तीन बार (2013, 2015 और 2017) की इंडियन प्रीमियर लीग चैपिंयनशिप जीतने वाली मुम्बई इंडियस इस बार भी आईपीएल की सबसे मजबूत टीमों में से एक है. उसे 2018 के आईपीएल खिताब की दौड़ में सबसे आगे देखा जा रहा है.
इसके पीछे बड़े कारण भी हैं. जहां एक ओर टीम के पास रोहित शर्मा और हार्दिक पंड्या विस्फोटक बल्लेबाज है, तो दूसरी तरफ जसमीत बुमराह, मुस्तफ़ीजुर रहमान और पेट कमिंस जैसे घातक गेंदबाज. 2017 के आइपीएल सीजन में यह टीम जिस तरह से खेली और विजेता बनी थी, उससे दूसरी टीमों को सीखने की जरुरत है.
तो आइये जोश से लबरेज इस टीम के अभी तक के सफ़र पर एक नज़र डालते हैं:
2008 के सीजन की सबसे मंहगी टीम, मगर…
2008 के सीजन के लिए हुई नीलामी पर नज़र डालें तो पता चलता है कि मुम्बई इंडियंस इस सीजन की सबसे महंगी टीम थी. बावजूद इसके टीम को पहले दो सीज़न में शीर्ष चार के बाहर उड़ान भरने को नहीं मिला. तीसरे संस्करण में सचिन तेंदुलकर का चादू चला तो टीम से लोगों की आस बढ़ी, टीम फाइनल तक पहुंचने में भी कामयाब रही, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ बढ़िया प्रर्दशन नहीं कर पाई और हार गई.
Sachin, Ponting and Harbhajan (Pic: ibtimes.co.in)
कुछ ऐसा रहा जीत-हार का सिलसिला
2011 में भी टीम शीर्ष चार में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही, लेकिन दूसरे क्वालीफायर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने इसे हराकर बाहर कर दिया. 2012 भी टीम के लिए कुछ खास नहीं रहा. 2013 में उन्होंने वह कर दिखाया जिसे उसके दर्शक देखना चाहते थे. इस सीजन में इन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और खिताब जीतने में सफल रहे.
यह आखिरी सीजन था, जब तेंदुलकर टीम से सक्रीय खिलाड़ी के रूप में जुड़े हुए थे. 2014 सीज़न में एलिमिनेटर चरण में क्रैश होने के बाद रोहित शर्मा का बल्ला चला और 2015 में वह टीम को दूसरा आईपीएल खिताब जिताने में सफल रहे. 2016 में टीम जीत के खिताब को बरकरार नहीं रख पाई.
हालांकि, 2017 के सीजन को जीतकर उन्होंने बता दिया कि उनमें कितना दम है.
अब बारी है सीजन-11 यानी, 2018 की. इस सीजन को जीतने के लिए टीम मैनेजमेंट ने एक बहुत ही ठोस लाइनअप में 20 खिलाड़ियों को बनाए रखा है. साथ ही फ्रैंचाइज ने नीलामी में कुछ बड़े खिलाड़ियों, बेन कटिंग, मुस्तफ़ीजुर रहमान, पेट कमिंस, जेपी डुमनी, अकिला धनंजय औ केरन पोलार्ड को खरीदकर टीम को मजबूत करने की कोशिश की है.
Mumbai Indians Team Win 2017 IPL (Pic: NewIndianExpress)
कभी हीरो, तो कभी बने जीरो
आगे निकलने की होड़ में टीम कई बार हीरो बनी, तो कभी वह जीरो हो गई. 2010 के सीजन में 17 मार्च को दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ खेले गए मैच में 218 रन ठोककर, मुम्बई इंडियस ने अपने दर्शकों का मन मोह लिया. यह अभी तक के सीजनों में टीम का सबसे बड़ा स्कोर है.
2011 के सीजन में 10 मई को पंजाब के खिलाफ खेलने जब यह टीम उतरी तो, कुछ खास नहीं कर पाई और 87 रन के स्कोर पर आलआउट हो गई. यह टीम का सबसे कम स्कोर है.
जीत की बात की जाए तो टीम ने हर सीजन में कई सारे मैचे जीते, लेकिन 2010 के सीजन में 17 मार्च को दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ खेला गया मैच, लोग बार-बार देखना चाहते हैं. इस मैच में टीम ने 98 रन से बड़ी जीत दर्ज की.
रोहित शर्मा हैं असल ताकत
हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा टीम के कप्तान और रन मशीन हैं. इनके बारे में कहा जाता है कि जिस मैच में उनका बल्ला चल जाता है, वह मैच जीतना विरोधियों के लिए मुश्किल हो जाता है. उनके पास ढ़ेर सारे शाट्स हैं, जो रनों का अम्बार लगाने के लिए मदद करते हैं.
