाज थे या नहीं यह तो कोई पूरी तरह से नहीं जान सका, लेकिन इसमें दो राय नहीं कि अगर उनकी खोज सच्ची थी, तो वह पूरी दुनिया का आज नक्शा बदल देती. आज के दौर में जिस तरह से तेल के संसाधन कम होते जा रहे हैं, उसके लिए स्टैनली की यह खोज मील का पत्थर साबित होती. ऐसी अटकलों का दौर गर्म रहा, लेकिन कभी इसने तूल नहीं पकड़ा. इस कारण स्टैनली की मौत का रहस्य उनके साथ ही दफन हो गया था.
स्टैनली की मौत का रहस्य बहुत पेचीदा है. यह थोड़ा बहुत बॉलीवुड फिल्म ‘टार्ज़न दी वंडर कार’ जैसा मालूम पड़ता है. उस फिल्म में भी अजय देवगन एक कार बनाते हैं पर कुछ अमीर लोग उसे धोखा देकर मार देते हैं.
Web Title: Death Mystery Of Stanley Meyer Part-2, Hindi Article
Keywords: Car, Future Invention, Death, Mystery, Murder, Oil Embargo, 1973, Water Fuel Car, Petrol, Illuminati, Science, Evolution, Ohio, America, Iraq, Stephen Meyer, Fuel
Featured image credit / Facebook open graph: collective-evolution.com