रोहित शर्मा ने आईपीएल में 159 मैच खेले हैं, जिसमें 130.89 के औसत से उन्होंने 4207 रन बनाए. व्यक्तिगत तौर पर 109 रन उनका उच्चतम स्कोर है. कप्तानी की बात करें तो वह आईपीएल के सबसे सफलतम कप्तान कहे जाते है. उनकी अगुवाई में मुंबई 3 बार विजेता बना.
Rohit Sharma (Pic: Mumbai Indians)
बुमराह होंगी सबकी नज़र
आईपीएल में जसमीत बुमराह का करियर ज्यादा पुराना नहीं है. किन्तु बहुत कम समय में उन्होंने जिस तरह अपनी छाप छोड़ी है, वह उन्हें सबसे शानदार गेंदबाजों में शुमार करती है. वह ऐसे गेंदबाज हैं जिनकी यॉर्कर्स और धीमी गति की मिश्रित गेंदबाजी के आगे विपक्ष के खिलाड़ियों को घुटने टेकने पड़ते हैं.
आईपीएल सीज़न 2016 बुमराह के लिए यादगार रहा, बुमराह ने 14 मैच में 7.80 के इकॉनमी रेट से 15 विकेट लिए. इसी तरह 2017 के सीजन में उनके प्रदर्शन में और सुधार आया, उन्होंने 16 मैच में 7.35 की इकॉनमी रेट से 20 विकेट हासिल किए और टूर्नामेंट के तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले बल्लेबाज़ बने.
आईपीएल में उनके पूरे सफरनामें की बात करें तो उन्होंने कुल47 मैच खेले हैं, जिनमें 46 विकेट उनके नाम दर्ज हैं. उम्मीद है वह इस सीजन में मलिंगा की कमी नहीं खलने देंगे.
प्रायोजक व पार्टनर्स का दांव
मुम्बई इंडियंस के प्रायोजकों में सबसे पहला नाम आता है वीडियोकॉन डी-टू-एच का. इसी कड़ी में दूसरा बड़ा नाम है एतिहाद एयरवेज, जो वाणिज्यिक विमानन के क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ते एयरलाइनों में से एक बन गया है.
इसके अलावा भारत की सबसे बड़ी आवास वित्त कंपनी ‘डीएचएफएल’ और अचल संपत्ति उद्योग की धीरज रियल्टी का नाम भी मुम्बई इंडियंस के प्रायोजकों में आता है.
इसके पास पेप्सी, किंगफिशर, ऊषा, ऑफिशर्स च्वाइस ब्लू, केनस्टार, ताईवान एक्सीलेंस, परफॉरमैक्स, बुक माई शो, डीएनए, जियो मनी, फीवर 104 एफएम और रेडियो सिटी जैसे कई सारे ऑफिशियल पार्टनर्स भी हैं.
बताते चलें कि टीम का मालिकाना हक नीता अंबानी के पास है. मतलब फाइनेंस और रेवेन्यू के मोर्चे पर टीम काफी मजबूत है.
कुछ ऐसी है इस बार की टीम
रोहित शर्मा (कप्तान) हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह, क्रूनाल पांड्या, ईशान किशन, कीरोन पोलार्ड, पेट कमिंस, इविन लुईस, सूर्यकुमार यादव, बेन कटिंग, मुस्तफाजुर रहमान, राहुल चहर, प्रदीप संगवान, जेसन, जेपी ड्यूमिनी, सौरभ तिवारी, तजिंदर ढिल्लों, अकीला धनंजय, निधेश एमडी दिनेशन, आदित्य तरे, सिद्ध दिनेश लाड, मयंक मार्कंदे, शरद लुम्बा, अनुकुल रॉय और मोहसीन खान.
Neeta Ambani (Pic: Indiatimes.com)
मुम्बई के पास विभिन्न आईपीएल सीजनों को मिलाकर सबसे ज्यादा 142 मैच खेलने का भी रिकॉर्ड है. उम्मीद है मुम्बई इंडियंस अपने बड़े नाम को कायम रखेगी.
बहुत संभव है कि इस सीजन का खिताब भी यह टीम जीत ले, क्योंकि उसके पास एक विजेता वाले सारे पहलू मौजूद हैै अगर वह ऐसा कर पाने में कामयाब होती है, तो वह चौथी बार खिताब पाने वाली टीम बन जाएगी.
जाहिर है मुंबई इंडियंस के पास रेस में सबसे आगे निकलने का मौका और सामर्थ्य दोनों है.
Web Title: Review Of Mumbai Indians, Hindi Article
Featured Image Credit: CricketCountry